माँ सरस्वती के आराधक : डाँ. जय नारायण कौशिक

  हरियाणा साहित्य अकादमी के पूर्व निदेशक  डाँ. जय नारायण कौशिक बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे । जिनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित स्मृति - ग्रथ का सम्पादन डाँ. शशि भूषण सिंहल ने किया है ।
    पुस्तक में सबसे पहले डाँ. शशि ने हमारी बात शीर्षक लेख में अनेक संस्मरणों को सक्षेप में पेश किया है । विशेष रूप से डाँ. कौशिक जी के अभिनन्दन ग्रंथ की भूमिका को याद किया है । 
    दो शब्द शीषर्क के अन्तर्गत श्रीमती विमला कौशिक जी ने अपने भाव लक्ष्मी - सरस्वती संवाद के रूप में पेश किये हैं । जिसमें अनेक पुस्तकों का जिक्र किया है ।
    दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवाल का संदेह , हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का संदेह, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री श्री मनीष सिसोदिया का संदेश, दिल्ली सरकार के मन्त्री सत्येन्द्र जैन और इमरान हुसैन का संदेश , सुलभ इन्टरनेशनल सोशल सर्विस आँर्गनाइजेशन के डाँ. विन्देश्वर पाठक की शुभकामना , Sh. R.K.NANDAL Secretary of Haryana Vidhan Sabha , Chandigarh का पत्र , हरियाणा के भू पू मुख्यमंत्री श्री ओम प्रकाश चौटाला का शोक संदेह पत्र , हरियाणा साहित्य अकादमी की श्रद्धांजलि , भारतीय अनुवाद परिषद दिल्ली के सचिव डाँ. पूरनचंद टंडन का शोक-प्रस्ताव, नई दिल्ली सांध्यकालीन हिंदी संस्थान का शोक-प्रस्ताव , माता हरकी देवी महिला महाविद्यालय, औढां (सिरसा) के प्राचार्य शमीम शर्मा का पत्र और नवयुग  के सुदर्शन खन्ना की  विनम्र श्रद्धांंजिल 
         खंड - 1 व्यक्तित्व  में गणेश वन्दना , हरियाणा वन्दना , तन्मे मन: शिव संकल्पमस्तु , जीवन परिचय , मान- सम्मान - पुरस्कार ,
         साहित्यकार मित्रों की दृष्टि से - म़े डाँ. राशरण गौड़ , डाँ. सत्यव्रत शास्त्री, डाँ. श्याम सखा 'श्याम' , भारत भूषण सांधीवाल , डाँ. शमीम शर्मा, डाँ. हरिसिंह पाल, डाँ. हिम्मत सिंह सिंहा, प्रो. (डाँ.) सुंदरलाल कथूरिया, प्रो. पूरन चंद टंडन आदि 24 विद्वानों के लेख प्रकाशित हुए हैं । जिस में डाँ. कौशिक के व्यक्तित्व के विभिन्न पहलूओ पर व संस्मरण  के रूप में प्रकाश डाला गया है ।
         खंड-2 कृतित्व में डाँ. कौशिक के साहित्य पर विभिन्न साहित्यिक मित्रों के लेख प्रकाशित किये गये हैं । विभिन्न मित्रों में डाँ. रामपत यादव , डाँ. नरेश शर्मा, श्रीमती सविता चड्ढा , डाँ. दीपचन्द, श्रीमती वेदवती ढींगरा , सत्यवीर नाहड़िया , आदि शमिल हैं । डाँ कौशिक विभिन्न कृतियों का परिचय दिया गया हैं । 
         आत्माकथा , डायरी लेखन, पत्र लेखन, एकांकी, कहानी, उपन्यास, फीचर लेखन, साक्षात्कार, यात्रा वृत्तान्त, पत्रकारिता, विभिन्न स्मारिका के सम्पादकीय आदि का उल्लेख किया गया हैं। 
मेरा परिचय ( बीजेन्द्र जैमिनी ) डाँ. जय नारायण कौशिक जी से जैमिनी अकादमी ( पानीपत ) द्वारा हिन्दी दिवस समारोह -1998 के अवसर पर हुआ था । डाँ. कौशिक जी इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पानीपत आये थे । इस समारोह में असम, आन्ध्रप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, प.बंगाल, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, दिल्ली, कर्नाटक, सिक्किम, राजस्थान, तामिलनाडु आदि के  पंचास से अधिक विद्वानों को सम्मानित किया था । समारोह के कुछ फोटों :- 

समारोह के मंच पर आसीन डाँ. जय नारायण कौशिक जी

समारोह को सम्बोधित करते हुए डाँ. जय नारायण कौशिक

बाबा कानपुरी को सम्मानित करते हुए

पानीपत के साहित्यकार श्री राजेन्द्र शर्मा ' निष्पक्ष ' को सम्मानित करते हुए

डाँ. जय नारायण कौशिक जी अपनी पुस्तकों का सैट भेंट करते हुए
       पुस्तक के अन्त में कुछ फोटों को भी प्रकाशित किया गया है। जिसमें कुछ परिवारिक फोटों हैं । कुछ सम्मान के फोटों हैं । कुछ विशेष जगह के फोटों हैं । बहुत कम मित्रों के साथ फोटों हैं ।
        पुस्तक में व्यक्तित्व व कृतित्व पर बहुत कुछ सामग्री दी गई हैं । जिस से डाँ. कौशिक जी के साहित्य पर बहुत कुछ प्रकाश डाला गया है । पुस्तक अपने आप मेंं सफल है ।


पुस्तक के संपादक  : डाँ. शशि भूषण सिंहल
प्रबंध संपादक : विमला कौशिक

पुस्तक के प्रकाशक

साहित्य सहकार प्रकाशन
29/62, लेन नं. 11, विश्वास नगर 
दिल्ली - 110032
मो. 09873072324 

प्रथम संस्करण : 2018 

मूल्य : 595 रुपये 


Comments

Popular posts from this blog

वृद्धाश्रमों की आवश्यकता क्यों हो रही हैं ?

हिन्दी के प्रमुख लघुकथाकार ( ई - लघुकथा संकलन ) - सम्पादक : बीजेन्द्र जैमिनी

लघुकथा - 2023 ( ई - लघुकथा संकलन )