जय भोलेनाथ नमः
सावन का महीना प्राकृतिक दृष्टि से हरा भरा होता है । जिस का अनुभव सभी जीव जन्तु करते है । इस महीनें में नाग पंचमी , रक्षाबंधन , तीज ,शिवरात्रि आदि आते हैं । सावन को भोलेनाथ का महीना भी कहते हैं । इस महीने में कावडिय़ों का मेला हरिद्वार से चारों ओर देखने को मिलता है । कोई कावड़ लेकर आता है कोई कावडिय़ों की सेवा में लगा होता है । इस तरह से हर कोई इस महीनें में भोलेनाथ की सेवा करता है । यह हिन्दुओं को पवित्र महीना कहाँ जाता है । सावन में अनेंक कवियों ने गीत आदि लिखे है और वर्तमान में भी लिख रहें हैं । वर्तमान के कुछ कवियों को पेश किया जाता है :- सावन है आया - शशांक मिश्र भारती शाहजहांपुर - उत्तर प्रदेश बम बम भोले कोई शिव बोले सावन है आया । सिर पे जटा हैं चंदा की छटा है गंगा को समाया । सावन है आया शिव की शक्ति है मन में भक्ति है सावन जो लाया । सावन है आया हे ओंकारेश्वर हे महाकालेश्वर सबको है भाया । सावन है आया काल