वर्तमान में अहिंसा का अस्तित्व

जैमिनी अकादमी द्वारा महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर परिचर्चा " वर्तमान में अहिंसा का अस्तित्व " का आयोजन रखा है । अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी के जीवन का अन्त हत्या से हुआ है । यह अहिंसा की सच्चाई है जिससे कभी भुलाया नहीं जा सकता है । फिर भी हम वर्तमान में अहिंसा का अस्तित्व खोज रहें हैं । क्योंकि यही महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी । उम्मीद पर दुनियां कायम है । उम्मीद से ही हर कार्य सफल होता है । जो अहिंसा की उम्मीद तोड़ देता है । वह एक ना एक दिन हत्यारा बन जाता है । यह जीवन की असफलता है । अब कुछ विद्वानों के विचारों पर भी प्रकाश डालते हैं :- दिल्ली से सुदर्शन खन्ना लिखते है कि बात-बात में जान ले ली जाती है । क्रोध और धैर्यहीनता सीमा के बाहर हो रहे हैं । कोई भी ज्ञान इन्हें नियंत्रित नहीं कर पा रहा । जहाँ राजनीति हिंसा के निशाने पर है, वहीं समाज भी हिंसा के निशाने पर है । समाज को सही दिशा दिखाने वाले भी हिंसा के शिकार हो रहे ह...