एक मुलाकात : साहित्यकार श्री दीपचन्द निर्मोही जी के साथ


दीपचन्द निर्मोही जी के साथ बीजेन्द्र जैमिनी




आज रविवार ( 14 अगस्त 2022 ) है । हमारे घर पर बिना किसी सूचना के अचानक आदरणीय दीपचन्द निर्मोही जी आये । मन बहुत खुश हुआ । ऐसी विभूति के दर्शन व आशीर्वाद मिलना । कोई छोटी बात नहीं है ।
       निर्मोही जी पानीपत के जाने - माने साहित्यकार है । जो आर्य स्कूल ( पानीपत ) के प्रधानाचार्य के पद से रिटायर्ड है । चेतना स्कूल के सूत्रधार हैं । पानीपत के अतिरिक्त कई राज्यों में इन की शाखाएं हैं । इन स्कूलों में कूड़ा उठाने वाले जैसे अशिक्षित बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा देना का कार्य होता है । सरकार से किसी प्रकार की कोई सहायता नहीं लेते हैं ।  मैं , इन के बारे में अक्सर कहता हूँ कि मैने महात्मा गांधी को नहीं देखा है परन्तु निर्मोही जी वास्तव में " पानीपत के महात्मा " हैं

                     संगीता रानी




     मेरी पत्नी संगीता रानी ने चाय आदि तैयार कर के पेश किया । परन्तु मुझे जानकारी नहीं थी कि चाय नहीं पीते है । किन्तु बिस्कुट व बर्फी का स्वाद अवश्य लिया । यह हमारा सौभाग्य है कि निर्मोही जी के साथ बातचीत करने का मौका मिला । बातचीत शहीद भगतसिंह से शुरु हुई कि भगतसिंह जी ने " प्रताप " में बलवंत के नाम से कार्य किया । यह उस दिन पता चला ।जब असम्बली में बम फैका गया । यह भगतसिंह है । बातचीत आगे बढ़ीं तो " महात्मा गांधी का हत्यारा कौन ? " नाथूराम गोडसे या ........ ?  वास्तव में नाथूराम गोडसे का उपयोग किया गया था । वह बहुत डरपोक आदमी था । वह बहुत कम पढा - लिखा ( दसवीं ) था ।  बातचीत में मदन मोहन राणा ( अध्यक्ष : पानीपत साहित्य अकादमी ) , केसर कमल शर्मा , राकेश मित्तल , वी एन राय ( साहित्य उपक्रम ) , डॉ. दर्शनलाल आजाद , बाबा रामदेव , ओ पी माटा ,  एडवोकेट राममोहन राय आदि का भी जिक्र हुआ । वास्तव में निर्मोही जी , चेतना स्कूल के सिलसिले में , हमारी कालोनी ( सैक्टर - 6 , पानीपत )  के विक्की मित्तल से मिलने आये थे । अन्त में तिरंगा पट्टा देकर अभिनंदन किया गया ।
                               - बीजेन्द्र जैमिनी
                               पानीपत - हरियाणा

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