एक महिला से हुआ मीडिया क्लब पानीपत का अन्त



बात उन दिनों की है जब मैं मीडिया क्लब पानीपत का महासचिव हुआ करता था । दिन 23जून 2016 को वकील श्री आर के वशिष्ठ जी ( 9416003104 ) का फोन आया और मुझे बताया कि WhatsApp ग्रुप Happy to Help ( एडमिन : वकील श्री आर के वशिष्ठ ) में अम्बाला की डिप्पल ( 8221009572 ) आपके बारे में गलत - गलत आरोप लगा रही है । मैंने तुरन्त WhatsApp ग्रुप खोल कर देखा तो मुझे बहुत बुरा लगा । फिर भी मैंने ग्रुप में मैसेज डाल कर स्पष्ट किया कि मैंने , डिप्पल को कोई फोन नहीं किया है और ना ही डिप्पल को किसी भी स्तर पर नहीं जानता हूँ । अतः डिप्पल से call History का Screen Shot सबूत के रूप में ग्रुप में पेश करने का कहा है परन्तु वह बार - बार गाली तथा धम्मकी देती रही है परन्तु ग्रुप में सबूत पेश नहीं किया । इस ग्रुप में मेरा धारावाहिक " शुभ दिन " प्रतिदिन प्रसारित होता था । इस ग्रुप में 126 सदस्य है जिसके अनेक एडिमन हैं । ग्रुप में बड़ें - बड़ें डाक्टर , वकील , पत्रकार , लेखक आदि  । इन सबके बीच में मुझे तथा मेरे परिवार को बुरी बुरी गाली दी तथा मुझे जान से मारने की धम्मकी देती रही । इससे मेरी छवि खराब हुई तथा मैं और मेरा परिवार दहशत मे आ गया । मैंने मीडिया क्लब पानीपत के कुछ सदस्यों को जानकारी दी । मीडिया क्लब पानीपत की उप - प्रधान महक दीवान ने बताया कि मै डिप्पल को जानती हूँ । जो सुमन भल्ला के काफी नजदीकी सम्बन्ध है । मैंने मीडिया क्लब पानीपत की श्रीमती रमा देवी , व हरिदास शास्त्री को लेकर एसपी कार्यालय दिनांक 24 जून 2016 को पहुंच गया । जहाँ पर एसपी रीडर से मुलाक़ात हुई और उन्हीं के निदेश पर प्रबंधक थाना शहर को शिकायत दे दी गई । इसके बाद थाना शहर के प्रबंधक से मिलने के कई प्रयास किए गए । परन्तु सफलता नहीं मिली । 13 जुलाई 2016 को डी जी पी : हरियाणा पुलिस , मुख्यमंत्री : हरियाणा सरकार , प्रधानमंत्री : भारत सरकार को रजिस्टर पत्र द्वारा शिकायत भेजी गई ।
इसी बीच अम्बाला से पता चला कि डिप्पल का पूरा नाम डिप्पल ग्रोवर है और दैनिक सवेरा टाइम्स ( जलन्धर - पंजाब ) का आई कार्ड भी उसके पास है । मैने तुरंत दैनिक सवेरा टाइम्स के कार्यालय में फोन मिलाय तो उन्होने छानबीन करके बताया कि हमारे पूरे ग्रुप में डिप्पल नाम की कोई महिला नहीं है । स्पष्ट हो गया है कि डिप्पल फर्जी पत्रकार है जो एक खबर बनाने तक का कोई अनुभव नहीं रखती है। हाँ ! बड़ें - बड़े पत्रकार संगठन के कार्यक्रम में शामिल अवश्य होती रहतीं है। यही कहीं से फर्जी पत्रकार कार्ड प्राप्त कर रखा है ।
मीडिया क्लब पानीपत के प्रधान श्री राकेश भयाना , संरक्षक श्री राकेश मित्तल , दिनेश मित्तल , उमेंद सिंह सहित ओम प्रकाश तागड़ा , कृष्ण लाल मोंगा , मदनमोहन मोहन आदि 19 अगस्त 2016 को थाना शहर के एस एच ओ. श्री सुरेश कुमार जी से मिलने पहुंचे तो सुरेश जी नहीं मिलें । मोबाइल पर समपर्क किया तो वह ना आने की मजबूरी गिनने लग गया । इससे स्पष्ट हो गया कि हमारे आने की जानकारी एस एच ओ को पहले ही मिल गई थी । जो हम में से ही किसी ने दी थी ।
इसके बाद मीडिया क्लब पानीपत के प्रधान श्री राकेश भयाना ने अपनी व्यक्तिगत अन्य संस्था के माध्यम से एस डी कालेज में कार्यक्रम रखा हुआ था । जिसके मुख्य अतिथि पुलिस विभाग के रोहतक रेंज के आई जी थे । एस डी कालेज पूरी तरह पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। मुख्य अतिथि के आने में समय था । उस कार्यक्रम का संचालन राकेश वर्मा कर रहा था । वह पुलिस के खिलाफ समस्याओं को पेश कर रहा था । उसने मुझे भी मंच पर बोलने के लिए आमन्त्रित कर लिया । मैं भी मंच पर पहुंच गया और सबके सामने डिप्पल वाली समस्या पेश कर दी । कार्यक्रम सफलतापूर्वक समाप्त भी हो गया । कुछ ही दिनों में मीडिया क्लब पानीपत के प्रधान श्री राकेश भयाना ने मेरी बिना जानकारी के किसान भवन में मीटिंग बुलाई । परन्तु मुझे फिर भी पता चल गया । मैं मीटिंग में पहुंच गया और प्रधान से मीटिंग के बारे में पूछा तो प्रधान ने बताया कि साधारण मीटिंग है । मीटिंग शुरू हुई तो पता चला कि मीटिंग तो मेरे खिलाफ बुला रखी है । मीटिंग में प्रधान ने मेरे ऊपर आरोप लगाया कि आपको मेरी व्यक्तिगत संस्था में डिप्पल के केश को उठाने का कोई अधिकार नहीं  था । इस मीटिंग में वे पत्रकार भी आये । जो कभी मीडिया कल्ब पानीपत का प्रधान ना बनने के कारण मीटिंग मे आना बन्द कर दिया था । मेरे सामने कोई बात  नहीं कर रहे थे । अलग अलग जाकर ग्रुप बना कर बातें करने लगें । अतः मुझे मीडिया क्लब पानीपत से बाहर निकलने की किसी ने हिम्मत नहीं जुटाई और खुद ही बारी - बारी से सभी ने WhatsApp मैसेज द्वारा मीडिया क्लब पानीपत से इस्तीफा दे दिया । अब एक दमं स्पष्ट हो गया कि डिप्पल को बचाने के लिए मीडिया क्लब पानीपत खत्म के कगार पर आकर खड़ा हो गया है । अब मैं और संरक्षक श्री राकेश मित्तल ही मीडिया क्लब पानीपत मे बचें ।  संरक्षक महोदय ने मीडिया का अर्थ बदल कर स्थानीय कवि और साहित्यकारों को जोड़ने शुरू कर दिया । कुछ कार्यक्रम भी हुये । परन्तु संरक्षक महोदय श्री राकेश मित्तल ने मुझे अपमानित करना शुरू कर दिया । एक मीटिंग में तो मेरे थैले से मीडिया क्लब पानीपत का रजिस्टर ही निकाल लिया गया । जिसकी सूचना तुरन्त संरक्षक महोदय श्री राकेश मित्तल को दे दी गई । दिनांक 14 अप्रैल 2017 को एम जे आर पब्लिक स्कूल की मीटिंग में मेरे खिलाफ बिना मेरा नाम लिये सारी हदें पार कर दी गई । उसके बाद फोन आते रहे, परन्तु मैने पीछे मुड़ कभी नहीं देखा । मेरी अधिकतम जानकारी से मीडिया क्लब पानीपत का अन्त हो चुका है । अतः एक महिला से मीडिया क्लब पानीपत का अन्त हुआ।

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