त्रिनेत्र गणेश मंदिर

त्रिनेत्र गणेश मंदिर 
***************

        त्रिनेत्र गणेश जी का मंदिर राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के रणथंभौर में टाइगर रिजर्व एरिया में स्थित है । इसे रणतभंवर मंदिर भी कहा जाता है । यह मंदिर 1579 फीट की ऊंचाई पर अरावली और विंध्याचल की पहाड़ियों में स्थित है ।
        महाराजा हमीर देव चौहान व दिल्ली के शासक अलाउद्दीन खिलजी का युद्ध 1299 से 1301 ईसवी के बीच, रणथंभौर में हुआ । इस दौरान 9 महीने से भी अधिक समय तक यह किला दुश्मनों के घेरे में रहा । दुर्ग में राशन सामग्री समाप्त होने लगी तब गणेश जी ने हमीर देव चौहान को स्वप्न में दर्शन दिए और उसी स्थान पर पूजा करने के लिए कहा, जहां आज यह गणेश जी की मूर्ति है । हमीर देव वहां पहुंचे तो उन्हें वहां स्वयंभू प्रकट गणेश जी की प्रतिमा मिली । हमीर देव ने यहां मंदिर का निर्माण करवाया ।
         इस मंदिर में भगवान गणेश, त्रिनेत्र के रूप में विराजमान हैं जिसमें तीसरा नेत्र ज्ञान का प्रतीक माना जाता है । पूरी दुनिया में एक ही मंदिर है जहां गणेश जी अपने पूरे परिवार के साथ विराजमान हैं । देश में चार स्वयंभू गणेश मंदिर माने जाते हैं जिनमें रणथंभौर स्थित गणेश जी प्रथम है । त्रिनेत्र गणेश जी की परिक्रमा 7 किलोमीटर के लगभग है । जयपुर से इस मंदिर की दूरी 142 किलोमीटर के लगभग है ।
         यहां की प्राकृतिक सुंदरता देखते ही बनती है । प्रथम पूज्य गणेश जी को शुभ कार्य में निमंत्रण देने, अपनी परेशानियों से निजात पाने, अपने मनोरथ पूरे करने के लिए प्रतिदिन हजारों निमंत्रण पत्र और चिठ्ठियां यहां पहुंचती है । कहते हैं यहां सच्चे मन से मांगी गई मुराद पूरी होती है ।

                       - बसन्ती पंवार 
                     जोधपुर - राजस्थान
==================================


सूचना को ध्यान से पढें
*****************
       जय माता दी
      

              अपने आसपास के  मन्दिर
              ********************
           

     नवरात्र के शुभ अवसर पर " अपने आसपास के मन्दिर "  ई - पुस्तक तैयार हो रही है । जिसमें आप अपने गांव / शहर के विशिष्ट  मन्दिर का फोटों ( मन्दिर के प्रमुख गेट का पूरा फोटों व मन्दिर के अन्दर किसी भी देवी का फोटों ) व  मन्दिर के इतिहास पर लेख ( लेख में मन्दिर के पुजारी का नाम व मन्दिर के प्रधान का नाम अवश्य उल्लेख करें ) तैयार कर के WhatsApp ( 9355003609) पर भेजें ।  अपना फोटों , नाम व पता अवश्य भेजें । शामिल सभी लेख को डिजिटल सम्मान से सम्मानित किया जाऐगा ।

                          निवेदन
                      बीजेन्द्र जैमिनी
                    जैमिनी अकादमी
            पानीपत - 132103 हरियाणा
         WhatsApp No. 9355003609


                    

Comments

Popular posts from this blog

वृद्धाश्रमों की आवश्यकता क्यों हो रही हैं ?

हिन्दी के प्रमुख लघुकथाकार ( ई - लघुकथा संकलन ) - सम्पादक : बीजेन्द्र जैमिनी

लघुकथा - 2023 ( ई - लघुकथा संकलन )