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Showing posts from October, 2025

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे की गिरफ्तारी को कोर्ट में चुनौती

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ADGP वाई पूरन कुमार की पत्नी पहुंचीं कोर्ट

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देसी पत्रकार करमू के सवाल पर मचा बवाल

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बिहार चुनाव के लिए NDA का घोषणा पत्र जारी

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हरियाणा से भारत के पहले CJI बनेंगे जस्टिस सूर्यकांत

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लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल स्मृति सम्मान -2025

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        कहते हैं कि सोच बहुत बड़ी होती है। जैसी सोच वैसा फल मिलता है। फिर ये सोच कहां से आती हैं।‌ सोच के ऊपर ही जीवन की दिशा तय हो जातीं है।‌ जिस से भविष्य बनता है। यही कुछ जैमिनी अकादमी की चर्चा परिचर्चा का प्रमुख विषय है। अब आयें विचारों में से कुछ विचार पेश करते हैं : -       जिस इंसान की जितनी अच्छी सोच होगी।उसका भविष्य उतना ही सुन्दर और सार्थक होगा।उसके लिए हमें परिश्रम और संघर्ष करने होंगे।बार_बार कोशिश करने से लोग सफल होते हैं।हमेशा अच्छी सोच से भविष्य बनते हैं।जिस प्रकार से हमारी सोच, परिश्रम,लगन एवं संघर्ष करने पड़ेंगे,उसी तरह हमारे भविष्य बनेंगे।जिस क्षेत्र में हमारी अभिरुचि होगी,जहां हम मेहनत करेंगे, सफलता चरण चूमेगी और हमारा भविष्य अच्छा होगा।  - दुर्गेश मोहन    पटना - बिहार        बिल्कुल सही हमारी सोच ही हमारा भविष्य बनाती है। सोच सकारात्मक होनी चाहिए। यदि अच्छी सोच होगी तो अच्छे काम होंगे। जैसी दृष्टि होती है वैसी ही सृष्टि नज़र आती है। चारों ओर का वातावरण भी स...

सरदार पटेल की जयंती पर अब हर साल गुजरात में होगी गणतंत्र दिवस जैसी भव्य परेड

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किडनैपर रोहित आर्य का खेल खत्म

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सुकुमार राय स्मृति सम्मान - 2025

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        काग़ज़ अपने आप में एक पूरी दुनिया है। बिना काग़ज़ के दुनिया कैसी थी। कल्पना कर के देखें। शायद सिर्फ जंगल ही जंगल होगा । अब तो बिना काग़ज़ के दुनिया की कल्पना हो सकती है। परन्तु पहले ऐसा नहीं था। अब काग़ज़ पर प्रेम पत्र लिखा हो या मेडिकल रिपोर्ट । ये सब जीवन में बहुत कुछ महत्व रखते हैं। आज़ काग़ज़ की दुनिया बहुत बड़ी है।‌ यही कुछ जैमिनी अकादमी की चर्चा परिचर्चा का विषय है। अब आयें कुछ विचारों को पेश करते हैं :-        यह सत्य है कि कागज स्वयं नहीं रोते बल्कि उनके ऊपर अंकित लिखावट कभी रुला देती हैं साथ ही पूरा जीवन ही बदल देती है। यदि कोई व्यक्ति अपनी मेडिकल रिपोर्ट में जीने की आशंका ना रहने की रिपोर्ट पढ़ता है तो वह तन मन से तथा पूरे परिवार के साथ भयंकर रूप से दुखी और जीवन से निराश हो जाता है और ना रुकने वाले आंसुओं के साथ कभी-कभी जीवन को समाप्त ही कर बैठता है ।सोचने समझने की शक्ति भी उसकी चली जाती है, धैर्य भी जवाब देने लगता है। और वहीं इसके विपरीत यदि किसी व्यक्ति  के हाथ में प्रेम पत्र हो तो उसे अपना वर्तमान और भ...