सौ का नोट

       कालिया को कक्षा से बाहर निकालते हुए अध्यापक ने चेतावनी दी - " जब तक तुम स्कूल की फीस का सौ का नोट नहीं लेकर आता है तों तुम्हें कक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा।"
       कालिया चुपचाप बस्ता कंधे पर लटकाएं हुए जैसे ही स्कूल से बाहर सड़क पर आता है तों एक रिक्शा वाला आ कर रूकता है। उससे एक सवारी उतरते हुए , रिक्शा वाले को पैसे देकर अपना पर्स जेब में रखने लगता है। परन्तु पर्स जेब से नीचे गिर जाता है और संवारी आगे बढ़ जाती है। रिक्शा वाला भी चला जाता है।
       परन्तु कालिया को सब कुछ नज़र आ रहा है। वह दौड़ कर पर्स उठाया और पर्स को खोलता है। उसमें सौ का नोट नजर आता है । कालिया को स्कूल जाने का सपना सहंकार होता नजर आने लगता है। इतने में पर्स का मालिक भी आ जाता है और कहता है - " ये पर्स तो मेरा है ! "
       कालिया चौंकते हुए कहता है - " हां! पर्स तो आप का ही है। " और कालिया उसे पर्स दे देता है। कालिया को स्कूल जाने का सपना टूटता नजर आता है।
        पर्स का मालिक पर्स को खोल कर चैक करता है और कहता है - " ये पर्स मुझे मेरी प्रेमिका ने दिया है। तुम ने मुझे मेरा पर्स लौटा कर मेरी जान बचा दी है।"
       कालिया तो पर्स मालिक को देखते हुए सिर्फ- सिर्फ स्कूल जाने का सपना टूटता नजर आता है। पर्स मालिक धन्यवाद करता हुआ पर्स का इकलौता सौ का नोट कालिया की जेब में डाल कर चल देता है।
         कालिया खिल खिला उठता है और स्कूल की ओर दौड़ पड़ता है।
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