भवपार संहिता मोक्षदा

          " भवपार संहिता मोक्षदा " ग्रन्थ का संकलन एवं लेखक डॉ. महेन्द्र शर्मा है।
            ग्रन्थ शास्त्री परिवार, उपमन्यु परिवार, ब्रह्मी परिवार के पावन स्मृति में श्रद्धां सुमन के रूप में है। इसके तुरंत बाद जय माता दी ( मां शेरा वाली ) , श्री राधे कृष्ण, शिव परिवार , राम दरबार, भगवान विष्णु, आदि के फोटो दिए गए हैं।
          जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी दिव्यानंद तीर्थ, स्वामी दिव्यानंद भिक्षु , स्वामी हंसदेवाचार्य जी महाराज आदि का संदेश दिया है।
         तिथियां, उनके देवता एवं तिथियों के अनुसार पर्व पर विस्तृत प्रकाश डाला गया है। ग्रन्थ में विभिन्न जयन्ती, त्योहार व उत्सव आदि की जानकारी दी गई है।  पानीपत के विभिन्न तीर्थ जैसे :- श्री देवी मंदिर, बाबा जोध सचियार, बू अली शाह कलंदर, बाबा कांशीगिरी मन्दिर, श्री प्रेम मंदिर आदि की पूरी पूरी जानकारी दी गई हैं।
         सन्त भाई नारायण सिंह, प. बाल गंगाधर तिलक, आचार्य विनोबा भावे, निष्काम सेवक श्री गोविन्द राम जी बांगा, दानवीर शिरोमणि श्री इन्द्रभान ढींगरा, श्री गुरु प्रसाद बंसल, दानवीर श्री प्रकाश चन्द्र बजाज, लाला लाजपत राय, ब्राह्मण शिरोमणि प. मदन लाल शास्त्री, उस्ताद नंदलाल जी, आदि व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला गया है।
      विभिन्न वारों के व्रत की जानकारी दी गई है। हर हिन्दू परिवार के लिए उपयोगी पुस्तक है। पुस्तक का प्रकाशक श्रीमती अंजना शर्मा

                  मुद्रक एवं प्रकाशन
शास्त्री मैमोरियल ज्योतिष एवं आयुर्वेद सविर्सिज़
    1, नेता जी कालोनी, बाबा गंगापुरी रोड़,
            पानीपत - 132103 हरियाणा

                                     - बीजेन्द्र जैमिनी
                                          समीक्षक

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