मधुप बैरागी से साक्षात्कार

मूल नाम :-भूरचन्द जयपाल
जन्म :-29 अप्रैल 1972 , बीकानेर - राजस्थान 
शिक्षा:- एम. ए. ( हिंदी व इतिहास)
बी.एड.

प्रकाशित पुस्तकें :- 

1. जिंदगी अगर शायरी होती, 
2. यादों के सफर में 

विशेष : -

- भाषा सहोदरी सोपान 4.5 व 6 में प्रकाशित रचनाऐं 

पता :
7/204 ,  मुक्ता प्रसाद नगर ,  बीकानेर - राजस्थान 
प्रश्न न.1 - आपने किस उम्र से लिखना आरंभ किया और  प्रेरणा का  स्रोत क्या है ? 
उत्तर - 18 वर्ष की उम्र में ,  मेरे मित्र मेरे प्रेरणा स्रोत रहे

प्रश्न न. 2 - आप की पहली रचना कब और कैसे प्रकाशित या प्रसारित हुई है ?
उत्तर - 1991 में  मण्डप में पहुँचने से पहले शीर्षक से अम्बेडकर शताब्दी समारोह में प्रकाशित स्मारिका में प्रकाशित हुई

प्रश्न न. 3 - आप किन-किन  विधाओं में लिखते हैं और सहज रूप से सबसे अधिक किस विधा में लिखना पंसद करते हैं ?
उत्तर - कविता ,गद्य लेखन सबसे अधिक काव्य लेखन में लिखना पसन्द है।

प्रश्न न. 4 - आप साहित्य के माध्यम से समाज को क्या संदेश देना चाहते हैं ?
उत्तर - समाज की संकीर्ण मानसिकता को दूर कर समता की भावना भरना चाहता हूँ। जिसमे अमीर गरीब, उच्च नीच ,स्त्री पुरुष की मानसिकता से ऊपर उठकर गुण ग्रहण की प्रवृति समाज को अपनानी चाहिए।

प्रश्न न. 5 - वर्तमान साहित्य में आप के  पसंदीदा लेखक या लेखिका की कौन सी  पुस्तक है ?
उत्तर - जिंदगी अगर शायरी होती

प्रश्न न. 6 - क्या आपको आकाशवाणी एवं दूरदर्शन पर प्रसारित होने का अवसर मिला है ? ये अनुभव कैसा रहा  है ?
उत्तर - मैंने कभी इस ओर प्रयास ही नहीं किया

प्रश्न न. 7 - आप वर्तमान में कवि सम्मेलनों को कितना प्रासंगिक मानते हैं और क्यों?
उत्तर - सामाजिक परिप्रेक्ष्य में कवि सम्मेलन प्रासंगिक इसलिए है कि यहाँ आकर एक दूसरे के विचारों का आदान प्रदान होता है और आपस मे मिलकर सामाजिकता का विकास होता है। यह तनावमुक्ति का साधन भी है।

प्रश्न न. 8 - आपकी नज़र में साहित्य क्या है  तथा  फेसबुक के साहित्य को किस दृष्टि से देखते हैं ?
उत्तर - साहित्य भावों का एक पुंज है जो व्यक्ति को अपनी आत्मीयता से जुड़ने का मौका देता है। फेसबुक का साहित्य विविधताओं भरा है , हमें कौनसे साहित्य को अपनाना है यह हम पर निर्भर करता है वैसे फेसबुक पर अच्छा साहित्य भी बहुतायत से मिलता है।

प्रश्न न.9 - वर्तमान  साहित्य के क्षेत्र में मिलने वाले सरकारी व गैर सरकारी पुरस्कारों की क्या स्थिति है ?
उत्तर - साहित्य के क्षेत्र में पुरस्कार की बात करते है तो यह एक विचारधारा ग्रुपिंग का मामला भी कह सकते हैं और यहाँ अप्रोच भी काम करती है । वैसे अच्छे साहित्यकार को पुरस्कार की मंशा नहीं रखनी चाहिए  । चाहे सरकारी या गैर सरकारी हो।

प्रश्न न. 10 - क्या आप अपने जीवन की महत्वपूर्ण घटना या संस्मरण का उल्लेख करेगें ? 
उत्तर - नहीं

प्रश्न न. 11 - आपके लेखन में , आपके परिवार की क्या भूमिका है ? 
उत्तर - अपेक्षित सहयोग की अपेक्षा बाधा ज्यादा है।  जिस कारण से मैंने लेखन भी बंद कर रखा है।

 

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