डॉ. बीजेन्द्र कुमार जैमिनी : बिम्ब प्रतिविम्ब
' डॉ. बीजेन्द्र कुमार जैमिनी : बिम्ब प्रतिविम्ब ' विषयक पत्र मय प्रति प्राप्त हुआ , धन्यवाद ! डॉ. जैमिनी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को अकं में सफलतापूर्वक समायोजित किया गया है । सचमुच डॉ. जैमिनी की साहित्य साधना व हिन्दी साहित्य प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने का प्रयास प्रशंसनीय है । कई रचनाकारों के शब्दों में डॉ. बीजेन्द्र का साहित्य दर्पण बिम्ब - प्रतिबिम्ब में बखूबी प्रदर्शित किया है । डॉ. जैमिनी साहित्य के प्रगति सोपान पर निरंतर आगे बढते हुए अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित हो , यही कामना है ।
हे हिन्दी साघक ,
तम हो प्रकाशमान
कर रहे हो उजाला
बह रही है साहित्य की
अविरल धारा
स्वयं की चिन्ता नहीं
दुसरो को मिलता रहें
निरंजन सम्मान
बढ़े हिन्दी का मान
सचमुच जैमिनी
तुम हो महान !
- श्री गोपाल ' नारसन '
333, गणेशपुर , रुड़की - 247667
उत्तर प्रदेश
दिनांक : 04 जून 1999
Comments
Post a Comment