एस डी बर्मन स्मृति सम्मान - 2025

        अनुभव की भट्टी में तपने वाले ही तरक्की करते हैं । जो समाज को , देश को दिशा प्रदान करते हैं । कहीं ना कहीं समाज में उच्च रूतबा हासिल करते हैं। यह सब अनुभव से हासिल होता है। यही कुछ जैमिनी अकादमी की चर्चा परिचर्चा का प्रमुख विषय है। विचार , फेसबुक , X , WhatsApp आदि पर आयें विचारों में से कुछ विचारों को पेश किया जा रहा है :-
       अगर हम किताबी ज्ञान  और अनुभव की बात करें तो अनुभव किताबी  ज्ञान  से  अलग आंका गया है अनुभव का ज्ञान  व्यक्तिगत, सहज और व्यवहारिक होता है जिसे दुसरों को समझाना या‌ दोहराना कठिन हो सकता है,यह एक ऐसी  शिक्षा है जिससे साधारण व्यक्ति को भी असाधारण  सफलता मिल सकती है क्योंकि अनुभव ही हमें समस्याओं को समझने और समाधान खोजने की क्षमता  देता है तो आईये आज इसी बात पर चर्चा करते हैं कि  अनुभव की भट्ठी में तपने वाले ही दुनिया में राज‌ करते हैं मेरा मानना है कि जीवन में अनुभव ही व्यक्ति को ज्ञान  और समझ प्रदान करते हैं और इसी से व्यक्ति सफल होने की क्षमता  प्राप्त करता है,अनुभव न केवल सफलता‌ओं के लिए मार्गदर्शन करता‌ है बल्कि असफलता‌ओं से  भी‌ सीख लेने का अवसर देता है यही नहीं किन रास्तों पर चलना चाहिए किन पर नहीं चलना चाहिए हमें अनुभव ही सिखाता है,यह एक‌ ऐसा मार्गदर्शक है जो हमें जीवन की सच्चाईयों से परिचित कराता है तथा हमें मुश्किलों का सामना करने, गलतियों से सीख लेने और आत्मविश्वास रख‌ कर चलने का सबक सिखाता है,अगर अनुभव की भट्ठी की बात करें तो इसका मतलब जिस व्यक्ति ने  जीवन में संघर्षों और मुश्किलों का‌‌ सामना किया हो वोही व्यक्ति जीवन के बाजार में मुल्यवान होता है जिस प्रकार  सोना आग में तप कर कुंदन बन जाता है उसी प्रकार अनुभवी व्यक्ति अनुभव की आग‌ में तप कर सफल और सम्मानित बनता है, और ऐसे अनुभवी व्यक्ति दुनिया में अपनी जगह बना कर राज करते हैं, अन्त में यही कहुंगा कि जीवन में अनुभव होना बहुत जरूरी है बिना अनुभव के  सफलता बहुत कम मिलती है  लेकिन अनुभव की भट्ठी ‌ से निकला व्यक्ति आंतरिक रूप से मजबूत होता है और कहीं भी‌ कामयाब हो कर अपनी जगह बना लेता है और दुनिया में राज करता है क्योंकि अनुभव से बड़ा कोई ज्ञान नहीं होता  इसलिए जीवन में अनुभव होना या‌ लेना बहुत जरूरी है देखा जाए बचपन से लेकर बुढापे तक के सफर में हर व्यक्ति को कोई न कोई अनुभव मिलता  ही रहता है बशर्ते हम अनुभवों से‌ सीख लेकर अपनी जिंदगी को सफल बनाने में  कामयाबी हासिल करें तभी तो कहा है कि एक बात सीखी है मैंनें तजुर्बों से की सीखने की कोई उम्र नहीं होती,तजुर्बा या अनुभव वो गहना है जनाव जो लिया तो जा सकता है मगर छोडा नहीं जा सकता ।

   - डॉ सुदर्शन कुमार शर्मा

   जम्मू - जम्मू व कश्मीर 

        जो अनुभव की भट्टी में तपकर, संघर्ष करते हुए सफलता के शिखर पर पहुंचते हैं, वे कर्मठ ही दुनिया पर राज करते हैं. जिन्होंने संघर्ष ही नहीं किया, असफलता का स्वाद ही नहीं चखा, अनुभव प्राप्त कर स्वविवेक से काम ही नहीं लिया, जो असलियत को जान ही नहीं पाए, नकली चकाचौंध के पीछे भागते रहे, वैर-क्रोध-ईर्ष्या को गले लगाते रहे, वे सफलता के स्वाद को क्या जानेंगे और कैसे दुनिया पर राज करेंगे!

   - लीला तिवानी 

   सम्प्रति - ऑस्ट्रेलिया

     अनुभव आता है संघर्ष से संघर्ष से मिलती है विजय । निरंतर अपने उद्देश्य की प्राप्ति में जो लोग संलग्न रहते हैं वे ही कामयाबी का परचम फहराते हैं। जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाये तब तक निरंतर कार्य करते रहना चाहिए। जो बाधाओं के आगे डर कर आत्म समर्पण कर देते हैं और कार्य को अधूरा छोड़ देते हैं। वे असफल हो जाते हैं और फिर भाग्य को कोसने लगते हैं। अहर्निश कार्य करना ही सफलता की कुंजी है और ऐसे लोग ही देश, दुनिया पर राज करते हैं।

 - डॉ. अवधेश कुमार चंसौलिया 

       ग्वालियर - मध्यप्रदेश 

       अनुभव हीन इंसान महान नही बन सकता, जैसे सोने को चमकने से पहले आग में तपना पड़ता है | वैसे ही मनुष्य को अनुभव और मेहनत की आग में तपना पड़ता है |

कबीरा कहे कुम्हार से, 

तप तप मिट्टी सोना होय! 

जब बच्चा छोटा होता है और चलना सीखता है तो बार बार ठोकर लग के गिरता है और यही अनुभव उसे मजबूत बनाते है और चलना सिखाते है | इसी प्रकार व्यक्ति बचपन से अनुभव की भट्टी में पकता है और सीखता है! 

    - संध्या चतुर्वेदी

   बंगलौर - कर्नाटक 

        यह एक मुहावरे की तरह माना जा सकता है। आशय यह कि जो जीवन में मुश्किलों से घबराते नहीं हैं और हिम्मत और हौसला  रखते हुए उनका सामना करते हैं, निदान के रास्ते निकाल लेते हैं, वही सफल होकर सुख-समृद्धि पाने में सफल हो जाते हैं और जब सफलता मिलती है तब जो उत्साह और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यही संघर्ष अनुभव बनकर औरों के लिए प्रतीक और प्रेरणा बन जाता है।  वास्तव में यही दुनिया में राज करने जैसा होता है। जीवन का उद्देश्य और मुकाम भी यही होता है। सार यही कि जीवन में आने वाली मुश्किलों से कभी घबरायें नहीं, हिम्मत न हारें बल्कि उनका डटकर मुकाबला करें और परिश्रम एवं विवेक से निदान करें। कहा भी गया है, " घड़ी भर का दुख, सब जन्म का सुख।"

   - नरेन्द्र श्रीवास्तव

  गाडरवारा - मध्यप्रदेश 

           जिस तरह से सोना आग में तपने के बाद शुद्ध और खरा होता है,वैसे ही मनुष्य समय के अनुभव की कसौटी में तपने के बाद कुंदन हो जाता है और उसके अपने अनुभव के आधार पर उसके मुख से भी नपे-तुले और सत्य शब्द ही निकलते हैं।इस सत्यता और पवित्रता का सभी सम्मान करते हैं और अनुभव के द्वारा प्राप्त किये सिद्धांतों को अपने व्यवहार में भी शामिल कर लेते हैं।

    - वर्तिका अग्रवाल 'वरदा'

    वाराणसी - उत्तर प्रदेश 

        जो जितनी मेहनत करेगा याने  अनुभव की भट्टी में तपतें हैं, वहीं दुनियां पर राज करते हैं, यह सत्य है। खाली-पीली रहकर जो सपने  देखते है, सपने ही देखते रह जाते है, जो जीवन में किसी भी प्रकार की सफलता अर्जित नहीं कर सकता और अपने कर्मों को कोसते रह जाता है। जैसा कर्म करेगा वैसा फल प्राप्त होगा। किसी भी तरह की परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए भट्टी में तपना परता है। जहाँ हमनें अनेको  विद्वानों को देखा परखा है, उन्होंनें दुनियां में राज किया है और कर रहे है। कई तो ऐसे रहते है नकल मार कर, किसी की आत्मविश्वास को ठेस पहुंचाकर पदासीन होते है, इसे अनुभव हीनभाव कहा जा सकता है? आज देखने को मिल रहा है!

- आचार्य डाॅ.वीरेन्द्र सिंह गहरवार "वीर"

         बालाघाट - मध्यप्रदेश

     जो अनुभव की भट्टी में तपते हैं, वहीं दुनियां पर राज करते हैं। जीवन में जिंदगी के अंतिम क्षण तक जो हम सीखते हैं वह हमारा अनुभव है। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। समाज में रहते उसे खट्टे, मीठे सभी अनुभव मिलते हैं। जिस कार्य को हम अंजाम देते हैं और उससे जो फल मिलता है अथवा प्रतिक्रिया होती है वहीं हमारा अनुभव बन जाता है,जो हमारे ज्ञान के रुप में संग्रहीत रहता है। जीवन में हमें अनेक अनुभवों से गुजरना होता है... संघर्षों का अनुभव, व्यवहारिक अनुभव, विवेक और बुद्धि के  साथ बोलने का अनुभव, छोटे बड़े के मान-मर्यादा का अनुभव, मित्र बनाने का अनुभव, पारिवारिक सुख -दुख का अनुभव। अनुभव की इन सभी भट्टियों से तपकर ही तो हम कंचन बन निखरते हैं एवं जीवन में आने वाली हर तरह की कठिनाईयों का सामना करने की क्षमता रखते हैं। जीवन में जिसने हार-जीत, सुख-दुख एवं संघर्ष से मिले अनुभव के फल का स्वाद चख लिया है वहीं दुनिया में राज करते हैं।

 - चंद्रिका व्यास 

  मुंबई - महाराष्ट्र 

       सत्य वचन जो अनुभव की भट्टी में तपते हैं वही दुनिया पर राज करते हैं. किताबी ज्ञान पढ़ कर तो कोई भी ज्ञान हासिल कर सकता है पर किताबी ज्ञान हर जगह काम में नहीं आता है परंतु अनुभव हर जगह काम आता है. मिट्टी के बर्तन जब तक भट्टी में नहीं पकते हैं तब तक किसी काम के नहीं होते हैं. पानी रखो गल जायेगी. पर वही भट्टी में पकने के बाद उसमें कुछ भी रखिए उसे कोई फर्क़ नहीं पड़ता है. ठीक उसी तरह अनुभव की भट्टी में जो पक जाते हैं वे कहीं भी सहज हो सकते हैं. और कोई भी काम कर सकते हैं. 

  - दिनेश चंद्र प्रसाद "दीनेश "

       कलकत्ता - पं. बंगाल 

         आपका यह वाक्य एक बहुत ही गहरी जीवन-दृष्टि प्रकट करता है। जो लोग जीवन की कठिनाइयों, संघर्षों और अनुभवों की भट्टी में तपते हैं, वही सच्चे मायनों में परिपक्व होते हैं। कठिनाइयाँ और संघर्ष ही किसी व्यक्ति को मजबूत बनाते हैं और जब व्यक्ति मजबूत होता है तो उसके विचार, उसका व्यक्तित्व और उसका कर्म सब प्रभावशाली हो जाते हैं। ऐसे ही लोग समाज, राष्ट्र और दुनिया पर अपनी छाप छोड़ते हैं। जीवन कोई फूलों की सेज नहीं है। यहाँ हर कोई संघर्ष करता है। लेकिन जो लोग कठिनाई देखकर पीछे नहीं हटते, बल्कि उसे धैर्य और साहस से सहते हैं, वे ही दुनिया के लिए प्रेरणा बनते हैं। सोना भी तपकर ही कुंदन बनता है। उसी तरह मनुष्य भी तपकर ही महानता को प्राप्त करता है। अनुभव की भट्टी ही उसे सिखाती है कि जीवन में असली मूल्य क्या हैं। इसलिए जो तपते हैं, वही चमकते हैं। और जो चमकते हैं, वही दूसरों का मार्ग आलोकित करते हैं।संक्षेप में कहें तो यह वाक्य यह संदेश देता है कि सफलता और नेतृत्व का असली आधार संघर्ष और अनुभव है।

 - डाॅ. छाया शर्मा

 अजमेर - राजस्थान

       उक्त पंक्ति एक गहरा जीवन दर्शन समेटे हुए है। वास्तव में जो लोग कठिनाइयों, संघर्षों और अनुभवों की भट्टी में तपते हैं, वही जीवन के असली विजेता बनते हैं। बिना संघर्ष के सफलता का मूल्य समझा ही नहीं जा सकता। भट्टी में तपने का अर्थ है—दुख, परिश्रम, असफलताएँ, अपमान और कठिन परिस्थितियों को झेलना। जब कोई व्यक्ति इन्हें सह लेता है और हार नहीं मानता, तो उसमें ऐसी दृढ़ता और परिपक्वता आ जाती है कि वह किसी भी परिस्थिति का सामना करने में सक्षम हो जाता है। यही गुण उसे समाज में नेतृत्व और प्रभाव का अधिकार दिलाते हैं।यही कारण है कि इतिहास साक्षी है कि महान नेता, क्रांतिकारी, विचारक और संत सभी संघर्ष की भट्टी में तपकर ही महान बने। जिनमें अनुभव का तेज़ है, वही स्थायी रूप से समाज और दुनिया पर छा जाते हैं। निष्कर्ष यही है कि अनुभव और संघर्ष से तपकर ही व्यक्ति सच्चा शासक, नेता और मार्गदर्शक बनता है। 

 - डॉ. इंदु भूषण बाली 

 ज्यौड़ियॉ , (जम्मू) - जम्मू और कश्मीर 

      परिश्रम,लगन और संघर्ष से मिली सफलता टिकाऊ होती है।जो इंसान मेहनत करते हैं।वे आगे बढ़ते हैं।जो इंसान परिश्रम के बाद अनुभव प्राप्त करते हैं।वे कारगर होते हैं। सच्चाई यह है कि जो मनुष्य भट्टी में तपकर अनुभव हासिल करते हैं।वे दुनिया पर राज करते हैं।इंसान के लिए अनुभव एक विशेष गुण है।जिस क्षेत्र में मुझे अनुभव होगा।वहां हम विजय प्राप्त करेंगे।इसलिए हमें अनुभव की विशेषता को समझते हुए अनुभवी बनना चाहिए,जिससे लोगों का कल्याण हो सके।

        - दुर्गेश मोहन

         पटना - बिहार

   " मेरी दृष्टि में " अनुभव को शिक्षा से भी अधिक महत्व दिया गया है। फिर भी शिक्षा को अनिवार्य के रूप में देखा जाता है। परन्तु अनुभव के बिना शिक्षा भी अधूरी है। ऐसे में अनुभव बहुत जरूरी है।  कई बार तो सिर्फ अनुभव के आधार पर भी सफल प्राप्त करने में सफल रहते हैं।

        - बीजेन्द्र जैमिनी 

      (संचालन व संपादन)

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