अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के केस में सीबीआई जांच क्या आवश्य हो गई है ?

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के केस में बहुत कुछ , रोज - रोज खुलासे हो रहे हैं । ऐसे केसों में पुलिस जांच को आरोपी  भड़काने का पूरा - पूरा प्रयास करते है । परन्तु सीबीआई की जांच में कुछ भी छुपाया नहीं जा सकता है । यही " आज की चर्चा " का प्रमुख उद्देश्य है। अब आये विचारों पर प्रकाश डालते हैं : -
 अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के केस में सीबीआई जांच का मुद्दा जोर पकड़ रहा है क्योंकि बिहार में चुनाव है। बिहार में जेडीयू और बीजेपी की सरकार कोरोना का कहर से निपटने में नाकाम साबित हो रही है। लोग उचित इलाज के बिना मर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री को हटाने की मांग हो रही है। बाढ़ से कई जिला बुरी तरह प्रभावित है। ऐसी स्थिति में वहां की जनता का ध्यान ज्वलंत मुद्दों से हटा कर सीबीआई का मुद्दा उठाकर वहां के लोगों को खुश करने का तरीका और चुनावी प्रपंच है।
     हो सकता है सुशांत की हत्या आत्महत्या हो।पर अभी मुंबई पुलिस जांच कर रही है। इतनी जल्दी सीबीआई के लिए राजनेताओं के द्वारा मांग उठाना शक पैदा करता है। वैसे भी भारतीय मीडिया और राजनेता किसी एक व्यक्ति के मौत को सुर्खियां बनाने में माहिर हैं। बीमारी से हो रही हजारों मौतों पर चुप्पी साध लेते हैं। मेरा मानना है हर व्यक्ति का जीवन अनमोल होता है। सब अपने मां-बाप के आंखों के तारे होते हैं।
   केंद्र सरकार अभी बिहार में कोरोना के फैलते संक्रमण को रोकने हेतु और अस्पतालों की लचर व्यवस्था को ठीक करवाने में अपना योगदान दी होती तो हम मानते कि राजनेताओं द्वारा इतनी जल्दी सीबीआई द्वारा जांच की मांग उठाना चुनावी प्रोपेगेंडा नहीं है।
                          - सुनीता रानी राठौर
                 ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश
      अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत अब इस दुनिया में नहीं हैं। इस बात का हर भारतीय को खेद है। क्योंकि वह एक होनहार व्यक्ति के रूप में उभर कर आए थे। कहते हैं 'होनहार बिरवान के होत चीकने पात' मुहावरा अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत पर चरितार्थ होता है।
      कहते हैं वह स्कूली स्तर की शिक्षा में ही बहुत ऊंचे ही नहीं बल्कि इंजीनियरिंग भी अच्छे अंकों में उत्तीर्ण की थी। उसके चंद वर्षों बाद ही वह फिल्म इंडस्ट्री में आए और छा गए। जिससे उस वर्ग में अचम्भे का विषय था कि कल का छोकरा आज एक प्रचलित अभिनेता बन गया है। यही नहीं लोग भी उनकी प्रशंसा के पुल बांधते थे। लेकिन उनकी तथाकथित आत्महत्या के उपरांत लोगों के मन में यही धारणा बनी हुई है कि उनकी रहस्यमई मृत्यु का राज अभी तक क्यों नहीं खुल रहा? जिस पर निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
      यह भी सुना जा रहा है कि महाराष्ट्र पुलिस छानबीन करने में असमर्थ सिद्ध हो रही है। जबकि बिहार पुलिस भी उसकी जांच पर जुटी हुई है। लेकिन बिहार पुलिस को जांच पर खुलकर खुलासा करने से रोका जा रहा है। किन्तु अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का समस्त परिवार माननीय प्रधानमंत्री जी से सीबीआई जांच की गुहार लगा रहा है।यह सच भी और अनिवार्य भी हो गया है। क्योंकि जांच दिन प्रति दिन लम्बी होती जा रही है और महाराष्ट्र पुलिस अभी तक उसकी मृत्यु का कोई भी सुराग ढूंढ पाने में असफल सिद्ध हो चुकी है।
      इसलिए क्यों ना अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के केस की जांच सीबीआई को सौंप दी जाए। ताकि सच्चाई सामने आए और उनके परिवार सहित अन्य चहेतों को भी संतुष्टि हो सके।
- सुदर्शन कुमार शर्मा
जम्मू - जम्मू कश्मीर
     भारत के युवा अपने स्तर से  उभरते हुए कलाकार स्व.सुशांत सिंह राजपूत ने जाते-जाते विभिन्न रहस्य को वृहद स्तर पर छोड़ चले गये। भविष्य की पृष्ठभूमि में परिवार जनों को बृजपात सहन करने के साथ-साथ उन रहस्यात्मक तथाकथित तथ्यों को भी सामने प्रस्तुत कर मूल हत्यारों को सामने लाना ही नहीं बल्कि जो सुशांत के निकटतम प्रतिद्वंद्विता को समाप्त करना भी प्रतीत होता हैं। हाल ही में स्व.सुशांत के पिताश्री ने बिहार पुलिस मुख्यालय में रिपोर्ट दर्ज कर बैंक खाते में जमा रुपयों के संबंधों में अवगत कराते हुए निष्पक्ष निर्णय लेने निवेदन किया हैं। जिसके कारण बिहार-मुंबई पुलिस आमने-सामने आ गये हैं। लेकिन बिहार राज्य के मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा हैं, कि स्व.सुशांत के पिताश्री सी.बी.आई. हेतु आवेदित करते हैं, तो उन्हें सहयोग दिया जायेगा । परंतु दूसरी ओर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने इस विषय में स्थितियां स्पष्ट नहीं किया हैं। स्व.सुशांत के पिताश्री के साथ ही साथ निकटतम दोस्तों के माध्यम से सी.बी.आई. जांच अनिवार्य रूप से किया गया तो वास्तविक तथ्यों को उजागर करने में सुविधा होगी। एक ओर स्व.सुशांत की पूर्व प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष पृष्ठभूमियों में जो भी घटित हुआ, निकटवर्तियों को ही स्पष्ट मालुम हैं, जिन्हें सी.बी.आई. के माध्यमों से खुलासा किया जा सकता हैं। तदसंबंध में दोनों राज्यों को वृहद स्तर पर संयुक्तानुसार विधिवत कार्यवाही करना सर्वोपरि होगा?
- आचार्य डाॅ.वीरेन्द्र सिंह गहरवार 'वीर' 
  बालाघाट - मध्यप्रदेश
सुशांत फिल्म जगत के नया उभरता कलाकार था आम जनता की स्नेही था उसकी वर्तमान जिंदगी से लगता था। उसकी जिंदगी में किसी से भी दुश्मनी नहीं रही होगी लगता था। ऐसा सफल कलाकार साथ-साथ व्यक्तित्व का धनी भी था। ऐसे लोगों का मानना था ऐसे व्यक्ति विशेष का अनायास मृत्यु हो जाना सभी के लिए चौका देने वाली बात है आज भी उसके मृत्यु का रहस्य जानने के लिए आम जनता जिज्ञासु है। एक हत्या को अंजाम देने वाले सुशांत कोई अपने से संकेत नहीं छोड़ा यह भी गंभीर सोचनीय बात है। मुंबई पुलिस से भी जो भी हत्या का गुत्थी  सुलझाई गई उसे किसी को भी संतुष्टि नहीं मिला, केस रफा-दफा के कगार पर फाइल बंद की इंतजार था। लेकिन इतना बड़ा रहस्य मैं घटना का स्पष्टीकरण ना होना भी अन्याय है। इस रहस्य गुत्थी को स्पष्ट करने के लिए सुशांत की हत्या केस को सीबीआई जांच कराने की आवश्यकता पड़ी होगी। ताकि सूक्ष्म जांच से हत्या का रहस्य का पता चले और दूध का दूध और पानी का पानी स्पष्ट हो जाए ताकि सभी सुशांत के शुभचिंतकों को संतुष्टि मिल सके इसी वजह से सीबीआई जांच कराने की आवश्यकता पड़ी होगी। साथ-साथ यह भी पता चलेगा कि फिल्म जगत में कितना दानव कितना मानव। फिल्म वाले क्या समाज को दिखाते हैं और अंदर क्या व्यवहार करते हैं पता चलेगा।
                        - उर्मिला सिदार
                       रायगढ़ - छत्तीसगढ़
      अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का केस अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। उसकी जांच चरम सीमा पर पहुंच गई है। उनके समस्त साक्ष्य खंगाले जा रहे हैं। महाराष्ट्र पुलिस और बिहार पुलिस में भी मतभेद सामने आ रहे हैं। इसलिए सीबीआई जांच अत्यंत आवश्यक हो गई है।
      किन्तु दूसरा पहलू यह भी वर्णनीय है कि भारत में कहने को हर मानव का संवैधानिक महत्व एक जैसा है। परंतु इसमें सच्चाई कितनी है? यह सीबीआई की जांच से ही पता चल सकता है या फिर मेरे जैसे भुक्तभोगी तय कर सकते हैं। जिनके लिए न्यायाधीशों की विभिन्न राय है और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान नई दिल्ली के डाक्टरों द्वारा स्वस्थ घोषणा के प्रमाणपत्र के आधार पर दिव्यांगजन न्यायालय के निर्णय के बावजूद केंद्र सरकार से दिव्यांगता पेंशन लेने के लिए विवश हूं। किन्तु कोई भी राष्ट्रीय चैनल इस पर प्रतिक्रिया तक व्यक्त नहीं करना चाहता। जबकि यह राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय मुद्दा है। किन्तु मेरे पास धन का अभाव है।
      जो प्रमाणित करता है कि साधारण व्यक्ति जिए या आत्महत्या कर ले। किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता। परंतु पैसे वाला या पैसे वालों से जुड़ा कोई व्यक्ति आत्महत्या कर ले, तो प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया तब तक पीछा करता है। जब तक दर्शक/पाठक देखना/पढ़ना बन्द न कर दें।
      जबकि समय की मांग है कि न्याय हर हाल में होना चाहिए। जो प्रत्येक पीड़ित याची को मिलना भी चाहिए। जिसमें गरीब/अमीर का प्रश्न ही नहीं होना चाहिए। सबको संविधान के अनुसार संवैधानिक अधिकार मिलने चाहिए। जबकि भारतीय संविधान ने अपने हर नागरिक को गारंटी भी दी हुई है कि न्याय सब के लिए है। वह व्यक्तित्व चाहे साधारण हो या असाधारण।
      सर्वविदित है कि जांच एजेंसी कोई भी हो अर्थात पुलिस, सीआइडी या फिर सीबीआई ही क्यों ना हो, कोई अंतर नहीं पड़ता।
      उल्लेखनीय है कि हमारे देश में साक्ष्य बदल दिये जाते हैं। साक्षी खरीद लिए जाते हैं या जान से मार दिए जाते हैं।यही नहीं अधिवक्ता बिक जाते हैं और न्यायधीश भी प्रभावित होते हैं। जिसके कारण भारत में न्याय नहीं 'निर्णय' होते हैं।
- इन्दु भूषण बाली
जम्मू - जम्मू कश्मीर
सुशांत राजपूत केस में महाराष्ट्र पुलिस का साथ  बिहार पुलिस का नहीं मिल रहा है । दोनों में तकरार चल रही है ।सब कह रहे सुशांत  के जान को खतरा था ।  इसलिए सुशांत को सही इंसाफ मिलने के लिए सीबीआई जाँच होनी चाहिए । उसकी बहन ने भी प्रधानमंत्री से भाई को न्याय मिलने के लिए पत्र लिख के सीबीआई से जांच करने की बात की ।
 रिया की दोस्ती से  राजपूत की जिंदगी में आने से उसमें बदलाब आने लगा था । तांत्रिक गतिविधयों से रिया ने करवा के  राजपूत को ताबीज पहना के अपने नियंत्रण पर कर लिया था ।  रिया का पूरा परिवार सुशांत के साथ रहने लगे । रिया की नजर सुशांत के बैंक बैलेंस पर थी और 17 करोड़ रुपया रिया  सुशांत के खाते से ग़ायब हैं रिया पर शक की सूई गुमटी है और  फ़िल्म जगत सवालों के घेरे में है ।
पूरा देश सुशांत की मौत का सत्य जानना चाहता है । इसलिए सीबीआई जाँच होनी चाहिए । सुशांत अच्छे, हँसमुख , उदार ,  इंसान के साथ थे । वे अपने जीवन में 5 साल के लक्ष्य डायरी में लिखा करते थे । अंकिता लोखंडे के अनुसार कमोजर इंसान नहीं थे । वे आत्महत्या नहीं कर सकते थे ।
- डॉ मंजु गुप्ता
 मुंबई - महाराष्ट्र
सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की या उनकी हत्या हुई यह बात तो जाँच के बाद ही पता चल सकेगा। परन्तु सीबीआई जाँच क्यों आवश्यक हो गई यह बड़ा प्रश्न है। 
 सुशांत सिंह के बारे में जैसा कि अंदाजा है उभरता कलाकार, जिसे अभिनय के क्षेत्र में निपुणता हासिल थी वह इस तरह आत्महत्या क्यूँ करेगा ? उनके परिवार की मानें तो बहुत मजबूत दिल का शख्सियत था। 
मानसिक रोग के बारे में तो आज तक नहीं सुना । फिर बैंक के कागज, सभी को मिला-जुला कर साजिश की बू आ रही है। मुम्बई पुलिस तो आत्महत्या करके देकर (जैसा आम तौर पर होता आया है) फ़ाइल बंद करने की तैयारी थी। इसे जिस तरह अन्य अभिनेत्रियों व अभिनेताओं के साथ हुआ है, निपटाने का प्रयास किया है। लेकिन यह साजिश है और जल्द ही पर्दाफाश होगा ।
- संगीता गोविल
पटना - बिहार
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के केस में राजनीतिक दरवाजे खुल जाने के कारण सीबीआई जांच की जरूरत पड़ गई है। एक लड़की को पकड़ने के लिए शायद महाराष्ट्र पुलिस सपोर्ट नही कर रही है।दूसरी बात बिना सबूत के पुलिस वैसे भी कुछ नही कर सकती। और बीच मे कई राजनीतिक दरवाजे भी लगे है।बिहार की पुलिस कुछ भी कर ले मगर आसान नही है।हाई प्रोफाइल केस इतने आसानी से नही निपटते। इसलिए सीबीआई पर ही भरोसा है।
- राम नारायण साहू "राज"
रायपुर - छत्तीसगढ़
जिस प्रकार आज मुम्बई पुलिस और पटना पुलिस के बीच आपसी मतभेद जारी है । और जिस प्रकार पटना पुलिस ने मुम्बई पुलिस पर सहयोग न देने का आरोप लगाया है , उस दृष्टि से इस केस में सीबीआई जांच अतिआवश्यक हो गई है । वहीं महाराष्ट्र सरकार का बॉलीवुड से दोस्ती वाला नाता भी कहीं न कहीं सुशांत सिंह केस में रोहड़ा साबित हो रहा हैं । 
वही इस केस में यदि पटना पुलिस और मुम्बई पुलिस के बीच ही मुकाबला जारी रहा तो इस गुत्थी को सुलझाना तो दूर की बात पुलिस इस केस के आस पास भी नही पहुंच पायेंगी , जो बॉलीवुड में हो रही लगातार रहस्यमयी मौतों को बढ़ावा देगा और पुलिस कार्यशैली पर स्याही पोतने जैसा साबित होगा । पुलिस की अपनी छवि धूमिल न हो और सियासतदार जांच के उपरांत  ये न कह सके कि महाराष्ट्र पुलिस ने गलत जांच की है तथा इस केस की सही से जांच होकर यह रहस्य जल्द से जल्द जनता के सामने आ सके , इसीलिए भी यह केस जांच के लिए सीबीआई को सौपा जाना चाहिए । वहीं यधपि सुनियोजित तरीके से सुशांत सिंह राजपूत को आत्महत्या के लिए उकसाया गया है , तब आरोपियो को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि बॉलीवुड में चल रहा ये मौतों का सिलसिला थम सके ।
- परीक्षीत गुप्ता
बिजनौर - उत्तरप्रदेश
मेरे दृष्टिकोण से अभिनेता सुशांत  सिंह राजपूत के केस के लिए सीबीआई जांच का मॉग उचित है। इसलिए की बिहार के गौरव  का संदिग्ध मृत्यु हुआ है।
इस कम उम्र में निखरता हुआ कलाकार जो बिहार के दीप प्रज्वलित कर रहा था वह अंधकार में चला गया।
बिहार के गणमान्य नेता लोग ने केंद्रीय गृह मंत्री से अनुरोध किए हैं की सुशांत बिहार के गौरव थे, इसे संदिग्ध मृत्यु हुआ है।इसलिए मामले की जांच सीबीआई करें।
सुशांत के पास कोई सुसाइड नोट नहीं मिला जिससे उनकी मौत का असल कारण का पता चले सके।
कई सेलिब्रिटी और फैंस इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है कि वह आत्महत्या  कर सकते हैं। इसलिए सीबीआई जांच  के मांग बढ़ गई है ।
केंद्रीय गृह मंत्री ने बिहार के नेता लोग को आश्वासन दिए हैं की पेपर को मंत्रालय में प्रोसेस में डाल दिए हैं।
लेखक का विचार:- इसी मामले की जांच "सीबीआई करेगी या नहीं।" केंद्र सरकार इस मामले में स्वत संज्ञान लेते हुए भी मंत्रालय के माध्यम से सीबीआई जांच के आदेश दे सकती है। इसके अलावा न्यायालय के निर्देश या राज्यों के आग्रह पर भी सीबीआई जांच के आदेश दिए जाते हैं।
सीबीआई का अस्तित्व स्वायत्त संस्था के रूप में है।
- विजेंयेद्र मोहन
बोकारो - झारखण्ड
सुशांत सिंह राजपूत की मौत एक पहेली बन गयी है। प्रतिदिन नये मोड़ से यह पहेली उलझती जा रही है। इसलिए पहली नजर में आत्महत्या जैसी लगने वाली मौत पर हत्या की आशंका निर्मूल तो नहीं होगी। परन्तु बिना ठोस जांच के कुछ कह पाना भी उचित नहीं होगा।
स्थानीय पुलिस के ऊपर किसी भी माध्यम से दबाव डलवाना एक सामान्य बात हो गयी है, जिससे जांच प्रभावित होने की संभावना रहती है। दूसरे इस मामले में अभी तक पुलिस कुछ खास नहीं कर पायी है। 
कुछ मामलों को छोड़कर सीबीआई को दबाव में लेना कठिन होता है। सीबीआई की निष्पक्ष जांच पर अभी भी विश्वास बना हुआ है।
दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से जांच की मांग करने वाली एक याचिका खारिज कर दी है तथा महाराष्ट्र सरकार भी अभी सीबीआई जांच के पक्ष में नहीं है। 
मेरे विचार से इस मामले में इतनी जल्दी सीबीआई जांच की आवश्यकता नहीं है। यदि पुलिस जांच में कोताही बरतती है तब आवश्यक है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत की सीबीआई जांच होनी चाहिए।
- सतेन्द्र शर्मा 'तरंग'
देहरादून - उत्तराखण्ड
सुशांत के परिवार वालों ने पीएम मोदी से गुहार लगाई है। सुशांत के पिता ने रिया पर आरोप लगाया है कि वह
 उनके परिवार वालों से मिलने नहीं देती थी सुशांत के इतने करीब थी तो
उनकी बीमारी के बारे में उनके परिवार वालों को क्यों नहीं बताया यह रहस्य क्यों डिप्रेशन की दवा का ओवरडोज देना संदेह उत्पन्न करता है।
सुशांत के जिम ट्रेनर शामी अहमद का कहना है कि रिया चक्रवर्ती से रिलेशन के पहले सुशांत का ऐसा व्यवहार नहीं था उसके बाद ही परिवर्तन हुआ और वह बहुत रिजर्व रहने लगे। जिम ट्रेनर को जब पता चला कि कुछ रहस्यमई दवाई ले रहे हैं तो छोड़ने को कहा सुशांत ने कहा अब छोड़ नहीं सकता।
उनके एक मित्र सिद्धांत पठानी का भी यही कहना है कि वह आखरी में डिप्रेशन में चले गए थे हां कभी हमने खुलकर बात नहीं की करते तो शायद..
सुशांत रिया के साथ दो हजार अट्ठारह से रिलेशन में थे फ्लैट के ब्रोकर सनी सिंह का कहना है कि रिया और सुशांत जल्दी शादी करने वाले हैं  ऐसा बताया गया था मुझे भी पिछले नवंबर की बात है।
सुशांत सिंह के पिता जी का कहना है कि रिया ने उनका मानसिक और आर्थिक शोषण किया है। कुछ ऐसे भी 
तथ्य सामने आ रहे हैं रिया चक्रवर्ती सुशांत को ब्लैकमेल करके आगे बढ़ना चाहती थी। तीनों कंपनियों में काफी पैसा लगवाया दो कंपनियों में खुद डायरेक्टर और एक मैं उसका भाई यह सब उसके परिवार के साथ मिलकर ब्लैकमेल करने का मामला बताया जा रहा है।
मुंबई पुलिस और बिहार की पुलिस जांच कर रही है 130 करोड़ लोगों की मांग है कि इसकी सी.बी.आई जांच हो
सभी को न्याय व्यवस्था पर विश्वास है
जिस परिवार का बेटा गया उस पर क्या बीत रही होगी। और निश्चित ही एक कलाकार की क्षति हुई है।
 यह समस्या एक सुशांत कि नहीं
आज के दौर में बहुत से  युवा इस तरह के हादसे का शिकार हो रहे हैं ।
इन सब बातों को मद्दे नजर रखते हुए
सीबीआई की जांच आवश्यक हो गई है ..। सभी को न्याय की उम्मीद...!!
- आरती तिवारी सनत
 दिल्ली
         सुशांत सिंह राजपूत एक हौसलामंद एवं निरंतर तरक्की करता हुआ युवक टीवी सीरियल से फिल्म क्षेत्र में आया था। अपनी हुनर मंदी के बल पर उसने फिल्में प्राप्त की थी। एक साधारण परिस्थिति से उठकर बड़े हुए इंसान का दिल फौलादी होता है। जब कठिन परिस्थितियों में उसने आत्महत्या करने की नहीं सोची तब तरक्की हो जाने पर वह आत्महत्या क्यों करता? एक डेढ़ माह से मुंबई पुलिस छानबीन कर रही है किंतु अभी तक कोई ठोस  सुराग नहीं जुटा पाई। यहां तक की उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी नहीं दिखाई गई और बिहार पुलिस को वह मना कर रही है। इसीलिए सुशांत सिंह राजपूत के  केस में सीबीआई जांच आवश्यक हो गई है। एक strong will power वाला नवयुवक ,चार बहनों का इकलौता भाई, अपनी तरक्की के समय में अकारण ही आत्महत्या क्यों करेगा? यह पता लगाना बहुत जरूरी है कि यह आत्महत्या है या हत्या? इसीलिए सीबीआई की जांच बहुत जरूरी है। वरना नई पीढ़ी के लिए यह एक दुखद संदेश होगा।
-  श्रीमती गायत्री ठाकुर "सक्षम"
  नरसिंहपुर - मध्य प्रदेश
फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के केस में सीबीआई जांच आवश्यक है, क्योंकि यह मामला अब हाई प्रोफाइल का बन चुका है। सीबीआई जांच की मांग भाजपा नेता सुब्रमण्य स्वामी में कर रहे हैं। उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत मामले में मामले में सीबीआई जांच के लिए सीबीआई जांच के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। सीबीआई जांच की मांग सुशांत सिंह राजपूत की बहन ने भी की है। इसके अलावा और कई दिग्गज भी सुशांत सिंह राजपूत केस में सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। सीबीआई जांच होने से फिल्मी जगत के बाहुबली कहे जाने वाले लोग बेनकाब होंगे, यह तय माना जा रहा है। सुशांत सिंह राजपूत मामले में फिल्म अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती का गिरफ्तार होना अब तय माना जा रहा है। गौरतलब है कि सुशांत सिंह राजपूत के पिता के के सिंह ने पटना के राजीव नगर थाना में फिल्म अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। दज प्राथमिकी में केके सिंह ने रिया चक्रवर्ती पर अपने बेटे सुशांत सिंह राजपूत को आत्महत्या करने के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत के बैंक खाता से ₹150000000 निकासी के लिए रिया चक्रवर्ती को आरोपी बनाया है। केके सिंह ने रिया चक्रवर्ती के खिलाफ और भी कई आरोप लगाए है। सुशांत से मामले में मुंबई और बिहार पुलिस ने कलाकार अंकिता लोखंडे से भी पूछताछ की है।अंकिता लोखंडे का भी मानना है और उनका कहना है सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या नहीं कर सकते हैं। इसके साथ ही पुलिस ने सुशांत सिंह राजपूत के अंगरक्षक से भी पूछताछ की अंगरक्षक का कहना है कि सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या नहीं कर सकते। अंगरक्षक ने पुलिस को यह भी बताया की रिया चक्रवर्ती सुशांत सिंह राजपूत के घर पर ही रहती थी। आए दिन पार्टी का आयोजन होते रहता था, जिसमें रिया चक्रवर्ती के परिवार वाले उनके नजदीकी लोग शामिल होते थे। इन पार्टियों में सुशांत सिंह राजपूत शामिल नहीं होते थे, क्योंकि उनकी तबीयत सही नहीं रहती थी। इस मामले में और भी कई राज है जो सीबीआई जांच के बाद खुल सकते हैं।इसलिए सुशांत सिंह केस में सीबीआई जांच होना बहुत ही आवश्यक है। वहीं दूसरी ओर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पटना से दो पुलिस इंस्पेक्टर और दोस्त सब इंस्पेक्टर की टीम मुंबई के लिए रवाना हो गई है और पुलिस टीम रिया चक्रवर्ती से पूछताछ करेंगी। सुशांत सिंह राजपूत की मौत रिया चक्रवर्ती से जुड़ी हुई है।  मुंबई फिल्म जगत में कुछ ऐसे कलाकार भी हैं जिनकी दादागिरी चलती है और वही होता है जो वह चाहते हैं। सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में फिल्म अभिनेत्री कंगना राणावत खुलकर विरोध कर रही है। इसके साथ ही फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा, मनोज तिवारी, पवन सिंह, राजद नेता तेजस्वी यादव सहित कई दिग्गजों सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में कई सवाल उठाए है। इस मामले की सीबीआई जांच होती है तो कई नामी-गिरामी फिल्मी हस्तियां फसेगी यह माना जा रहा है। इस इस आत्महत्या मामले में इस आत्महत्या मामले में फिल्म अभिनेता शाहरुख खान, सलमान खान, करण जौहर, सोनम कपूर, आलिया भट्ट पर भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं। सुशांत सिंह राजपूत की विसरा रिपोर्ट आ गई है जिसमें किसी भी तरह का जहर उनकी बिसरा से नहीं मिला। इससे यह बात स्पष्ट होती है कि सुशांत सिंह राजपूत को आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर दिया गया। और यह कोई और नहीं बल्कि रिया चक्रवर्ती ही सबसे अधिक दोषी मानी जा रही है। इसके साथ ही यदि सीबीआई जांच होती है तो फिल्म जगत के जो लोग अपने आप को गॉडफादर मानते हैं उनका पर्दाफाश होना तय है। मुंबई फिल्म जगत में सुशांत सिंह राजपूत जैसे दर्जनों कलाकार है जो इन सफेदपोश कलाकारों से दबे और समय रहते हैं। सुशांत सिंह राजपूत का बैंक अकाउंट उनकी आत्महत्या का राज खुलेगा इसमें काफी दम दिख रहा है।
- अंकिता सिन्हा साहित्यकार
जमशेदपुर - झारखंड
जब जब भी कोई स्त्री अपराधियों का शस्त्र बन कर उनके कुकृत्यों में शामिल हो किसी निर्दोष या राजदा की हत्या में शामिल होगी ,तब तब सम्पूर्ण स्त्री जाति शंका  और अविश्वास के घेरे में आएगी और समाज मे घिनौने पुरुषो  की सहायक बनती रहेगी । विषकन्याओं से ले कर राजमहल में बैठ कर सियासत करनेवाली महारानियां तक पुरुषों के कुचक्र से नही बच सकी । विषकन्याओं व खलमहारानियो को संरक्षण देनेवालो  की भी गुप्तचरों द्वारा खोज होती रही है । यहां भी उन गैंगस्टरों को अवश्य जनता के सामने आना चाहिए जो कला के नाम पर अथाह पैसा कमाते है और अपराध में लिप्त रह किसी निर्दोष को बलि का बकरा बना मौत के घाट उतार देते है और सखदार बने रहते है । 
     सुशांत की मौत एक रहस्यमयी मौत है जिसके रहस्य में बॉलीवुड के गैंग्स , घर के नौकर या अन्य सेवक कर्मचारी , महाराष्ट्र के कुछ नेता या उनके सम्बन्धी और पुलिस का रचा मायाजाल दिखाई दे रहा है । जिस मायाजाल में बड़े बड़े बेलगाम  दिग्गज  शामिल हो उनकी  जाँच को नियुक्त सी बी आई की  भी कहीं कोई अहमियत नही दिखाई देती । सारा खेल पैसो का है । जो भी आवाज उठाएगा उसे या तो सरकारी विपक्ष को तरह पागल करार दे दिया जाएगा या सुशांत की तरह मरवा दिया जाएगा । यदि खरीद फरोख्त पर बात बन गयी तो हल बहुत ही आसानी से निकल आता है ।  
      सी बी आई अगर कर्तव्यनिष्ठ रह कर काम करती है ,तभी सुशांत की हत्या का असली चेहरा सामने आएगा अन्यथा जब उसकी मौत सुपारी के दस करोड़ दिए जा सकते है तो उसे दबाने के लिए किसी भी गैंग को सौ दो सौ करोड़ देने कोई आपत्ति नही होगी ।और इतनी बड़ी रकम कुछ भी कर गुजर सकती है ।
- सुशीला जोशी
मुजफ्फरनगर - उत्तर प्रदेश
14 जून 2020 को अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत द्वारा आत्महत्या का समाचार विचलित कर गया।  तब से बहुत से प्रश्न उठ रहे हैं।  दस्तावेजों और परिस्थितियों पर आधारित अनेक अनुमान लगाए जा रहे हैं। दो राज्यों की पुलिस के बीच में असहयोग जैसी स्थिति अनेक प्रश्न-चिह्न लगा रही है। बिहार राज्य की पुलिस को मुम्बई पुलिस से सहयोग मिलना तो दूर उल्टे प्रताड़ना जैसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है जैसे कि समाचारों में बताया गया है। अभिनेता के बैंक खाते पर अनेक बयान आए हैं। उनसे जुड़े नजदीकियों के अनेक बयान आए हैं। पुलिस से सही जांच की अपेक्षा करना मुश्किल सा लग रहा है। आज ही एक खबर ने जिसमें सुशांत की बहन ने उनके 29 जून की दैनन्दिनी की जो एक व्हाइटबोर्ड पर लिखित है प्रकाशित कर इस पक्ष को मजबूत किया है कि सुशांत जैसा सदाबहार अभिनेता यह कदम कैसे उठा सकता है। अपनी अंतिम फिल्म दिल बेचारा में जिस प्रकार का जीवंत अभिनय किया है उससे कहीं भी अंदेशा नहीं होता कि यह नौजवान आत्महत्या कर सकता है। ऐसी परिस्थितियों में सीबीआई जांच आवश्यक हो गई है जो निःसंदेह निष्पक्ष होगी और सत्य उजागर होकर रहेगा, साजिशें सामने आकर रहेंगी। 
- सुदर्शन खन्ना
 दिल्ली
14 जून 2020 को एक उभरता  सितारा जो अपने सपनो की मंजिल को चूमने को बेताब हो सफलता की सीढी चढता हुआ अपनी मंजिल पाने के लिए अथक प्रयत्नशील था ऐसे होनहार जवान ,सुंदर व्यक्तित्व वाला प्रतिभाशाली सुशांत सिंह की आत्महत्या का समाचार सभी को विचलीत कर गया! 
आत्महत्या के कारण को लेकर निष्पक्षता से जांच की जानी चाहिए! किंतु 
महाविकास आघाडी सरकार के युवामंत्री द्वारा अवरोध की वजह से मुंबई पुलिस इस संदर्भ में निष्पक्ष जांच नहीं  कर सक रही है !
2) रिया चक्रवर्ती और उसके परिवार पर ईडी ने मनी लोंडरिंग का केस दाखल किया है इसलिए केंद्र सरकार को पत्र दे सीबीआई द्वारा जांच करने की मांग की है! अनेक रहस्य होंगे जिसके खुलने पर ही निर्णय होगा! समय अधिक  हो जाने से अक्सर केस पला जाता है! अतः आशा है समयसर
 न्याय निष्पक्ष हो !
यही कामना है! 
- चंद्रिका व्यास 
 मुंबई - महाराष्ट्र
सुशांत सिंह राजपूत मामले में सीबीआई जांच होनी आवश्यक है क्योंकि यह मामला दिन-ब-दिन उलझता जा रहा है।
 सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने रिया चक्रवर्ती के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई है एवं रिया को सुशांत की मृत्यु का जिम्मेदार ठहराया ।आरोप  लगाया की सुशांत  मृत्यु के बाद में  मुम्बई पुलिस ने रिया चक्रवर्ती को सबूत नष्ट करने का पूरा मौका दिया।जबकि उनकी प्रेमिका रिया चक्रवर्ती तो पहले ही 
 सीबीआई जांच की मांग कर चुकी हैं ।
ताजा खबरों के अनुसार सुशांत मामले में बिहार सरकार और परिजनों के बाद महाराष्ट्र सरकार ने  भी  केविएट दायर की है ।जिससे रिया चक्रवर्ती मामले में महाराष्ट्र सरकार का पक्ष सुने बिना किसी तरह का कोई फैसला न  हो।
 सुशांत मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया है ।उधर रिया चक्रवर्ती का दावा है कि उन्हें फंसाया जा रहा है ।उन्होंने कहा है कि सुशांत कुछ समय से अवसाद ग्रस्त थे ।
रिया ने आरोप लगाया कि बिहार में निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती, इसलिए fir मुंबई स्थानांतरित की जाए ।
 पहले यह  मामला परिवारवाद को ओर इशारा कर रहा था । फिल्म इंडस्ट्री में परिवारवादव फिल्म माफियाओं के बिंदु से इसकी जांच चल रही थी एवं वरिष्ठ निर्माता निर्देशकों से भी पूछताछ हुई ,मगर मामले के अचानक  मोड़ लेने से ,जो कि सुशांत के पिता द्वारा लिया गया । रिया को सुशांत की आत्महत्या का जिम्मेदार  बताया गया उन्होंने रिया चक्रवर्ती को  एक चालाक चालबाज  व योजनाबद्ध तरीके से सुशांत को बर्बाद करने वाली करार दिया।
कई पेज लम्बा प्रार्थना पत्र उन्होंने बिहार पुलिस को दिया , कि पहले से ही सुनियोजित तरीके से  रिया ने सुशांत को  फसाकर ,एवं परिवार से दूर किया ।उसका सब हड़प लिया और उसको छोड़ कर चली गई।
अब सच्चाई क्या है ये तो ईश्वर जाने ,,,,।
 कुल मिलाकर यह मामला  बहुत ही पेचीदा हो गया है और  अब निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई जांच जरूरी हो गई है ।
- सुषमा दीक्षित शुक्ला
लखनऊ - उत्तर प्रदेश
क्या सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के मामले में सीबीआई जाँच आवश्यक हो गई है जहाँं तक इस बात का प्रश्न है तो जिस तरह से पुलिस की दोनों टीमों के बीच एक दूसरे से असह मत होना और असहयोग की खबरें आ रही हैं ऐसे में सच तक पहुँचने के लिए सीबीआई जांच की एक रास्ता है सुशांत सिंह राजपूत के मामले ने एक तथ्य को उजागर कर दिया है कि कहीं ना कहीं कुछ ना कुछ तो ऐसा है जो इस समूची फिल्म इंडस्ट्री को प्रभावित करता है और भी न जाने ऐसे कितने मामले होते होंगे जिनमें बहुत सी प्रतिभा दम तोड़ देती होंगी या अपना रास्ता बदल लेती होंगी और किसी को खबर तक भी नहीं होती होगी इसलिए यह बहुत आवश्यक हो जाता है कि इस मामले की तह तक पहुँचा जाए और दूध का दूध और पानी का पानी सबके सामने लाया जाए इसके लिए ऐसी परिस्थिति में सीबीआई जाँच होना ही एकमात्र विकल्प है जिससे वास्तविकता का पता चल सके़
- प्रमोद कुमार प्रेम 
नजीबाबाद - उत्तर प्रदेश
14 जून  को बांद्रा के एक फ्लैट में हुई   अभिनेता  सुशांत सिंह  राजपूत की आत्महत्या  विवादों मे उलझती जा रही है । बिहार की पुलिस और महाराष्ट्र् की पुलिस दोनों ही इस केस को देख रहीं थी ।अभिनेता की महिला मित्र रिया चक्रवर्ती सहित कई लोगों के बयान दर्ज किए गये  ।कई तरह की बातें सामने आई लेकिन कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आया । रिया के ऊपर आत्महत्या के लिए उकसाने की बात  भी सामने आई ।अभी भी रिश्तेदारों और मित्रों से पूछ -ताछ जारी है । सुशांत के पिता ने नया खुलासा 15करोड़ रुपये का किया  है जिसका जिक्र मुम्बई की पुलिस ने नहीं किया ।बिना सबूत निर्णायक तौर पर कोई बात नहीं लिखी जा सकती है  ।बिहार में बी जे पी मिश्रित सरकार है महाराष्ट्र् मे कांग्रेस मिश्रित सरकार ।अब यह विषय राजनीति के चक्रव्यूह में फंसता जा रहा है । इसलिए सीबीआई जांच आवश्यक हो गई है जिससे सच्चाई बाहर आ सके ।
- कमला अग्रवाल
गाजियाबाद - उत्तर प्रदेश
सुशांत सिंह राजपूत के केस में आए दिन नए नए मोड़ देखने को मिल रहे हैं। इसी बीच खबर है कि सुप्रीम कोर्ट ने उस जनहित याचिका (पीआईएल) को खारिज कर दिया, जिसमें सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले को पुलिस से सीबीआई को ट्रांसफर करने की मांग की गई थी।
अभिनेता की मौत की सीबीआई जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने अलका प्रिया नाम के वादी की याचिका खारिज कर दी है। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने कहा कि पुलिस को अपना काम करने दो। इस पर वकील ने कहा कि उन्होंने सार्वजनिक हित में बहुत कुछ किया था। बच्चों को नासा भेजा। इस पर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने कहा कि इस बात का कोई लेना-देना नहीं है कि कोई व्यक्ति अच्छा था या बुरा।  
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बिहार पुलिस की ओर से दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के पिता के. के. सिंह की शिकायत पर बॉलीवुड अभिनेता रिया चक्रवर्ती के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी राज्य पुलिस से मामले का ब्योरा मांगा है। ईडी के एक शीर्ष सूत्र ने कहा कि एजेंसी ने 14 जून को आत्महत्या करने वाले दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता के 25 करोड़ रुपये के बैंक लेनदेन को समझने के लिए प्राथमिकी की प्रति मांगी है। सूत्र ने कहा कि बिहार पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर की समीक्षा करने के बाद, ईडी मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज करने पर निर्णय लेगी
सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने जब से रिया चक्रवर्ती के खिलाफ एफआईआर की है जब से ही इस केस की सीबीआई जांच की मांग तेज हो गई है। सुशांत सिंह राजपूत मामले में अब भी कई ऐसे सवाल है जिनका जवाब जानने के लिए जनता बेताब है। 
जिस तरह की नई नई बातें जुड़ती जा रही है उससे तो यह आत्महत्या नहीं हत्या का केस लगता है , सी बी आई जाँच होनी चाहिए तभी दूध का दूध पानी का पानी होगा । 
सब बता का समधीन सी बी आई जाँच से होगा , 
आज तमाम सवालों का खुलाशा व सही गुनाहगार का चेहरा जनता के समाने लाने के लिए ..सी बी आई जाँच जरुरी है 
- डॉ अलका पाण्डेय
 मुम्बई - महाराष्ट्र
स्व ०सुशांत सिंह राजपूत के केस में हम सब नित्य नयी - नयी बातों से अवगत हो रहें हैं। गुत्थियां भी काफी कुछ उलझी हुई हैं । सुसाइड नोट नहीं मिलने के कारण बहुत सही कुछ भी, अभी नहीं कहा जा सकता है । इसीलिए अभी लोगों की मांग है कि सीबीआई से जांच करवाई जाए । मुंबई के साथ हीं अब बिहार पुलिस भी जांच पड़ताल  में जुट गयी है । बहुत से बिन्दु हैं ,जिस पर कुछ संशय अभी भी बरकरार है । इसलिए सच्चाई के तह तक जाने के लिए बहुत तरह की कार्रवाई होती है।कोई भी व्यक्ति इस केस की सच्चाई जानना चाहता है । इसलिए इस केस में हर संभव कोशिश , प्रयास जारी है।कोई भी साजिश अगर इस  सन्दर्भ में हुई हो तो उसका पर्दा फाश होना हीं चाहिए । जब पुलिस के कार्य से लोग संतुष्ट नहीं होते तो सीबीआई से जांच करवाने की मांग करते हैं ।इस केस में भी कुछ-कुछ ऐसी हीं स्थिति होती जा रही ऐसा लग रहा है ।१४ जून को हुए इस दुर्घटना का अभी तक कुछ खास परिणाम नहीं दिख रहा है । इसलिए सीबीआई जांच आवश्यक होती दिख रही है , लेकिन अंतिम आदेश कोर्ट या संबंधित सरकार के अधिकारी क्षेत्र में आता है उसी का डिसिजन सर्वमान्य होता है ।
- डॉ पूनम देवा
पटना - बिहार

" मेरी दृष्टि में "  पुलिस पर काफी दबाव होता है ।खासकर जब कोई वीआईपी केस होता है । ऐसी स्थिति में सीबीआई जांच बहुत जरूर हो जाती है । जहां तक मेरी सोच काम करती है कि सीबीआई किसी बेकसूर को  नहीं फसाती है ।
                                                  - बीजेन्द्र जैमिनी 
सम्मान पत्र 


Comments

  1. सुशांत सिंह राजपूत के केस में सीबीआई जांच नितांत आवश्यक है क्योंकि अभी तक पुलिस कोई भी सुराग पता लगाने में असमर्थ रही है। एक मजबूत इच्छाशक्ति वाला नवयुवक सामान्य परिस्थिति से उठकर मुकाम पर पहुंचने के बाद आत्महत्या करता है या करने के लिए प्रेरित किया जाता है इसका पता लगना बहुत जरूरी है। सीबीआई की जांच से ही रहस्य से पर्दा उठ पाएगा।

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  2. सुशांत सिंह राजपूत केस में सीबीआई जांच होना बहुत जरूरी है क्योंकि बलवान इच्छाशक्ति वाला एक नवयुवक सामान्य परिस्थिति से उठकर मुकाम हासिल करने के बाद अकारण ही आत्महत्या करता है या करने के लिए प्रेरित किया जाता है। इस रहस्य पर से पर्दा उठना बहुत जरूरी है। इसीलिए सीबीआई के द्वारा निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

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  3. में आपसे सहमत हू

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