जनता कर्फ्यू से क्या - क्या लाभ होने की सभावना है ?

आज जनता कर्फ्यू सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक रखा गया है । जिसमें बहुत सी सावधानियों को ध्यान में रख कर बनाया गया है । सभी इससे बहुत उम्मीद रखीं जा रही है । यही " आज की चर्चा " का प्रमुख विषय रखा गया है। अब आये विचारों को देखते हैं : -
वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो 24 घंटे का कर्फ्यू वायरस चक्र में एक ब्रेक साबित हो सकता है। 24 घंटे अगर वायरस को नए इंसानी शरीर नही मिलेंगे तो वातावरण में मौजूद काफी वायरस खत्म हो जाएंगे। हमारी सड़कें, दफ्तरों के दरवाजे, रैलिंग लिफ्ट आदि स्वतः ही स्टरलाइज हो जाएंगे ।* 
एवं वैज्ञानिक दृष्टि से करतल ध्वनि से भी वायरस को खत्म किया जा सकता है एक साथ ताली, थाली एवं घंटी बजाने से उत्पन्न होने बाली ध्वनि व उससे उत्पन्न वाइब्रेशन से भी वायरस ख़तम हो सकता है,,संखनाद से वायरस व बैक्टेरिया ख़तम होते है इसका हमारी पौराणिक कथाओ मे उल्लेख है.*
कर्फ्यू जनता का जनता के लिए जनता के द्वारा लगाया हुआ अंकुश इसमें सभी सहयोग प्रदान कर रहे है।हम स्वस्थ रहें और अपने परिवार को स्वस्थ रखें और सब को बचाने का स्वस्थ का तरीका बताएं योग करें और अपने आयुर्विज्ञान पालन करें तभी यह संभव हो सकेगा। स्वस्थ शरीर में प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा होती है। 
- प्रीति मिश्रा 
जबलपुर - मध्य प्रदेश
 जनता कर्फ्यू का मतलब है, जनता स्वयं पर नियंत्रण रखें। संयम करें  करो ना से मुक्ति पाने का जो निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है ,उसका ईमानदारी के साथ निर्वहन करें पूरी दुनिया में करो ना का आतंग छाया हुआ है। इस करोना से मुक्ति पाने के लिए सरकार ने जनता कर्फ्यू लगाई है। इस कर्फ्यू से करो ना को विकसित होने का जो स्रोत है या लिंक है उसे तोड़ा जा सकता है। और करो ना से मुक्ति पाया जा सकता है  क्योंकि करो ना को विकसित होने के लिए कोई शरीर नहीं मिलेगा तो वह स्वतः 12 घंटे के बाद नष्ट हो जाएगा, ऐसा विशेषज्ञों का कहना है जनता कर्फ्यू का पालन करने से करो ना कि जो फैलाव है ,उसे रोका जा सकेगा और शाम 5:00 बजे खिड़कियां दरवाजे पर ध्वनि, ताली, नाद शंख बजाकर करोना के वायरस को भगा सकते हैं ।इस तरह हम मानव जाति कर्फ्यू का पालन कर हम संकल्प और नियमों का निर्वहन कर करो ना से लड़ने में अपने  ईमानदारी, जिम्मेदारी, भागीदारी का परिचय एक सफल नागरिक के रूप में दे सकते हैं ,ताकि हमारे देश और  विश्व से करो ना जल्दी से जल्दी नष्ट हो जाए ,इसीलिए सरकार ने जनता कर्फ्यू लगाई है।
- उर्मिलेश सिदार
रायगढ़ - छत्तीसगढ़
जनता कर्फ्यू जन जागरण करने का आवाहन है इससे सबसे बड़ा लाभ तो यह हुआ है कि प्रत्येक व्यक्ति अपने कर्तव्य के प्रति सजग हो गया है अपने देश के प्रधानमंत्री के द्वारा जनता के लिए जनता से की गई अपील का खुले दिल से स्वागत किया है ! निःस्वार्थ की भावना से सभी ने इस बीमारी से लड़ने का बीड़ा उठा लिया है यानी कि प्रधानमंत्री की ताकत देश की जनता ने संयम और संकल्पता से सुदृढ़ता के साथ उठा लिया है! जनता कर्फ्यू का पालन करने से वायरस के बढ़ने के चांसेस कम हो जाएंगे ! लोग जागरूक होने लगे हैं जन कर्फ्यू और शहरों के शटडाउन से लोगों को तकलीफ तो काफी उठानी पड़ रही है किंतु सबसे बड़ा लाभ हमें यही हो रहा है लोगों में धैर्य, संकल्पता, संयम तो आया साथ साथ भेदभाव छोड़ मदद करने की भावना ,एक दूसरे को प्रोत्साहन देना ,संकट में हिम्मत न खोना, मुश्किलों का डटकर मुकाबला करना ,सकारात्मक की भावना का आना ,और दूसरों में जगाना --- हम हार नहीं मानेंगे कोरोना वायरस को नाबूद करने का वैश्विक अभियान बना अंत तक लड़ेंगे !
एक लाभ तो कहना ही होगा पूरा परिवार एकजुट हो खुशियां मना रहा है और बच्चे मम्मी पापा से इस बारे में  जानकारी ले स्वयं भी किसी भी तरह से मदद करने के लिए उत्साहित है !उन्हें भी इस परिस्थिति से कैसा जूझना चाहिए अभी से समझ जाते हैं ! हमारे बचाव की चिंता करने वाले डॉक्टर, कर्मचारी ,पुलिस ,सफाई कर्मचारी ,सभी के सम्मान में  मोदी जी द्वारा थाली बजाकर,  तालियाँ बजाकर, शंखनाद करने का आवाहन किया उनके पवित्र विचार को नमन! उन्हें अभी से यह सीखने मिलता है !
मोदी जी के कथन के अनुसार सभी ने 5:00 बजे अपने अपने घर से छत से सभी ने शंखनाद कर ,थाली बजा , तालियां बजाकर उनका सम्मान किया! इससे हमारे जवानों और कर्मचारियों की सकारात्मक उर्जा तो बढ़ती है साथ ही हमें  भी उनके प्रति हमारे कर्तव्य बोध के पाठ का ज्ञान होता है 
इससे एक फायदा और होता है --लोग कहते हैं  शंखनाद करने से मंत्रोचार करने से कोरोना नहीं  भागने वाला किंतु कहीं न कहीं हमारे पूर्वजो के संस्कार कहते हैं हमारे द्वारा की गई पवित्र ध्वनी से वायु देवता का भी आवाहन हुआ है! क्योंकि हम जानते हैं हमारी आवाज ब्रह्मांड तक पहुंचती है ओम का उच्चारण करने से हमारे ऋषि मुनि का ब्रह्मांड से संपर्क होता था प्राकृतिक अशुद्धिया जो आई है उसे अपनी आवाज ब्रह्मांड तक पहुंचाने के लिए सभी ने शंखनाद किया है! एक नई ऊर्जा और विश्वास के साथ सभी ने देश के लिए कोरोना जैसे राक्षस को मारने के लिए  जनता ने मोदी जी के आह्वान का सम्मान किया साथ ही हमारे संस्कार को उजागर किया ! 
अंत में कहूंगी सबका साथ सबका सहयोग की भावना का इस वैश्विकरण युद्ध में समानता का भाव लिए  आना इससे बड़ा लाभ क्या होगा !
- चन्द्रिका व्यास
मुम्बई - महाराष्ट्र
जनता कर्फ़्यू से कोरोना वायरस को फैलने में रोक लगेगी , 
एक-दूसरे के संपर्क में नहीं रहने पर इस कोरोना वायरस का कोई असर नहीं पड़ेगा। इसलिए भीड भाड  वाले स्थानों पर जाने से अधिक-से-अधिक परहेज करें। कोरोना वायसर का प्रभाव 8-10 घंटे तक रहता है। प्रधानमंत्री ने 14 घंटे के जनता कर्फ़्यू की अपील की है, ऐसा करने से वायरस पूरी तरह से मर जाएगा।
जनता कर्फ़्यू की सफलता एक तरह का अंदाज़ा देगी कि आने वाले दिनों के लिए हमारी तैयारी कैसी है, कितनी है, और भविष्य में किसी आपात स्थिति के लिए हम कितने तैयार हैं । 
कोरोना वायरस पूरी तरह से नई बीमारी है, इसलिए अब तक इससे निपटने का ऐसा प्रयास देखने को नहीं मिला है जो हर देश में लागू किया जा सके. हर देश अपनी सुविधा और क्षमता के अनुसार काम कर रहा है.
लेकिन किसी बीमारी के खिलाफ़ लड़ने में इसका पहली बार इस्तेमाल ज़रूर किया जा रहा है.
जनता कर्फ़्यू के दौरान, कोरोना से निपटने में हमारे देश के मेडिकल स्टाफ़ और दूसरे सदस्य जो इस बीमारी को फैलने से रोकने में जुटें है, उनका हौसला बढ़ाने के लिए करतल ध्वनि से स्वागत करने के लिए शाम 5 बजे का वक़्त भी तय किया गया है। 
कोरोना वायरस किसी भी सरफेस पर कुछ घंटे तक एक्टिव रहता है. अगर लोग एक दूसरे से मिलेंगे नहीं तो वायरस का फैलना रुक ही जाएगा. उनके मुताबिक़ कोई भी ये नहीं कह रहा कि जनता कर्फ़्यू से वायरस का फैलना पूरी तरह रुक जाएगा, पर इस पर लगाम ज़रूर लगाई जा सकती है । 
कोरोना वायरस को लेकर दुनिया की स्थिति बहुत खराब है। जनता क‌र्फ्यू की अपील सुरक्षा के लिहाज से काफी अहम है। इससे वायरस के फैलाव का चेन टूट जाएगा। आम आदमी का वायरस के इंफेक्शन से बचाव होगा।
जनता कर्फ़्यू कोरोना से लड़ने में लाभ दायक है ।
कोरोना के प्रभाव को खत्म करने में जनता क‌र्फ्यू बड़ी मददगार साबित होगा। सरकार की यह वैज्ञानिक सोच के आधार पर लिया गया निर्णय है। इसकी पूरी समर्थन होनी चाहिए। जनता क‌र्फ्यू से हम सभी कोरोना से सुरक्षित रहेंगे।
जिस उद्देश्य से जनता कर्फ़्यू की अपील की गई है और जनता का समर्थन भी मिला है ! मैं समझती हूँ बहुत ही लाभ मिलेगा ! 
१) इस वायरस को ख़त्म करने में मद्दत 
२) हम भी अपने आप को आँकलन कर पायेंगे की ऐसी परिस्थितियों में हम क्या सहयोग कर पाते है । 
३) डाक्टर नर्स हमारे जवानों को धन्यवाद कर सकेंगे कृतज्ञता व्यक्त कर पायेंगे । 
४) घर के जरुरी काम निपटा पायेंगे । 
५) देश के लिये इस महामारी से लड़ने में हमारा भी योगदान रहेगा 
ऐसे बहुत से लाभ मिलेंगे जनता कर्फ़्यू से बहुत सही व सार्थक पहल रहेगी ! 
- डॉ अलका पाण्डेय
मुम्बई - महाराष्ट्र
आज सुबह 7:00 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक, फिर इसकी अवधि अगले दिन सुबह 9:00 बजे तक जनता कर्फ्यू अभियान से होने वाले लाभ में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बहुत बड़ी सफलता हासिल होगी; ऐसा विश्वास है। जनता कर्फ्यू अभियान द्वारा जिस प्रकार देश  के मुखिया आदरणीय नरेंद्र मोदी जी को राष्ट्र की चिंता है ; वैसे ही परिवार के मुखियाओं को परिवार में रहकर मात्र कोरोना वायरस को मिटाने के लिए सामाजिक बहिष्कार कर व्यक्ति स्वयं एवं परिवार को भी इस वायरस से दूरी बनाए रखने के लिए जिम्मेदारी का  एहसास कराता है। 
                  यह अभियान पारिवारिक प्रेम, सौहार्द को भी बढ़ावा देता है। जीवन में परिवार की सुरक्षा के हित  आज्ञापालन भी हो रहा है। इससे व्यक्तिगत एवं सामाजिक हितों की मानना का लाभ,  एकजुटता का दर्शन, देश के संकट को दूर करने में मानसिक रूप से तैयारी की तत्परता भी नजर आती है। हर वर्ग द्वारा अपने-अपने घर की स्वच्छता एवं सफाई का लाभ भी  दीख रहा है ।
             5:00 बजे ताली, थाली, घंटा ,शंख- वादन करके धन्यवाद के साथ- साथ लोगों में परिवार के साथ एक अभूतपूर्व उत्साह देखा गया। इससे लगता है कि सभी को सभी की चिंता है। प्रधानमंत्री जी की अपील से तथा जनता की सहभागिता से लॉक डाउन होने से यह लाभ होगा कि जो वायरस बिना किसी के संपर्क में आए 8 से 10 घंटे तक ही जीवित रहता है तो स्टेज 3 तक पहुंचने वाले वायरस चक्र को रोकने में भी पूरी तरह कामयाबी रहेगी।
 - डाॅ.रेखा सक्सेना
मुरादाबाद - उत्तर प्रदेश
      सर्वप्रथम लाभ तो कोरोना के कारण पूरे का पूरा भारत प्रधानमंत्री मोदीमय हो गया है।जिसके अंतर्गत प्रत्येक भारतीय भारत माता की जय की उद्धोषणा करते हुए जनताकर्फ्यू का पालन कर रहा है।इसके अलावा समस्त राष्ट्रवासी राष्ट्रहित में घर में जनताकर्फ्यू के रूप में या सीमा पर प्रहरी के रूप में या प्रशासनिक सेवाओं सहित स्वास्थ्य सेवाओं के रूप में योगदान कर रहे हैं।
      लाभ के स्वरूपों में यह भी देखा गया है कि कर्फ्यू से अधिक जनताकर्फ्यू असरदार प्रमाणित हुआ है।लाभ के रूप में संभावना है कि सरकारें अगामी प्रत्येक चयन प्रक्रियाओं में योग्यता को प्राथमिकता दी जाएगी।चूंकि
प्रधानमंत्री जी ने यदि जनताकर्फ्यू की भांति भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगाया होता,तो आज की उत्पन्न विकट परिस्तिथियों को योग्य वैज्ञानिक 'कोरोना' तो क्या उसके बाप का भी उपचार करने में सक्षम होते।यह भी माना जा रहा है कि 'कोरोना' काम क्रोध लोभ मोह और अंहकार से परे है।दूसरे शब्दों में कहें तो वह ऊपरोक्त पांच भूतों के वशीकरण के झासे में नहीं आता।जिसके चलते विज्ञान धरा का धरा रह गया और वैज्ञानिक धराशाई हो चुके हैं।
      चूंकि जैसे कृत्रिम पुष्पों से सुगंध नहीं आती,उसी प्रकार धन के बल पर खरीदी हुई उपाधियां भी चुनौतियों का विकल्प नहीं होतीं।इसलिए सावधानियां आवश्यक हैं,ताकि भ्रष्टाचार के बल पर प्रत्येक ठुकराया हुआ वह मानव 'कोरोना' का रूप धारण कर सरकारों के गले ना पड़े।जैसे गले लगाने के लिए 'कोरोना' विश्वभर में ललकारता एवं चिंघाड़ता भ्रमण कर रहा है।जिसके भय के कारण सरकारें अपने नागरिकों को एकांतवास करने अर्थात घरों में दुबके रहने के लिए हाथ जोड़ने पर विवश हो रही हैं।परंतु चिंता का विषय यह है कि इसके बावजूद हमारी सशक्त सरकारें अपने कुशल वैज्ञानिकों को 'कोरोना' के उपचार का त्वरित समाधान ढूंढने का आदेश जारी करने में विफल हैं। 
      इसलिए केंद्र सरकार से मेरा सकारात्मक आग्रह है कि अपने कुशल वैज्ञानिकों को तुरंत शोध करने का आदेश जारी करना चाहिए।ताकि वह 'कोरोना' के वेकसिन का अविष्कार कर विश्व में तिरंगा फहराएं।
- इन्दु भूषण बाली
जम्मू - जम्मू कश्मीर
130 करोड़ जागरूक  भारतीय नागरिक कोरोना को भगाने के लिए  अपने बचाब में जनता कर्फ्यू  के कारण अपने घर में रहे हैं । भारत सरकार की जनता कर्फ्यू  की अपील का हम सबको जबरदस्त लाभ मिला है । आज दूरदर्शन के माध्यम से पूरे राज्यों में  बंद का मंजर नजर आया । जिस से   लोगों में सामाजिक दूरी बनी है और कोरोना वायरस की चेन टूट ने सफलता मिलेगी । लोग संक्रमित होने से बचेंगे ।
मुझे खुशी है जनता कर्फ्यू की आवाज  भारतवासी बने हैं ।आ प्रधानमंत्री जी के आह्वान से आज का दिन  , तारीख 22/ 3 / 2020 को ऐतिहासिक बना दिया ।
डाक्टर , पैरा डाक्टर , सफाइकर्मचारियों आदि के लिए उनका धन्यवाद प्रकट करने के लिये सभी बच्चे , बड़े , युवा , बूढ़े , नारी , बेटियों ने शंखनाद , थाली, घन्टे , घण्टी ताली बजायी । मैंने शंख बजाकर कृतज्ञता प्रकट की ।
क्योंकि मेरी बेटियाँ भी डॉक्टर हैं । वे भी इस जोखिम में हॉस्पिटल में जाकर सेवा कर रही हैं ।
सबने अपनी जिम्मेदारी निभायी । विविधता में  एकता की तस्वीर दिखाई दी ।पूरा भारत संगठित नजर आया । 
कोरोना वायरस को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा उठाया कदम सराहनीय है । पूरा देश , समाज , बस्तियाँ , सोसाइटियाँकी सड़कों पर चहल , पहल नहीं थी ।  सड़कें माल , बाजार , रेल , परिवाहन  आदि बन्द होने  से खामोशी का मंजर था । 
मेरे संग सभी खुश होंगे कि जनता ने लापरवाही नहीं बरती है । सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने युद्ध स्तर पर कोरोना से बचने की तैयारी की है । 
- डॉ मंजु गुप्ता 
 मुंबई - महाराष्ट्र
जनता कर्फ्यू कोरोना के बारे में जनमानस को जागरूक करने में सहायता करेगा । साथ हीं वायरस की गंभीरता को समझायेगा । संयम और धैर्य के साथ किसी भी समय में रहना सिखाएगा । हमारे कितने नेता लोगों की बेबुनियाद बातों को समझ कर नए समाज का निर्माण गतिशील होगा । चारों तरफ की खामोशी बता रही है कि लोगों को अपने नेता मोदी पर कितना भरोसा है । एकता का अर्थ समझ पाएंगे । जरूरत पड़ने पर एक दूसरे के प्रति सहानुभूति को जगायेंगे । अपनी आवश्यकताओं को सीमित कर कालाबाजारी करने वाले को सबक सिखाएंगे ।
मुझे उम्मीद है समाज एक नई जागृति के साथ उठ खड़ा होगा । विकास की धारा का प्रवाह और तेज होगा । जन क्रांति का आगाज जरूरी है ।
- संगीता गोविल
पटना - बिहार
जनता कर्फ्यू से बहुत सारे लाभ हैं ।सबसे बड़ा लाभ है ।अपने आप पर अपनी गतिविधियों पर नियंत्रण का प्रयास ।साथ ही देश के प्रधानमंत्री के अनुरोध का सम्मान समर्थन किसी लाभ से कम नहीं है ।वर्तमान में मौसम में जिस तेजी से बदलाव हो रहा है ।उसमें भी यह लाभकारी ही है ।किसी छोटे बच्चे की सबसे बड़ी सजा यही होती है कि उसे घूमने फिरने से रोक दिया जाये ।यहां पर पूरे परिवार की बात है ।अतः इस नियंत्रण को सभी लोग अनुभव करेंगे ।यह अपने आप नया अनुभव होगा ।चूंकि जनता कर्फ्यू के पालन से व्यक्ति समुदाय  प्रदेश व देश का हित जुड़ा है ।इसलिए यह अनुभव स्वाभाविक रूप से होना ही चाहिए ।
जहाँ तक वर्तमान में फैली कोरोना महामारी की बात है तो जनता कर्फ्यू के समय से लागू करने वहां के नागरिकों द्वारा अच्छी तरह पालन करने से  विश्व में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश चीन नियंत्रण करने में मौतों को कम से कम करने में सफल रहा ।दूसरी ओर हर तरह से छोटा देश इटली अपनी लापरवाही से खूबसूरत शहरों को श्मशान बनाने की ओर अग्रसर है ।
यही हाल ईरान का भी है।
तो यह कहने में संकोच नहीं है कि  यह कर्फ्यू कोरोना को रोकने में मील का पत्थर साबित होगा ।सभी को सहयोग करना चाहिए ।साथ ही लगता है कि कुछ राज्यों में यह कर्फ्यू आगे भी जारी रह सकता है ।
- शशांक मिश्र भारती
 शाहजहांपुर - उत्तर प्रदेश
जनता कर्फ्यू से लोग एक दूसरे से नहीं मिलेंगे तो कोरोना वायरस कम फैलेगा। चूंकि वायरस एक दूसरे के मिलने जुलने से फैलता हैं। जितना लोग कम मिलेंगे वायरस कम तेजी से फैलेगा। सुनने में आ रहा है कि कोरोना का प्रभाव 8से 10 घंटे तक रहता हैं इससे ये कोरोना वायरस मार जाएगा। जिससे कि कोरोना वायरस पर कुछ हद तक हम काबू पाया जा सकता है। इसके वैज्ञानिक तथ्य क्या है ज्यादा नही जानती।
     - प्रेमलता सिंह
पटना - बिहार
वातावरण शुद्धिकरण का  जनता कर्फ्यू से  सबसे बड़ा फायदा होगा ।करोना जैसी महामारी के इस समय में ऐसे कारगार तरीके से बहुत ज्यादा फायदा होगा ।आज एक दिन की कर्फ्यू से लोगों के  घर पर रहने से गाडियां नहीं चली, रेलगाड़ियां बंद रही इन सब के बंद रहने से हमारे वातावरण पर  एक दिन के लिए काफ़ी सकारात्मक प्रभाव पड़ा जो हमारे भविष्य के लिए सुखद हीं होगा । करोना से बचाव के लिए भीड़ से ,हमें बचना है जो इस कर्फ्यू के कारण पूर्णतः सफल रहा । आगे भी हमें इसी तरह के अनुशासन और संयम की ज़रूरत है कुछ दिनों  के लिए ताकि हमारे देश में भगवान ना करे चीन या इटली जैसी विभत्स रूप कभी देखने को मिले । आज के भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग घर में सपरिवार कम हीं एक साथ देखें जाते हैं ,तो आज इस कर्फ्यू के कारण हीं सही सबने परिवार के साथ मिलकर अच्छा समय व्यतीत किया  यह भी इसका एक बहुत प्रभावी असर पड़ा है । आगे भी हम ऐसा ही संयम और धैर्य से इस संकट की घड़ी का मिलकर और डटकर सामना करें ।
- डॉ पूनम देवा
पटना -बिहार
जनता कर्फ्यू से सबसे बड़ा लाभ देश में एकजुट होकर देशहित के लिए सहयोग की भावना जाग्रत हुयी । जब सब लोग घरों में रहेंगे तो रोग के विषाणु का चक्र टूट जायेगा । और महामारी फैलने का खतरा काफी कम हो जायेगा । इसी क्रम में शाम को 5 बजे जनता के सेवी व सैनिकों को थाली , शंख व ताली बजाकर धन्यवाद देने से परस्पर स्नेह का वातावरण निर्मित हुआ । सभी लोग एक साथ जब अपने - अपने घरों के गेट या बालकनी से जब धन्यवाद दे रहे थे तो सचमुच एकजुटता की शक्ति दिखायी दी । सफल नेतृत्व  से अवश्य ही हम विजयी होंगे हर संकट पर ये मोदी जी ने सबके दिलों में ज्योति जगा कर बतला दिया ।
एक और एक ग्यारह होते हैं इसे जनता कर्फ्यू ने सिद्ध कर दिया ।
- छाया सक्सेना प्रभु
जबलपुर - मध्यप्रदेश
जनता कर्फ्यू एक समाजिक सामूहिक राष्ट्रीय हित का एक आवाहन है । ऐसे आवाहन से सबसे बड़ा लाभ यह है कि
कोरोना वायरस की तीव्रता को रोका जा सकता है।
राष्ट्र हित की भावना की अभिव्यक्ति
राष्ट्र के लिए निर्णय का सम्मान 
पारिवारिक मंगल पल । राष्ट्रीय अनुमति के कारण सभी तनाव मुक्त होकर परिवार घर में आनंद उठा रहे हैं
अपने अपने समय का सदुपयोग किया जा रहा है । कोई गाना गा रहा है कोई परिवार के साथ सुखमय पल का आनंद उठा रहा है 
धन्यवाद मोदी जी आपने बहुत अच्छा नियम बनाया।
शाम पांच बजे करताल ध्वनि  उन लोगों के लिए जैसे डाक्टर सैनिक , अन्य कर्मचारियों जो अपने जीवन को दांव पर लगा कर जनता की सेवा कर रहे है , उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए है।
ध्वनि से एक उर्जा का संचार और प्रवाह जनमानस में होगी
-कुमकुम वेदसेन 
मुम्बई - महाराष्ट्र
जनता कर्फ्यू का मतलब सभी समझ ही गए हैं कि खुद पर कर्फ्यू। प्रधानमंत्री मोदी जी ने कोरोना वायरस को हराने के लिए जनता कर्फ्यू का आह्वान किया है कि तय समय तक सभी अपने घरों में रहें। जैसा कि विशेषज्ञों द्वारा सुन रहे हैं कि कोरोना वायरस एक दूजे से मिलने या संपर्क में आने पर तेजी से बढ़ता है।जब कोई किसी से मिलेगा ही नहीं तो स्वभावि रूप से इस वायरस को रोकने में मदद मिलेगी। वायरस फैलने की जो चेन बन रही है उसे रोका जा सकता है। कुछ घंटों तक आपसी दूरियां रहेंगी तो ये वायरस खुद ही दम तोड़ देगा।
आपाधापी के दौर में परिवार के साथ समय बिताने का अच्छा मौका है। बच्चों के साथ समय बिताएं। बुजुर्गों के पास बैठ कर पुरानी यादों की गठरी खोल कर कुछ अनमोल मोती चुन लें। पति-पत्नी के आपसी संबंधों की डोर मजबूत करें। घर के गमलों में लगे पौधों को सहलाएं। चिड़ियों की चहचहाहट का आनंद लें। ऐसे संक्रमण काल में भी हमारे लिए अपनी जान जोखिम में डालकर जो सेवा दे रहे हैं जैसे डाक्टर, अस्पताल के स्टाफ, सफाई कर्मचारी, सेना, पुलिस इत्यादि सभी को दिल से शुक्रिया कहना न भूलें। खुद सावधान रहें और सभी को जागरूक करते हुए हम सबको मिलकर इस वायरस से देश और दुनियां को बचाना है।
- डॉ सुरिन्दर कौर नीलम
रांची -  झारखंड
एक निवेदन, एव  अपिल एक प्रार्थना सर्व साधारण मेरे साथियों, मेरे समाज बंधु ओ।मै एक साधारण आपका ही भाई। क्या कभी किसी नेआ  जतक विचार किया होगा, शायद किसी ने  नही। सब कह रहे है कोरोना  आया  कोरोना का सीधा अर्थ है , ,,करो - ना ,, करो- ना।अरथात ाब करो  किया करना है आपको अब आपको बहुत बहुत अच्छी तरह से सावधानी रखना होगा रखनी  भी है क्योंकि अब उपाय हमारे हाथ मे नही है सिर्फ सावधानी के अलावा कुछ नबाकि छोड दो उपर वालो पर, मेरा कहने काम मतलब कहीवतक गलत ना समझे। उपर वाला बहुत समय देता है हमे कुछ अच्छा करने को, परन्तु हम साधारण लोग समझते कयो नही।
अब करो ना किसने मना किया है  हम अपनी करनी से बाज नही आते। एक समय था, राम राज मे,, दैविक , दैहिक , भौतिक तापा।
राम राज काहू नहि व्यापा।
उस समया किसि को कुछ नहि होता था  फिर आज कयो। क्योंकि अब कलयु ग है । तरह तरह की।इस युग मे बिमारिया आ सकती है क्योंकि परयावरण बदल गया है 
जिसे रोका नहीं जा सकता है ।
ामय परिवर्तन शिुल है सब जानते है , अब हमे क्या करना  सिर्फ सावधानियाँ और हमारे कर्म। यदि हम अभी भी सावधान नही हुए  समया निकल जायगा। 
मै पुनः ईशवर से प्राथना करता  आप सभि के लिये पुरी जनता के लिये मेरा एसा मान ना है हम सब भाई चारे की। भावना को जन्म दे कुछ अच्छा सोचे सभी के प्रति सदभावना काम विचार करे कुछ नहि अच्छा नहि तो बुरा करने काम भी हमे अधिकार नही है 
मेरी पुनः प्रारथनाचह है । कोई  भी गलत नासोचे हम गलत ना रहे सब उपर वालो पर छोड दे देखिये कुछ नावहोगा परन्तु हमे भी अपना फरज निभाना है वरना कलयुग तो है रही।
सबको प्रणाम।
- जयप्रकाश सूर्य वंशी
नागपुर - महाराष्ट्र
जनता कर्फ्यू में सब से सुंदर और सकरात्मक शब्द है *जनता*.। यह प्रतिबंध स्वैछिक है। एक प्रेमल आह्वान है जो लोगों ने सहज स्वीकार किया। यह है हर व्यक्ति का हर दूसरे व्यक्ति के लिए अच्छाई, स्वास्थ्य, नियम और रक्षण का वादा कड़ी दर कडी़ । सब अपने परिवार के साथ सुबह से रात तक बिना किसी व्यवधान के ।आपसी रिश्तों के लिए यह सुनहरा मौका है। बच्चे बड़ो के साथ ,अपनी बातें शेयर कर सकते हैं। घर को चमकाना, किताबों को पढ़ना, मन की मर्जी का करने का दिन । भीतर की कुछ पुरानी दबे शौक को दोहराने का समय। अपने भीतर के तूफान को शांत करने के लिए नया को। अब सामाजिक द्ष्टि से देखे तो अनावश्यक कार्यक्रमों पर रोक, शोर प्रदूषण से मुक्ति, भोजन की बरबादी रूकेगी। एक दिन सब बंद यानि पर्यावरण भी आज पिकनिक मना रहा है।  वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो पंचभूत भी स्वर्गिक आनंद ले हे हैं।
यह जनता कर्फ्यू एक वायरस के विरोध में  मानव का जवाब है। आधुनिक तकनीक, जीवन शैली, में उभरे नये खतरे जो आगाह कर रहे हैं कि भारतीय संस्कार और संस्कृति के मूलभूत सिद्धांतों को समझे और.अपनाएं। नागरिकों का देश व उस से अधिक विश्व को संदेश कि मानव चाहे तो कुछ भी असंभव नहीं है ।जरूरतों पर संयम और  व्यक्तिगत स्वछता  और वैचारिक की ओर  दृढझ कदम ।।
कोरोना जैसी महामारी को वैदिक ताली, थाली नाद और संयम की दीवार से रोकना लक्ष्य है ।
  - ड़ा.नीना छिब्बर
जोधपुर - राजस्थान

" मेरी दृष्टि में " जनता कर्फ्यू  से लोगों में कोरोना के प्रति जागरूकता आई है । जिससे सभी एकत्रित होने से एकता का संचालन हुआ है । यही भावना बड़ी से बड़ी बिमारी से जीत साबित होगी । कोरोना जैसी बिमारी में जागरूकता बहुत ही आवश्यक है ।
                                                        - बीजेन्द्र जैमिनी



Comments

  1. किसीने ढोल , किसीने थाली ,
    किसीने नगाड़े किसीने ताली ।
    प्रधानमंत्री की आवाज ,
    खड़क उठे करोडों साज ।
    असुर हुए परेशान ,
    दुनिया हुई हैरान ।
    गूँज पहुंची गगन ,
    दहला दुश्मन का मन ।
    - कुमद बंसल
    ( WhatsApp ग्रुप से साभार )

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