मई - 2020

कोरोना का लॉकडाउन
लाॅकडाउन का तीसरा चरण अब ४ मई, २०२० से प्रारम्भ हो गया है। यदि हम पिछले दो चरणों पर नज़र डालें , तो लाॉकडाउन में सरकार द्वारा लोगों के बचाव में जो प्रतिबंध लगाये गये थे, अधिकांश लोगों ने उनका पालन किया, किन्तु बहुत से दैनिक मजदूर अपना रोजगार छिन जाने और भुखमरी से तंग आकर अपने पैत्रिक गांव लौटने लगे, हालांकि सरकार ने उनके रहने और राशन की व्यवस्था भी की, परन्तु स्थिति में सुधार नहीं हुआ। तत्पश्चात सरकार ने उनकी कोरोना जांच के बाद उनको गांव लौटने की पूरी व्यवस्था भी कर दी, जिन्हें तकनीकी जानकारी नहीं थी,वे अपने परिवार के साथ पैदल ही सड़कों पर गांव जाने हेतु विकट यात्रा पर निकल पड़े, कुछ की रास्ते में ही मौत हो गई।
          सरकार पूरे देश के नागरिको की कोरोना जांच करने तथा पोजेटिव लोगों को राहत शिविरों में रख कर उनका इलाज करा कर उनके भोजन का प्रबन्ध भी कर रही है। 
      सरकार अपने मकसद में अब कामयाब भी हो रही है। विश्व की तुलना में भारत इस महामारी कोरोना वायरस पर नियंत्रण पाने में सफल रहा है। हमारे प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के कुशल नेतृत्व में हम भारत वासी कोरोना तो क्या, अपने पड़ोसी देश को उसकी हरकतों के लिए छठी का दूध भी याद करा सकते हैं। 
       हमने २ मार्च से कोरोना वायरस से लोहा लेना शुरू किया था , आज भारत विश्व के समस्त देशों में इस महामारी पर नियंत्रण पाने में सर्व प्रथम है। सभी विकसित देशों में यदि मौत के आंकड़े पर विचार किया जाय तो भारत में स बसे कम मौतें हुई हैं। यह हमारे भारत वासियों की अनुशासन की भावना को दर्शाता है। हम कह सकते हैं कि 
      हम होंगे कामयाब एक दिन।।
  - सीता राम चौहान पथिक 
दिल्ली
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