क्या इम्यूनिटी बढने से हारेगा कोरोना ?

कहते हैं कि कोरोना को हराने के लिए शरीर मे इम्यूनिटी को बढना चाहिए । जिसमें बिमारियों से लड़ने की क्षमता बढती है । इससे अधिक तो मेरे जैसे कोई सलाह नहीं दे सकता है । यहीं " आज की चर्चा " का प्रमुख विषय  है ।अब आये विचारों को देखते हैं : -
हाँ जी इम्युनिटी बढ़ाने से निश्चित ही कोरोना हार जाएगा ये बात सभी बड़े चिकित्सक व स्वास्थ्य वैज्ञानिक बोल रहे हैं हमारे शरीर में मौजूद रोग प्रतिरोधक क्षमता रोगों से लड़कर शरीर की रक्षा करती है ।रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय ने एडवाइरी जारी करते हुए घरेलू नुस्खों को अपनाने पर जोर दिया है। आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सा के फायदों के बारे में बताते हुए लोगों से अपील की है। कुछ भी हो बस इम्युनिटी बढ़ाई जाए इस बात पर विशेष ज़ोर दिया गया ।
     इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाए रखने के लिए हेल्दी डाइट लेना चाहिए जैसे विटामिन C- विटामिन सी में एंटीऑक्सिडेंट मौजूद होते हैं जो फ्री रेडिकल्स के कारण शरीर को होने वाले क्षति एवं संक्रमण से भी बचाते हैं । विटामिन सी युक्त भोज्य पदार्थ हैं-
फल जैसे- नींबू, संतरा, अंगूर, पपीता, स्ट्रॉबेरी, आंवला 
सब्जियां जैसे- ब्रोकोली, हरी मिर्च, लाल व पीली शिमला मिर्च, टमाटर ।     और लाइफस्टाल के लिए पांच ग्राम हरीतकी (हरड़) रोजाना दिन में दो बार गर्म पानी के साथ लें, दिन में दो बार रोजाना गिलोय वटी का सेवन करें, काली मिर्च और अदरक से बने त्रिकूट का पांच ग्राम पाउडर तुलसी की तीन से पांच पत्तियों के साथ गर्म पानी में मिलाकर कर प्रयोग करें। आयुष काढ़ा पियें । सरसों  के तेल की दो-दो बूंदें रोजाना रात्रि में सोने के पहले नाक में लगाएँ रोज़ सुबह शाम गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करें और पियें ।
 उपरोक्त घरेलू व आसान उपचार इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाने में मदद करते हैं तथा कोरोना जैसी क्या किसी भी संक्रामक बीमारी से बचाव करता है । जब किसी भी रोग की दवा अथवा वैक्सीन न बनी हो तो शरीर की इन्युनिटी ही एकमात्र विकल्प है जो कोरोना से बचा सकती है ।
- डॉ भूपेन्द्र कुमार 
 बिजनौर - उत्तर प्रदेश
बात सही है परंतु हरेक चीज की एक सीमा भी होती है। मुझे याद है बहुत पुरानी बात है एक साबुन को लेकर कहा गया कि इससे चेहरे में निखार आता है। यह जानकर एक बहन ने पूरी साबुन की टिकिया को लगातार  चेहरे पर मलती रही जिसकी वजह से चेहरे पर दूसरा कोई प्रभाव पड़ गया और परेशानियां बढ़ गईं । कहा भी गया अति कोई भी कभी नहीं करना चाहिए। आशय यह कि इम्यूनिटी बढ़ाने में भी सावधानी और संयम रखें। अच्छा होगा चिकित्सक या वैद्य से परामर्श लेकर ही कोई दवा का सेवन करें। मात्रा और समय का ध्यान भी रखें और पालन करें। ऐसा भी सुना है कि किसी दवा आदि के लगातार लेते रहने से हमारा शरीर उसका आदी हो जाता है फिर उसके न लेने पर परेशानी प्रारंभ हो जाती हैं। अतः सावधानी और मार्गदर्शन बहुत जरूरी है। ये मेरे व्यक्तिगत विचार हैं।
- नरेन्द्र श्रीवास्तव
गाडरवारा - मध्यप्रदेश
जब कोरोना बीमारी का कोई इलाज नही है , ऐसे समय मे एक बड़ी संख्या में लगातार ठीक होते मरीज व डॉक्टरो द्वारा लगातार इम्यूनिटी पर केंद्रीत कराये जा रहे ध्यान से ये सिद्ध हो रहा है कि मजबूत इम्यूनिटी के लोगो पर कोरोना का प्रभाव ज्यादा समय तक नही रहता और ऐसे लोगो मे कोरोना के लक्षण भी नाम मात्र को ही पाए जाते है , क्योंकि ऐसे लोगो की मजबूत इम्युनिटी लगातार इस वायरस से लड़ते हुए उसे पहले ही छीन भिन्न व प्रभावहीन कर देती है ।
लाइलाज बीमारी में 50 प्रतिशत लोगो का शीघ्र ही रिकवर हो जाना , बताता है कि उनकी इच्छाशक्ति व इम्युनिटी जबरदस्त है , जो लगातार किसी भी बीमारी से लड़ने में कारगर साबित होती है । इसीलिए हमे लगातार व्यायाम, व अपने खाने पीने की आदतों को सुधारते हुए अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाना होगा । जो हमारे लिए ऐसे समय मे भी कारगर साबित है , जब कोरोना का कोई इलाज ही नही है । 
- परीक्षीत गुप्ता
बिजनौर -  उत्तरप्रदेश
वैज्ञानिकों का ऐसा मानना है कि यदि हमारा इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ेगा तो हम इस महामारी से बचे रहेंगे इसलिए उम्मीद सिस्टम को बनाने के लिए हमारे पुराने आयुर्वेद के तरीके को सभी लोग अपना रहे हैं।100 साल पहले जब प्लेट भी फैला था तो जिसकी प्रतिरोधक क्षमता अधिक है वह बीमारियों से अधिक दिन तक देर तक लड़ सकता है और उसके ऊपर वायरस का कोई असर नहीं होगा ऐसा सभी डॉक्टर भी कह रहे हैं इसीलिए हमें प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना चाहिए और तुलसी नीम गिलोय आदि आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग करना चाहिए और काढ़ा सुबह-शाम पीना चाहिए रोक से डरना नहीं है रोक को हराना है।
स्वास्थ्य का विशेष ध्यान देना है क्योंकि स्वास्थ सच्चा धन है।
*स्वस्थ रहो मस्त रहो हर रोग भागेगा 
- प्रीति मिश्रा 
जबलपुर - मध्य प्रदेश
अवश्य हारेगा, इम्यूनिटी बढ़ने से कोरोना अवश्य हारेगा। सीधी सी बात है ,जब शरीर मजबूत होगा रोग प्रतिरोधक क्षमता बलवान होगी, तो कोई भी वायरस और बैक्टीरिया उस पर अपना प्रभाव नहीं डाल सकेगा। जिस प्रकार मजबूत दीवार होने पर दुश्मन उसे नहीं भेद पाता,इसी प्रकार शरीर की इम्यूनिटी पावर मजबूत होने पर लोग रूपी शत्रु शरीर पर प्रभाव नहीं डाल पाता।
जिस तरह संक्रमण बढ़ रहा है, वह बहुत ही चिंताजनक स्थिति है। सबकुछ कर सकती है सरकार, लेकिन अपनी इम्युनिटी तो आपको ही बनानी होगी।बनाए रखियेगा इसे,कोरोना हारेगा और जीतेगा मानव। रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी दिशा निर्देश दिए हैं। जिसमें मास्क प्रयोग करना, हैंड वॉश और आयुष काढ़ा का सेवन विशेष रुप से उल्लेखनीय है। इन गाइडलाइंस प्रयोग करते हुए इम्यूनिटी को बढ़ाना है और कोरोना हराना है। 
- डॉ.अनिल शर्मा 'अनिल'
धामपुर - उत्तर प्रदेश
हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) जितनी अधिक प्रबल होगी उतना ही अधिक सशक्त रूप से हम मानव शरीर पर हमला करने वाले विषाणुओं से लड़ सकते हैं और विषाणु से उत्पन्न रोगों पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।
कोरोना को हराने के लिए भी हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता का बलवती होना अत्यन्त आवश्यक है। भारत में कोरोना से ठीक होने वाले व्यक्तियों की प्रतिशतता आशा का संचार करती है। इसकी वजह हमारी प्राकृतिक, भौगोलिक,  सामाजिक परिस्थितियों के साथ-साथ भारतीयों का विषम परिस्थितियों में दृढ़ मानसिक शक्ति के साथ लड़ने का हौसला जैसे कारक हो सकते हैं। परन्तु यह तथ्य सर्वोपरि है कि कोरोना से अपनी सुरक्षा हेतु हमें अपनी प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करना अति आवश्यक है।
इम्युनिटी में वृद्धि करने के साधनों से देश का जनमानस अब तक पूरी तरह से जान गया है। योग करना, आयुष काढ़ा पीना, धूम्रपान-मद्यपान ना करना, उचित आहार आदि आदि से सभी परिचित हैं, बस अपनी जीवनशैली में इन सभी बातों को सम्मिलित करने की आवश्यकता है।
यहां पर यह कहना भी आवश्यक है कि प्रतिरोधक क्षमता कोरोना से लड़ने के लिए आवश्यक है परन्तु कोरोना को पूरी तरह से हराने के लिए स्व-लाॅकडाउन और सामाजिक/शारीरिक दूरी एवं मास्क के प्रयोग जैसी अन्य सावधानियों का पालन करना हम सभी के लिए अभी भी नितान्त आवश्यक है।
- सत्येन्द्र शर्मा 'तरंग'
देहरादून - उत्तराखण्ड
     जब कोई भी बीमारियां ग्रसित होती हैं, सामान्यतः कमजोरियों का आभास हो ही जाता हैं। जिसके कारण जनजीवन के साथ ही साथ जीवन यापन प्रभावित होता हैं। लेकिन कमजोरियों के कारण भी तरह-तरह की बीमारियों का शिकार होता हैं। विटामिन भी आमजनों के शरीर रचना के आधार पर ही विटामिन दिया जाना चाहिए, नहीं तो विटामिन का भी दुष्परिणाम सामने आता हैं। कोरोना महामारी के कारण बीमारी जनों की संख्याओं में बढ़ोतरी के कारण, उसी आधार पर विटामिन दी जाने से बीमार मरीज को शरीर में राहत मिल सकती हैं। विटामिन दवाई के साथ ही साथ फल फूल का उपयोग करना चाहिए। कोशिश यह करनी पड़ेगी जब किसी भी तरह के आक्रामक चिंता से ग्रसित न हो। प्रातःकाल से अपनी दिनचर्या परिवर्तित करनी होगी, खान पान स्वच्छता की ओर ध्यानाकर्षण करना भी आवश्यकता प्रयास किया जाना चाहिये।
- आचार्य डाॅ.वीरेन्द्र सिंह गहरवार 'वीर'
 बालाघाट - मध्यप्रदेश
जी हां, डॉक्टरों के अनुसार बीमारियों से बचे रहने में इम्यूनिटी अहम रोल अदा करती है। कोरोना के मामले में भी यही देखा जा रहा है। कोरोना कम इम्यूनिटी वाले व्यक्ति को ज्यादा क्षति पहुंचा रहा है।
बूढ़े और कमजोर लोगों को यह वायरस ज्यादा अपने चपेट में ले रहा है। जिनकी प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा मजबूत होती है वे लोग इस संक्रमण से लड़ पाने में सक्षम हो रहे हैं और उनके ठीक होने की संभावना बढ़ रही है।
अभी तक इस बीमारी का कोई वैक्सीन नहीं बना है जिससे इलाज हो सके। इसलिए जरूरी है कि हम अपने शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाएं ताकि कोरोना से जंग जीत सकें।
     यह संक्रमित बीमारी फेफड़ों पर धावा बोलती है इसलिए फेफड़ों का मजबूत होना अति आवश्यक है। अपने शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने हेतु कुछ महत्वपूर्ण तथ्य पर ध्यान देने की जरूरत है। जैसे --नियमित व्यायाम द्वारा अच्छे स्वास्थ्य, उच्च रक्तचाप और वजन को नियंत्रित करने से इम्यूनिटी को बढ़ावा मिलेगा।
  तनाव कम लें ताकि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर बुरा असर न पड़े। तनाव से श्वसन संबंधी बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है।
   अच्छी नींद लें। शराब का सेवन न करें। शराब के सेवन से प्रतिरक्षा प्रणाली प्रभावित होती है।
    उचित आहार लें। इम्यूनिटी बढ़ाने वाले आहार में अदरक, खट्टे फल, हल्दी शामिल हैं। खट्टे फलों में विटामिन सी की अच्छी मात्रा पाई जाती है जिसकी वजह से व्यक्ति के शरीर में WBC का उत्पादन बढ़ने के साथ इम्यूनिटी भी बेहतर बनती है। इसी तरह इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने हेतु प्रतिदिन 4-5 तुलसी की पत्तियां, 4-5 कली लहसुन खाना भी फायदेमंद है। दूध विटामिन डी का अच्छा स्रोत है। एक गिलास रात में जरूर लें। दही भी इम्यूनिटी को बढ़ाने में सहायक होती है।    
       इन सभी महत्वपूर्ण तथ्यों का ध्यान रखते हुए हम अपने शरीर के इम्यूनिटी को बढ़ा सकते हैं और कोरोनावायरस के संक्रमण से खुद को बचा सकते हैं और कोरोना को हराकर जंग जीत सकते हैं।
                                  - सुनीता रानी राठौर
                               ग्रेटर नोएडा - उत्तर प्रदेश
कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है ।
 इससे बचाव का व्हाट्सएप पर कितने ही मैसेज वायरल किए जा रहे हैं । उनमें से आयुष काढा काढ़ा बनाकर पीना प्रमुख है महत्वपूर्ण है।
 अन्य देशों की तुलना में भारत में कोरो ना संक्रमित व्यक्ति अस्पताल से ठीक होकर अपने घर पहुंचे हैं क्योंकि उनकी इम्यूनिटी पावर मजबूती थी 
  अन्य देशों की तुलना में अधिक ठीक होने वाले व्यक्तियों की संख्या हमारे देश में सबसे अधिक है ।
 क्योंकि हमारे देश भारत का खान पान अन्य देशों की अपेक्षा शरीर की  इम्यूनिटी बढ़ाने वाला ही है।
 अभी कोरो ना काल में अधिकतम सभी व्यक्ति  आयुष काढ़ा बनाकर पी रहे हैं यही नहीं भारत में ही नहीं विदेशों में भी  आयुष  काढा बनाकर पी रहे हैं जो कि हमारे शरीर  के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करता है  कोरोना वायरस से सुरक्षा के साथ-साथ हमें अपने शरीर की इम्यूनिटी पावर बढ़ाना आवश्यक है ।
तभी हम कोरो ना का ल में स्वस्थ रह सकते हैं तथाकोरोना को मात दे सकते हैं ।
दुर्भाग्यवश अगर व्यक्ति संक्रमित हो जाता है  तब जान जाने का खतरा नहीं रहता  ।
अतः हमें  अपनी दिनचर्या में आहार बिहार व  योग पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। जान है तो जहान है ।
      -  रंजना हरित
बिजनौर  - उत्तर प्रदेश
 कोविड-19 वैश्विक महामारी करोना ने पूरे विश्व के लोगों को समस्या में डाल दिया है। उसकी अभी तक वैक्सीन नहीं बना पाए हैं कहा जा रहा है की वैज्ञानिकों ने इसका वर्तमान इलाज लाभ दान और लॉकडाउन के अंतर्गत नियमों का पालन करने से कुछ हद तक राहत मिल सकती है इसी आशा के लॉक डाउन लगाकर पालन किया जा रहा है और कुछ राहत भी मिल रही है लेकिन करो ना का बढ़ोतरी पर कमी नहीं हो रही है एक बात यह भी सुनने में वैज्ञानिकों से मिल रहा है कि अभी करो ना वैश्विक महामारी में मरने वालों में  जिसकी इम्यूनिटी कौन थी, और मांसाहारी लोगों में करो ना अभी प्रभावित किया ऐसा वैज्ञानिकों का मानना है अतः संभावना व्यक्त किया जा रहा है कि भविष्य में करो ना से बचने के लिए हर व्यक्ति को इम्यूनिटी पर ध्यान देना होगा अर्थात इम्यूनिटी को बढ़ाना होगा अभी कि मैंने कि शरीर में रहने से किसी भी विषाणु अटैक नहीं करेगा ऐसा डॉक्टरों और विशेषज्ञों का मानना है अतः हर व्यक्ति को हर उम्र के व्यक्ति को अपने इम्यूनिटी बढ़ाने पर ध्यान देना होगा वर्तमान करो ना के अध्ययन से यह पता चला है कि जिसकी इम्यूनिटी ठीक है उसे करो ना अटैक नहीं कर रहा है और जिसका इम्यूनिटी कमजोर है उसे करो ना अटैक कर रहा है ऐसा सुनने में मिल रहा है कहां तक सही है यह मैंने कहा नहीं जा सकता लेकिन लोग बात ऐसी कह रहे हैं जिसकी इम्यूनिटी अधिक होती है उसे किसी भी प्रकार की   विषाक्त जीवाणु  अटैक नहीं कर पाता इस नियम से यह कहना बनता है कि  इम्यूनिटी बढ़ाने से करो ना हारेगा फिलहाल वर्तमान में वैज्ञानिकों और डॉक्टरों का यही कहना है अतः हर व्यक्ति की यूनिटी कैसे बढ़े ईश्वर हमारे बड़े बुजुर्गों भाइयों को इस बात पर बैठकर चर्चा करनी चाहिए ताकि इम्यूनिटी बढ़ाने का उपाय का प्रियंका यूनिटी बढ़ाने के लिए योजना बनाई जाए ताकि भारत का ही नहीं पूरे विश्व के लोगों को इस बात पर विचार करना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित रखा जा सके मनुष्य शरीर की इम्युनिटी बढ़ाने के पहले धरती की मिट्टी की यूनिटी बढ़ाना होगा तभी शुद्ध फसलें से शुद्ध भोजन पदार्थ मिल पाएगा शुद्ध पदार्थ से 90 में विकास होगा और विषाक्त भोजन से मुक्ति मिलेगी और करो ना हारेगा मानव को गहराई के समझ कर जीना होगा तभी करो ना से मुक्ति मिलेगी।
- उर्मिला सिदार
रायगढ़ - छत्तीसगढ़
कोरोना वायरस और फ़्लू के मद्दे नज़र स्वास्थ्य का ध्यान रखना सभी तरह के संक्रमणों को प्रभावी तरीके से रोकना जरूरी है l कोरोना संक्रमण के चलते इम्युनिटी के प्रति सजग हमें रहना होगा l दवाओं की अपेक्षा प्राकृतिक तरीके से प्रति रक्षा प्रणाली मजबूत करना काफी अच्छा है इसके लिए विटामिन सी काफी अच्छा स्रोत है l लहसुन व अदरक गले की खराश और बी. पी. कंट्रोल तथा इम्युनिटी बढ़ाते हैं l हावर्ड विश्वविद्यालय के डॉ. विलियम ली ने 30 वर्षो के अनुभव से बताया की यदि बूस्टर डाइट से इम्युनिटी बढ़ाते हैं तो डिमोशिया से लेकर कैंसर तक को हरा सकते हैं l हरे रंग की एप्पल में उपलब्ध ओलिफिनॉल शरीर की प्रतिरोधक क्षमता तेजी से बढ़ाती है l पालक, गाजर के जूस भी उत्तम हैं l एम्स में फिजिशन संजय के. राय. के अनुसार शरीर का वह प्राकृतिक तंत्र जो शरीर को रोगों से दूर रखता है और किसी रोग से हमें बाहर निकलता है, वह इम्युनिटी है l हमारा इम्यूम सिस्टम एक दो दिन में खराब नहीं होता है l लम्बे समय तक अस्वस्थ्य जीवन शैली व असंतुलन खान पान इम्यून सिस्टम बिगाड़ देता है l जंक फूड, धूम्रपान, शराब सेवन, व्यायाम न करना, विटामिन व खनिज पदार्थो की कमी, ज्यादा तनाव, नींद पूरी न होना और प्रदूषण युक्त वातावरण व कुछ बीमारियाँ प्रतिरक्षा तंत्र को खत्म कर देती हैं तथा संक्रमण हावी हो जाते हैं l कमजोर इम्यून सिस्टम रोगों के प्रति अधिक संवेदनशील होता है l घर एवं आसपास की सफाई व पोषक तत्वों से घर का खाना ही रक्षा तंत्र को मजबूत बनायेगाl फाइवर युक्त खाना तथाज्यादा से ज्यादा पानी पीने से संक्रमण से दूरी बनाई जा सकती है l अधिक वसा वाले भोजन से परहेज करें l धूल मिट्टी व प्रदूषित वातावरण से बचें l व्यायाम इम्युनिटी बढ़ाने में सकारात्मक भूमिका अदा करता है l नियमित व्यायाम न केवल शारीरिकतौर पर हमें मजबूत बनाता है अपितु मानसिक रूप से भी मजबूत बनाता है साथ ही मानसिक तनाव कम करके एकाग्रता बढ़ाता है l इम्युनिटी बढ़ाने के लिए खाने में शामिल करें --हर्बल या ग्रीन टी, अंकुरित व काले चने, ताजे फल, मशरूम, पीली -लाल शिमला मिर्च, सूखे मेवे, विटामिन सी युक्त फल संतरा, नीबूं, अंगूर, अदरक का प्रयोग करें l विटामिन डी की पूर्ति के लिए पर्याप्त धूप का सेवन करें l हींग, आजमाईन, धनिया और पोधीने का प्रयोग करें l रोगों के प्रति इम्युनिटी बढ़ाकर लड़े, डरे नहीं l डॉ. कविता गोयल के अनुसार कोरोना संक्रमण की आशंका होते ही नमक के पानी से गरारे करें तथा दूध में कच्ची हल्दी डालकर पीये और इन सबसे ऊपर है अपना मनोबल, आत्मविश्वास बनाये रखना l 
मैं समुंदर हूँ कुल्हाड़ी से कट सकता नहीं l 
कोई फ़व्वारा नहीं हूँ जो उबल पड़ता है ll 
             चलते चलते ----
1. जिंदगी क्या है खुद ही समझ जाओगे l 
बारिशों में पतंगें उड़ाया करो ll 
2. बस्ती बस्ती यह दहशत किसने बो दी है? 
गलियों, बाजारों की हलचल भेजो ना ll
- डॉ. छाया शर्मा
अजमेर - राजस्थान
     यह एक सर्वविदित सत्य है कि उसी व्यक्ति पर बीमारी या संक्रमण अथवा  अन्य किसी विपरीत स्थिति का प्रभाव होता है जिसकी इम्यूनिटी अर्थात रोग प्रतिरोधक शक्ति कमजोर होती है। यह देखा गया है कि एक ही स्थान पर रहते हुए बहुत से लोगों में संक्रमण या अन्य बीमारी के लक्षण जल्दी से पाए जाते हैं और वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों पर इनका असर बिल्कुल ही नहीं होता है। इसका अगर कारण खोजा जाये तो यह बात स्पष्ट होती है कि वही लोग बीमारी या संक्रमण से जल्दी प्रभावित होते हैं जिनकी बीमारियों से लड़ने की क्षमता या शक्ति कमजोर होती है। यह बात कोरोना  के संदर्भ में भी लागू होती है। बहुत से लोग कोरोना के संक्रमण के प्रभाव में जल्दी आए क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर थी। कमजोर इम्यूनिटी बाले लोग  जल्दी ही किसी न किसी  बीमारी के शिकार हो जाते हैं । यह भी देखा गया कि बहुत से लोग जिनकी उम्र 70 और 80 के आसपास थी उन पर कोरोना के संक्रमण का असर हुआ लेकिन उनकी रोग प्रतिरोधक शक्ति अच्छी होने की वजह से जल्दी ठीक भी हो गये। तो यह कहना गलत नहीं होगा कि यदि हमारी इम्यूनिटी अर्थात्  रोग प्रतिरोधक शक्ति मजबूत है तो हम कोरोना के संक्रमण से और अन्य किसी भी प्रकार के संक्रमण या बीमारी से बचे रहेंगे और इसलिए बहुत आवश्यक है कि हम सभी अपनी  रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने का सदैव प्रयास करें। धन्यवाद।
-  डॉ अरविंद श्रीवास्तव 'असीम' 
दतिया - मध्य प्रदेश
      कहते हैं जब सब दरवाजे बंद हो जाएं, तो भी ईश्वर का दर खुला मिलता है। किन्तु कोरोनाकाल में ऐसा नहीं हुआ। क्योंकि सरकार ने आस्था अर्थात मंदिर मस्जिद गुरुद्वारे एवं चर्च बंद कर दिए थे। ऐसा ना केवल भारत में हुआ बल्कि विश्व भर में देखने को मिला था।
      ईश्वर के अस्तित्व को ठेस पहुंचाने के साथ-साथ कोरोना विषाणु ने धन पर अभिमान करने वाले बड़े-बड़े धनवानों से भी थालियां पिटवा कर उनका घमंड तोड़ा है। 
      उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय कानून को सुविधाजनक बनाने के सहयोग, अन्तर्राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, मानव अधिकार और विश्व शान्ति की आड़ में संयुक्त राष्ट्र संघ के पांचों राष्ट्र अपनी स्वार्थपूर्ति हेतु वीटो पावर की धौंस जमाने से बाज़ नहीं आते थे और किसी न किसी बहाने से दूसरे देशों के गृह मामलों में टांग अड़ाते नहीं थकते थे। परंतु वर्तमान कोरोना विषाणु के कारण अमेरिका और चीन के रिश्तों में खटास पैदा हो गई है। जो जगजाहिर हो चुकी है और अमेरिका चीन फ्रांस यूके व रूस जैसी महाशक्तियों की वीटो पावर धरी की धरी रह गई। 
      यही नहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन के सौतेले व्यवहार का पर्दाफाश भी कोरोना विषाणु ने ही सिद्ध किया है। जबकि सर्वविदित है कि संयुक्त राष्ट्र संघ एवं उससे मान्यता प्राप्त मानवाधिकार संगठन आरंभ से ही सौतेला व्यवहार करने में अग्रिम हैं‌। यही नहीं बल्कि उक्त संगठन के कार्यकर्ता मानवता के नाम पर धन एकत्रित करने का स्रोत मात्र हैं। जो पीड़ित व्यक्ति से उसका सहयोग करने के नाम पर उससे धन मांगने पर भी शर्म नहीं करते। स्पष्ट कहें तो वह गिद्धों को मात देते हुए जीवित मानव मांस को नोचने से पीछे नहीं हटते।
      इन हालातों में मानव के पास कोरोना विषाणु से बचने के लिए इम्यूनिटी के सिवाय कुछ नहीं बचता। अतः स्पष्ट है कि इम्यूनिटी बढ़ने से ही कोरोना हारेगा।
- इन्दु भूषण बाली
जम्मू - जम्मू कश्मीर
यह बिल्कुल सही बात है की शरीर की  इम्यूनिटी अच्छी होने से कोरोना को हराने में मदद मिलेगी दरअसल शरीर का इम्यून सिस्टम विभिन्न प्रकार के रोगाणुओं से हमारी सुरक्षा करता है और हम रोगों से बचे रहती हैं किसी भी बीमारी के लक्षण शरीर में तभी दिखाई देते हैं जब इम्यून सिस्टम  उनको रोगाणुको समाप्त नहीं कर पाता और हम बीमार हो जाते हैं वास्तव में शरीर में बुखार का आना भी शरीर की रोगाणुओं से लड़ने की इस प्रक्रिया का ही हिस्सा है यदि हम शरीर की इम्युनिटी को बेहतर बना ले तो बहुत से रोगों से बचे रह सकते हैं और रोगाण हमारे शरीर को नुकसान नहीं पहुंचा पाते कोरोना के संकट काल में हमें चाहिए कि हम ऐसे पदार्थों का सेवन करें जिससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता अर्थात इम्यून सिस्टम बेहतर हो सके सुबह के समय कम से कम दो-तीन गिलास गर्म पानी का सेवन अवश्य करें और यदि उसमें नींबू भी डाल सके तो बहुत अच्छा है काली मिर्च सोंठ पाउडर पीपली हाथी का प्रयोग पाउडर के रूप में गर्म पानी के साथ केसाथ अथवा इन का काढ़ा बनाकर कर ले सकते हैं गोल्डन मिल्क अर्थात दूध में थोड़ी हल्दी मिलाकर पीना भी बहुत लाभकारी रहेगा सुरक्षात्मक उपायों को अपनाकर एवं शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को अच्छी बना कर हम कोरोना को अवश्य  ही हरा सकते हैं प्रतिदिन योग व व्यायाम करें और यदि कम से कम आधा घण्टा टहले तो बहुत लाभकारी रहेगा और हाँ ठण्डी चीजों से बचे भोजन ताजा व गर्म ही करें
- प्रमोद कुमार प्रेम 
नजीबाबाद - उत्तर प्रदेश
आज का विषय अत्यधिक महत्वपूर्ण है विशेषकर कोरोना वायरस से लड़ने के लिए ज्ञान देता है।  हमें यह जानना होगा कि आखिर इम्यून सिस्टम की बात क्यों करते हैं?  हमारे शरीर में रोगजनक जीवाणु होते हैं।  डीएनए और आरएनए। डीएनए वायरस खुद काबू हो जाते हैं। आरएनए वालों के लिए हमारे शरीर को लड़ना पड़ता है। रोगजनक जीवाणुओं और विषाणुओं के लिए हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत होना चाहिए। अब हमें इम्यून सिस्टम दिखता तो नहीं है जिसे हम महसूस कर सकें। 80 प्रतिशत इम्यून सिस्टम हमारे पेट में होता है।  यदि हमारा पाचन तंत्र ठीक काम करेगा तो हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत रहेगा। हम इम्यूनिटी बढ़ाने की बात करते हैं तो हमें यह जानना होगा कि किन किन तरीकों से ऐसा किया जा सकता है। इसके लिए उत्तम है दही का सेवन।  लहसुन भी उत्तम है। लहसुन को छोटे टुकड़े काट कर 5-7 मिनट हवा लगने दें। हवा लगने से उनमें जीवाणुरोधी पैप्टाइड्स पैदा होते हैं जो हमारे गट सिस्टम को प्रभावित करने वाले रोगजनक जीवाणुओं को शरीर से निकालने में मदद करते हैं। कई दिनों तक सेवन करने के बाद जब मुख से लहसुन की अत्यधिक महक आने लगे तो बंद कर दीजिए। इम्यून सिस्टम काफी मजबूत हो चुका होता है। अदरक भी बहुत बढ़िया है। अदरक को एक चम्मच के बराबर कद्दूकस कर लीजिये और 6 कप पानी में डालकर उबालें। 3 कप रह जाने पर शहद या गुड़ के साथ सेवन करें। इम्यून सिस्टम मजबूत होगा। यह रक्त को भी पतला करता है।  आजकल खुमानी का मौसम है। हल्के संतरी रंग वाली खुमानी इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है। इम्यून सिस्टम को मजबूत करने का अर्थ है हमारे शरीर में कोरोना वायरस के आक्रमण से लोहा लेने के लिए प्रथम सुरक्षा पंक्ति तैयार करना। जितना मजबूत हमारा इम्यून सिस्टम होगा उतना ही हम कोरोना वायरस को पराजित कर पायेंगे। विटामिन ए और डी भी हमारी इम्यूनिटी बढ़ाता है।  यदि किसी का शरीर बहुत मजबूत है तो इसका कदापि यह अर्थ नहीं है कि उसका इम्यून सिस्टम भी मजबूत होगा। संक्षिप्त में दी गई जानकारी से हम सभी समझ सकते हैं कि हमारी इम्यूनिटी बढ़ने से हम कोरोना वायरस को हरा पायेंगे। 
- सुदर्शन खन्ना
 दिल्ली
कोरोना महामारी को हराने के लिए शरीर मे इम्यूनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) का होना जरुरी है। शरीर मे इम्यूनिटी रहने से कोरोना को हराया जा सकता है। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए सरकार और सामाजिक, राजनीतिक लोगों द्वारा होम्योपैथी दवा, देशी काढ़ा, पोस्टिक आहार घर घर मे दिया जा रहा है। इसके साथ ही बाहर से आने पर कलोरटाईन सेंटरों में भी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए ये सारी चीजें सरकार की ओर से दी जा रही है। कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा भी 10 साल से कम उम्र के बच्चे और 60 साल से अधिक उम्र वाले बुजुर्गों को घर से निकलने के लिए मना किया जा रहा है, जिसका कारण है कि उनके शरीर मे इम्यूनिटी कम होती है। कोरोना कमजोर शरीर वालों पर जोर से असर करता है। इसलिए सरकार भी लोगों में इम्यूनिटी बढ़ाने पर जोर दे रही है। कोरोना के केश भारत में बहुत ही तेजी से बढ़  रहा है। इसके साथ ही मरने वालों की संख्या भो बढ़ते जा रही है। कोरोना संक्रमण के मामले में भारत विश्व चौथे सतह पर पहुँच गया है। भारत में पिछले 24 घंटे में 11 हजार 458 लोग संक्रमित हुए हैं, जबकि 386 लोगों की जान गई है। देश मे कोरोना संक्रमितों की संख 3 लाख पार कर गया है, जबकि 8884 से अधिक लोगों की मौत हुई है। इस परिस्थिति में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए शरीर मे इम्यूनिटी का होना जरूरी है। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग पा पालन करना, मास्क पहनना, साबुन से हाथ धोना, घर और आस पास में सफाई रखना जरूरी है।
- अंकिता सिन्हा साहित्यकार
जमशेदपुर -  झारखंड
घर में रहना कोरोना वायरस को मात देने में काफी कारगर है, इसके साथ ही आप अपने खान-पीन में हल्के बदलाव कर इस जंग में खुद को मज़बूत कर सकते हैं। इस महामारी के भयावह परिणामों से बचने में सोशल डिस्टेंसिंग, हैंडवॉशिंग और क्वारंटीन से निस्संदेह काफी मदद मिलेगी। हालांकि, आपका खान-पान भी इस सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट से बचने में सहायक होगा।
ऐसे में आप अपनी इम्यूनिटी के लिए अपनी खान पीन की आदतों में कुछ दिन के लिए बदलाव कर सकते हैं। कुछ खाने की चीजें कुदरती तौर पर प्रतिरक्षा बढ़ाती हैं और हमें किसी भी बीमारी से लड़ने में मजबूत बनाती हैं। , आप कुदरती तौर पर और संपूर्ण शरीर के लिए प्रतिरक्षा बढ़ाने के मकसद से निम्नलिखित चीजें ज्यादा खाएं-
फल
फलो में आप संतरा, जामुन, कीवी आदि का इस्तेमाल ज्यादा करें।खट्टी चीजें भी सामिल करे 
सब्जियां
सब्जियों में टमाटर, ब्रोकली, पालक, गाजर और चुकंदर, शिमला मिर्च ज्यादा काम में लें।
मैथी , लौकी , गिलकी था भी उपयोग करे ! 
नट्स और अन्य
साथ ही अदरक, लहसुन, हल्दी, ग्रीन टी, बादाम (रात भर भिगोकर), अखरोट भी खाना शुरू करें।
पेय पदार्थ
इम्युनिटी बढ़ाने में खाद्य पदार्थों के साथ पेय पदार्थों का भी महत्व है। पर हम अक्सर उन्हें नजरअंदाज कर देते हैं जबकि संतुलित आहार के लिए स्वास्थ्यवर्धक पेय लेना जरूरी है। स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों से बचने के लिए दिन में 2.5-3.0 लीटर पेय पदार्थों का सेवन आवश्यक है। यह बहुत ज्यादा लग सकता है लेकिन हर 15-20 मिनट पर दो घूंट पानी पीने से भी काम बन जाएगा। हालांकि सादा पानी जरूरत के हिसाब से सही माना जाता है पर नारियल पानी, घर का बना ताजे फलों का जूस, दूध, छाछ बहुत लाभदायक हो सकता है।
इम्युनीटी पर हमारी जीवनशैली, खास कर आहार का बड़ा असर होता है। खाद्य और पेय पदार्थ के रूप में आप जो उपभोग करते हैं उसी से आपका प्रतिरक्षा तंत्र विकसित होता है। इसलिए सही पोषक तत्वों का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण है। आज के दौर में अंग्रेजी की पुरानी कहावत हमेशा याद रखें - 'योर बॉडी इज़ व्हाट यू ईट' अर्थात आहार आपके शरीर का आधार हैं।
आज कोरोना काल में गर्म पेय ज्यादा ले।
- आश्विन पाण्डेय
मुम्बई - महाराष्ट्र
कोरोना वायरस से बचने के लिए इन सब बिंदुओं पर ध्यान देना होगा।
1)20 सेकंड तक साबुन से हाथ धोये  सैनिटाइजर प्रयोग करें तथा सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करें।
2) घर पर रहें सुरक्षित रहें अगर अति आवश्यक काम है ,तो बाहर मास्क पहनकर निकले।
3) इम्यूनिटी को बढ़ाएं इसके लिए प्रत्येक दिन  निचे लिखे हुऐ चीज को खाने में शामिल करें।
हल्दी, लहसुन,अदरख, नींबू, संतरा ,पपीता,लाल शिमला मिर्च, ब्रोकली,सेव यह सब मे विटामिन सी प्रचुर मात्रा में मिलता है।
विटामिन डी के लिए बादाम गिरी, अखरोट,धूप,दूध है।
धूप में कम से कम आधा घंटा जरूर बैठे। 
रात में सोने से पहले एक चमच हल्दी पाउडर मिला हुआ एक ग्लास गरम दूध जरूर पिए।
अगर आपका इम्यूनिटी मजबूत है तो कोरोना महामारी या किसी भी तरह के रोग प्रभावित नहीं करेगा।
लेखक का विचार:- यह सब चीज आपके किचन में बरावर रहता है।
सुबह-सुबह खाली पेट दो कली लहसुन खाने से इम्यूनिटी क्षमता बढ़ती है। हर व्यक्ति को प्रयोग करना चाहिए।
- विजयेंद्र मोहन
बोकारो - झारखण्ड
कौन हारेगा इस प्रश्न के उत्तर में यदि हम देखें तो कोरॉना संक्रमण हमारी इम्यूनिटी पर आधारित है।यदि इम्यूनिटी अच्छी है तो संक्रमण होने की आशंका कम है।क्योंकि उसके होने पर भी हमारी इम्यूनिटी उसे जल्दी ही गतिरोधक क्षमता के कारण बाहर कर देती है।
     अर्थात इम्यूनिटी अच्छी होगी तो जीत निश्चित है।इसलिए हराने की बजाय यदि हम अपनी जीत पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर इम्यूनिटी बड़ाने वाले कारकों पर काम करें तो ज्यादा असर होगा।फिर चाहे वो कसरत करना हो या फिर तमाम बताए गए उपायों को अपनाने से।
      इसका यदि एक और पहलू देखें तो हम भारत सरकार के 'फिट इंडिया ' अभियान के तहत चल रहे हैं।फिट रहने का सीधा जुड़ाव इम्यूनिटी मजबूती से है।क्योंकि इस वैश्विक महामारी का असर भी उसी पर हो रहा है जो फिट नहीं है ।या यों  कहें कि फिटनेस के मायने बढ़ाओ इम्यूनिटी को बूस्ट करो और अंत में इन सबसे इस वैश्विक महामारी को दूर भगाओ।
     बिल्कुल इम्यूनिटी बढ़ने से कोरोना अवश्य ही हारेगा।
- नरेश सिंह नयाल
देहरादून - उत्तराखंड
स्वस्थ तन स्वस्थ मन फिर कोई बिमारी हमें छु नही सकती हमने जब से अपना दिनचर्या आज के समय के हिसाब से या कहे प्राश्चात्य सभ्यता मे अपने आप को ढाला हैं तब से हम भौतिक सुख सुविधाओं के आदी हो गये हैं तब से ही हमारा शरीर भी कई बिमारीयों का घर बनता चला गया हैं हमारी ओसत आयु भी लगातार कम हो रही हैं हम भौतिक सुख सुविधाओं की ओर भाग रहे हैं ओर दुनिया हमारा अध्यात्म ओर योग अपना कर  स्वस्थ तन ओर स्वस्थ मन पा कर अपना जीवन निरोगी काया के साथ आनन्द मस्ती ओर आलौकिक शान्ती के साथ बिता रहे हैं आज बात कोरोना को हराने की हो यही है ओर हम उसे अपनी इम्यूनिटी बढाकर  कोरोना को हरा सकते हैं पर हमारा दिनचर्या हमारा दुश्मन बना हुवा है हम सुबह ज्लदी नही उठ सकते रात को ज्लदी नही सो सकते सुबह उठ गये तो व्याम ओर योग हमसे नही होते यदी हम सुबह साम एक एक घन्टा भी योग ओर व्याम करे तो नाश्चीत तोर पर हमारे शरीर की इम्यूनिटी बढेगी ओर हमारी रोग प्रतिशोधक समता बढेगी ओर हम कोरोना को तब आसानी से हरा सकते हैं यह सब अब हम पर ही निर्भर हैं।
- कुन्दन पाटिल
 देवास - मध्य प्रदेश
कोविड-19 के संक्रमण के बीच अभी तक कोई वैक्सीन विकसित ना होने के साथ लगातार बढ़ते संक्रमितों से समस्त विश्व परेशान है ऐसे में  चिकित्सा के हर विधि से इसके बचाव का प्रयत्न किया जा रहा है ! एलोपैथी ,होम्योपैथी, और आयुर्वेद सभी इस वैक्सीन की तोड़ खोजने में लगे हैं !
फिलहाल शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाकर अपनी इच्छा शक्ति को मजबूत करके कोविद से जंग को लड़ने के साथ जीता जा सकता है
 फिलहाल तो कोरोना से छुटकारा नहीं मिल रहा है ऐसे में अपने शरीर की ताकत और इम्यूनिटी को बढ़ाकर कोरोना की लड़ाई से लड़ सकते हैं किंतु इम्यूनिटी के साथ पहले हमे कोरोना से बचने के जो नियम है उसका भी पालन करना जरूरी है ! मास्क लगा, सेनिटाइजर का उपयोग करना है, साबुन से हाथ धोना है और सोशलडिस्टेंसिंग का ध्यान रखना है! 
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए समय पर सोना ,समय पर उठना ,पर्याप्त नींद लेना ,देर रात तक नहीं जागना चाहिए !हेल्दी फूड लेना चाहिए जिसमें पर्याप्त विटामिन्स हो! तली चीजें नहीं खाना चाहिए फलों और सब्जियों का भरपूर सेवन करना चाहिए विटामिन सी की प्रचुर मात्रा लेनी चाहिए !
कोरोना वायरस में सर्दी कफ की शिकायत होती है जिसका प्रभाव हमारे फेफड़ों पर पड़ता है! हमें  फेफड़ों की शक्ति बढ़ाने के लिए योग और प्राणायाम करना चाहिए!गले में भी दर्द होता है नमक के गरारे करें! 
तुलसी, दालचीनी, कालीमिर्च, और अदरक का काढ़ा पीए इससे भी शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति  बढ़ती है! 
मैं तो कहती हूं दादी मां के नुस्खे इस कोविद-19 से लड़ने की रामबाण औषधि है! 
कोरोना से बचने के नियमों का पालन के साथ हमारी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढा़ने की ओर भी ध्यान देते हैं तो हम कोरोना को हरा सकते हैं!
जी बिल्कुल इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होने से कोरोनावायरस का अटैक निष्प्रभावी हो जाएगा।
 यह सच है कि बेहतर इम्यूनिटी कोरोनावायरस को समाप्त कर सकती है। कोरोनावायरस से घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन इसको बेहतर करने के लिए कुछ तरीके अपनाने होंगे। हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता  विषाणु को मार देगी ।इससे मृत्यु का खतरा महज दो से 3% ही है।
 इसके मामले अचानक अधिक संख्या में आने से दहशत फैल गई मगर अभी तक कोरोना से 80% लोग हल्की  बीमारी का शिकार हुए और सामान्य दवाओं से ठीक हो गये , क्योंकि मरीजोन की रोग प्रतिरोधक क्षमता ही काम आयी । चिंता तो बुजुर्गों और कम  क्षमता वालों की अधिक है ।रोग प्रति रोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कुछ चीजों का प्रयोग आवश्यक है ।
उसके लिए विटामिन सी, विटामिन डी ,फाइबर ,विटामिन ए एवं जल का बहुत बड़ा रोल है। जिसके लिए हम सभी को अपने भोजन में वह चीजे जरूर शामिल करनी है जिनसे इम्युनिटी बढ़े ।वह  खाद्य पदार्थ प्रयोग करना है जिनमें यह सभी पदार्थ प्राप्त होते हैं ,जैसे कि नींबू एवं आंवले के प्रयोग से विटामिन सी मिलेगी एवं सुबह की धूप में 20 मिनट तक बैठने से विटामिन डी की कमी पूरी होगी, एवं दूध के सेवन से भी विटामिन डी की कमी पूरी होगी। दलिया के सेवन से पर्याप्त मात्रा में फाइबर प्राप्त होंगे जिससे इम्यून सिस्टम बेहतर होगा ,दही का सेवन भी बढ़ाता है रोग प्रतिरोधक क्षमता। इसके अलावा रोजाना भोजन में हरी सब्जियों और फलों को विशेष रूप से शामिल करना है जो रोग प्रतिरोधक  क्षमता बढ़ाने में रामबाण साबित होंगे ।सब्जियों में कच्चा लहसुन ,गाजर, पालक, चुकंदर, टमाटर ,फूलगोभी, शकरकंद, संतरा ,बादाम ,पपीता, मशरूम ,लौकी आदि उपयोगी है दूध ,दही एवं तिल  भी  प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर हैं ।रोजाना आठ 10 गिलास पानी जरूर पीना है । भरपूर नींद  लें ।तनाव मुक्त रहने के लिए योगा एवं मनोरंजन के जरिए सकारात्मक सोच को विकसित करने का प्रयत्न करें।
 इस प्रकार हमारा सिस्टम मजबूत होगा तो कोरोना दूर से भागेगा।अगर वह अटैक करने में कामयाब भी हो गया तो हार जाएगा अर्थात  स्वस्थ हो जाएंगे।
 इस प्रकार सभी को चाहिए इस समय सबसे ज्यादा अपनी इम्यून सिस्टम को मजबूत करें एवं सावधानी बरतें ।
- सुषमा दिक्षित शुक्ला
लखनऊ - उत्तर प्रदेश
कुदरत ने इस शरीर की संरचना बहुत ही उम्दा तरीके से की है। हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक शक्ति का समावेश है। जो कि हर जीव में ईश्वर ने दिया है। लेकिन हम इंसान अपनी गलत जीवन शैली और खान पान से इसे बिगाड़ देते हैं। जिसके कारण हम बीमार पड़ते हैं और हमें डॉक्टर से दवाई लेने की जरूरत पड़ती है।
लेकिन क्या आपने सोचा है कि जानवरो को, कीड़े मकोड़ों को और जंगली जानवरों, मछलियां हो या नभ में विचरण करने वाले पंछी ये क्यों बीमार नहीं पड़ते।
क्योंकि ये सब प्राणी अपने शारीरिक संरचना के अनुसार भोजन करते हैं। जाने अनजाने अगर ये भी गलत खा लेते हैं तो उसका अंजाम इन्हें भी भुगतना पड़ता हैं।
लेकिन मानव के जीभ के स्वाद ने ही इसका अनमोल तन बर्बाद किया है। जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को क्षीण कर देती है। जिसके कारण आज बड़ी-बड़ी बीमारियां जीवन लील रही है। हमारे जीवन में हमारा शरीर ही हमारा सच्चा साथी है। अगर हम इसकी संरचना के अनुरूप शारीरिक श्रम और खान पान नहीं करेंगे तो शरीर भी साथ नहीं देता। इसलिए हमें अपनी प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाना होगा। यह हमारा सुरक्षा कवच है। जैसे बारिश आने पर हम छत7 या रेनकोट का इस्तेमाल करते हैं ताकि हम गीले होने से बच सके उसी प्रकार यह रोग प्रतिरोधक शक्ति हमें बाहरी बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करती है।
आज उस कोरोना काल में भी हमें अपने कवच को फिर से स्वस्थ रखना होगा।तभी इस वायरस का हमला हम पर बेअसर साबित होगा। जिसके लिए हमें अपनी पुरानी संस्कृति की ओर यानि आयुर्वेद में दी गई चीजें अपनानी होगी। हल्दी वाला दूध हो या देसी काढ़ा, घर का बना सादा और हकला खाना तथा योग को अपनाना, तभी हम अपने सुरक्षा कवच का लाभ उठा सकेंगे।
- सीमा मोंगा
रोहिणी -  दिल्ली
हमारा शरीर पंच तत्वों से बना है ।हर तत्व में प्रकृति है और प्रकृति में यह गुण होता है कि कुछ कमी होने पर कुछ हद तक वह स्वयं भरपाई कर लेती है ।हमारे शरीर को  भी यह  गुण प्रकृति से मिला है इसे ही इम्यूनिटि या प्रतिरोधक क्षमता मानते हैं ।यह एक दिन में शरीर में नहीं बनती  ,इसके लिए निरन्तर प्रयास करना पड़ता है । जिस व्यक्ति का भोजन जितना सात्विक होगा तथा रहन सहन अच्छा होगा उसके शरीर की इम्यूनिटी पावर उतनी  ही मजबूत होगी ।
आज कोरोना से बचाव के लिए हमें  इस सिस्टम के तरफ ध्यान देने की बहुत जरुरत है ।हम सभी अपने शरीर और आस पास की स्वछता का ध्यान रखे  जिससे  हमारे अन्दर शुद्ध हवा का संचार हो और हमारी इन्द्रियाँ ठीक से अपना काम कर सकें ।  खाने नें हम ठंड़ी चीजों का प्रयोग न के बराबर करें ,ताजा और सुपाच्य भोजन करें । सोंठ ,मुलेठी ,तुलसी गिलोय और पिपली का काढ़ा पीयें ।खून स्वच्छ और शरीर गरम रहेगा ।स्वयं की रक्षा का ये मूल मंत्र है ,अगर हम सभी इन सब बातों का नियम से पालन करेंगे तो कोरोना को ,हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता दूर रखेगी ।
- कमला अग्रवाल
गाजियाबाद - उत्तर प्रदेश
हमने तो मात दे  दी कोरोनावायरस  को हमारे रसोई में ही इतने मसाले है जो इम्यूनिटी को बढाने में सहायक है बस सही ढंग और सही तरीके से इस्तेमाल करे , 
कोरोना तो हारेगा ही पूरा है विश्वास अटल है विश्वास...
आप खो यह सब अमल करना है 
यहां हम दिनचर्या से जुड़े उन आसान कामों और उनके प्रभाव के बारे में बात करेंगे, जिन्हें आप घर में रहकर कर सकते हैं और अपने शरीर को कोरोना से लड़ने के लिए तैयार कर सकते हैं। जानें, कौन-सी ऐक्टिविटी आपके शरीर को मजबूत बनाने में किस तरह मदद करती है...
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते ज्यादातर कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम दे दिया है। तो जिन इंडस्ट्रीज में यह संभव नहीं था, उन्होंने अपने कर्मचारियों को लीव पर भेज दिया है। अब जरूरी है यह जानना कि आखिर आप घर में रहकर अपनी इम्यूनिटी कैसे बढ़ा सकते हैं...
प्रोटीन डायट से भरपूर नाश्ते के फायदे
नाश्ते में प्रोटीन डायट लें- प्रोटीन से हमारे शरीर को अमीनो एसिड मिलता है, जो हमारे शरीर में हेल्पर टी-सेल्स को जनरेट करने में मदद करता है। ये टी-सेल्स हमारी रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ानेवाली सेल्स को एनर्जी देती हैं। आप नाश्ते में दलिया, उबली हुई दालों की सलाद, साबुत अनाज और स्प्राउट्स खा सकते हैं।
अमीनो एसिड से बनने वाली हेल्पर टी-सेल्स ही हमारे शरीर में प्रवेश कर चुके किसी वायरस या बैक्टीरिया से सबसे पहले मिलती हैं। ये उस वायरस को ऑब्जर्व करती हैं और उसका एक तरह का ब्लू प्रिंट तैयार करती हैं। इसके बाद इम्यूनिटी सेल्स को वायरस का ब्लू प्रिंट देती हैं और उन्हें यह बताने का काम करती हैं कि शरीर की रक्षा के लिए किस तरह की ऐंटिबॉडीज बनाने की जरूरत है।
घर की छत या बालकनी में धूप के वक्त कुछ समय जरूर बिताएं। इस दौरान आप अपनी पंसद की किताबे पढ़ सकते हैं या चहलकदमी कर सकते हैं। धूप में वक्त बिताना इसलिए जरूरी है क्योंकि धूप हमारे शरीर में मौजूद इंफेक्शन से फाइट में मदद करनेवाली टी-सेल्स को एनर्जी देने का काम करती है।
मेडिटेशन करने से हमारा ब्रेन शांत रहता है और हैपी हॉर्मोन्स का प्रॉडक्शन बढ़ता है। ये हॉर्मोन्स हमारे शरीर की अन्य कोशिकाओं को स्ट्रेस फ्री करने में मदद करते हैं, जिससे शरीर अंदर से मजबूत बनता है और इम्यून सेल्स को वायरस से प्रभावित बॉडी पार्ट्स को पहचानने में आसान होती है। साथ ही इम्यून सेल्स पूरी पॉवर के साथ उस वायरस पर अटैक कर पाती हैं।
स्ट्रेस फ्री रहना कई तरीकों से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। इसके लिए आप डांस, म्यूजिक, मेडिटेशन, भजन-कीर्तन और पसंदीदा किताबों की मदद ले सकते हैं। खुश रहने की अधिक से अधिक कोशिश करें। क्योंकि खुश रहने से हमारे शरीर में एंडोर्फिन का प्रॉडक्शन बढ़ता है, जो हमें रिलैक्स करता है। जब शरीर रिलैक्स होता है तो इम्यूनिटी अपने आप बढ़ जाती है।
नींद हमारे शरीर को इम्यून सेल्स के डिस्ट्रिब्यूशन में मदद करती है। यानी नींद के वक्त हमारे इम्यूनिटी सिस्टम के लिए इंफेक्शन वाली जगह खोजकर वहां इम्यून सेल्स को पहुंचाना आसान हो जाता है। फिर ये इम्यून सेल उन वायरस को खत्म करने का काम करती हैं। इस तरह से नींद शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करती है।
ऐसे भी बढ़ा सकते हैं इम्युन सिस्टम
शरीर के इम्युन सिस्टम को दुरूस्त रखने के लिए गुनगुना पानी और आंवला, एलोवेरा, गिलोय, नींबू का जूस पीना चाहिए। इसके अलावा पानी में तुलसी के रस की कुछ बूंदें डालकर और गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पी सकते हैं। तुलसी की 5 पत्तियां, 4 काली मिर्च, 3 लौंग, एक चम्मच अदरक का रस शहद के साथ ले सकते हैं। तुलसी की 10-15 पत्तियां, 5-7 काली मिर्च, थोड़ी दालचीनी और अदरक की चाय भी पी सकते हैं।
मौसंबी खाने व उसका जूस पीने से गर्मी में होने वाली कई बीमारियों से निजात मिलती है। कोरोना के समय इम्युनिटी बढ़ाने के लिए लोग मौसंबी को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। इम्यून सिस्टम बढ़ाने के लिए मौसंबी का सेवन करना चाहिए। इसका जूस पीने के बजाय फाइबर (रेशे) समेत सीधा फल खाने से विटामिन सी की भरपूर मात्रा मिलती है। विटामिन सी इम्युनिटी बढ़ाता है। व्यक्ति में रोग से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। इस फल में अपेक्षाकृत कम शक्कर और विटामिन सी की पर्याप्त मात्रा होती है। इससे मौसंबी की मांग बढ़ने लगी है। 
हम यदि इनमें से कुछ बातों पर ध्यान दे और इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ा लेते कोरोनावायरस का बाप भी हमसे डर कर रहेगा ! 
यदि हम मजबूत है अंदर से।तो दुश्मन हमारा कुछ नही बिगाड सकता 
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने से हम हमेशा बिमारीयो से दूर रहेंगे व 
स्वस्थ व आनंद का जीवन जियेगे , कोरोना ही नही हमेशा अपना ख्याल  रखे स्वस्थ रहे 
- डॉ अलका पाण्डेय
मुम्बई - महाराष्ट्र
देखिए! सिर्फ कोरोना ही नहीं कोई भी इन्फेक्शन हो वह व्यक्ति के लिए जानलेवा साबित हो सकता है यदि व्यक्ति की इम्युनिटी कम है। बीमारियों से लड़ने के लिए इम्यूनिटी बढ़ाने की आवश्यकता होती है यदि इम्युनिटी सही है तो हर बीमारी से बचा जा सकता है। आजकल कोरोना का कहर पूरे विश्व में प्रत्येक व्यक्ति के दिल-ओ-दिमाग पर छाया हुआ है। कोरोना से लड़ने के लिए हमें इम्युनिटी बढ़ाने की आवश्यकता है। 
इसके लिए लगभग यदि आधे घंटे की सैर की जाए, व्यायाम- योग नियमानुसार किया जाए, कार की जगह साइकिल चलाया जाए, लिफ्ट में जाने की बजाय सीढी का उपयोग किया जाए तो काफी हद तक इम्यूनिटी को बढाया जा सकता है। ठंडी वस्तुएँ बिल्कुल नहीं खाएं, गरम चाय का सेवन करें। 
चाय के लिए हम तुलसी, अदरक, गिलोय, इलायची, दालचीनी, सौंठ, सौंफ आदि का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं। विटामिन सी लेते रहें। आमला, नींबू, संतरा, फल- सलाद आदि भी इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक सिद्ध होते हैं। खाली पेट नहीं रखना चाहिए, शरीर को कमजोरी महसूस नहीं होने देंगे, स्वयं को मजबूत बनाए रखेंगे तो बचे रहेंगे। 
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए सबसे बड़ी बात नकारात्मक भावों को पास में फटकने न दें। सकारात्मक सोच रखते हुए आत्मबल को गिरने न दें। इम्यूनिटी के साथ-साथ यदि जीतने की सोच ली है तो कोरोना हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता। 
- संतोष गर्ग
मोहाली -चंडीगढ़
कोरोना वायरस ने जिस तरह पूरे विश्व को अपने घेरे में ले रखा है वह अत्यन्त चिंतनीय है और लगातार इसके मामले बढ़ते जा रहे हैं हालांकि मरीजों के ठीक होने के आंकड़ों से दिल को कुछ सुकून मिलता है।जब तक इसकी वैक्सीन और दवा नहीं बन जाती तब तक इससे अपने आप को बचाना ही समाधान है। बचने का एक उपाय रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना है।जिसके लिए ताज़ा और पौष्टिक आहार लें। विटामिन सी का अधिक प्रयोग करना चाहिए।तली भुनी चीजों से परहेज़ करना चाहिए।गर्म पानी और गर्म पेय पदार्थों का सेवन लाभकारी है। नमक डालकर गर्म पानी के गरारे करने चाहिए।गेलोय,मुल्लठी, दालचीनी,लांग,गोलकी,अदरक,सौंफ आदि का काढ़ा बनाकर पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता में विकास होता है।हल्दी मिलाकर दूध बहुत फायदेमंद है।योग और प्राणायाम करना बहुत लाभदायक है। ताज़ा फलों और हरी सब्जियों का सेवन तो हमेशा फायदेमंद होता है। प्रर्याप्त नींद लेना,समय पर सोना और जागना,मन में नाकारात्मक विचारों को न आने देना और आशावादी दृष्टिकोण रखना इस जंग से लड़ने के लिए आवश्यक है
बुजुर्गों और बच्चों में यह संक्रमण शीघ्र प्रभावी हो सकता है अतः उनका विशेष ध्यान रखा जाए।बच्चे काढ़ा पीना नहीं चाहते पर किसी उपाय से कोशिश तो करनी चाहिए।रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आर्युवेद और होम्योपैथी में दवाएं भी उपलब्ध हैं उनका सेवन भी मदद कर सकता है अतः निश्चित ही इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ने से हारेगा कोरोना।।
- डॉ सुरिन्दर कौर नीलम
राँची - झारखंड

" मेरी दृष्टि में "  इम्यूनिटी से शरीर की क्षमता शक्ति बढती है । तभी बिमारियों से बचने की क्षमता का विकास होता है । इम्यूनिटी से बढ कर शरीर के लिए कुछ भी नहीं है ।
                                                 - बीजेन्द्र जैमिनी
सम्मान पत्र




Comments

  1. आदरणीय बीजेंद्र जैमिनी जी, सादर प्रणाम.  आपका यह सम्मानित मंच दिनोंदिन प्रगति की ओर अग्रसर है. प्रबुद्ध लेखकों और विद्वतजनों के सार्थक और सारगर्भित विचार जानने को मिलते हैं. इस मंच से जुड़ कर मैं स्वयं को गौरवान्वित महसूस करता हूँ.  'गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर सम्मान' द्वारा सम्मानित किए जाने पर मुझे प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है जिसका श्रेय मैं आपको तथा सभी सम्मानीय लेखकों तथा विद्वतजनों का ह्रदय से आभारी हूँ. पुनः सादर नमन. 

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

वृद्धाश्रमों की आवश्यकता क्यों हो रही हैं ?

हिन्दी के प्रमुख लघुकथाकार ( ई - लघुकथा संकलन ) - सम्पादक : बीजेन्द्र जैमिनी

लघुकथा - 2023 ( ई - लघुकथा संकलन )