क्या शिक्षा के बिना जीवन में कोई तरक्की है ?


शिक्षा के बिना जीवन में तरक्की की बात हो रही है । भारतीय संस्कृति में एक नहीं अनेक उदाहरण मिल जाएंगे । जिन्होंने कभी गुरुकुल , पाठशाला आदि कहीं से भी कोई शिक्षा प्राप्त नहीं की है । फिर भी जीवन में तरक्की की है । अब आये विचारों को देखते हैं :-

शिक्षित होना ही तरक्की का पैमाना नहीं है।शिक्षा व्यक्ति को दूरदर्शी और सामाजिक बनाती है जबकि तरक्की येन केन प्रकारेन  हासिल की जा सकती है ।।
                                             - सुरेन्द्र मिन्हास
                                             बिलासपुर - हिमाचल प्रदेश
शिक्षा के बिना भी तरक्की हो सकती है,,,जैसे कोई व्यक्ति छोटे होटल से शुरूआत करता है , फिर धीरे धीरे अपना व्यवसाय बढ़ाता है और आगे तरक्की कर हो सकता है कि वह एक पांच सितारा होटल का मालिक बन जाए। कहने का तात्पर्य यह है कि जीवन में उसके तरक्की हुई रूपयों और उसके रहने सहन, ऐशों आराम में परन्तु शिक्षा के बिना गुणवत्ता में किसी प्रकार की तरक्की नहीं हुई ।जीवन में तरक्की व्यक्ति अपनी इच्छाशक्ति ,लगन और मेहनत से भी पा सकता है । हां शिक्षा हमें ज्ञान की तरक्की प्रदान करता है ।
- डॉ पूनम देवा
पटना - बिहार
शिक्षा (विद्या) से विनय,विनय से योग्यता,योग्यता से नौकरी,आजीविका से धन,धन से मानवता का हितैषी-धर्म एवं धर्म से 
सुख प्राप्त होता है.
             - डॉ. अंजू लता सिंह
       दिल्ली 

Esa bilkul bhi nhi h. Jaruri Nahin Ki Vo Shiksha Mein Achcha Na Ho To Kisi Aur mein bhi achcha Nahin. Har Insan sari chijon Mein Nipun Nahin Hota agar vah Shiksha Mein Achcha Nahin Hai To yah Jhooth hai ki vah tarkki nahin kar sakta . Jis field ke andar vah Achcha hai usmein vah niswarth Bhav se Agar mehnat karta hai Hi Tu to uski tarkki ke Raste Mein Koi Badha Nahin a sakti iska Jita jagata udaharan Kai Cricketers or bhi baki fild m Aise khiladi Hain jinhone  Bina padhai ke bahut sari bulandiyan Haasil kari hai 
Main yah Nahin Kahta ki  Shiksha ka Jivan mein koi Mehtab Nahin 
Tum Agar Shiksha ke alava Kisi Aur field mein acche ho to uske liye bhi Gyan kya hona zaroori hai.
- Ad. Sahil Takar
Panipat - Haryana
शिक्षा के बिना जीवन में कोई तरक्की नहीं। शिक्षा मानव को सभ्य, सुसंस्कारित और विवेकशील बनाती है। शिक्षा ही तो उचित अनुचित का बोध कराती है। शिक्षा ही व्यक्ति को आर्थिक रूप से सक्षमता प्रदान करती है।
- डॉ. साधना तोमर
बड़ौत - बागपत - उत्तर प्रदेश
आजकल शिक्षा की जो परिभाषा है एक दूसरे से बस आगे निकलने और पद प्रतिष्ठा का बाजार जोर लगा रहा है उसमें शिक्षा का अर्थ बदल गया है यह तरक्की तो है पर जीवन जीने की कला नहीं जिसके लिए शिक्षा की कल्पना की गई घर से बाहर तक अनुभव हुई विद्याधन सर्वप्रधान कहा गया आज वह शिक्षा कहां
                                           - शशांक मिश्र भारती
शिक्षा के बिना कोई तरक्की नहीं है ये वास्तविकता है ।शिक्षा सही पथ बताती है जीवन में सफल होने के लिए मनुष्य को किस रास्ते पर जाना चाहिए ? ये परिभाषा केवल आम आदमी के लिए है ।दूसरी तरफ व्यवस्था के भयावह दृश्य हैं ।पूंजी के दम पर पूंजीपति वर्ग तरक्की की सीढिय़ां चढता जा रहा है । 
- डॉ .आशा सिंह सिकरवार 
अहमदाबाद - गुजरात
शिक्षा ही विद्यार्थी के जीवन की मूल गुणवत्ता शिक्षा एक अनमोल रत्न है। इसके बिना मनुष्य का जीवन अधूरा है।
- लक्ष्मण कुमार
सिवान - बिहार
वर्तमान  समय  को  शिक्षा  का  युग  कह  सकते  हैं  क्योंकि येनकेन  प्रकारेण  सभी  इस  क्षेत्र  में  अव्वल  आना  चाहते  हैं  । परन्तु  शिक्षा  तभी  सार्थक  कही  जा  सकती  है  जब  वह  ज्ञानार्जन  करने  वाले  के सम्पूर्ण  व्यक्तित्व  में  समाहित  होकर  उसका  समग्र  विकास  करते  हुए  उसके  प्रत्येक  कार्यकलापों  में  दृष्टिगोचर  हो , तभी  वास्तविक  तरक्की  संभव   है  । 
         - बसन्ती पंवार 
         जोधपुर ( राजस्थान )

" आज की चर्चा " में Twitter पर भी विचार आये हैं । पढ़ने के लिए लिंक को क्लिक करें :- 


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