पद्मश्री गिरिराज किशोर की स्मृति में ऑनलाइन कवि सम्मेलन



पद्मश्री गिरिराज किशोर की स्मृति में ऑनलाइन कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है । किशोर जी का जन्म 08 जुलाई 1937 को मुजफ्फरनगर - उत्तर प्रदेश में हुआ ।इन के बाबा जमींदार थे । पिता जी का नाम सूरज प्रकाश था । मुजफ्फरनगर के एस डी कालेज से स्नातक के बाद मास्टर ऑफ सोशल वर्क की उपाधि प्राप्त की थी । शुरू में पत्र - पत्रिकाओं के लिए  लिखना शुरू किया । इन के पैसों से अपना खर्च चलाते थे । इलाहबाद को अपनी कर्म भूमि बनाया । कानपुर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार भी बने । इन के ऊपर महात्मा गांधी का भरपूर प्रभाव रहा । नीम का फूल , पेपरवेट , रिश्ता , जगतारिनी , आदि एक दर्जन कहानी संग्रह , आठ लघु उपन्यास , नाटक , निबंध आदि की पुस्तक प्रकशित हुई हैं । उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा महात्मा गांधी सम्मान से लेकर भारत सरकार द्वारा 2007 में पद्मश्री सम्मान से सम्मानित हुए ।
जैमिनी अकादमी द्वारा पद्मश्री गिरिराज किशोर की स्मृति में
ऑनलाइन कवि सम्मेलन में  लगभग 45 से अधिक कवियों को सम्मानित किया गया है । नियम के अनुसार 11 कवियों को इस प्रकार सम्मानित किया है : -
 चेहरे चेहरे किसके चेहरे
*****************

चेहरे चेहरे किसके चेहरे
एक चेहरे में छिपा है..
ना  जाने कितने चेहरे...
कितने भाव होते उनमें 
पल-पल वह बदलता स्वरूप..
कभी प्रेम प्रतीत होता.. 
कभी गंभीर होता चेहरा..
कभी हर्ष आत्म विभोर
कभी दर्द से कराहती..
कभी प्रेम की वीणा..
कभी नफरतों के नगाड़े..
चेहरे चेहरे किसके चेहरे..


आईने में देख अक्स अपना
स्वयं ही  मैं भ्रमित हुआ 
एक चेहरे पर .....
अनेक  चेहरों का प्रतिबिंब
हैरान में रह गया..
बालपन से युवा हुआ 
प्रौढ़ से मैं वृद्ध हुआ
अब मैं जर्जर हो चला
खामोश मेरी है जुबां..
लब भी मेरे सिल उठे..
किंकर्तव्यविमूढ़ मैं  रह गया
चेहरे चेहरे किसके चेहरे...!!!
- आरती तिवारी सनत
दिल्ली 
एक चेहरा मैं भी
*******'******

चेहरे चेहरे किसके चेहरे
         कुछ कुछ कठपुतलियों से
               जैविक असंतुलन की संक्रमित दुनिया में 
        मास्कहीन चेहरे भटक रहे हैं       
 दिलों में हलचल मचा रहे हैं
   हर ओर बस ये चेहरे अट्टहास कर रहे हैं 
कुछ चेहरे दुनिया को अपनी व्यथा सुनाते हैं
    कुछ मन ही मन रोते मगर हँसते नजर आते हैं
    चेहरों की दुनिया में कुछ नल-नील से चेहरे  ह्दय सागर को तैर कर टटोल लेते हैं 
         कुछ चेहरे सागर की लहर  से पल पल बदलते हैं 
         गिरगिट भी उन्हें गुरु मान लेते हैं 
          कुछ चेहरे स्वयं को अपने तन से
         तोड़ लेते हैं इसीलिए 
      
 कहीं कहीं तो बिना चेहरे वाले धडों की हाट लगी होती है
हाथ तुलते हैं पैरों की बोली लग रही होती है
    लेकिन चेहरे एक ओर खड़े कसमसाते रहते हैं।।
      अव्वल तो चेहरों को कोई पूछता नही नहीं
    फिर भी पूछ है थोड़ी बहुत उन चेहरों की
     जिनमें आँखें तो हैं मगर देखती नहीं जो देखना चाहिये
   हाँ उस चेहरे पर नाक की ध्राण क्षमता श्वान से भी अधिक होती है
     कान हैं मगर वही सुनते हैं जो सुनना चाहते हैं - - - - वह नहीं जो सुनना चाहिए।।
    हाँ उन चेहरों पर एक अदद मुंँह होता है
    जो अलबत्ता कभी खुलता नहीं है - --कुछ कहता नहीं है। 
    कभी खुलता भी है तो खाना मांगता है
     और खा कर सो जाता है
दुनिया की हाट में अच्छी बोली लगती है इन चेहरों की।।
           कुछ चेहरों पर होती है कुटिल मुस्कान - - सिर्फ 
       हाथी के दिखाने वाले दाँतों की तरहा भीतर से खोखली।--
       -और - -
कुछ चेहरों पर रेखाएं रेखांकित करती हैं चेहरों की असलियत 
          जो बदलते हैं 
     हर एक किरदार पर
       कुर्सी की तकरार पर
          सत्ता की पुकार पर 
             स्वार्थ के वार पर 
पूँजीवाद की झनकार पर
      बाहुबली की कटार पर।। 

  पर हम भी तो एक चेहरा हैं 
      तो तेल देखें तेल की धार देखें
चेहरे चेहरे चेहरे और चेहरों के बीच
एक "चेहरा" देखें
एक अपना चेहरा देखें 
"एक अपना चेहरा देखें"

- हेमलता मिश्र मानवी 
नागपुर - महाराष्ट्र 
  चेहरे चेहरे नजर आ रहे
***************

आगे-पीछे 
ऊपर-नीचे 
दायें-बायें
चतुर्दिक इधर-उधर 
जिस ओर भी दृष्टि घुमायें
चेहरे चेहरे नजर आ रहे 
पर हैं ये किसके चेहरे?
जाति/धर्म में लिपटे चेहरे 
राजनीति में उलझे चेहरे 
पुरुष नारी के दिखते चेहरे 
सत्ता/ अर्थ/काम लोलुप चेहरे 
विकृतियों से भरे वीभत्स चेहरे 
कुकृत्यों से क्षत-विक्षत चेहरे 
रिश्वत लेते बेईमान/ भ्रष्टाचारी चेहरे,
चेहरों की इस भीड़ में लेकिन 
क्यों नहीं दिखायी देते 
सत्य, ईमानदार, सेवाभावी चेहरे 
अन्याय के सम्मुख तनते चेहरे 
निष्काम कर्म के योगी चेहरे 
चेहरे चेहरे ही दिखते हैं 
पर इनमें इंसान कहाँ हैं?
हैवानी चेहरों में गुम 
बालक सा मासूम चेहरा कहाँ हैं?
किसके पास है? कैसे ढूँढें?
यक्ष प्रश्न यह.....उत्तर किसके पास 
कहाँ है....कहाँ है....कहाँ है......???????
- डा०भारतीवर्माबौड़ाई
देहरादून - उत्तराखंड 
  किसके चेहरे  
*********
चेहरे चेहरे किसके चेहरे
होते हैं जब अनेक चेहरे
जितने लोग उतने चेहरे
भगवान एक ऐसा कलाकार
जिसके पास चेहरे बनाने के लिए
अनेक सांचे हैं
इतने सांचे कि किसी का भी चेहरा
किसी से मिलता नहीं
इस जहाँ में आकर जो चला गया
उनसे भी नहीं मिलता चेहरा
तो अभी रहने वालों की क्या बात
कुछ चेहरे अजीब होते हैं
कुछ बनावटी चेहरे होते हैं
एक आदमी का चेहरा
कई तरह का होता है
गुस्से में अलग प्यार में अलग
खुशी में अलग रोते हुए अलग
भूख में अलग तृप्ति में अलग
याचना करते समय अलग
दान करते समय अलग
संकट की घड़ी में अलग
आनंद की घड़ी में अलग
कई चेहरे अपने आप बदलते हैं
कई बदल जाते हैं अपने सुविधानुसार
आंतरिक खुशी दुःख हर्ष विषाद
प्रकट करने का माध्यम है चेहरा
चेहरा बता देता है
उस व्यक्ति के बारे में
कैसे पहचाने कोई किसके चेहरे
"दीनेश" रहिये सावधान
चेहरे बदलने वालों से
पहचान में न आये किसके चेहरे
- दिनेश चंद्र प्रसाद "दीनेश" 
कलकत्ता - पं बगाल
चेहरे चेहरे किसके चेहरे 
***************

चेहरे चेहरे किसके चेहरे 
चेहरे तेरे रूप घनेरे l
जीवन के संग्राम में चेहरे 
न जाने हैं किसके चेहरे l 

असली चेहरा, नकली चेहरा 
खूब लगाये मेले मेले l
अद्भुत मन -उमंग भरे हैं 
बाल -मन के ये प्यारे चेहरेl
 बचपन से देखें हैं चेहरे 
हँसी ठिठोली करते चेहरे l

बड़े हुए मुस्कानों में फिर 
नये -नये  है ढूंढे चेहरे l 
कहीं छिपी क़ातिल मुस्कानें 
कहीं दया के भाव भरे ये l 
चेहरे पर चेहरा लगता है 
तुम बूझो, हम हैं अनजाने l 

घनी अँधेरी रात में चेहरे 
भय से हमें डराते चेहरे l 
सूरज की किरणों में चेहरे 
कुछ दिल के हैं काले चेहरे l 
इस आँगन से उस आँगन तक 
मात-पिता-गुरु, प्यारे चेहरे l 

झोली में खुशियाँ देकर 
दिलवाले ये किसके चेहरे l 
गीतों की झंकार में चेहरे 
नर्तन की ठुमकान में चेहरे l
अपनों की ही पुकार में चेहरे 
व्यक्ति ढूंढे अपने चेहरे l 

कुछ पहचाने, कुछ अनजाने 
हैं अपने लगते बेगाने l 
कोई नेता, कोई चमचा 
कितने रचनाकार चितेरे l 
सागर जीवन मन तरंग पर 
कहाँ छुपे हैं अपने चेहरे l 

भालू, शेर, वानर के चेहरे 
रंगमंच पर नाटक खेलें l कठपुतली सा तुझे नचाये 
चेहरे पर नक़ाब है डाले l 
ध्याले उसको, मन से भा ले 
बेडा तेरा ये पार लगाये l 

चेहरे चेहरे किसके चेहरे 
चेहरे तेरे रूप घनेरे l 
मन के भावों के प्रतिबिम्ब ये 
प्यारे प्यारे हमारे चेहरे l 
                      - डॉ. छाया शर्मा            
       अजमेर - राजस्थान 
चेहरे
***

आइना आइना देखे चेहरे,
चेहरे चेहरे सबके चेहरे।
है चढ़ा मुलम्मा हर चेहरे पर,
ऐसे होते हैं बदले चेहरे ।
          -प्रकाश "सूना"
     मुजफ्फरनगर - उत्तर प्रदेश
चेहरे चेहरे किसके चेहरे
***************

जीवन के सफर में
मित्र तो मिलते हैं 
कुछ साथ निभाते हैं।
कुछ भूल जाते हैं।

कुछ कहते हैं मैं हूँ ना
तेरे साथ तू डरता क्यों है
कुछ कहते हैं भूल जा यार
छोटी सी तो बात थी 
तू बिगड़ता क्यों है।

जब खुशी और गम दोनो
ही बांटने को सिर्फ कोई 
खास ही याद आता है 
तो वो सिर्फ दोस्त नही 
प्राण बन जाता है 

चेहरे चेहरे किसके चेहरे
यादो की किताबो में गहरे
रहते हैं वो जो सिर्फ मित्र नही
वो जो रिश्तों की बुनियाद में
बहुत गहरे रहते हैं ।

चेहरे चेहरे किसके चेहरे
गहरे रहते हैं वो जो साया बनकर
हर पल हमारी आशाओ में
जीवन भरते हैं। 

जो रोता हुआ देख के आंसू नही पोछते अपितु
सीने से लगाके कहते हैं 
जी भर के रो ले तेरा मन हल्का 
हो जाएगा। लेकिन देख फिर रोया
तो तेरा मेरा झगड़ा हो जाएगा।

चेहरे चेहरे किसके चेहरे
गहरे रहजाते हैं यादो की किताब में। वो जो मास्टर की छड़ी उठते ही। जब बंद देखते हैं मित्र की नजर तो उसकी हथेली पर अपनी
हथेली रख देते हैं।

चेहरे चेहरे किसके चेहरे 
गेहरे रेहते हैं यादो की किताब में
वो जो अपने टिफ़िन की रोटी 
पहले तोड़ के आपके मुह में डालते हैं और आप का टिफ़िन
छीन के आपकी ब्रेड खा जाते हैं
- सोनिया प्रतिभा तानी
जालंधर - पंजाब
लड़ाकू विमान राफेल का चेहरा 
********************

 इंडिया मे मजबूत पहरा है
राफेल हवा का गहरा हे. 

फ्रांस ने बदला है राफेल का चेहरा 
भावना हे राफेल मे आग का गहरा 

दुश्मन, भारत की ओर नहीं देखना हे 
राफेल मे अधिक आग की भावना हे 

राफेल ने भारत में प्रवेश किया है 
वोटर केनन से स्वागत किया है 

हवाई जहाज ने सलामी दिया है 
बाहुबली राफेल का स्वागत किया है 

फ्रांस से आया फरिश्ता हे 
राफेल भारत का सिंघम है 

मेरेनिक एयर बेज़ से निकला है 
अंबाला एयर बेज जा पहुचा है 

डॉ गुलाब चंद अच्छे राइटर है. 
राफेल मे मल्टी रोड फाइटर है 

एयर टू एयर रिफ्यूलिंग होता है 
दुश्मन देश सभी अब डरते हैं.. 

राफेल जब उड़ान करता हे 
पश्चिम में पाकिस्तान डरता है 

भारत की ताकत अब बढ़ी है 
चीन पर राफेल की निगाह पडी है 

सरहद पर हलबलि मची है 
राफेल लडाकू बाहुबली हे 

युद्ध न गुड्डी गुड़िया का खेल है 
भारत के पास पांच राफेल हे 
- डॉ गुलाब चंद पटेल 
  गांधी नगर - गुजरात
 चेहरे चेहरे किसके चेहरे
**************
दिखने के चेहरे
दिखाने के चेहरे
असली चेहरे
नकली चेहरे
भ्रमित चेहरे
भयानक चेहरे
अद्भुत चेहरे
आखिर इतने चेहरे
किसके चेहरे ?
एक चेहरा ईमानदारी का 
एक चेहरा बेईमानी का
एक चेहरा कपट का
एक चेहरा घमंड का
एक चेहरा नफरत का
एक चेहरा प्रेम का
एक चेहरा उत्साह का
और एक ऐसा चेहरा जो दिखता नही। 
और एक ऐसा चेहरा जो दिखता है
मगर
कहता कुछ और है।
और भी एक चेहरा है।
चेहरों के दौड़ में
एक बड़ा सवाल?
चेहरे-चेहरे किसके चेहरे ?

- राम नारायण साहू "राज"
 रायपुर - छत्तीसगढ़
        चेहरों के हाट         
     *********      

जगह जगह चेहरों के हैं हाट लगे।
रंग चौखे, फिटकरी न ह़ींग लगे।

दाम- वाम की कोई बात नही।
जब जैसा चेहरा दरकार लगे।

नेता ,राजनेता, वकील ,डाक्टर।
एक से बढ़कर एक चेहरे सजे।

हिम्मत हौंसला मन में बनाए रखें।
असली चेहरे की  झांई न दिखे।

एक काम निपटे, दूसरा चढा़ लो।
अगले को जरा  भी भनक न लगे।

एक उतारे बिना भी दूसरा चढ़ा लो।
ध्यान रहे। प्रयोजन पूरा होता रहे।

चेहरे से चेहरा मिले  उसे दोस्त समझो।
कुछ तो राजदार भी बनने लगें।
- डा. चंद्रा सायता
  इंदौर - मध्यप्रदेश
इंसान की पहचान चेहरे
**************
चेहरा चेहरा किसका चेहरा
तेरा मेरा उन सबका चेहरा।
नकाब के पीछे छिपा चेहरा
क्षत-विक्षत बिखरा चेहरा।
एक एक कर सामने आता
जब नक़ाब उनसे हट जाता।
कुछ डरावने चेहरे 
कुछ मासूम चेहरे।
खुलते अलग रंगों के चेहरे
कभी देते धमकी
कभी अस्मिता के लुटेरे।
भ्रष्ट शासक कभी तो
कभी बन जाते चितेरे ।
इंसान की पहचान चेहरे।
तो कभी बदनाम चेहरे ।
इन चेहरों के पीछे 
छिपे बेदर्द चेहरे ।
कहाँ से लाऊँ आईना
दिखा दे सच के चेहरे ।
                          -  संगीता गोविल
                             पटना - बिहार

इन के अतिरिक्त चन्द्रिका व्यास ,  सुनीता रानी राठौर , नरेश सिंह नयाल , कैलाश ठाकुर , डॉ. मधुकर राव लारोकर ,  सत्येन्द्र शर्मा तरंग , गोवर्धन लाल बधेल , डॉ. दिवाकर दिनेश गौड़ , राजेश तिवारी " मक्खन " , ममता बारोट , जगदीप कौर , ललित जैन , डॉ. साधना तोमर , प्रीति मिश्रा , शिवानी गुप्ता , नरेन्द्र परिहार , होशियार सिंह यादव , उर्मिला सिदार , गजेंद्र कुमार घोगरे , प्रज्ञा गुप्ता , रंजना हरित , डॉ. अनिल शर्मा अनिल , कुमकुम वेदसेन , ज्योति वधवा रंजना , शैलष वाणिया शैल , नीमा शर्मा हंसमुख , दीपा परिहार " दीप्ति " , सीमा मोंगा , डॉ. विजय लक्ष्मी ,  कमलेश कुमार राठौर , गायत्री ठाकुर " सक्षम " , कुमार जितेन्द्र " जीत " , छाया सक्सेना प्रभु , सीता देवी राठी , डॉ. मीना कुमारी सोंलकी आदि ने अपनी - अपनी रचना पेश की है । सभी की रचनाएं विषय अनुकूल रही है । परन्तु नियम के अनुसार 11 को ही सम्मानित किया गया है । सभी बधाई के पात्र हैं ।
                                          - बीजेन्द्र जैमिनी



Comments

  1. बीजेन्द्र जैमिनी जी नमस्कार। आज का कवि सम्मेलन सार्थक रहा।आपका अभिनंदन। अन्य में मेरा नाम आपने जोड़ा है। सम्मान पत्र भी कृपया भिजवायें।
    डॉ मधुकर राव लारोकर,नागपुर (महाराष्ट्र)

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  2. अन्य कवियों में मेरा नाम आपने चयनित किया है। सम्मान पत्र मिलेगा महोदय।

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  3. अति सुंदर कवि सम्मेलन के आयोजन के लिए आपको बहुत-बहुत बधाई एवं साधुवाद।
    सभी सम्मानित रचनाकारों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।

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