पुष्पा पाण्डेय से साक्षात्कार

जन्मतिथि: 04 फरवरी1960
जन्मस्थान: बिहार
सम्प्रति : गृहिणी
शिक्षा: स्नातकोत्तर, बीएड, पटना विश्वविद्यालय, पटना(बिहार)

प्रकाशित पुस्तक : -

1. अनकही कथाएँ ( एकल लघुकथा संग्रह )
2. आठ साझा संग्रह

सम्मान : -
कुछ फेसबुक पर  प्राप्त सम्मान पत्र

Address: -
A /57, MECON  cooperative  colony   , Katahal mod,  Ranchi - 835303  Jharkhand

प्रश्न न.1 - लघुकथा में सबसे महत्वपूर्ण तत्व कौन सा है ? 

उत्तर - लघुकथा में सबसे महत्वपूर्ण तत्व 'कथ्य' है। उसी के आधार पर  ताना-बाना बुना जाता है।


प्रश्न न. 2 - समकालीन लघुकथा साहित्य में कोई पांच नाम बताओं ? जिनकी भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है ? 

उत्तर - सुकेश साहनी , ओम नीरव , कान्ता रॉय

पवन जैन और बीजेन्द्र जैमिनी, इनकी भूमिका काफी महत्वपूर्ण है।


प्रश्न न.3 - लघुकथा की समीक्षा के कौन - कौन से मापदंड होने चाहिए ? 

उत्तर - समीक्षा का मापदंड तीन बिन्दुओं को ध्यान में रखकर करनी चाहिए : -

कथ्य

कम शब्दों बहुत कुछ कह जाना

(गागर में सागर भरना)

और तीसरा

अंत चिन्तन पूर्ण।


प्रश्न न.4 - लघुकथा साहित्य में सोशल मीडिया के कौन - कौन से प्लेटफार्म की बहुत ही महत्वपूर्ण है ? 

उत्तर - मैं और कहीं तो नहीं जुड़ी हूँ। अतः मैं दो ही नाम दे सकती हूँ। ह्वाट्सऐप और फेसबुक। 


प्रश्न न.5 - आज के साहित्यिक परिवेश में लघुकथा की क्या स्थिति है ?

उत्तर - आज के परिवेश में लघुकथा का भविष्य काफी उज्जवल है। सुदृढ स्थिती है। लोगों के पास लम्बी-लम्बी कहानियाँ या उपन्यास पढ़ने का वक्त ही नहीं रहता है। लघुकथा कम समय में बहुत कुछ कह जाती है।


प्रश्न न.6 - लघुकथा की वर्तमान स्थिति से क्या आप सतुष्ट हैं ?

उत्तर - बिल्कुल। मैं संतुष्ट हूँ। आगे भी इस पर बहुत काम हो रह है। भविष्य उज्जवल है।


प्रश्न न.7 - आप किस प्रकार के पृष्ठभूमि से आए हैं ? बतायें  किस प्रकार के मार्गदर्शक बन पाये हैं ?

उत्तर - मैं मध्यवर्गीय पृष्ठ भूमि से आई हूँ। साहित्यि परिवेश तो था, पर इस तरफ कभी सोची नहीं। बचपन में डाॅक्टर बनना चाहती थी, पर...  पिता हिन्दी के प्रोफेसर थे। अब मेरी बहन भी एक साहित्यकार है। पर मेरी रुचि पहले नहीं थी। मैं एक-डेढ़ साल से ही साहित्य से जुड़ी हूँ।


प्रश्न न.8 - आप के लेखन में , आपके परिवार की भूमिका क्या है ? 

उत्तर - बच्चों के साथ बहन के प्रोत्साहन के अलावा किसी की कोई भूमिका नहीं है।


प्रश्न न.9 - आप की आजीविका में , आपके लेखन की क्या स्थिति है ?

उत्तर - मैं साहित्य को साधना मानती हूँ। इसे आजीविका का माध्यम नहीं यह साहित्य सेवा है। 


प्रश्न न.10 - आपकी दृष्टि में लघुकथा का भविष्य कैसा होगा ? 

उत्तर - लघुकथा का भविष्य काफी उज्जवल है। इसपर बहुत काम भी हो रहे हैं।


प्रश्न न.11 - लघुकथा साहित्य से आपको क्या प्राप्त हुआ है ?

उत्तर - लघुकथा साहित्य से मुझे आत्मिक सुख मिला।


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