संकेत अखिल भारतीय लघुकथा प्रतियोगिता - 2023 की निर्णायक भूमिका में बीजेन्द्र जैमिनी


संकेत द्वारा आयोजित लघुकथा प्रतियोगिता के लिए सम्मानित योग्य लघुकथाएं : -

द्वितीय पुरस्कार : -

एहतियात  
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डोर बेल बजते ही रसिक लाल ने दरवाजा खोल दिया। सामने एक खूबसूरत लङकी दिखी ।लङकी बोली - " मेम साहब है ? "
रसिक लाल को लगा- शायद पत्नी को जानती है,अतः अंदर बुला लिया। फिर पत्नी को आवाज़ दिया। पत्नी एक जवान लङकी को देखकर पूछी- " क्या बात है  ? "
" मेम साहब ,भंसाली मैडम ने भेजा है। आपको नौकरानी की जरूरत है।"
इतनी खूबसूरत एवं जवान लङकी को नौकरानी के रूप में रक्खा तो अधेङ उम्र के पति का दिल तो डोल ही जाएगा। उधर रसिक लाल मन ही मन सोचने लगा- अगर पत्नी इसे रख लेती है तो लङकी घर का सारा काम कर लेगी। उसका बोझ थोङा हल्का हो जाएगा और उसकी मौजूदगी में पत्नी से ज्यादा कहा-सुनी भी नहीं होगी। साथ - साथ दिल भी बहल जाएगा। सुना है- खूबसूरती चित्त प्रसन्न कर देता है। 
पत्नी पति के चेहरे के भाव को ताङ गई ।उसे पता है कि खूबसूरती के फर्श पे पतियों को फिसलते देर नहीं लगती। पर नौकरानी के बगैर तो काम भी नहीं चलने वाला। अतः अपने को सहज एवं सामान्य कर पूछी -- ' क्या-क्या कर लेती हो? "
" मैडम, झाङू - पोछा ,साफ - सफाई और खाना भी बना लेती - - सुबह - शाम जब भी आप बोलो ।"
तब रसिक लाल की पत्नी बोली-- " तुम्हें दोपहर में काम करना होगा और संडे को छुट्टी। "
                   नौकरानी दोनों के भावों को समझ गई और खुशी-खुशी हामी भर दी। एहतियात बरतने का भाव सिर्फ मां की आंखों में ही नहीं ब्लकि मेमसाहब की आंखों में भी दीखा। 

- सेवा सदन प्रसाद 
601 महावीर दर्शन सोसायटी प्लाट नं--11 सी सेक्टर-20 ,खारघर  नवी मुंबई --410210 ( महाराष्ट्र)
संपर्क-- 9619025094
ईमेल  -- psewasadanprasad@gmail.com
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                   निर्णायक
               बीजेन्द्र जैमिनी
             पानीपत - हरियाणा 
               9355003609


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