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Showing posts from August, 2021

अर्विना गहलोत से साक्षात्कार

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जन्म तिथि : 27 फवरी 1969 जन्म स्थान : नगला दलपतपुर (बुलंदशहर) उत्तर प्रदेश पिता : श्री महेन्द्र पाल सिंह माता : श्रीमती पुष्पा देवी पति : अशोक कुमार AGM  शिक्षा : एम एस सी वनस्पति विज्ञान , वैद्धविशारद प्रकशित पुस्तकें : - देहरी के गुलमोहर ( कविता संग्रह ) वापसी  ( कहानी संग्रह ) साझा संग्रह : - नई सदी की धमक ( साझा संग्रह ) दृष्टि लघुकथा ( साझा संग्रह ) भाषा सहोदरी ( लघुकथा साझा  संग्रह) वूमंस की आवाज (साझा संग्रह ) मगसम ( साझा कविता  संग्रह ) रंगोली ( कविता साझा संग्रह) पलाश (साझा संग्रह ) आधी आबादी का सम्पूर्ण राग ( कविता संग्रह ) परिंदे बोलते हैं ( लघुकथा संकलन ) बाल मन की लघुकथाएं ( साझा संग्रह ) शब्द शब्द महक (कविता साझा संग्रह ) प्रवाह (साझा संग्रह ) रजत श्रंखला ( साझा संग्रह) कोरोना वायरस का लॉकडाउन ( ई - लघुकथा संकलन ) नारी के विभिन्न रूप ( ई - लघुकथा संकलन ) मां ( ई - लघुकथा संकलन ) जल ही जीवन है ( ई - लघुकथा संकलन ) मतदान ( ई - काव्य संकलन )    रेडियो प्रसारण : - बोल हरियाणा पर लघुकथा ,  कहानियों का सफर रेडियो यूट्यूब प्रसारण ,  ग्वालियर र

डॉ अंजु दुआ जैमिनी से साक्षात्कार

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जन्म : 08 जून 1969 , सोनीपत - हरियाणा शिक्षा : पी एच डी (हिंदी ), एम ए ( पत्रकारिता ,मानवाधिकार) सम्प्रति : प्रशासनिक अधिकारी, आयकर विभाग ( सेवानिवृत) प्रकाशित पुस्तकें : - कस्तुरी गन्ध ( लघुकथा संग्रह ) -2009 कहानी संग्रह , कविता संग्रह , निबंध संग्रह , दोहा संग्रह , आदि सहित 23 पुस्तकें प्रकाशित प्रमुख पुरस्कार व सम्मान : - - भारत सरकार द्वारा भारतेंदु हरिश्चंद्र पुरस्कार से सम्मानित - हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत - हरियाणा उर्दू अकादमी द्वारा पुरस्कृत               आदि अनेक संस्थाओं द्वारा पुरस्कृत विशेष : - - नई दिशाएं हेल्पलाइन संस्था की चेयरपर्सन - Youtub चैनल का संचालन पता : 839 , सेक्टर - 21 सी , फरीदाबाद - 121001 हरियाणा प्रश्न न.1 -  लघुकथा में सबसे महत्वपूर्ण तत्व कौन सा है ? उत्तर - लघुकथा का उद्देश्य महत्वपूर्ण तत्व है. प्रश्न न.2 -  समकालीन लघुकथा साहित्य में कोई पांच नाम बताओं ? जिनकी भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है ? उत्तर - श्री रूप देवगुण, श्री सुकेश साहनी , श्रीमती कमल कपूर, श्री बीजेन्द्र जैमिनी

डॉ. विजेंद्र प्रताप सिंह से साक्षात्कार

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जन्म : 04 जून 1975 , नगला खन्ना ( हाथरस ) उत्तर प्रदेश पिता : श्री ओम प्रकाश  माता : श्रीमती कैलाशी देवी शिक्षा : एम. ए. हिन्दी           प्रयोजनमूलक हिन्दी एवं अनुवाद में स्नातकोत्तर डिप्लोमा           भारत सरकार के गृह मंत्रालय से अनुवाद में डिप्लोमा           उर्दू एंव आशुलिपि में डिप्लोमा           पी. एच. डी. सम्प्रति : सहायक प्रोफेसर : राजकीय माँडल डिग्री कालेज , अरनियां , बुलन्दशहर - उत्तर प्रदेश  विधा : आलोचना , कहानी व लघुकथा  प्रकाशित पुस्तकें : - 1. हिन्दी साहित्य विविधा 2. व्यतिरेकी भाषा विज्ञान 3. ऋषभदेव शर्मा का कविकर्म 4. ब्रज का भाषा विज्ञान 5. उपन्यासों के आइने में थर्ड जेंडर 6. वेटिंग रूम हास्य व्यंग्य एकांकी 7. हिन्दी साहित्य में आदिवासी दिशा एवं दशा 8. थर्ड जेंडर इन हिन्दी नोवेल्स प्रमुख पुरस्कार एवं सम्मान : - - विशिष्ट हिन्दी सेवा पुरस्कार - रेलवे निबंध अभिनय पुरस्कार - बाबा साहेब डॉ आंबेडकर राष्ट्रीय फैलोशिप पुरस्कार  - लक्ष्मी नारायण स्मृति सम्मान  - डॉ भोलानाथ तिवारी सम्मान  - साहित्य गौरव सम्मान  - निर्मल स्मृति हिन्दी साहित

नरेन्द्र श्रीवास्तव से साक्षात्कार

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जन्म : 01जुलाई 1955 , सीरेगाँव ( नरसिंहपुर ) मध्यप्रदेश शिक्षा : विज्ञान स्नातक सम्प्रति : विघुत विभाग से सेवानिवृत्त प्रकाशित पुस्तकें : - इतने लोगों में ( लघुकथा संग्रह ) - 2006 ऐसा भी ... ( लघुकथा संग्रह ) - 2015     इनके अतिरिक्त विभिन्न विधाओं की 17 पुस्तकें सम्मान एवं पुरस्कार :- 1. म.प्र.साहित्य अकादमी, भोपाल द्वारा बाल कविता संग्रह के लिए " ज़हूर बख़्श पुरस्कार - 2015 " 2. म.प्र.तुलसी साहित्य अकादमी, भोपाल द्वारा " तुलसी साहित्य सम्मान - 2017 " 3.जैमिनी अकादमी पानीपत (हरियाणा) द्वारा " म.प्र.रत्न - 2015 " 4.मंजिल ग्रुप साहित्यिक मंच,दिल्ली द्वारा " लाल बहादुर शास्त्री रत्न सम्मान " 5. हिन्दुस्तानी भाषा अकादमी, नई दिल्ली द्वारा " हिन्दुस्तानी भाषा काव्य प्रतिभा सम्मान " 6. श्री गोविंद हिन्दी साहित्य समिति, मुरादाबाद, उ.प्र. द्वारा " हिन्दी भाषा रत्न सम्मान " 7. सलिला संस्थान सलूम्बर, राजस्थान द्वारा " स्वतंत्रता सैनानी श्री औंकार लाल शास्त्री स्मृति पुरस्कार " 8

डाॅ संध्या तिवारी से साक्षात्कार

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जन्म : 15 अक्टूबर, शाहजहांपुर - उत्तर प्रदेश शिक्षा- एम. ए. (हिंदी , संस्कृत), बी.एड., पीएच.डी.  सम्प्रति- स्वतंत्र लेखन व प्रध्यापिका : स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बरखेड़ा, पीलीभीत - उत्तर प्रदेश विधाएंँ- लघुकथा, कहानी,साझा उपन्यास,(आइना सच नहीं बोलता), कविताएंँ (छंद मुक्त), रेखाचित्र, संस्मरण, यात्रावृत्त , डायरी, रिपोर्ताज,आलेख,पत्र, समीक्षा आदि। पुस्तकें : - - 'राजा नंगा है' (ई बुक संग्रह)2016 - 'ततःकिम' लघुकथा संग्रह, (माननीय राज्यपाल श्री राम नाइक के कर कमलों द्वारा लोकार्पित)2016 - 'अंधेरा उबालना है' लघुकथा संग्रह 2020 सम्पादन : - काफी हाउस किताब (विविध विधा रचना संग्रह) साँझा संकलन- श्रेष्ठ काव्य माला, मुट्ठी भर अक्षर, बूंद बूंद सागर, लघुकथा अनवरत, क्षितिज अपने अपने, पड़ाव और पड़ताल (खण्ड 26), नई सदी की धमक, आस-पास से गुजरते हुए, समकालीन प्रेम विषयक लघुकथाएं, गहरे पानी पैठ, मास्टर स्ट्रोक, हमारा साहित्य (जे ऐंड के एकैडमी आॅफ आर्ट कल्चर एंड लैंग्विज आॅफ जम्मू )आदि। सम्मान : - - दिशा प्रकाशन द्वारा दिशा सम्मान, - हिंदी चेतना पत्रिका कनाडा द्वारा 

सरला मेहता से साक्षात्कार

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जन्म दिनांक:-20 दिसंबर 1945 शिक्षा:- स्नाकोत्तर अंग्रेजी व बी एड संप्रति:- सेवानिवृत शिक्षिका निजी विद्यालय लेखन:-हिंदी अंग्रेजी व मालवी भाषाओं में गद्य पद्य की अधिकतर विधाएँ प्रकाशित पुस्तकें:- संजोई कहानियाँ ठूठ से झांकती कोपलें (काव्य संग्रह) विशेष : - - वामा मंच, जलधारा समूह, अखण्ड सन्डे, साहित्य  अर्पण आदि साहित्यिक समूहों की सक्रिय सदस्या  - आभासी पटलों पर भागीदारी करती  पता : 94, गणेशपुरी खजराना , इंदौर - मध्यप्रदेश प्रश्न न.1 -  लघुकथा में सबसे महत्वपूर्ण तत्व कौन सा है ? उत्तर - लघुकथा में सबसे महत्वपूर्ण तत्व है कथानक या प्लॉट। जैसे भवन निर्माण में बगैर प्लॉट के आगे का ढाँचा तैयार नहीं हो सकता है। कथानक आत्मा है व शिल्प शरीर है। आसपास की घटनाओं, अनुभवों व विभिन्न क्षेत्रों में व्याप्त विसंगतियों की कोख से लघुकथा जन्म लेती है। प्रश्न न.2 -  समकालीन लघुकथा साहित्य में कोई पांच नाम बताओं ? जिनकी भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है ?  उत्तर - समकालीन लघुकथा साहित्य के पाँच नाम मेरे मतानुसार हैं अनिल माकरिया जी,  मधु जैन जी, कांता रॉय जी, पवन जैन जी। और आप ( बीजेन

ओमप्रकाश क्षत्रिय 'प्रकाश' से साक्षात्कार

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जन्म दिनांक-  26 जनवरी 1965 शिक्षा-  5 विषय में एम ए, पत्रकारिता, कहानी-कला, लेख-रचना, फ़ीचर एजेंसी का संचालन में पत्रोपाधि व्यवसाय- सहायक शिक्षक लेखन- बालकहानी, लघुकथा व कविता संपादन- लघुकथा मंथन, बालकथा मंथन, चुनिंदा लघुकथाएं, मनोभावों की अभिव्यक्ति, मप्र की बाल कहानियाँ प्रकाशित पुस्तकें- 1- कुँए को बुखार 2- आसमानी आफत 3- काँव-काँव का भूत 4- कौनसा रंग अच्छा है? 5- लेखकोंपयोगी सूत्र और 100 पत्रपत्रिकाएं 6- चाबी वाला भूत 7 - संयम की जीत उपन्यास 8 - हाइकु संयुक्ता 9 - घमंडी सियार और अन्य कहानियां 10- कसक लघुकथा संग्रह 11- चुनिंदा लघुकथाएं संपादन 12- रोचक विज्ञान बालकहानियाँ 13- पहाड़ की सैर 14- चूँचूँ की कहानियाँ 15- मनोभावों की अभिव्यक्ति 16- संयम की जीत 17- हाइबन: चित्र-विचित्र 18- पहाड़ी की सैर 19- आजरी विहीर (मराठी अनुवाद) 20- काव काव चे भूत (मराठी अनुवाद) 21- आसमानी संकट (मराठी अनुवाद) 22- कोणता रँग चाँगला आहे? (मराठी अनुवाद) 23- लघुकथाकारों की मेरी चुनिंदा लघुकथाएं 24- देश-विदेश की लोककथाएं संकलन में सहभागिता-- 1- बून्द-बून्द सागर 2- अपने अपने क्षितिज 3- नई सदी की धमक 4-

कंचन शर्मा ' कौशिका ' से साक्षात्कार

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जन्मतिथि : 14अक्टूबर शिक्षा : स्नातक (राजनितिक शास्त्र ) पति :  बिस्वंभर शर्मा (अधिवक्ता ) रूचि : लेखन, संगीत सम्प्रति : स्वतंत्र लेखन, कई मंचों से जुड़कर साहित्य सेवा विधा : कहानी, लघुकथा, कविताओं आदि                          सम्मान : - 1.साहित्य संगम संस्थान द्वारा श्रेष्ठ रचनाकार सम्मान। 2.आगमन द्वारा तीन बार सम्मनित। 3. पूर्वाषा हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा सौरभ सम्मान. 4. अलग अलग मंचों द्वारा मेरी कहानी, लघुकथाएं को श्रेष्ठ रचना का सम्मान। Address : 5C ,5th floor , pink House ,  A, K. Azad Road , Rehabari - 781008  Guwahati - Assam प्रश्न न.1 -  लघुकथा में सबसे महत्वपूर्ण तत्व कौन सा है ? उत्तर -  लघुकथा में मेरे हिसाब महत्वपूर्ण तत्व एक कसा       हुआ कथातत्व और कुछ संदेश अवश्य छुपा होना चाहिए। प्रश्न न.2 -  समकालीन लघुकथा साहित्य में कोई पांच नाम बताओं ? जिनकी भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है ? उत्तर-  समकालीन लघुकथा साहित्य में आ. ओम नीरव जी, आ. बीजेन्द्र जैमिनी जी, आ. सतीशराज पुष्करणा जी, आ सुकेश साहनी जी, आ. योगराज प्रभाकर जी आदि की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हैं

सुरेन्द्र कुमार अरोड़ा से साक्षात्कार

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              जन्म तिथि  : 9 नवम्बर , 1951  जन्म स्थान :जगाधरी (यमुना नगर - हरियाणा )                                                     पिता  : स्वर्गीय  श्री मोहन लाल माता :  स्वर्गीय  श्रीमति धर्मवन्ती ( जमनी बाई ) गुरुदेव : स्वर्गीय  श्री सेवक वात्स्यायन ( कानपुर विश्वविद्यालय )                                                                                                                                             पत्नी  : श्रीमती  कृष्णा कुमारी                                 शिक्षा  : स्नातकोत्तर ( प्राणी - विज्ञान ) कानपुर              बी . एड . ( हिसार - हरियाणा )             लेखन विधा  : - लघुकथा , कहानी , बाल  - कथा ,  कविता , बाल - कविता , पत्र - लेखन , डायरी - लेखन , सामयिक विषय आदि आजीविका  : शिक्षा निदेशालय , दिल्ली के अंतर्गत 32 वर्ष तक जीव - विज्ञानं के प्रवक्ता पद पर कार्य करने के पश्चात नवम्बर  2013 में  अवकाश प्राप्ति : (अब तक के लेखन से सन्तोष ) पुस्तकें : - - आज़ादी ( लघुकथा - संगृह – 1999    ) - विष - कन्या   ( लघुकथा – संगृह 2008 ) -   तीसरा पैग   (

नीलम नारंग से साक्षात्कार

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जन्म :  फतेहाबाद में 21 जून 1968 में मध्यमवर्गीय परिवार मे हुआ  कार्यक्षेत्र : विवाह के बाद हिसार में ही रही और यहीं शिक्षिका के व्यवसाय को चुना ।  शिक्षा : एम. बीएड . एल एल बी.  विधा : कविता , गजल ,गीत , मुक्तक व लघुकथाएं पहली लघुकथा : ' मेरा समाज अलग कैसे ' नाम से जुलाई 2017 में अमर उजाला अखबार में छपी थी । उसके बाद विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में लघुकथाएं और कविताएं छपती रही हैं । इसके अलावा बहुत सी पुस्तक संकलन में लघुकथाएं सम्मलित की गई  है ।  सम्मान : - 10 नवम्बर 2019 में शब्द शक्ति संस्था द्वारा पिता पर लिखी गई कविता पर प्रशस्तिपत्र  , जैमिनी अकादमी व भारतीय लघुकथा विकास मंच द्वारा सम्मानित  किया गया। कोरोना काल में अलग-अलग संस्थाओ से जुड़ने का सौभाग्य मिला । आनलाइन लघुकथा पाठ किया । पता :  147/ 7, गली नम्बर -7              जवाहर नगर हिसार - हरियाणा प्रश्न न.1 -  लघुकथा में सबसे महत्वपूर्ण तत्व कौन सा है ?   उत्तर - लघुकथा में सबसे महत्वपूर्ण तत्व विचार व संदेश होता है जो पाठकों को बहुत कुछ सोचने पर विवश करता है ।हर लघुकथा कोई ना कोई सवाल छोड़ जाती है।