डॉ. मंजु गुप्ता की कलम से........।

बीजेन्द्र जैमिनी , पानीपत से पैनल का  पारदर्शी निर्णय था , लघुकथा के मठाधीशों से मैं अपरिचित थी ।

मैं सबके लिए अपरिचित अजनबी थी।  सन् 2017 में

 लघुकथा  स्पर्धा में मेरा पहला प्रयास था । पहली लघुकथा  सच्ची श्रद्धांजलि को  प्रथम पुरस्कार से

पुरस्कृत हुयी  । 1100 रुपये का चेक , सार्टिफिकेट कोरियर से आया था। यह पुरस्कार  लघुकथा की जिम्मेदारियों के संग लघुकथा लिखने की प्रेरणा दे गया।

मुझ में ऊर्जा उमंग उत्साह भर गया  

तब कोई पाठ्यक्रम , कोचिंग क्लास नहीं थी ।

अब लघुकथा विधा में इतना परिवर्तन आया कि कोचिंग क्लास ऑन लाइन चल रही है । लघुकथा को विस्तार मिला। सेकंडरी सेक्शन से लेकर डिग्री कॉलिज के पाठ्यक्रम से जुड़ गयी ।

मुझे खुशी होती है कि मेरी 14 वीं किताब एक भारत श्रेष्ठ भारत ( लघुकथा संग्रह) नववर्ष 2025 में  खाता खोलेगी।

 एक भारत श्रेष्ठ भारत (लघुकथा संग्रह  ) वंदे भारत , पूजनीय भारत , देवभूमि भारत की महिमा से ओतप्रोत है। 

भाई बीजेन्द्र जैमिनी का हार्दिक धन्यवाद देती हूँ।


- डॉ मंजु गुप्ता

19 , द्वारका , प्लॉट 31 , सेक्टर 9 A , 

वाशी , नवी मुंबई ,पिनकोड 400703 महाराष्ट्र 



https://bijendergemini.blogspot.com/2023/12/2023.html

Comments

  1. धन्यवाद आ भाई बीजेन्द्र जैमिनी जी । इस सदी के लिये आपकी संस्था का निष्पक्ष ,पारदर्शी निर्णय मिसाल है जबकि आज की प्रतिष्ठत संस्थाएँ कलम की ताकत से नहीं बल्कि पहचान , अर्थ से पुरुस्कृत करती है।
    जब से आप से जुड़ी तब से आपके व्यक्तित्व में कर्मठता , ईमानदारी, लगन , परिश्रम , सहयोग आदि गुणों को देखती हूँ।
    - डॉ. मंजु गुप्ता
    मुम्बई
    ( फेसबुक से साभार)

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