जैमिनी अकादमी द्वारा श्री हनुमान जन्मोत्सव - 2025 के अवसर पर कवि सम्मेलन का आयोजन फेसबुक पर रखा है । जिसमें अनेक काव्य रचनाएं आई । जिन में कुछ रचनाएं विषय अनुकूल नहीं पाईं गईं हैं । बाकि रचनाएं श्रेष्ठ व संतोषजनक पाई गई। अतः विषय अनुकूल रचनाओं को डिजिटल सम्मान से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया। रचनाओं के साथ डिजिटल सम्मान पत्र पेश हैं :- राम भक्त हनुमान पवनपुत्र हनुमान तुम बल बुद्धि के दाता। हर समय राम राम जपते राम ही भाग्य विधाता।। जानकी को हर ले गया रावण दुखी भये राम भ्राता। खोजते खोजते जानकी को अंजनी गिर पंहुचे दाता।। पवनपुत्र ब्राह्मण भेष धारण कियो निकट पंहुचे विधाता। भेद लिन्हों जब सामने मिला आराध्य सिर झुक जाता।। पवनपुत्र का हर पल हर रोम रोम जय श्रीराम गाता। भक्त भगवान का मिलन पंपा में आनन्दमयी हो जाता।। हनुमान हर कार्य में अपने आराध्य को पहल दे जाता। श्रद्धा विश्वास भक्त हनुमान का श्री राम को खुशी दे जाता।। राम जानकी खोज के लिए हनुमान से मदद मांगता। हनुमान निज को तुच्छ म...