लघुकथा वृत्त हिन्दी मासिक

    लघुकथा वृत्त हिन्दी मासिक का सम्पादन कान्ता राँय कर रही है । जिस में लघुकथा साहित्य के हर प्रकार के समाचार होते हैं जैसे :- सम्मान समारोह , विमोचन समारोह , गोष्ठी आदि 
       लघुकथा से सम्बंधित विभिन्न घोषणाएं को भी प्रमुखता से स्थान दिया जाता है । साक्षात्कार , पुस्तक समीक्षा के साथ - साथ क्षेत्रीय भाषाओं की लघुकथाओं को भी स्थान दिया जाता है । इस में चारों ओर लघुकथा ही लघुकथा नजर आती है । हिन्दी मासिक के शीषर्क से स्पष्ट हो जाता है कि लघुकथा साहित्य को समर्पित है ।
         यह अंक जनवरी -2019 का है जिस के  संपादकीय में श्रीमती कान्ता राँय ने लघुकथा की परिभाषा देने के साथ - साथ नकारात्मक लेखन का विरोध किया है । यह संपादकीय का दायित्व भी है । जो बेखूबी निभाया गया है । 
       लघुकथाएँँ विदेश से शीर्षक के अन्तर्गत रूसी लेखक इवान तुर्गनेव के जीवन परिचय सहित तीन लघुकथाओं को प्रकाशित किया गया है । यह कार्य गोकुल सोनी ने पेश किया है । जबकि लघुकथाओं का अनुवाद श्री ललित कुमार व सुरेश पाण्डेय ने किया है । धरोहर के अन्तर्गत महिमा श्रीवास्तव ने स्व. डाँ. शंकर पुणतांबेकर का जीवन परिचय के साथ पांच लघुकथाएं प्रकाशित है यह स्वर्गीय लघुकथाकारों के समर्पित कार्य स्वागत योग्य है । इसी प्रकार लघुकथा के विशिष्ट परिंंदे के अन्तर्गत लखनऊ की ज्योत्सना सिंह की पांच लघुकथाएं प्रकाशित हुई है । पाँचों लघुकथाएं अलग अलग परिवेश की लघुकथाएं है जो लेखन की सफलता स्पष्ट करती है । 
         डाँ. बलराम अग्रवाल का साक्षात्कार दिया है जो अशोक दर्द ने पेश किया है अग्रवाल जी को मैं काफी समय से जानता हूँ परन्तु आज तक फेस टू फेस कभी नहीं मिला हूँ। फिर भी उनके बारे में काफी जानता हूँ जो कुछ बाकी बचा था । वो इस साक्षात्कार ने पूरा कर दिया है । 
सीप में समुद्र ( सम्पादन : संतोष श्रीवास्तव व कान्ता राँय ) , आस-पास की बातें ( डाँ. पुष्पा जमुआर ), परिंदे पूछते हैं ( डाँ. अशोक भाटिया ), समसमायिक हिन्दी लघुकथाएँ ( त्रिलोक सिंह ठकुरेला ) , संकल्प और सपने ( सदाशिव कौतुक ), टकराती रेत ( सुधा भार्गव ) पर चर्चा की गई हैं । राजस्थानी , भोजपुरी , मालवी , हरियाणवी लघुकथाओं को प्रकाशित करके भविष्य की लघुकथा को समृद्ध किया है ।

 
सम्पादक : कान्ता राँय
म.न.21 , सैक्टर -सी , सुभाष कालोनी
नियर हाई टेंशन , गोविंद पुरा 
भोपाल - 462023 मध्यप्रदेश
मोबाइल : 9575465147
ईमेल : roy.kanta69@gmail.com


Comments

  1. आपका ब्लॉग पढ़ा, बहुत पसंद आया। स्वतः स्पष्ट्र है कि आप लघुकथा के लिए सम्पूर्ण समर्पण के साथ कार्य कर रहे हैं, जो प्रशंसा के योग्य है। वास्तव में हम सब एक धरातल पर खड़े हैं और हिंदी के उत्थान में यथायोग्य, पूरे मन से अपनी भूमिका का निर्वाह कर रहे हैं। हम सदैव प्रत्येक "सकारात्मक सोच के साथ उठाये गये कदम" के साथ हैं।
    इस यात्रा में आपने मुझे सहयात्री के रूप में शामिल किया, आभार।

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