पत्रकार कौन ?

" मेरी दृष्टि में " पत्रकार किसी धर्म या राजनीति पार्टी का नहीं होता है। जो है भी , वह पत्रकार नहीं है परन्तु वह लेखक तो हो सकता है।
       आज पत्रकारिता की क्या स्थिति है यह आप अपने आसपास के पत्रकारों तथा टीवी चैनलों को देख कर समझ सकते हैं। यह स्थिति छोटे पत्रकारों ही नहीं है बल्कि बड़े बड़े पत्रकारों में भी यह स्थिति देखी जा सकती है। चुनाव के समय तों बिल्कुल स्पष्ट नज़र आने लगते हैं।

Comments

  1. सही बात है। राजनैतिक, धार्मिक, वैचारिक और व्यापारिक खूंटो से बंधकर जो की जाय उसे पत्रकारिता तो नहीं कहा जा सकता।

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