शुभ तारिका हिन्दी मासिक पत्रिका

        सम्पादक : श्रीमति उर्मि कृष्ण
  " कृष्णदीप " ए -47, शास्त्री कालोनी
         अम्बाला छावनी - हरियाणा

   प्रबुद्ध पाठकों तथा शब्दकर्मियों की अग्रणी हिन्दी मासिक पत्रिका में सम्पादकीय के अतिरिक्त लेख, परिचर्चा, कहानी, व्यंग्य, लघुकथा, कविता के विभिन्न रूप, परिचय, आदि साम्रगी भरपूर मात्रा में होती है।
     स्थायी स्तम्भ के अंतर्गत पत्रम पुष्पम, आत्मा का भोजन, सबरंग, लल्लूनामा, पत्र-पत्रिकाएं, पुस्तकें तथा साहित्यिक समाचार होते हैं। पत्रम पुष्पम में पाठकों के पत्र प्रकाशित होते हैं जो पत्रिका की साम्रगी पर  विचार होते हैं। सबरंग में प्ररेक प्रसंग, बोध कथा, सूक्तियां आदि तथा लल्लूनामा में अछूते चुटकुले प्रकाशित होते हैं। आत्मा का भोजन में विभिन्न रूप में जीवन की सच्चाई पेश की जाती है। कहानी लेखन महाविद्यालय के नवोदित साहित्यकारों को मंच प्रदान करने में यह पत्रिका अहम भूमिका निभा रही है। इस महाविद्यालय के सदस्य आज सरकारी संस्थाओं के निदेशक बन रहें हैं। यह पत्रिका तथा महाविद्यालय की बहुत बड़ी सफलता है। महाविद्यालय के सदस्यों के सम्मान, पुस्तकों की समीक्षा, विमोचन की जानकारी पत्रिका में देते रहते है। 1988 से पहले शुभ तारिका का नाम तारिका ही था। इस पत्रिका के संस्थापक स्व. डा. महाराज कृष्ण जैन जी है। इस पत्रिका को इंटरनेट पर भी http://katha_chakra.blogspot.com पढ़ा जा सकता है।

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