बीजेन्द्र जैमिनी का सफल प्रयास : पंजाबी भाषा सिखाने के लिए हिन्दी माध्यम की व्यवस्था


दिल्ली में 21  मार्च 1993 को  हिन्दी साहित्य सम्मेलन प्रयाग में बोलते हुए बीजेन्द्र जैमिनी
  " राजभाषा : समस्या और समाधान " गोष्ठी में पंजाब विश्वविद्यालय की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए बीजेन्द्र जैमिनी ने कहा कि विश्वविद्यालय में पंजाबी सिखने के लिए अंग्रेजी का ज्ञान अनिवार्य है। क्यों पंजाबी भाषा सिखाने का माध्यम सिर्फ अंग्रेजी ही था। हिन्दी माध्यम से पंजाबी भाषा नहीं सिखा जा सकता थी। 
      इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह जी थे । कुछ दिनों बाद ही पंजाब विश्वविद्यालय, चण्डीगढ़ में हिन्दी माध्यम से भी पंजाबी भाषा सिखाने की व्यवस्था हो गई है । जो अब भी कायम है। अतः बीजेन्द्र जैमिनी का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास सफल हुआ है।

Comments

Popular posts from this blog

वृद्धाश्रमों की आवश्यकता क्यों हो रही हैं ?

लघुकथा - 2024 (लघुकथा संकलन) - सम्पादक ; बीजेन्द्र जैमिनी

इंसान अपनी परछाईं से क्यों डरता है ?