21वीं सदी की लघुकथाएँ

     आपको सूचित करते हुए हमें अपार हर्ष हो रहा है कि लघुकथाओं पर बहुप्रतीक्षित ऐतिहासिक पुस्तक *'21वीं सदी की लघुकथाएँ'* का लोकार्पण गत 29 जून 2025 को दिल्ली में एक भव्य समारोह के दौरान किया गया। विन्यास प्रकाशन द्वारा सिद्धेश्वर जी के संपादन में प्रकाशित इस ऐतिहासिक पुस्तक में आपकी लघुकथा " परिवार में बेटी " को भी शामिल किया गया है। 

सादर,

चैतन्य चंदन

विन्यास प्रकाशन


लघुकथा 

          परिवार में बेटी

                                                                                               ‎ "पापा ! दीदी की मृत्यु को  एक साल से भी अधिक हो गया है। परन्तु आप ने दीदी की कापीयां - क़िताबें अब तक क्यों संभाल कर रखीं हैं ? दीदी अब जिन्दा होकर आने वाली नहीं है जो आगे पढ़ने के लिए ......! " कहते हुए कालिया रों पड़ता है। 

          अन्दर से मां आती है। कालिया को चुप करवातीं है और अपने साथ अन्दर ले जाती है। 

          पापा , बेटी की कापियां-किताबें को देख कर ,अब भी गुम सुम से है। बेटी को स्कूल जाते कुछ लड़कों ने अपहरण कर के बलात्कार के बाद हत्या कर दी थी। पापा अब भी सोच रहा है । अगर बेटी को स्कूल ना भेजता तो बेटी  भी जिन्दा होती .....! पापा ने ही बेटी को स्कूल भेजने के लिए परिवार पर दबाव बनाया था। पहले परिवार में बेटी स्कूल नहीं जाती थी ।  ‌ °°


                 लेखक

              बीजेन्द्र जैमिनी           ‌    

       पानीपत - हरियाणा - भारत 

      Mobile No .9355003609

Email : bijender1965@gmail.com


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