परेशानी की दो स्थिति

" मेरी दृष्टि में " परेशानी की स्थिति दो प्रकार की होती है पहली स्थिति में खुद को बदलने की जरूरत है।
          दुसरी स्थिति में सामने वाले को सुधारना चाहिए। परन्तु सामने वाले सुधरने की अपेक्षा आप को हर प्रकार से तंग करता रहता है।आप छोड़ने का प्रयास करते है  भी तो सफल नहीं हो पाते हैं। ऐसी स्थिति में खुद क्या करें ?
           ऐसी स्थिति में खुद आत्महत्या भी कर लेता है या फिर सामने वाले की हत्या कर देता है।
          " मेरी दृष्टि में " हत्या या आत्महत्या से हर स्थिति से बचना चाहिए। हर स्थिति में संघर्ष करते हुए सफलता की आशा करें।

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