हिंदी के 108 मोती
हिंदी भाषा के सम्मान में कविताएं का संकलन का सम्पादन रामेश्वर दयाल गोयल ने किया है। जो भारतीय भाषा प्रतिष्ठापन राष्ट्रीय परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष है।
इस संकलन में हिन्दी भाषा के सम्मान आदि का उल्लेख करते हुए 108 कविताएं प्रकाशित की गई है। इसके अतिरिक्त 09 कविता व एक आलेख भी है।
सभी कविताएं में मातृभाषा के गुण गान के उद्देश्य से लिखी गई है। जिस में उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली, बिहार, महाराष्ट्र, अरुणाचल प्रदेश, कर्नाटक, पंजाब, गुजरात, जम्मू कश्मीर, पुणे, आदि राज्यों के कवियों को प्रकाशित किया गया है। यही पुस्तक की सफलता है। गोयल जी का प्रयास व प्रयोग एक दम श्रेष्ठ श्रेणी का है।
कविताएं में मातृभाषा के प्रति आस्था को जाग्रत करने का भाव दिखाई देता है। सरल भाषा का प्रयोग किया गया है। जिसे हर कोई समझ सकता है। कवियों में बहुत बड़े नाम भी हैं। हिन्दी प्रचार से जुड़ी संस्थाओं से जुड़े कविताओं को भी संकलन में देखा जा सकता हैं। सम्पादक बधाई के पात्र है।
प्रकाशक
भारतीय भाषा प्रतिष्ठापन राष्ट्रीय परिषद
एफ 6/1 , सैक्टर-7, वाशी,
नवीं मुम्बई- 400703
संस्करण : 14 सितंबर 2014 ( हिन्दी दिवस )
- बीजेन्द्र जैमिनी
समीक्षक
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