धरा के लिए ( हाइकु - संग्रह )

          डॉ० निर्मल ऐमा के द्वारा लिखित हाईकू - संग्रह में 530 हाईकू है। जो तीन लाईन की काव्य विधा है। 5-7-5 का पालन करते हुए हाईकू लिखा गया है। हाईकू को जापानी काव्य विधा कहा जाता है।
           इस संग्रह में डा. ऐमा ने प्राकृतिक, शासन, रिश्ते, पुस्तकालय, आतंक, शिक्षा, हिंसा, मूर्ति, लोकतंत्र, परमाणु, दर्पण, शान्ति , हिन्दी प्रेम, ईमानदारी, शादी, प्रभु, भ्रष्टाचार, आत्मा, लक्ष्मी, बेरोजगारी, देश प्रेम, समाचार, यज्ञ, विज्ञापन, विश्व, रावण, ज्वालामुखी, द्रौपदी, वसीयत, जनसंख्या, कन्या, गांधी, शिव, वस्त्र, आदि विषयों पर प्रकाशित हाइकु दिये गये हैं। कवियत्री की कल्पना शक्ति ने विषयों में जान डाल कर विषय को जीवित किया है।
      हाइकु साहित्य में यह पुस्तक मील का पत्थर साबित हुई है। वैसे भी हाइकु साहित्य में एंकल हाइकु संग्रह बहुत कम प्रकाशित हुए हैं। ऐसे में डा. ऐमा का संग्रह ने अपने आप बहुमूल्य है। कवियत्री साधुवाद के पात्र है।
                       प्रकाशक
              क्षीरभवानी प्रकाशन
                  जम्मू - कश्मीर
        प्रथम संस्करण : फरवरी - 2004
                                      - बीजेन्द्र जैमिनी
                                          समीक्षक

     

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