हिन्दु

हिन्दु धर्म या समाज, कुछ भी कहें, बात एक ही है। परन्तु हिन्दू पिछले 1200 वर्षों से अपने अस्तित्व की लडाई लड़ रहा है। इस लड़ाई ने सिख धर्म तथा राजपूत जाति को  जन्म दिया है।
        " मेरी दृष्टि में " हिन्दू वहीं का वहीं है। 99% हिन्दूओं को ये बात समझ नहीं आती है। लोकतन्त्र के नाम पर हिन्दू बंटा है । इसे ही राजनीति कहते हैं। राजनीति में सिर्फ सत्ता की भूख होती है। बाकि काम न्यायपालिका कर देती है।
       फिर भी हम सुनरें भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं। भविष्य लोकतन्त्र पर टिका है। जब तक भारत में लोकतंत्र है हिन्दू आगे बढ़ता रहेगा।

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