डॉ. स्वर्ण किरण

 डॉ. स्वर्ण किरण


जन्म : 16 मार्च 1934 , आरा ( बिहार )
पिता : स्व. राम भवन
माता : स्व. रामेश्वरी देवी
लालन - पालन : 1944 में पिता का स्वर्गवास के बाद मामा श्री महावीर प्रसाद द्वारा
शिक्षा : एम. ए. , पीएचडी ( शोध विषय : हिन्दी में समस्यापूर्ति की परंपरा तथा विकास ) निदेशक : आचार्य नलिन विलोचन शर्मा
विवाह : 25 मई 1950 को मिथिलेश कुमारी के साथ
पुत्र : डॉ. ईश्वर चंद्र , लक्ष्मी नारायण , इंदुभूषण
पुत्री : इंदु , शकुंतला , इंदिरा

लेखन : हिन्दी , भोजपुरी , मगही आदि भाषा में कहानी , लघुकथा , कविता , हाईकू , समीक्षा , निबंध , नाटक , अनुवाद , आलोचना ,  बाल साहित्य में लेखन

सम्पादन : नालंदा दर्पण मासिक , सोहसराय - बिहार

हिन्दी काव्य : -

मिटा हुआ पत्र ( कविता संग्रह ) - 1961
कुएँ का उड़ाह ( कविता संग्रह ) - 1961
कविताएँ स्वर्ग किरण की ( कविता संग्रह ) - 1967
नचिकेता ( खंडकाव्य ) - 1970
भीष्म ( खंडकाव्य ) - 1974
सुलोचना ( खंडकाव्य ) - 1974
मांडवी ( खंडकाव्य ) - 1974
रत्नावली  ( खंडकाव्य ) - 1974
इन्दिरा गांधी  ( खंडकाव्य ) - 1975
निष्ठा का सुर्य पुरुष : मैं ( कविता संग्रह ) - 1976
नालंदा की वेदना ( लम्बी कविता ) - 1976
कथामाला ( कविता संग्रह ) - 1977
तुलसी ( खंडकाव्य ) - 1978
बापू ( प्रबंध काव्य ) - 1981
विज्ञान की दुनियां ( कविता संग्रह ) - 1981
कवींद्र रवींद्र ( खंडकाव्य ) - 1983
गौरवगिरी महान यह कवि जी ( चकल्लस काव्य )
गंगा ( काव्य ) - 1984
मेरा संसार ( कविता संग्रह ) - 1985
कौंध रहे वे क्षण ( कविता संग्रह ) - 1990
ईशपुत्र ईसा ( प्रबंध काव्य ) - 1990 -91
मदर टेरेसा ( प्रबंध काव्य ) - 1993
पूर्वा की विदाई ( कविता एंव गीत संग्रह ) - 1994
निष्ठा की सुई ( कविता एंव गीत संग्रह ) - 1995
तलाश है ( कविता एंव गीत संग्रह ) - 1999

कहानी / लघुकथा : -

फैसला ( कहानी संग्रह ) - 1987
अपना पराया ( लघुकथा संग्रह ) - 1981
ऊँची नीची सड़क ( लघुकथा संग्रह ) - 1987
हाइफन ( लघुकथा संग्रह ) - 1987
इलाज ( लघुकथा संग्रह ) - 1987
संप्रेषण ( लघुकथा संग्रह ) - 1989
आजकल ( लघुकथा संग्रह ) - 1989
घेरा ( लघुकथा संग्रह ) - 1990
गंगोत्री ( लघुकथा संग्रह ) - 1990
बरगद ( लघुकथा संग्रह ) - 1992
मोरचा ( लघुकथा संग्रह ) - 1995
अनिला ( लघुकथा संग्रह ) - 1996
पहचान ( लघुकथा संग्रह ) - 1997
सरोकार ( लघुकथा संग्रह ) - 1998

बालोपयोगी : -

घर बाहर ( भाग - 1 ) कविता संग्रह - 1974
घर बाहर ( भाग - 2 ) कविता संग्रह - 1974
घर बाहर ( भाग - 3 ) कविता संग्रह - 1975

नाटक : -

विभीषण ( सैद्वांतिक नाटक ) - 1969
सुनयना ( सैद्वांतिक नाटक ) - 1972
संत रविदास ( सैद्वांतिक नाटक ) - 1985

हिंदी निबंध / आलोचना : -

संत रविदास और उन का काव्य - 1970
प्रेमचंद का कथा - संसार - 1980

मगही : -

तिनड़िड़िया ( कहानी संग्रह ) - 1980
बिहार ग्रंथालय संघम ( स्मारिका ) - 1988
मगही संस्कृति आउ दोसर ( निबंध ) - 1992
जमाना के असर ( लघुकथा संकलन ) - 1992

भोजपुरी : -

चारो ओर अन्हरिया ( कविता संग्रह ) - 1971
ले के ई लुकार हाथन में ( कविता संग्रह ) - 1975
धरती फट गेलइ हे ( कविता संग्रह ) - 1975
सुजाता ( खंडकाव्य ) - 1986
धरती के पाती तथागत के नाम ( खंडकाव्य ) - 1986
शेरशाह ( खंडकाव्य ) - 1988
जीवक ( खंडकाव्य ) - 1989
मुआर ( कविता संग्रह ) - 1989
तिनपतिया ( कहानी संग्रह ) - 1989
चहर दिवारी ( कहानी संग्रह ) - 1989
भोजपुरी संस्कृति आ दोसर ( निबंध संग्रह ) - 1990
नोआखाली में बापू ( विचार काव्य ) - 1996

अनुवाद : -
   ( संस्कृत से हिंदी , भोजपुरी एवं मगही )

इंदिरोपाख्यानम् - मूल : डॉ. युगल किशोर उपाध्याय - 1978
भगवद् बुद्वोपाख्यानम् - मूल: श्री विष्णुकांत - 1984
आईना के आर - पार ( गुजराती ) - मूल: श्री गिरीन जोशी ( मगही ) - 1991
शिव तांडव स्तोत्रम् - मूल : रावण - 1993

शोध निर्देशन ( पीएचडी ) :-
      1. योगेंद्र प्रसाद ' योगी ' द्वारा बिहारी सतसई का सांस्कृतिक अध्ययन
      2. सुधा कुमारी द्वारा नालंदा के साहित्य में लोक संस्कृति की प्ररेणा एवं प्रभाव
      3. रामदुलार सिंह ' पराया ' द्वारा दहेज़ विषयक अवधारणा से जुड़ी हुई हिंदी लघुकथा का अनुशीलन

सम्मान / उपाधि आदि : -
- 18 मार्च 1978 को  अखिल भारतीय मगही साहित्य सम्मेलन , गया - बिहार द्वारा मगही सम्मान
- 15 मार्च 1985 को साहित्यलोक , परियावाँ , प्रतापगढ़ - उत्तर प्रदेश द्वारा साहित्यश्री उपाधि
- 28 अगस्त 1991 को हलाहल , रेवाड़ी - हरियाणा द्वारा लघुकथा रत्न सम्मान
- 24 जुलाई 1994 को श्री साईदास बालूजा साहित्य कला अकादमी , लाजपत नगर , दिल्ली द्वारा प्रशस्ति पत्र
- 17 सितम्बर 1994 को अखिल भारतीय भोजपुरी परिषद् लखनऊ - उत्तर प्रदेश द्वारा भोजपुरी शिरोमणि सम्मान
- 23 दिसम्बर 1994 को उत्तर प्रदेश रचनाकार संस्थान , परानापुर , बरवा , फैजाबाद - उत्तर प्रदेश द्वारा माखनलाल चतुर्वेदी लघुकथा पुरस्कार
- 13 सितंबर 2000 को जैमिनी अकादमी , पानीपत - हरियाणा द्वारा बीसवीं शताब्दी रत्न सम्मान

देहावसान : 16 अक्टूबर 2009 



Comments

  1. साहित्य व संपादन जगत के लिए महत्वपूर्ण व्यक्तित्व हर कदम पर साथ मिला।वंदन अभिनंदन।

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  2. डॉ. स्वर्ण किरण मुझे बहुत पहले से जानते हैं ।ये आरा बिहार। में रहते थे ,अब ? इनकी छोटी सी कविताओं की पुस्तक की मैंने समीक्षा भी की थी।
    - चंद्रकांता अग्निहोत्री
    पंचकूला - हरियाणा
    ( WhatsApp से साभार )

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  3. अक्सर पोस्ट कार्ड लिखते थे डॉ स्वर्ण किरण जी। नालंदा दर्पण के विभिन्न अंकों में आपने हमें स्थान दिया और प्रोत्साहित किया।
    इनको शत शत नमन

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  4. बहुत ही मृदुल और व्यवहार कुशल व्यक्ति थे डॉ सवर्ण किरण सर, उन्होंने मुझे भी बहुत प्रोत्साहित किया और मेरी कई रचनाओं को नालन्दा दर्पण में स्थान दिया! मैं व्यक्तिगत संपर्क में रहता था उनसे! बहुमुखी प्रतिभा के धनी यशस्वी संपादक डॉ स्वर्ण किरण जी को शत शत नमन!!

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  5. मेरी प्रथम मुलाकात डॉ. स्वर्ण किरण जी से दिल्ली में 1990 में हुई थी । मैंने अपना प्रथम लघुकथा संग्रह ' प्रातःकाल 'भेट किया । डॉ. साहब ने मेरे लघुकथा संग्रह की समीक्षा ' नालंदा दर्पण पत्रिका ' में प्रकाशित किया । इसी संग्रह की लघुकथा ' जन्मदिन ' को गंगौत्री ' लघुकथा संकलन में शामिल किया । यह सब डॉ. साहब के स्वभाव का हिस्सा है । जिसे उस समय के सभी लघुकथाकारों ने महसूस किया है । मुझे अपनी पत्रिका में बहुत बार प्रकाशित किया था ।
    हमनें , डॉ. स्वर्ण किरण जी को जैमिनी अकादमी , पानीपत - हरियाणा के माध्यम से हिन्दी दिवस की पूर्व संध्या 13 सितंबर 2000 को ' बीसवीं शताब्दी रत्न सम्मान से सम्मानित किया था । इसी प्रकार श्री साईदास बालूजा साहित्यकला अकादमी , लाजपत नगर , दिल्ली के माध्यम से 24 जुलाई 1994 को साहित्य सेवा हेतु प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया था । मैं उस समय इस अकादमी ( दिल्ली ) की सम्मान चयन समिति का संयोजक था । यह कुछ भूलीं बिसरी यादें हैं । अभी हाल में , इनके शिष्य डॉ.रामदुलार सिंह ' पराया ' जी ने ' डॉ. स्वर्ण किरण के आत्मीय पत्र ' पुस्तक भेज कर यादों को ताजा कर दिया ।
    ऑनलाइन चेक किया तो भोजपुरी साहित्य में , डॉ. स्वर्ण किरण का जिक्र तो मिलता है । परन्तु हिन्दी साहित्य में कुछ नहीं है । इसी कमी को पूरा करने के उद्देश्य से डॉ. रामदुलार सिंह ' पराया ' जी से सहयोग लेकर , यहां पर जीवन परिचय को श्रद्धांजलि स्वरूप पेश किया है ।
    - बीजेन्द्र जैमिनी
    भारतीय लघुकथा विकास मंच , जैमिनी अकादमी
    पानीपत - हरियाणा

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