हिन्दी पत्रकारिता दिवस - 2022 के अवसर पर पत्र - पत्रिकाओं के सम्पादकों का डिजिटल सम्मान

      लगभग दो शताब्दी पूर्व ब्रिटिश कालीन भारत में जब तत्कालीन हिन्दुस्तान में दूर दूर तक मात्र अंग्रेजी, फ़ारसी, उर्दू एवं बांग्ला भाषा में अखबार छपते थे, तब देश की राजधानी “कलकत्ता” में “कानपुर” के रहने वाले वकील पण्डित जुगल किशोर शुक्ल जी ने अंग्रेजों की नाक के नीचे हिन्दी पत्रकारिता के इतिहास की आधारशिला रखी।  उस आधारशिला का नाम था “उदन्त मार्तण्ड” ।  इस तरह से साप्ताहिक के प्रकाशक एवं सम्पादक आदरणीय शुक्ल जी ने 30 मई 1826 को “उदन्त मार्तण्ड” का पहला अंक प्रकाशित किया था |  प्रत्येक मंगलवार को प्रकाशित होने वाले इस साप्ताहिक अखबार में “उदन्त मार्तण्ड” में हिन्दी भाषा के “बृज” और “अवधी” भाषा का मिश्रण होता था। पत्र वितरण में अंग्रेजों द्वारा लगातार डाक शुल्क में छूट न दिये जाने के कारण इसका 79वाँ और आखिरी अंक दिसम्बर 1827 में प्रकाशित हुआ। इस समाचार पत्र के पहले अंक से  500 प्रतियाँ प्रकाशित हुयी थी। इस तरह से 30 मई का दिन हिन्दी पत्रकारिता का उद्भव कहलाया, और हम हिन्दी पत्रकारिता दिवस मनाने लगें ।
      जैमिनी अकादमी की स्थापना 1995 को हुई थी । समाचार पत्र के साथ - साथ विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन भी होने लगा । 1998 में हिन्दी दिवस के अवसर पर प्रथम समारोह का आयोजन किया गया । यह ऐसा अनुभव हुआ है । जो आजतक चला आ रहा है । लघुकथा प्रतियोगिता का वार्षिक आयोजन ने एक नया रिकॉर्ड बन गया । पच्चीस से अधिक वार्षिक प्रतियोगिता का रहा है । 
   कोरोना से विशेष प्रकार के अनुभव हुआ है । जो ऑनलाइन कार्यक्रम का सिलसिला चल पड़ा । इस से विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम का रास्ता मिला है । इसी कड़ी में हिन्दी पत्रकारिता दिवस - 2022 का ऑनलाइन  कार्यक्रम रखा है । जिसमें पत्र - पत्रिकाओं के सम्पादकों को " डिजिटल सम्मान " से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है । 

         एक सौ एक डिजिटल सम्मान


                    एक सौ एक डिजिटल सम्मान में 17 राज्यों सहित अमेरिका व सिंगापुर की पत्र - पत्रिकाओं के सम्पादक शामिल है । जो पत्रकारिता के साथ - साथ साहित्य को बढवा दे रहे हैं । इन सब के मार्च , अप्रैल , मई में अकं प्रकाशित हुये हैं । इन मे से अधिकतर का साहित्य में बहुत बड़ा नाम है । फिलहाल सभी के डिजिटल सम्मान पेश हैं : -

 क्रमांक - 001


क्रमांक - 002


क्रमांक - 003


क्रमांक - 004


क्रमांक - 005


क्रमांक - 006


क्रमांक - 007


क्रमांक - 008


क्रमांक - 009


क्रमांक - 010


क्रमांक - 011


क्रमांक - 012


क्रमांक - 013


क्रमांक - 014


क्रमांक - 015


क्रमांक - 016


क्रमांक - 017


क्रमांक - 018


क्रमांक - 019


क्रमांक - 020


क्रमांक - 021


क्रमांक - 022


क्रमांक - 023


क्रमांक - 024


क्रमांक - 025


क्रमांक - 026


क्रमांक - 027


क्रमांक - 028


क्रमांक - 029


क्रमांक - 030


क्रमांक - 031


क्रमांक - 032


क्रमांक - 033


क्रमांक - 034


क्रमांक - 035


क्रमांक - 036


क्रमांक - 037


क्रमांक - 038


क्रमांक - 039


क्रमांक - 040


क्रमांक - 041


क्रमांक - 042


क्रमांक - 043


क्रमांक - 044


क्रमांक - 045


क्रमांक - 046


क्रमांक - 047


क्रमांक - 048


क्रमांक - 049


क्रमांक - 050


क्रमांक - 051


क्रमांक - 052


क्रमांक - 053


क्रमांक - 054 


क्रमांक - 055


क्रमांक - 056


क्रमांक - 057


क्रमांक - 058


क्रमांक - 059


क्रमांक - 060


क्रमांक - 061


क्रमांक - 062


क्रमांक - 063


क्रमांक - 064


क्रमांक - 065


क्रमांक - 066


क्रमांक - 067


क्रमांक - 068


क्रमांक - 069


क्रमांक - 070


क्रमांक - 071


क्रमांक - 072


क्रमांक - 073


क्रमांक - 074


क्रमांक - 075


क्रमांक - 076 


क्रमांक - 077


क्रमांक - 078


क्रमांक - 079


क्रमांक - 080


क्रमांक - 081


क्रमांक - 082


क्रमांक - 083


क्रमांक - 084


क्रमांक - 085


क्रमांक - 086


क्रमांक - 087


क्रमांक - 088


क्रमांक - 089


क्रमांक - 090


क्रमांक - 091


क्रमांक - 092


क्रमांक - 093


क्रमांक - 094


क्रमांक - 095


क्रमांक - 096


क्रमांक - 097


क्रमांक - 098


क्रमांक - 099


क्रमांक - 100


क्रमांक - 101


        दिल्ली , हरियाणा ,पंजाब ,उत्तर प्रदेश ,महाराष्ट्र , पं बंगाल ,झारखंड , मध्यप्रदेश , मेघालय , उत्तराखंड , छत्तीसगढ़ , बिहार , उड़ीसा , राजस्थान , कर्नाटक , तामिलनाडू , तेलंगाना सहित सिंगापुर व अमेरिका की पत्र - पत्रिकाओं के सम्पादकों को सम्मानित किया गया है । सभी को जैमिनी अकादमी की ओर से हार्दिक बधाई ।


Comments

  1. वाहहहहह 👏👏👏👏👏👏आदरणीय सभी पत्रकार बन्धुओं की सर्व-हितकारी निष्पक्ष कलम चलती रहे, हार्दिक बधाई शुभ मंगल कामनाएँ 🙏

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

वृद्धाश्रमों की आवश्यकता क्यों हो रही हैं ?

लघुकथा - 2024 (लघुकथा संकलन) - सम्पादक ; बीजेन्द्र जैमिनी

इंसान अपनी परछाईं से क्यों डरता है ?