इंजीनियर्स डे

इंजीनियर्स डे पर विशेष
आप और हम जिस प्लेटफार्म पर आज हैं । वह प्लेटफार्म इंजीनियर्स के वजहें से तैयार हुआ है । दुनिया में जो तरक्की हुई है वह इंजीनियरों की देन है ।
मेरी बेटी लोहिनी दसवीं कक्षा में पढती थी । क्लास टीचर ने एक दिन  पूछ लिया कि आप बड़ें होकर क्या बनना चाहूंगी । बेटी ने उत्तर दिया कि मैं इंजीनियर बनूगी । टीचर ने गौर से देखा और बोले - आपको किसने कहाँ है । मुझे पापा ने कहा है । और  आज मेरी बेटी सोफ्टवेयर इंजीनियर है । अतः अभिभावकों की जिम्मेदारी बनती है कि बच्चों को अच्छी सोच दे ।
" मेरी दृष्टि में " आज हर कोई इंजीनियर्स की पहचान है । क्योंकि सोशल मीडिया का जमाना है । इससे कोई भी अछूता नहीं है ।
                                             - बीजेन्द्र जैमिनी
                                             एक बेटी का बाप

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