नर्क

जब परिवार में शांति नहीं होती है । बात - बात पर लड़ाई झगड़ा होता है । छोटे - बड़ें का कोई सम्मान ना हो । ऐसी स्थिति को नर्क ही कहाँ जाता है ।
        " मेरी दृष्टि मे " जब शरीर में बिमारी ही बिमारी हो तो , ऐसा जीवन नर्क के समान होता है ।
       - बीजेन्द्र जैमिनी
   

Comments

Popular posts from this blog

वृद्धाश्रमों की आवश्यकता क्यों हो रही हैं ?

लघुकथा - 2024 (लघुकथा संकलन) - सम्पादक ; बीजेन्द्र जैमिनी

इंसान अपनी परछाईं से क्यों डरता है ?