कालिया की मां


कालिया का विवाह हो गया । मन चाहीं पत्नी पा कर बहुत खुश है । पत्नी को रानी के नाम से पुकारता है । परन्तु कालिया की मां तो नौकरों की तरह व्यवहार करती है । तानें मारती है । यहां तक  घर में रखने से साफ इंकार कर देती है ।  कालिया को बहुत बुरा लग रहा है । काफी सोचने के बाद निर्णय लेता है । रानी को अपने साथ शहर ले जाता है । पीछे - पीछे पिता जी भी शहर आ जाता है । पिता जी काफी बिमार है । डॉक्टर द्वारा इलाज करवाया जाता है ।रानी की सेवा से बिल्कुल ठीक हो जाते है । उधर गांव से मां के बिमार की सूचना आ जाती है । कालिया मां को लेने गांव  जाता है । मां को काफी समझने प्रयास करता है । परन्तु मां शहर चलने के लिए साफ - साफ इंकार कर देती है । अगली सुबह कालिया शहर आ जाता है ।पीछे - पीछे मां के मरने की सूचना आ जाती है ।
- बीजेन्द्र जैमिनी

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