पानीपत की प्रथम महिला ने नेत्र दान के साथ साथ त्वचा दान भी
पानीपत - मां जी के दोनों बेटों ने श्री हरि कृष्ण कक्कड़ जी, श्री हंसराज कक्कड़ जी ने अपनी मां जी से ग्रहण किए। श्रीमती मथुरा देवी कक्कड़ जी ने अपनी संसारी की यात्रा को पूर्ण करके प्रभु चरणों में लीन हो गई तो उनके दोनों बेटों ने अपनी मां जी के नेत्रों का दान भी किया और साथ में उनकी स्किन डोनेशन यानी की त्वचा का दान भी किया मां जी के नेत्रों से दो अंधे लोगों का सहारा बने और साथ में कई गरीब लाचार जख्मी जले हुए मरीज जो की जलन से तड़प रहे थे मांझी की त्वचा पाकर वह कितने आराम महसूस करेंगे इस बात का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है । पानीपत मोहर सिंह चौक वार्ड नंबर 12 की रहने वाली पूज्य मां जी शुरू से ही धार्मिक प्रवृत्ति की एवं मानवता की सेवा दीन दुखियों की सेवा का भाव रखने वाली पूज्य माँ जी थी। पानीपत की प्रथम महिला द्वारा मरनो उपरांत नेत्र एवं त्वचा का दान किया जिसका जिक्र उन्होंने अपने जीवन काल में अपने बच्चों को कर दिया था उनके दोनों सुपुत्र ने अपनी मां जी की इस वचन को निभाया और उनके नेत्र एवं त्वचा का दान देर रात्री तक किया। जन सेवा दल पानीपत ,माधव नेत्र बैंक व स्किन बैंक के द्वारा इस सेवा का कार्य अंजाम दिया गया। इसमें श्री कैलाश ग्रोवर जी, श्री चरणजीत बालाजी, श्री अंशु जी, श्री मनोज बतरा जी, श्री श्याम लाल जी, श्री बलवीर जी, श्री मनदीप शर्मा जी, श्री कपिल जी, श्रीमती रितु जी ,श्रीमती नीरु सेतिया जी ,श्रीमती कामिनी जी ,श्रीमती संगीता जी का भरपूर सहयोग रहा है।
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