स्वस्थ रहने के लिए कैसा होना चाहिए सुबह का नाश्ता ?

स्वस्थ रहने के लिए सुबह का नाश्ता बहुत महत्वपूर्ण है । जो  शरीर की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है । नाश्ते के बिना कोई भी काम करना अधूरा सा महसूस होता है । शरीर के लिए ऊर्जा का मुख्य उत्पादन माना जाता है । नाश्ते के लिए समय भी चाहिए । तभी पौष्टिक नाश्ता का स्वाद लेकर ऊर्जावान बना जाता है । यही " आज की चर्चा " का विषय रखा गया है । अब आये विचारों को देखते हैं : -
सुबह  का समय  नाश्ता  के नाम  से  ही  मन  प्रसन्न  हो गया ।वैसे  तो  नाश्ते  मे कचौड़ी  जलेबी  सब्जी से बढिया  और कोइ  नाश्ता  नही है ।यदि  नाश्ते  की  सूची  बनाई  जाए तो लम्बी  सूची  तैयार  होगी  जिसमे  फल  दूध  स्प्राउट  अंडे 
रोटी  बाजरे की  रोटी  मक्के की  सभी  पौष्टिक आहार  का  सेवन  उम्र  सेहत  के  अनुसार  होने  से स्वास्थ्य  सही  रहेगा
- डाँ. कुमकुम वेदसेन
मुम्बई - महाराष्ट्र
     स्वस्थ मन और स्वस्थ तन... दोनों के लिए पर्याप्त खुराक आवश्यक है। स्वस्थ मन के लिए लिए जहाँ सद्विचारों, सत्कर्मों, अच्छे साहित्य और आध्यात्मिकता की खुराक आवश्यक है उसी प्रकार स्वस्थ तन के लिए पर्याप्त और पौष्टिक नाश्ता लेना आवश्यक है। सबसे पहले तो लोगों की कही-सुनी इस भ्रांति से अपने को मुक्त कर लें कि नाश्ता करने या न करने से कोई अंतर नहीं पड़ता  और चाय- बिस्किट ले लेने से संपूर्ण नाश्ता हो जाता है। वास्तविकता यह है कि पर्याप्त मात्रा में किया गया पौष्टिक नाश्ता पूरे दिन शारीरिक और मानसिक शक्ति प्रदान करता है। इसलिए केवल चाय और बिस्किट को नाश्ते का विकल्प कभी न बनायें। नाश्ते में अपने शरीर की आवश्यकता के अनुसार,अपनी रुचि के अनुसार पोहा, दलिया, उपमा, रोटी-सब्जी, भरे पराँठे लें। फल खाना चाहें तो फल खायें, जूस कम लें। तरल चीजें भी थोड़ा अंतराल देकर अवश्य लें जैसे दूध, चाय, कॉफी, ग्रीन टी, मट्ठा आदि।  बच्चों, बड़ों और वृद्धों... तीनों के लिए उनके शरीर के हिसाब से नाश्ते का चयन करें और समय पर नाश्ता करवायें ताकि शरीर को उचित पोषण मिलता रह सके।
- डा० भारती वर्मा बौड़ाई
देहरादून - उत्तराखण्ड
कहा जाता है सुबह का नाश्ता हमेशा राजशाही होना चाहिए क्योंकि रात्रि के लंबे अंतराल के बाद हमारी भूख चरम सीमा पर होती है और जठराग्नि तीव्र क्रियारत रहती है जिससे पाचन कार्य शीघ्र होता है ।हमारा शरीर भी निरंतर कार्यों में गतिशील रहता है इसलिए खाना पचने में भी कोई विलंब नहीं होता अत:सुबह का नाश्ता आठ से दस बजे के अंतराल में करना चाहिए ।खाने में फल, सलाद, दलिया-दूध,तथा विभिन्न पत्ते दार सब्जियों के पराठे आदि हो सकते हैं।यदि हम किसी विशेष बीमारी के शिकार हैं तो हमें डाक्टर की सलाह ले लेनी चाहिए ।साथ ही उम्र का ध्यान रखते हुए भी नाश्ते की सामग्री निश्चित करना आवश्यक है ।बिना नाश्ते के कभी नहीं रहना चाहिए अन्यथा पेट में एसिडिटी हो जाती है और पाचन क्रिया कमजोर होने लगती है ।चाय के स्थान पर यदि छाछ, दही, फलों का रस आदि लें तो अतिउत्तम है ।
- सुशीला शर्मा
जयपुर - राजस्थान
हमारे स्वास्थ्य का आधार हमारे खाने पीने पर हीं निर्भर है। सुबह के नाश्ते का बहुत ज्यादा प्रभाव हमारे दिनचर्या पर पड़ता है । सुबह का नाश्ता जरुरी तो है हीं , क्योंकि रात भर के लम्बे अन्तराल के बाद  ही हम कुछ खाते हैं। इसीलिए कहा गया है कि ,,सुबह का नाश्ता राजा के समान करना चाहिए। तात्पर्य यह है कि सारे ‌विटामिन का संतुलन हमें सुबह के नाश्ते में लेने पर हमारा शरीर दिन भर उर्जावान महसूस करता‌ है ।कहा भी गया है,,,,"जैसा अन्न वैसा मन "। अगर हम संतुलित नाश्ता लेते हैं तो हमारा शरीर भी चुस्त दुरुस्त रहता है । आजकल नाश्ते में अनगिनत तरह के व्यंजनों का समावेश है ।पहले रोटी, पूड़ी, परांठे का प्रचलन था।आज लोग समयावभाव के कारण नाश्ते में कटौती करने लगे हैं ।शरीर के लिए जो आपको सही और सटीक लगता है हमें  वही नाश्ता करना चाहिए। फेर  बदल कर नाश्ते का मजा बढ़ जाता है । अंकुरित साबुत कुछ अनाज,ताजी दही,ताजे ऋतु फल,सूखे मेवे पोहा,इडली,उपमा, कार्न फ्लेक्स  कुछ भी रूचि के अनुसार लें ।जो भी नाश्ता ले खुशी पूर्वक , सुन्दर माहोल , स्वच्छ ,ताजा हो फिर कोई भी नाश्ता हो ,,दुगना लाभ देगा । 
- डॉ पूनम देवा
पटना -  बिहार
सुबह का नाश्ता ऊर्जा से भरपूर कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन व आवश्यक मिनरल्स युक्त होना चाहिए ।  सूर्य की किरणों के प्रभाव से भारी भोजन भी आसानी से पच जाता है । दही, छाँछ, फलों का जूस भी नाश्ते के साथ हो तो गुणवत्ता और बढ़ जाती है । हमें  नाश्ता ऐसा लेना चाहिए जिसमें लगभग सभी रंग समाहित  हों , हरे के साथ- साथ लाल, पीला, नारंगी,  बैगनी रंग न केवल भूख को बढ़ाता है बल्कि आकर्षक दिखने के साथ ही विभिन्न  विटामिन की पूर्ति भी करता है । मिस्सी रोटी,पूड़ी, पराठा, मिक्स सब्जी,  डोसा, इडली, उपमा, अंकुरित अनाज, थाली पीठ, मिठाई आदि नाश्ते में खाना चाहिए । प्रयोगों द्वारा सिद्ध हो चुका है भरपेट भोजन करके जाने वालों को अपने कार्य स्थल पर गुस्सा नहीं आता है , वे कार्य भी तेजी के साथ करते हैं । अधिकांश बीमारियों का कारण नाश्ते  का न करना ही देखा गया है । हमें हर हालत में सुबह 9 बजे तक  भारी नाश्ता अवश्य करना चाहिए ।
- छाया सक्सेना प्रभु
जबलपुर - मध्यप्रदेश
व्यक्ति के जीवन में अच्छी सेहत से बड़ा कोई धन नहीं |स्वस्थ रहने के लिए सुबह का नाश्ता अत्यंत ही आवश्यक है क्योंकि रात से सुबह के बीच दस बारह घंटे का अंतराल होता है इसलिए हमारे शरीर के प्रत्येक अंगों को ऊर्जा की ज़रूरत होती है जिसे पौष्टिक भोजन ही पूर्ण कर सकती है| कहा भी गया है कि सुबह का नाश्ता राजा की तरह दोपहर का खाना रानी और रात का भोजन भिखारी की तरह करना चाहिए |सुबह का नाश्ता प्रतिदिन बदल -बदल कर करना चाहिए जिसमें फल ,बादाम ,दूध,अंकुरित दालें,उबले अंडे,दही,या पनीर को ज़रूर शामिल करना चाहिए |हफ्ते में दो दिन पूड़ी ,पराँठे भी स्वादिष्ट लगते हैं |हरी सब्ज़ियाँ प्रचुर मात्रा में खाएँ |व्यक्ति के व्यक्तित्व पर उसके खान -पान और रहन सहन का बहुत महत्वपूर्ण स्थान होता है|जिसमे सुबह के नाश्ते का अहम योगदान होता है |
                   - सविता गुप्ता 
                 राँची - झारखंड
स्वस्थ होने के लिए सुबह का नाश्ता आध्यात्मिक होना चाहिये। सुबह सुबह कुछ अच्छा पढ़ें, कुछ अच्छा सुने, फिर उसे गुनें, उसे भीतर उतारकर अपने विचारों का हिस्सा बनायें। इससे बढ़िया सुबह का नाश्ता मुझे नहीं लगता कि दूसरा कुछ होगा। यही नाश्ता दिनभर हमें सकारात्मक ऊर्जा से भरे रखेगा, हमारे कार्य अच्छे होंगे, हम सुख व शांति का अनुभव करेंगे, जीवन में और क्या चाहिए।
- दर्शना जैन
खंडवा - मध्यप्रदेश
स्वस्थ  रहने  के  लिए  सुबह   का  नाश्ता  अति  आवश्यक  है  ।  यदि  नाश्ता  नहीं  करते  तो  भोजन  का  अंतराल  ज्यादा  हो  जाने  के  कारण  ब्लड  सुगर  लेवल  मेटेंन  नहीं  रहता  इससे  शरीर  और  दिमाग  दोनों  प्रभावित  होते  हैं  ।  शारीरिक  ऊर्जा  के  लिए  भी  नाश्ता  आवश्यक  है  । 
         हमारे  यहां  प्राचीन  समय  से  ही  कलेवा  ( नाश्ता )  करने  की  परंपरा  रही  है  ।  गांवों  में  तो  आज  भी  रात  की  रोटी  चाय, छाछ-दही  अथवा  दूध  के  साथ  खायी  जाती  है  ।  ऐसा  माना  जाता  है  कि  बासी  रोटी  में  एंटीबायोटिक  गुण  आ  जाते  हैं  । नाश्ता  दस  बजे  तक  अवश्य  कर  लेना  चाहिए  ।  स्प्राउटस,  पोहा,  उपमा,  सूखे  मेवे,  इडली,  गुड़  का  हलुवा,  मीठा / नमकीन  दलिया,  खमण,  फल,  परांठे,  वेजीटेबल   जूस,  वीट  ब्रेड,  स्वीट  पटेटो,  ओटस,  दही,  दूध,  उबले  भुट्टे,   राबड़ी  आदि  मौसम  के  अनुसार  बदल-बदल  कर  नाश्ते  में  खाए  जा  सकते  हैं  ।   नाश्ता  हेवी  और  पौष्टिक  होना   भी  जरूरी  है  । 
        - बसन्ती पंवार 
         जोधपुर - राजस्थान 
रात के महत्वपूर्ण विश्राम के बाद जब हम सुबह उठते हैं तो हम में एक नई ऊर्जा, नई ताजगी,नई आशाओं के उत्साह भरे हुये होते हैं। मन प्रफुल्लित और प्रसन्नता लिये होता है। हम अपने आसपास के वातावरण में भी सरसता और मधुरता महसूस करते हैं। ऐसे में हम जो सोचते और खाते-पीते हैं,उसका हमारे दिल,दिमाग,मन और तन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।  अतः हमें इस समय अच्छा सोचना भी चाहिए और अच्छा खाना-पीना भी चाहिए। वैज्ञानिक और मनोवैज्ञानिक तौर पर हमारे नाश्ते और खाने का समय तय किया गया है। इस क्रम में  सुबह का समय चाय -नाश्ते का होता है। अतः हमें चाहिए कि सुबह के चाय-नाश्ते में ऐसी खाद्य और पेय पदार्थ शामिल करें जो हमारे शरीर और स्वास्थ्य के लिये अत्यंत लाभप्रद हों।  ऐसा इसीलिए भी सुबह - सुबह हमारा पाचन तंत्र खाली होता है। ऐसे में हम जो भी खायेंगे-पीयेंगे वह जल्दी पचेगा भी और जल्दी असर भी करेगा।        सुबह-सुबह गुनगुने पानी पीने को इसीलिए कहा जाता है ताकि हमारे पाचन तंत्र को समुचित आद्रता मिल जाये।
   दोपहर का खाने का समय सामान्यतः 1बजे 1.30 बजे का सटीक माना गया है। यह समय वह होता है जब हम हमारे दैनिक जीवन के महत्वपूर्ण एवं निर्णायक कार्य लगभगआधे निपटा चुके होते हैं। याने कि हमने जो सुबह नाश्ता किया था,उसकी दम पर। इसका मतलब स्पष्ट है कि हम जो सुबह खाते या यूँ कहें कि जो नाश्ता लेते हैं,,वह हमारे दैनिक जीवन का शक्ति और श्रम का आधार है। अतः हमें नाश्ते में ऐसे पौष्टिकू खाद्य लेना है जो दोपहर के खाने तक पच भी जावें और हमें स्वस्थ व ऊर्जावान रखें।ऐसे कदापि नहीं जो हमें बाधित करें। नाश्ते के खाद्य पदार्थ बहुत हैं।सस्ते भी हैं,महंगे भी हैं। शाकाहारी भी हैं और मांसाहारी भी हैं। हम वगैर प्रतिस्पर्धा के अपने बजट,रुचि और उपलब्ध समय के अनुसार इन्हें हम तय कर सकते हैं और करना भी चाहिए। सुबह का नाश्ता गरिष्ठ ,ज्यादा मसालेदार ना होकर, हल्का हो इसका खयाल तो रखना ही है। सुबह का नाश्ता आपके दोपहर में कब खाना खायेंगे?क्या नाश्ते लेने के बाद यात्रा पर अन्यत्र जा रहे हैं?या आप पर्यटक हैं और दिनभर पर्यटन का कार्यक्रम है।  या किसी अन्य कार्यक्रम में जा रहे हैं? खेलने हेतु जा रहे हैं?या रोजाना की तरह ही सामान्य दिनचर्या है? या आप अस्वस्थ हैं? इन सभी के लिये नाश्ते के अलग-अलग मीनू होते हैं,जिनका ध्यान रखकर नाश्ता लिया जावे तो अनेक संभावित परेशानियों से
बचा सकता है।
- नरेन्द्र श्रीवास्तव
गाडरवारा - मध्यप्रदेश
स्वस्थ रहने के लिए सुबह का नाश्ता राजाओं की तरह  शाही व्यंजन ,दुपहर का खाना कुछ कम और रात का खाना भिखारियों की तरह कम खाना चाहिए । स्वामी विवेकानन्द जी ने कहा "हमारी रक्त नलिकाएँ  , नसें , स्पात की हो । " 
कहने का मतलब यह है कि हमारे को स्वस्थ  तन - मन की जरूरत है । यानी मानव  शरीरिक , मानसिक , आध्यात्मिक , संवेगात्मक रूप  से हम स्वस्थ हो ।
कहा भी है पहला सुख निरोगी काया है ।
सभी व्यक्तियों को तंदुरस्त रहने के लिए सुबह का नाश्ते में  फाइबर , प्रोटीन  , मिनरल ,फाइबर ,  कार्बोहाइट्रेड ,विटामिन  मिनरल्स  , सूखे मेवे अनाज , दूध अंडे आदि को सन्तुलित मात्रा में  खाना चाहिए । जो हमारी हमारी शरीरिक क्षमताओं को बढ़ाता है ।एक सप्ताह का  मेन्यू तैयार करना चाहिए । जैसे ओट ,  का प्रयोग कर सकते हैं । इसमें पोटेशियम , फाइबर की ज्यादा मात्रा होती है । शरीर में इनकी कमी हो जाने से , असन्तुलित हो जाने से अनेक रोगों को शिकार हो जाते हैं । अंकुरित मूंग  , चना  , सोयाबीन , मोठ  दूध के साथ कार्न फ्लोर आदि हमारे को विटामिन   , प्रोटीन की कमी को दूर करता है । अंडे से प्रोटीन , बी 12 मिलता है । आज हम  अपनी शारीरिक क्षमताओं को बढ़ाने के लिए प्रोटीन इंजेक्शन लगा रहे है । मैं यह  कह सकती हूँ कि हम प्रकृति के विरोध में काम कर रहे हैं । इसके लिए प्रकृति के  मौसमी  फल , सलाद आदि का सेवन करें । जितना हम प्रकृति से जुड़ेंगे । उतना ही हमारा निरोगी स्वस्थ्य शरीर संग लम्बा जीवन होगा । हर व्यक्ति अपने शरीर के संविधान के हिसाब से सुबह का नाश्ता खाए । किसी के शरीर में एसिड ज्यादा बन रहा है तो क्षारीय तत्वों की मात्रा को अपने नाश्ते में ले । लोकी का सूप , जूस , नारियल पानी , पालक के पत्तों का रस लाभकारी होता है । हमारे शरीर में जमी गन्दगी को बाहर निकालने में सहायक होता है । कब्ज की बीमारी को दूर करता है । एक व्यक्ति के लिए 1 महीने में आधा किलो तेल ही प्रयोग  में लाए ।  चीनी के बदले गुड़ का प्रयोग केवल 250 ग्राम लें । घी की मात्रा 250 ग्राम  । सुबह के नाश्ते में 1 सेब भी खाएँ । कभी उपमा   पोहा , बेसन का चीला आदि  लें सकते हैं । ब्रेड ,पराठे , बर्गर , मेदेवाली वस्तुओं  तली चीजों का परहेज करें। हमें योग , व्यायाम से हम अपने शरीर की मशीन को दुरुस्त करें ।तभी हम फिट रहेंगे और भारत हिट रहेगा ।
अंत में दोहे में कहती हूँ मैं -
डटकर कर सुबह का नाश्ता , जीवन का आधार ।
काया सुख है बरसता , स्वास्थ्य का है सार ।
- डॉ मंजु गुप्ता 
 मुंबई - महाराष्ट्र
सुबह का नाश्ता, इसकी सबसे बड़ी बात कि, नौ बजे से पहले कर लेना चाहिए। नाश्ते में आप जो पसंद करते हो, रोटी - सब्जी, ब्रेड - आमलेट, इडली - डोसा या जो पसंद हो, साथ में दही या फल, चाहे जूस पीए या काटकर खाए। जरुर लेना चाहिए। आजकल दूध और कान फ्लैक्स को सुबह के नाश्ते में बहुत पसंद किया जा रहा है। इसका कारण पति-पत्नी दोनों का कामकाजी होना भी हो सकता है। यह मकई से बने होने के कारण पौष्टिकता से भरपूर होता है। इसे दूध के साथ खाने के कारण किसी और चीज की जरुरत नहीं होती है। पिज्जा, बर्गर, मैगी इन चीजों से सुबह परहेज करना चाहिए।
                - कल्याणी झा
                   राँची - झारखंड
सेहतमंद रहने के लिए सुबह का नाश्ता बहुत जरूरी होता है। यह न केवल आपको स्वस्थ रखता है, बल्कि कई खतरनाक बीमारियों से बचाता भी है। इससे आपका तन और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं और आप दिनभर ऊर्जा से भरे होते हैं। विशेषज्ञों की मानें, तो एक अच्छा नाश्ता दिन की महत्वपूर्ण शुरुआत है। यह आपको अपने कामकाज को बेहतर तरीके से करने के लिए भरपूर ऊर्जा उपलब्ध कराता है। आपका नाश्ता कैसा होना चाहिए और इसके फायदे क्या हैं, बता रहे हैं अभय मोदी
एक अच्छा नाश्ता खाने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। यदि आप अपने स्वास्थ्य के बारे में गंभीर हैं और अपना वजन कम करना चाहते हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप नियमित रूप से नाश्ते का सेवन करें।
करें फलों का सेवन 
आप सुबह के नाश्ते में अपने पसंदीदा फलों का सेवन कर सकते हैं। सेब, केला, अनार, संतरा आदि फलों का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है। आप चाहें तो फलों की स्मूदी बनाकर भी पी सकते हैं। आपके लिए बनाना शेक भी सर्वोत्तम आहार हो सकता है। इसके लिए केले को ब्लैंड कर उसमें दूध और ड्राई फ्रूट्स मिलाकर सेवन कर सकते हैं। 
अंडे का सैंडविच 
सुबह के नाश्ते में अंडे का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। इसके सेवन से शरीर का स्टेमिना बढ़ता है। अंडे में प्रोटीन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। यह मसल्स को मजबूत बनाता है। नाश्ते के तौर पर आप अंडे का सैंडविच खा सकते हैं। इसके लिए आप अंडे को पहले छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और इसे ब्राउन ब्रेड पर रखें। इसके बाद ऊपर से जरा सा नमक मिला लें। इसके ऊपर आधा चम्मच शहद डालें। आप चाहें तो थोड़ी मेयोनीज भी मिला सकते हैं।
ब्रेड जैम के साथ पीनट बटर 
कई बार आप घर से जल्दी निकलने के चक्कर में नाश्ता नहीं करते या भूल जाते हैं। ऐसा करना सेहत के प्रति नाइंसाफी है। अगर आपके पास समय कम है, तो आप झटपट नाश्ते का भी विकल्प रख सकते हैं। इसके लिए आप दो ब्रेड लें, एक पर मूंगफली का मक्खन (पीनट बटर) लगाएं और दूसरे ब्रेड पर जैम लगाएं। दोनों को जोड़ दें। अब आपका सुबह का सबसे आसानी से बनने वाला और हेल्थी नाश्ता तैयार है।
ओट्स 
ओट्स घुलनशील फाइबर से भरपूर होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। ये घुलनशील फाइबर आंतों के संक्रमण की आशंका घटाने और ग्लूकोज अवशोषण को कम करने में मदद करते हैं। ओट्स में बीटा ग्लूकेन भी होता है, जो एक लिपिड कम करने वाला एजेंट होता है। नाश्ते का स्वस्थ विकल्प है यह। इसे आप फलों व मेवों के साथ भी ले सकते हैं।
उपमा और पोहा 
गुजरातियों में ये आहार काफी प्रचलित हैं। उपमा या पोहा बहुत हेल्दी नाश्ते हैं। इसको पौष्टिक और स्वादिष्ट बनाने के लिए आप इसमें मटर, प्याज, आलू व अपनी पसंद की अन्य सब्जियां डाल सकते हैं। ऐसा करने से आपको स्वाद और पोषण दोनों मिलेंगे। इससे सुबह आपका पेट भरा रहेगा और आप पूरी ऊर्जा के साथ अपना काम कर सकेंगे। 
लो कैलरी ब्रेकफास्ट 
सप्ताह के पहले दिन आप लो कैलरी नाश्ते से शुरुआत कर सकते हैं। इसके लिए मैक्सिकन खाना सही माना गया है, क्योंकि इसमें कैलरी और वसा की मात्रा काफी कम होती है। आप चाहें तो ब्रेकफास्ट बरीटो से दिन की शुरुआत कर सकते हैं। इसमें आप अंडे की सफेदी को रैप करके खा सकते हैं। 
वेजिटेबल जूस 
वेजिटेबल यानी सब्जियों का जूस पीना स्वास्थ्यवर्धक है। सब्जियों को रस के रूप में सेवन करने पर शरीर पोषक तत्वों को बहुत बेहतर तरीके से अवशोषित करता है। स्वाभाविक रूप से रस पीने से आपके शरीर को उच्च स्तर के पोषक तत्व और एंटीऑक्सिडेंट की आपूर्ति हो सकती है। सुबह के नाश्ते में एक गिलास वेजिटेबल जूस आपको ऊर्जा से भर देगा। 
क्यों जरूरी है नाश्ता 
नाश्ता ऊर्जा प्रदान करने के अलावा नाश्ते के खाद्य पदार्थ कैल्शियम, आयरन, विटामिन बी, प्रोटीन और फाइबर जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत हैं। शरीर को इन आवश्यक पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है और शोध से पता चलता है कि अगर नाश्ता छूट जाए तो बाद में शरीर के लिए जरूरी बहुत सारे पोषक तत्वों की भरपाई होने की संभावना नहीं रहती है।
नाश्ता करने के 5 फायदे
कम होता है टाइप 2 डायबिटीज का खतरा 
नियमित रूप से अच्छा नाश्ता कर हम डायबिटीज से दूरी बनाए रख सकते हैं। एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग नियमित रूप से नाश्ता करते हैं, उनमें डायबिटीज का खतरा लगभग 30% कम हो जाता है। 
भूख में कमी आती है 
अध्ययनों से पता चला है कि सुबह नाश्ते में पहली चीज का सेवन करने से बार-बार भूख नहीं लगती। बहुत सारे लोग अतिरिक्त कैलरी खाने से बचने के लिए नाश्ते को छोड़ देते हैं, लेकिन सुबह-सुबह उच्च फाइबर, पोषक तत्वों से भरपूर नाश्ता खाने से आपको दिनभर भूखे रहने की आशंका कम होती है।
आप कम खाते हैं 
सुबह नाश्ता करने से भूख कम हो जाती है, जिससे आप भोजन कम करते हैं। 2011 में जर्नल ऑफ न्यूट्रीशन द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग नाश्ता करते हैं, वो दिनभर कम भोजन करते हैं। जो लोग नाश्ता नहीं करते, उन्हें बार-बार खाने का मन करता है, जो ठीक नहीं। 
याददाश्त में होता है सुधार 
स्वस्थ मस्तिष्क के कामकाज के लिए कार्बोहाइड्रेट आवश्यक है। अपने दिन की शुरुआत करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले नाश्ते का सेवन कर आप अपनी याददाश्त और एकाग्रता के स्तर में सुधार कर सकते हैं, साथ ही अपने मूड और तनाव को भी सुधार सकते हैं। बच्चों के बीच हुए विभिन्न अध्ययनों से पता चला है कि जो बच्चे नाश्ता करते हैं, वे ज्ञान संबंधी कौशल में सुधार करते हैं और स्कूल में बेहतर प्रदर्शन करते हैं।
मोटापे का खतरा नहीं 
यूरोप में 2010 में हुआ एक अध्ययन क्रिटिकल रिव्यू इन फूड साइंस एंड न्यूट्रीशन में प्रकाशित किया गया था, जिसके अनुसार, नियमित रूप से नाश्ता करने वालों में मोटापे का खतरा कम होता है।
- डॉ. अलका पाण्डेय
मुम्बई - महाराष्ट्र
सुबह का नाश्ता पौष्टिक और ताकत देने वाला होना चाहिए ।  इसमें अंकुरित अनाज, सलाद, जूस वगैरह ज्यादा फायदेमंद होते हैं । वैसे शरीर की जरूरत के हिसाब से नाश्ता करना चाहिए ।जो सेहत के लिए और आपके शरीर में होने वाली कमी को पूरा कर सके साथ ही समय का ध्यान रखना आवश्यक है ।
- संगीता गोविल
पटना - बिहार
स्वास्थ्य इस जीवन की आपाधापी में हम लोग अपना और शरीर का ध्यान देने भूल गए हैं पैसे कमाने की होड़ में सब लोग सुबह का नाश्ता खाना खान-पान का ध्यान छोड़ दिए हैं विशेष कारण पाश्चात्य सभ्यता है उसकी नकल में हम लोग पासपोर्ट की ओर चले गए हैं अपना देसी खानपान को भूल गए हैं हम हमारी माई हमें हर मौसम के फल और सब्जियां खिलाया करते थे कहते थे वह लोग स्वस्थ खाओगे तभी स्वस्थ रहोगे सुबह का नाश्ता सभी के लिए बहुत जरूरी है मेरे अनुसार हम सभी को हफ्ते के साथ दिन के अनुसार नाश्ते को 7 दिन में बांट लेना चाहिए एक दिन चीला 1 दिन 1 दिन पोहा एक दिन पराठा सूप रविवार को छुट्टी के दिन हम जी भर के पूरी पराठे और घर का बना हुआ पकौड़ी और अली चीजें दिखा सकते हैं इसका कोई नशा नहीं होता बस खाने में फल और जूस को भी शाम नाश्ते में शामिल करना चाहिए खूब खाओ और खूब हंसो स्वस्थ रहने का यही मूल मंत्र है
- प्रीति मिश्रा 
जबलपुर - मध्यप्रदेश


" मेरी दृष्टि में " स्वस्थ  रहने के लिए सुबह के नाश्ते में दो बातें प्रमुख है । एक तो मौसम है दुसरा खाने वालें की उम्र है । तभी नाश्ते के लिए मीनू बनाया जाना चाहिए । ऐसे में मौसम के अनुसार तथा उम्र के हिसाब से ही नाश्ता होना चाहिए । तभी स्वस्थ रहने का नाश्ता कहलाता है ।
                                                  - बीजेन्द्र जैमिनी


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