क्या जिंदगी हर कदम एक नया फैसला है ?

दुनियां का प्रथम नियम परिवर्तन है । जो हर समय प्रतिदिन चलता रहता है । फिर जिंदगी इस से अछूती कैसे रह सकती है । कदम - कदम पर नये - नये फैसले जिंदगी को लेने पड़ते है । यही जिंदगी की सच्चाई है । यही जैमिनी अकादमी द्वारा " आज की चर्चा " का प्रमुख विषय है । अब आये विचारों को देखते हैं : -
*जीवन हर क्षण परिवर्तित होता रहता है विचार हर कदम बदलते रहते हैं*
मानव जीवन परिवर्तनशील है मनुष्य के जीवन पर सुख दुख हर्ष विषाद सभी का प्रभाव पड़ता है समाज का भी प्रभाव पड़ता है देश राष्ट्र का भी प्रभाव होता है परिस्थितियों के बदलते 
हर कदम नया फैसला हम जीवन में लेते हैं आज लिया गया फैसला कल हम उसी पर स्थिर रहेंगे ऐसा नहीं है
परिस्थितियों का स्वरूप बदलते ही
हमारा मन नित नये फैसले लेता है हर कदम मन के भाव बदलते रहते हैं
आज बड़ी मित्रता है कल मित्रता ना रहे आज कड़वाहट है कल कड़वाहट ना रहे मन के भाव वेदना संवेदना बदलती रहती है जिसके फलस्वरूप
जिंदगी हर कदम एक नया फैसला है।
*समय की धारा में बहना ही जीवन*
*मन पल पल बदलता है क्षण क्षण भाव*
*जीवन में कुछ भी निश्चित नहीं होता*
*अगले क्षण क्या होगा कौन जाने*
- आरती तिवारी सनत
 दिल्ली
इस यूं कहें कि जिंदगी का हर फैसला,एक नया कदम है।क्योंकि कदम उठाने से पहले निर्णय लेना होता है, फिर कदम उठाया जाता है।जीवन में कितने ही निर्णय, मानव को लेने पड़ते हैं। ऐसे निर्णय जो नया कदम बन जाते हैं।यह नया कदम मजबूरी में हो या सहज रुप में,जीवन की दिशा में परिवर्तन अवश्य लाता है। इससे दिशा और दशा दोनों ही बदल जाती है। मानव जीवन कभी एक ढर्रे पर नहीं चलता,जीवन पथ सहज सरल नहीं है,यह तो ऊंचे नीचे मार्गों वाला पर है। जिस पर झटके, झटके और झटके ही लगते रहते हैं।इन के बीच निर्णय और फिर नया कदम,यही है मानव जीवन। 
- डॉ.अनिल शर्मा 'अनिल'
धामपुर - उत्तर प्रदेश
जी बिल्कुल जिंदगी हर कदम एक नया फैसला है, क्योंकि भविष्य के गर्त में क्या छुपा है कोई नहीं जानता ऐसा भी अक्सर होता आया है कि इंसान सोचता कुछ है मगर होता कुछ है । तो कहने का तात्पर्य यही है कि जिंदगी में कब क्या फैसला लेना पड़े नहीं पता, इसलिए व्यक्ति को हर कदम पर जिंदगी का जवाब देने के लिए तैयार रहना चाहिए।  जिंदगी  की संघर्षो  में डटकर सामना करना चाहिए ।
- सुषमा दीक्षित शुक्ला
लखनऊ - उत्तर प्रदेश
       जिंदगी फैसलों का समूह है। यह मां-बाप के निजी पलों की उत्पत्ति है। जो आरंभ से अंत तक विचित्र पहेली है। जिसके पग-पग पर असंख्य अकल्पनीय अविश्वसनीय प्रश्नचिन्ह हैं। जो मां के  गर्भाशय से आरंभ होकर मरघट (शमशान) में समाप्त हो जाते हैं।
       उल्लेखनीय है कि जिंदगी पांच तत्वों से निर्मित शरीर रूपी रथ पर चलती है।वह पांच तत्व क्रमानुसार इस प्रकार हैं पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश। पृथ्वी तत्व से हमारा भौतिक शरीर बनता है। जिसका रक्त आदि समस्त तरल पदार्थ जल से संभव है और अग्नि तत्व ऊर्जा, ऊष्मा, शक्ति और ताप प्रदान करता है। इसी प्रकार प्राण, सांस वात सब वायु तत्व से है और आकाश अभौतिक तत्व मन से सम्बंधित है जिसकी कोई सीमा एवं अथाह नहीं है। जिनके ऊपर आत्मा तत्व है। जिसके होने से जिंदगी है।
       अतः यह जिंदगी एक ओर अनमोल रत्नों की खान है और दूसरी ओर चुनौतियों से भरी हुई है। उन्हीं अनमोल रत्नों की प्राप्ति हेतु रास्ते की चुनौतियों का सामना करने के हर कदम पर एक नये फैसले की आवश्यकता पड़ती है।
- इन्दु भूषण बाली
जम्मू - जम्मू कश्मीर
हम दरिया हैं, हमें अपना हुनर मालूम है l 
लेकिन मंजिल को पाने के लिए जिंदगी हर कदम नया फैसला है l जिंदगी की इस भागदौड़ में मैंने हर कदम फैसले लिए 
क्योंकि हर इम्तिहान के लिए मैं तैयार था 
पार कर कई दरिया पा ही ली है मैंने वो मंजिल जिससे मुझे प्यार था ll 
झरने के पानी की भाँति मनुष्य बदलता है और यही परिवर्तन सनातन नियम है l जिंदगी में परिवर्तन को स्वीकार करने के लिए हर कदम पर फैसला लेना पड़ता है और फैसले हमेशा सोच विचार करके सकारात्मक परिणाम का उद्देश्य ध्यान में रखकर किये जाने चाहिए l 
बिना विचारे जो करे सो पाछै पछताय 
काम बिगारे आपनो जग में होत हँसाय... 
          फैसले लेने से पूर्व जीवन का उद्देश्य और उसे प्राप्त करना हमारा नैतिक दायित्व है l मानव जीवन का मूल उद्देश्य विद्या को धारण कर उसे व्यवहार में लाना अर्थात जीवन में ऐसे फैसले लेना जिन्हें सामाजिक मान्यता हो क्योंकि हमारे अच्छे बुरे फैसलों और कर्मों का मूल्यांकन समाज ही करता है l शिक्षा का एक उद्देश्य सामाजिकीकरण भी है l जिंदगी के हर कदम पर ऐसे फैसले लें जिनसे सदाचार और सद्कर्मो की महक आये l 
          चलते चलते -----
हमारा मानव जीवन अनंत सामर्थ्य लेकर भूतल पर आता है l प्रश्न के बल इसे पहचानने, भरोसा करने और उसके सदुपयोग का है l इसके लिए समयानुकूल फैसले लेने होंगे जो आपकी सफलता या असफलता का निर्धारण करेंगे l 
      ----डॉ. छाया शर्मा
 अजमेर -राजस्थान
जिंदगी हर मोड़ पर इम्तिहान लेती है वह हर कदम पर परीक्षा लेती है कि आप कितना सक्रिय हो,ऐसे में कई बार यह सोचना की हम पहली बार कर रहे हैं क्या होगा परिणाम इस व्यथा में महत्वपूर्ण कार्य रह जाते हैं।ऐसे बहुत सारे कार्य हैं जो हम पहली बार करते हैं, इस तरह के नए फैसले नई राह पर एक नया हौसला लिए आगे बढ़ते रहना चाहिए।इस राह पर निकल कर तो देखो दुनिया की हर ताकत आपकी  बाधा को दूर कर देगी।
- तरसेम शर्मा
कैथल - हरियाणा
जिंदगी में नित्य नई बातें होती रहती हैं। फलत: हमें भी ज़िंदगी में अनेक नये- नये फ़ैसले करने पड़ते हैं । इसलिए जिंदगी के उतार चढ़ाव लागतार चलतें रहते हैं उसी के अनुसार हमें भी अपनी सुविधानुसार नया फ़ैसला भी लेना हीं पड़ता है। एक हीं आधार  या लिया गया कोई फैसला के मुताबिक जिंदगी नहीं चलती है इसलिए हमें भी एक नया फ़ैसला लेना हीं होता है। जिंदगी सदैव परिवर्तनशील होती है तो फ़ैसला भी परिस्थिति अनुसार परिवर्तनशील होनी हीं चाहिए। अतः यह बात अक्षरशः सत्य है कि जिंदगी हर कदम एक नया फ़ैसला है।
- डॉ पूनम देवा
पटना - बिहार
        अगर फैसला की दृष्टि से देखा जाए तो हमारी जिंदगी निःसंदेह बहुत बड़ी यात्रा है।जिसमें हम प्रतिदिन, प्रतिक्षण कुछ न कुछ चुनौतियां, समस्याएं और दैनिक कार्य योजनाओं के क्रियान्वयन बिना उचित फैसला लिए नहीं कर सकते ।हमें हर कदम पर कुछ न कुछ निर्णय लेने पड़ते है चाहे परिणाम कुछ भी हो।हम बिना निर्णय लिए अपने जीवन को सही तरीके से नहीं जी सकते।
           एक इंसान होने के नाते हमें अपनी जीवन यात्रा के दौरान सही समय पर निडर होकर,ज्यादा न सोचकर,दिल की सुनकर,किसी की सहायता लेकर सोच समझकर फैसला लेना चाहिए अन्यथा जीवन में कुछ ग़लत फैसले लेने के कारण कभी - कभी जीवन बरबाद हो जाता है,और कभी एक गलत फैसले के कारण कई गलत फैसले लेने पड़ते हैं जो किसी भी दृष्टि से सही नहीं कहे जा सकते।
         अगर देखा जाए तो हर किसी को रोज अपनी जिंदगी में छोटा या बड़ा फैसला लेना पड़ता है।पूरी जिंदगी फैसला लेने पर ही टिकी है।इसलिए जिंदगी स्वयं एक फैसला है।
         अतः *जिंदगी का हर कदम एक नया फैसला है*। इसलिए हमें हर कदम सोच - समझकर उठाना चाहिए।
- सुरेंद्र सिंह
अफ़ज़लगढ़ - उत्तर प्रदेश
हर दिन हम जन्म लेते हैं हर दिन एक नई सुबह होती है और एक नए विश्वास नए फैसले और नए निर्णय के साथ जिंदगी की शुरुआत करते हैं उम्र जैसे-जैसे बढ़ती जाती है निर्णय की श्रृंखला कड़ी बड़ी होती जाती है कुछ निर्णय पूरे होते हैं और कुछ फैसले नए आते हैं तो हर दिन हर इंसान को अपने जीवन से जुड़े नए फैसलों को करना होता है जो हर इंसान के जीवन में एक चुनौती होती है कभी-कभी हम गलत फैसले भी कर लेते हैं जिससे मन में अशांति पैदा होती है पर कभी-कभी ही ऐसा होता है हर इंसान एक फैसला जो करता है वह अच्छे के लिए ही करता है इस प्रकार हर दिन इंसान के लिए एक नया दिन है एक नया फैसला है एक नया आयाम है एक नया उद्देश्य है जिसे पाना हमारे जीवन का लक्ष्य है
- कुमकुम वेद सेन
मुम्बई - महाराष्ट्र
जिंदगी का रूप व्यापक है। यह जितनी सहज और सरल है, उतनी अनिश्चित और अद्भुत भी है। जब हम निश्चल और निश्छल रहते हुए शांत, सहिष्णु, स्नेही और सद्भाव लिए होंगे, हमें मान- सम्मान भी मिलेगा और सहयोग भी। यह सरलता है।
            लेकिन जब हम इसके विपरीत  स्वार्थी, छल-कपट,छद्म, चालक आदि दुर्गुणों से युक्त होंगे तो हमारा न केवल संघर्ष बढ़ेगा बल्कि हमारी विफलताएं भी बढ़ेंगी। जो हमारे मन को अशांत कर हममें क्रोध और खीझ पैदा करेंगी।
     यहीं से हमारे फैसले प्रभावित होते हैं। हर पल, हर कदम हमें सजग और सावधान रहने की चेतावनी देते हैं। क्योंकि हमसे प्यार करने वाले कम, नाराज रहने वाले अधिक हैं। याने हमारे मित्र कम दुश्मन अधिक होते हैं और यह अनुपात बढ़ता जाता है। क्योंकि इससे हमें अपेक्षित सहयोग मिलने की संभावनाएं कम होती जाती हैं। ऐसे में संघर्ष बढ़ता है, श्रम बढ़ता है, साथ ही अनिश्चितताएं बढ़ती हैं और तब जिंदगी के हर कदम पर नया फैसला लेने की विवशता आवश्यक और महत्वपूर्ण होती है। 
अतः हमें सदैव अच्छा इंसान बनने का जतन करना है ताकि हमें चाहने वाले,हमें सहयोग करने वाले, हमारे हितैषी अधिक से अधिक हों। ताकि हमें हर कदम पर नया फैसला लेने की आवश्यकता न पड़े। अपनों के बीच रहकर हमारा हर कदम सही और सार्थक ही होगा।
- नरेन्द्र श्रीवास्तव
गाडरवारा - मध्यप्रदेश
 हां जी यह संसार परिवर्तनशील संसार है हर पल हर क्षण विकास की ओर, ह्रास की ओर परिवर्तन होते हुए दिखाई देता है। अतः जिंदगी हर कदम एक नया फैसला न्याय पूर्वक लेता है । क्योंकि जिंदगी में हर व्यक्ति सफल होना चाहता है और सफलता पाने के लिए हर कदम नया फैसला लेना होता है। जिसका अर्थ होता है विकास की ओर गति करना विकास की ओर गति करने से ही लोगों की मन और तन की पूर्ति होती है और दोनों में कामयाबी हो जाता है। इसी व्यक्ति को सफल व्यक्ति कहा जाता है ।सफल व्यक्ति बनने के लिए फैसला हर पल हर क्षण सही लेना पड़ता है ।अतः यही कहा जा सकता है कि जिंदगी हर कदम एक नया फैसला है। 
 - उर्मिला सिदार 
रायगढ़ - छत्तीसगढ़
     प्रति दिन सूर्य और चाँद का उदय होता हैं, किन्तु चाँद 15-15 दिनों में घटता और बढ़ता हैं। उसी तरह से मानव तंत्र में माया रुपी संसार में अनन्त समय तक चलता रहता हैं। ईश्वर ने स्त्री को वह शक्ति दी हैं, जिसके कारण विभिन्न प्रकार के फैसला लेने की आवश्यकता प्रतीत होती हैं। एक शिशु को जन्म से लेकर अनेकों सौपानों में उत्तरदायित्व का बोध करना पड़ता हैं। उसी का परिणाम हैं, पुरुष को भी उन रास्तों से गुजरते हुए दिखाई देते हैं। जहाँ जिन्दगी के हर कदम पर नया फैसला लेना होता हैं। कार्य कोई भी हो, परंतु यह क्रिया हमेशा चलती रहती हैं। कभी-कभी तात्कालिक फैसला भी गलत हो जाता हैं, तो कभी-कभी तात्कालिक फैसला भी जिन्दगी संवार जाता हैं। अगर हम सोचते ही रह गये, तो बनता बनाया कार्यों को सम्पादित करने में असुविधाऐं होती और परिणाम घातक सिद्द हो जाता हैं?
- आचार्य डाॅ.वीरेन्द्र सिंह गहरवार 'वीर' 
  बालाघाट - मध्यप्रदेश
जिंदगी हर कदम एक नई जंग है एक नया फैसला है। हर पल, हर घड़ी संघर्ष करते हुए गुजारते हैं। अपने विचार अपने सिद्धांत भी परिस्थितियों के अनुसार कभी-कभी बदलने पड़ जाते हैं।
जिंदगी सिर्फ अपनी नहीं होती। परिवार, रिश्तेदार जो भी हमसे जुड़े हैं, सभी का व्यक्तिगत जीवन हमारे व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करता है। समयानुसार जैसी परिस्थिति होती है उसके अनुसार निर्णय लेने पड़ते हैं। सुख-दुख मिश्रित जीवन हमें बहुत कुछ सिखा देता है। समय और हालात कभी-कभी स्वयं के सोच और निर्णय को बदलने के लिए मजबूर कर देता है।
   परिस्थितियों के समक्ष इंसान मजबूर हो जाता है। कभी प्रकृति के समक्ष विवशता झलकती है कभी पारिवारिक स्थितियों के समक्ष।
    इसलिए यह कह पाना कि आत्मविश्वास और धैर्य बनाए रखें हम अपने फैसले पर कायम रहेंगे कभी-कभी नामुमकिन साबित हो जाता है। जिंदगी में हर कदम जंग यानी नई-नई परेशानियों से मुकाबला करना पड़ता है और परिस्थिति अनुसार नए फैसले लेने पड़ते हैं। इसमें कोई दो राय नहीं कि जिंदगी हर कदम एक नया फैसला है।
               - सुनीता रानी राठौर 
               ग्रेटर नोएडा - उत्तर प्रदेश
आओ आज जिंदगी के फ़लसफे को समझते हैं कि क्या जिंदगी हर कदम  पर एक नया फैसला है या जिंदगी एक नई किताब की तरह है, जिसका एक नया पन्ना हर  दिन खुल रहा है, और यह हम पर  है  कि हम इस पन्ने पर क्या लिख रहे हैं, 
कुछ लोग जिंदगी के  पन्नों में अपनी सफलता व अपने नए आयाम लिख जाते हैं मगर कुछ असफलता व परेशानियां ही लिखते रहते हैं
तभी कहा है,  
"जिंदगी का फ़लसफा यूं मुकम्मल कर लिया, कुछ जबां से बोला तो कुछ कलम से लिख दिया"। 
असल में जिंदगी हमें सिखाती है, कैसे हम रोज सुबह नए लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए संघर्ष जारी रखें, जिंदगी हमें यह भी वतलाती है दुख हो या सुख फिर भी हमेमअपने लक्ष्य प्राप्ती को जारी रखना चाहिए, क्योंकी जिंदगी हमें  सिखाती है हर दम हर कदम हम को नया फैसला ले कर आगे  वढ़ना है। 
इसलिए कहा है, 
" जिस दिन से चल रहा हुं
मेरी मंजिल पे नज़र है, 
आंखों ने कभी मील का पत्थर नहीं देखा"। 
इसलिए जिंदगी में हमें हर पल आगे वढ़ना है, हमें झुकना नहीं है हमे टुटना नहीं है, हमें एक एक कदम उठाना है सफलता की और क्योंकी सफलता एक दिन में नहीं मिलती, 
क्योंकी प्रत्येक व्यक्ति अपने माहौल के अनुसार जीवन में कुछ न कुछ  सीख लेता रहता है और यह प्रक्रिया हर पल चलती रहती है, 
यही तो जिंदगी का फ़लसफा है।  
सच कहा है, 
"पूछना किसी झुके कंधों से
जीवन का फलसफा, किताबों में जिंदगी लिखी नहीं होती"। 
कहने का मतलब सब कुछ हम किताबों से ही नहीं सीख लेते हमे जिंदगी का पल पल कुछ न कुछ सिखाता है, इसिलए जिंदगी का  हर कदम सेच समझ कर उठाना चाहिए, क्योंकी समय कम और काम ज्यादा हैं, 
सच है, 
" जिंदगी का फलसफा भी कितना अजीब है, 
शामें कटती नहीं और साल गुजरते जा रहे हैं"। 
जिंदगी को सही मायने में गुजारने के लिए, हमें अपने कार्य तन मन से करने चाहिए, 
    क्योंकी जब जीवन का अंतिम पड़ाव आता है, जब हम कुछ करने के योग्य नहीं रहते, हमारी आत्मा हम से  सवाल करती है, कि किशोर अवस्था से वुढ़ापे तक हमने कितना गल्त कितना सही     कर दिखाया। 
इसलिए ईमानदारी के साथ अपना एक एक  पल वढ़त की तरफ रखना ही एक नया फैसला है, 
सही कहा है, 
"न कोई नियम है न कानून है, बस आगे बढ़ने का जनून है, 
तू कितनी भी रूकाबटें डाल ए जिंदगी, हम न रूकेंगे जब तक हमारी रगों में उबलता खून है"। 
यह सच है जिंदगी हमें बहुत कुछ सिखाती है,   हम में वुद्दी 
बादाम खाने से नहीं आती, वह तो सुरों से व बूरे अनुभवों से आती है, अथवा जिंदगी हमें बहुत कुछ  सिखाती है , 
यह भी सच है, 
"जिंदगी की हकीकत को बस इतना  ही जाना, दर्द में अकेले हैंऔर खुशियों में है सारा जमाना, "। 
कहने का मतलब हम जिंदगी को किस तरह जी रहे हैं, 
हम जी रहे हैं  या जिंदगी को घसीट रहे हैं यह हम पर निर्भर करता है, 
तभी तो कहा है,  
" मिली है जिंदगी तो शान से जीते हैं, खुशियों के जाम हर शाम को पीते हैं, 
चेहरे पर मुस्कान देख कर धोखा मत खाना, 
कुछ जख्म भी हैं किस्मत में जिन्हें हम रोज पीते हैं"। 
कहने का मतलब जिंदगी बड़ी अजीब है, इससे जब भी मिलने की कोशिश करेंगे अजनवी सी लगेगी, 
आखिरकार यही कहुंगा हमें जिंदगी हर मोड़ पर रहना सिखाती है, जीवन के इस संघर्ष में जीवन के इस युद्द में,  
 इसलिए  अपने जीने का सलीका सीख लो, 
जैसे कहा है, 
 "मैनें संसार से सीखा है, जीने का सलीका चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना"। 
कहने का मतलब जिंदगी का हर कदम एक नया फैसला है, 
इसलिए दुसरों के गुण अंगीकार करो और अपने अनगुणों का निवारण करो, भाग्य बदल जाएगा। 
- सुदर्शन कुमार शर्मा 
जम्मू - जम्मू कश्मीर
जी हां जिंदगी हर कदम एक नया फैसला है । वह फैसला हमारे घर परिवार रिश्ते-नाते ,नाते संबंधी राष्ट्र समाज सभी से जुड़ा हुआ हाेता है  । 
जरूरत है उन फैसलों की प्रति कड़ी परख की, उनकी उपयोगिता की ।
 कई बार जिंदगी के फैसले हमारा पूरा जीवन ही बदल देते हैं । कुछ फैसले खुशी का अनुभव कराते हैं तो कुछ गम का ,दुख का। स्थिति समय और मांग के अनुरूप फैसले लेने ही पड़ते हैं । 
जिंदगी एक जंग है । हार जीत का सामना करना ही पड़ता है । मगर फैसला परिपक्व हाे ताे प्रसन्नता, तसल्ली ,आत्मविश्वास प्रदान करता है । 
जीवन में घटित घटनाओं के आधार पर भी फैसले लेने पड़ते हैं । सभी के मूल में हितार्थ भावना को देखा जाना चाहिए । क्योंकि जीवन जीने के लिए किसी का प्यार ,स्नेह ,साथ अति आवश्यक है । 
सौहार्दपूर्ण फैसले जहां जीवन में नई उमंग ,उत्साह, जोश भर देते हैं वही  बदले की भावना और द्वेष से किए गए फैसले दुख का कारण बनते हैं । 
जीवन हर रोज मनुष्य को नई-नई  सीख प्रदान करता जाता है । सही और यथार्थ पूर्ण फैसले अस्थिर जीवन को उत्तम गति प्रदान करते हैं । सफलता प्रदान करते हैं ।
  - शीला सिंह
 बिलासपुर - हिमाचल प्रदेश
संघर्ष का दूसरा नाम जिंदगी है। इस लिए यह यात्रा इतनी आसान नहीं हो सकती।जिंदगी हर कदम एक नया फैसला है।लेकिन जिंदगी के कंक्रीट पथ को आसान करने के लिए सकारात्मक सोच होनी चाहिए। फिर तो कंकर भी फूल जैसे लगते हैं। 
      हमें कई बार जिंदगी में चारों ओर तनाव ही नजर आता है। लगता है जैसे हर इंसान इस की चक्की में पिस रहा है। लेकिन दूसरी तरफ अगर जीवन इतना आसान होता तो इस की कद्र भी नहीं होनी थी।हर कदम पर नयीं चुनौतियों से हम बहुत कुछ सीखते हैं। यही अनुभव ही हमें अच्छा इंसान बनने में मदद करते हैं। हमारे भीतर दृढ़ निश्चय, दृढ़ संकल्प और मेहनत आदि गुण पैदा होते हैं। 
      कठिनाईयों से गुजर कर असली सुख का आनंद आता है जैसे प्यास से गला सूख रहा हो तो खारा पानी भी मीठा लगता है 
    हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि भगवान का दिया जीवन अनमोल उपहार है। इसे यूँ ही नहीं गंवाना चाहिए। जिंदगी को सार्थक करने के लिए समाजहित सर्वोपरि होना चाहिए। 
- कैलाश ठाकुर 
नंगल टाउनशिप - पंजाब
जी हां! जिन्दगी हर कदम एक नया फैसला है। मनुष्य जीवन का प्रत्येक क्षण नवीन स्थिति को धारण किए होता है। नवीनता से परिवर्तन उत्पन्न होता है, और प्रत्येक परिवर्तन में एक निर्णय समाहित होता है। कदम-दर-कदम जिन्दगी के रंग बदलते रहते हैं। सुख-दुख, हानि-लाभ और उतार-चढ़ाव निरन्तर एक नया फैसला हमें सुनाते हैं। राजा-रंक, अमीर-गरीब अथवा शक्तिशाली-कमजोर सभी की जिन्दगी का अगला कदम यह फैसला करता है कि उसकी जिन्दगी किस करवट बैठेगी।
इसलिए कहता हूं कि......
"लहर भी जब चलती है तो उतार-चढ़ाव लिए होती है, 
हवा भी जब चलती है तो मन्द-तीव्र भाव लिए होती है। 
जीवन के सफर में अनवरत लक्ष्य पर दृष्टि रखना साथी, 
जिन्दगी पग-पग पर एक नया फैसला लिए होती है।।"
- सतेन्द्र शर्मा 'तरंग' 
देहरादून - उत्तराखण्ड
जी मैं इस बात से सहमत हूं ! फैसले समय की परिस्थिती के अनुसार बनते और बदले जाते हैं ! कुछ फैसले अटल होते हैं ,कुछ फैसले  हम समय  पर छोड़ देते हैं ! कुछ फैसले ऐसे भी होते हैं जिसे अचानक किसी कारणवश समय की नजाकत को देखते हुए न चाहकर भी दुखी मन से हमें बदलना पड़ता है तब हम दिल को मनाने के लिए कहते हैं शायद ईश्वर की यही इच्छा होगी इसमें भी कोई भलाई हो ! बस सोच सकारात्मक होनी चाहिए ! फैसले का क्या ? हां एक बात अवश्य कहूंगी कोई भी फैसला आदमी बहुत ज्यादा खुश हो अथवा गुस्से में हों त्वरित नहीं लेना चाहिए 
थोडा़ समय दे विचार कर लेना चाहिए ! 
- चंद्रिका व्यास
 मुंबई - महाराष्ट्र
जिंदगी में चुनौतियां हर पल आते रहते हैं जो लोग। जिंदगी एक जंग है और या हर पल इम्तिहान लेती है। जिंदगी हर पल एक नया फैसला है। यह बात पूरी तरह सत्य है। जिंदगी में आपके साथ कब क्या हो जाय कोई नहीं जानता। जब इंसान किसी मुसीबत में हंसता है तो उसके सामने हर तरफ अंधेरा ही अंधेरा दिखाई देता है और जब मुसीबत से उसे छुटकारा नहीं मिलता तब उसे अपनों से ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया से विश्वास उठ जाता है। इसके बाद जब वह कभी भी यह बातें नहीं भूलता कि जिंदगी हर पल उसका इम्तिहान लेने के लिए तैयार रहती है। और जब वह इसके लिए तैयार रहता है तब उसे सफलता हर हाल में मिलती है। मनुष्य को हर पल और हर कदम एक फैसला लेने के लिए तैयार रहना चाहिए। तभी वह अपने समाज देश और दुनिया में सफल व्यक्ति कहलाता है। जिंदगी हर पल एक नया फैसला है इस बात को सभी जानते हैं। किसे पता था कि पुरो दुनिया को कोविड 19 जैसे कोरो ना जैसी महामारी से गुजरना पड़ेगा। जिसमें अब तक लाखो लोगों ने अपनी जाने गवाड़ी है। भारत में ही अब तक एक लाख आठ हजार के करीब लोग मौत के शिकार हो गए है। इस महामारी में है इंसान को अपने जीवन में एक फैसला लेना पड़ा, ताकि वह अपने आप को सुरक्षित रख सके। इसलिए यह सही बात है कि जिंदगी हर कदम एक नया फैसला है। इंसान की जिंदगी ईश्वर द्वारा एक सर्वश्रेष्ठ कृति या रचना है। जिसका उसने अन्य जीवों से अलग एक बुद्धि और विवेक दिया है। जिसके माध्यम से हर मनुष्य अपनी जिंदगी को बेहतर या बदतर अपने कर्मो के जरिए बना सकता है। यह हर व्यक्ति के हाथ में होता है कि वह जीवन किस तरह जीना चाहता है।  ओर किस तरह उसे बेहतर बनना चाहता है। तो इसलिए कर्म सबके अपने है और फल उसी तरह मिलेगा। इसलिए जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए हर कदम एक नया फैसला लेने के लिए तैयार रहना चाहिए।
- अंकिता सिन्हा कवयित्री
जमशेदपुर - झारखंड
जिंदगी हर कदम एक नया फैसला है। क्योंकि जिंदगी पल-पल बदलती रहती है। आज जो है कल वो नहीं है। जिंदगी आज जैसे चल रही है क्या पता कल किस तरह चलेगी। कैसे-कैसे उत्तर चढ़ाव आएंगे। कौन-कौन सी समस्याएं आएंगी। उसमें हमें कैसे-कैसे फैसले लेने पड़ेंगे। हम जो भी फैसला लेंगे वो तो नया ही होगा। इसलिय हम कह सकते हैं कि जिंदगी हर कदम एक नया फैसला ही है।
             किसी को भी ज्ञात नहीं होता कि अगले क्षण में क्या होने वाला है। तो जो व्यक्ति जो कुछ भी करेगा उसके लिए एक नया फैसला ही होगा।
इसलिए ये बात पूर्णतः सत्य है कि जिंदगी हर कदम एक नया फैसला है।
- दिनेश चंद्र प्रसाद "दीनेश" 
कलकत्ता - प . बंगाल
  जिंदगी एक चुनौती है| इसका हर पल चुनौतीपूर्ण है |  जब मनुष्य इस संसार में आता है| तब से वह जीवन के संघर्ष में उतर जाता है| बड़े होने तक वह कुछ न कुछ सीखता ही चला जाता है | फिर वह  विद्यालय जाता है वहां भी उसके समक्ष बहुत सारे प्रश्न होते हैं | उसे दुनिया का सामना करना पड़ता है उसके लिए हर पल एक नया संघर्ष है| हर परिस्तथिति उसे चौंकाने वाली होती है |तब से वह  सीखता  ही चला जाता है कि उसे अगला कदम कैसे उठाना है? सहायता करने के लिए उसके आसपास बहुत से लोग हैं जो उसे समझाने के लिए तत्पर हैं कि  दुनिया में किस तरह से हर परिस्थिति का सामना करना है| लेकिन संघर्ष तो उसे ही करना है| यह कोई  रटा -रटाया  निबंध नहीं है  जिसे लेकर वह कहीं भी चला जाए और लिख दे| कई बार परिस्थितियां हमारी सोची समझी बात से बिल्कुल अलग होती हैं और हमें उसी क्षण यह निर्णय करना होता है कि हमें क्या करना है  बंधे बंधाये  उत्तर कहीं  काम नहीं आते | हमें हर पल नई परिस्थिति का सामना करना पड़ता है | यहां तक कि परिवार में रहते हुए भी कई बार मनमुटाव इसलिए भी हो जाता है क्योंकि हम  यथा समय उत्पन्न हुई परिस्थिति के बारे में कुछ नहीं जानते थे | कई बार ऐसा होता है कि  हम एक बार जो  सोच लेते हैं तो उसी के आधार पर  अपना निर्णय देते हैं  जो कि  अक्सर गलत होता है|
 हम किसी संस्था में काम करते हैं | तो  बॉस  के सामने जाने से पहले बहुत कुछ सोच कर जाते हैं | लेकिन
 सामना करने पर परिस्थिति बिल्कुल विपरीत होती है इसलिए  हमारी बनी बनाई योजना किसी काम नहीं आती | हमें हर कदम पर सजग रहना चाहिए  ताकि हम सही निर्णय ले सके| हमें जीवन के हर क्षेत्र में  चाहे वह पारिवारिक हो ,सामाजिक हो, अथवा राजनीतिक हो   चुनौतियों का सामना करने के लिए तत्पर रहना चाहिए  क्योंकि परिस्थितियां प्रतिपल बदल रही हैं | नए विचार क्षेत्र निर्मित हो रहे हैं | हम भी हर पल बदल रहे हैं  हम भी वह नहीं हैं जो हम दो  दिन पहले थे  हमारी प्रवृतियां भी प्रतिपल बदलती रहती हैं  और तदनुसार हमारे निर्णय भी | अगर जीवन ऐसा ही है  तो निश्चित ही हमें  हर पल नए फैसले लेने के लिए तत्पर होना होगा | तभी हम अपने अतीत को आधार बनाकर वर्तमान तथा भविष्य में नव निर्माण की योजनाओं को कार्यान्वित कर सकते हैं |
 जहां तक सुख और दुख की बात है | वह भी सब के अलग-अलग होते हैं | जितने मन उतने मन भेद | और यह स्वाभाविक भी है  हमें इसके लिए तनिक भी चिंता नहीं लेनी चाहिए  और कोई भी चुनौती जीवन में आए उसका
 प्रसन्नता पूर्वक स्वागत कर  आगे बढ़ना चाहिए | जितने भी महान लोग हुए हैं  उन सब ने  नित्य प्रति नई चुनौतियों का सामना किया है | महाराणा प्रताप, महारानी लक्ष्मी बाई, प्रेमचंद, प्रसाद, लाल बहादुर शास्त्री, अब्दुल कलाम    व  इन जैसी महान विभूतियों ने   सदा जीवन की चुनौतियों को स्वीकार कर  निर्णय लिए हैं | अपने जीवन के हवन कुंड में इन्होंने  हर पल अपनी इच्छाओं की आहुति देते हुए  अपने लिए वा दूसरों के लिए  मार्ग को प्रशस्त किया है |   अतः यह कहना  अत्यंत सार्थक है  हर कदम नया फैसला है |
 - चंद्रकांता अग्निहोत्री
पंचकूला - हरियाणा
जी हां, जिंदगी हर कदम एक नया फैसला है।  जिंदगी की राह में जब कोई दोराहा या चैराहा आता है तो स्वयं को एक नया फैसला करना पड़ता है कि किस दिशा में जाना है। यदि उस राह से वापिस भी आना है तो भी एक नया फैसला लेना पड़ता है। अर्थात् जिंदगी हर कदम एक नया फैसला है।
- सुदर्शन खन्ना
दिल्ली 
जिंदगी के हर फैसले बर्तमान की बीत रही परिस्थियों पर निर्भर करते हैं ।एक व्यक्ति जो समाज के भले के लिए हर वक्त काम करता है उसका फैसला हर किसी को सही लगता है लेकिन यदि वही व्यक्ति एक फैसला समाज के अहित में कर दे ,तो समाज के  गुस्से  और व्यक्ति विशेष की दशा दोनो को देखिए ,आपातकाल इसका उदाहरण है ।कर्म पर परिणाम के लिए सोचना पड़ता है ,उसी अनुसार फैसला करना पड़ता है ।कहने का अर्थ है हर कार्य के लिए एक ही  सिद्धान्त नहीं लागू हो सकता है  हर कदम नया फैसला लेना पड़ता है ।
- कमला अग्रवाल
गाजियाबाद - उत्तर प्रदेश
जिंदगी हर कदम एक नई जंग है
     एक दूजे से नाम जुटते हम जीत 
     जाएंगे जंग।
    जैसे मैं डोर हूं तू,पतंग।
जिंदगी हर कदम एक नई जंग है।
जीवन के कहानी का रूपांतर
एक छोटा सा परिवार है। जो कारखाना में नौकरी करते हैं । पत्नी घर, गृहस्थी संभालती है, उनके दो होनहार पुत्र हुए पढ़ने लिखने में तेजस्वी 12th के बाद वे लोग अपना अपना पसंद के क्षेत्र में आगे के पढ़ाई करने के लिए प्रवेश लिए। और अपने क्षेत्र में कामयाब व्यक्ति बने।
वह दंपत्ति बातचीत करते हुए कहा देखो जिंदगी हर कदम नई जंग के तरह है।
बच्चे का उच्च शिक्षा हो गया और अपने अपने क्षेत्र में कामयाब भी हो रहे है।
अब जीवन का एक ही जंग बचा है।
पति अपने पत्नी से पूछे अब क्या बाकी है?
एक छोटा सा आशियाना बना डालो।
पति बोले यह भी  तुम्हारा ख्वाहिश पूरा कर देंगे। 
तुम जानती हो ना *जिंदगी हर कदम एक नई जंग है*।
*मैं डोर तू पतंग है*।
सेवानिवृत्त होने के पहले पत्नी की इच्छा पूर्ण हो गया।
छोटे से आशियाना में दोनों प्राणी"जिंदगी के हर कदम एक नई जंग के तरह उमंग के साथ गुजार रहे थे। अकस्मात डोर से पतंग छूट गया। कुछ दिन बच्चों के साथ दिन गुजारते हुए अपने आशियाना में लौट आए यह कहते हुए जिंदगी हर कदम एक नई जंग है।
लेखक का विचार:- जिंदगी का हर कदम का नया फैसला लेते हुए संतोष करना चाहिए। **हम दोनों बहुत खुश हैं,
             मैं और मेरा अकेलापन
- विजयेन्द्र मोहन
बोकारो - झारखंड
जीवन सही से जीने का नाम ही जिंदगी है। न की जिंदगी जीने का नाम जीवन ।
इसलिए जीवन में हम अगर एक लक्ष्य निर्धारित कर ले  तो उस लक्ष्य को पाने में मुश्किल तो आ सकती हैं, परंतु हम लक्ष्य पाने का फैसला हर कदम पर नहीं बदल सकते ना।
 जिंदगी तो धूप छांव है जिंदगी में  सुख दुख तो आते  ही रहते हैं ऐसा तो नहीं है  सुख मिला तो हम किसी एग्जाम परीक्षा की तैयारी में पूरी तरह जुट गए ।
और कोई दुख मिला तो परीक्षा की तैयारी करनी छोड़ दी दूसरी सर्विस की परीक्षा की तैयारी करने लगे ।
गाने की ये  लाइन भी हमें प्रोत्साहित करती हैं ।
जिंदगी हर कदम एक नई जंग है, जीत जाएंगे हम अगर तू संग है।।
 गाने में तू शब्द अपने आपको यानी अपने आत्मविश्वास को प्रोत्साहित करता है ।
इसीलिए मेरी राय में जिंदगी हर कदम एक नया फैसला नहीं है।
- रंजना हरित
 बिजनौर -उत्तर प्रदेश
हमारे जीवन में रोज कुछ ना कुछ नया होता रहता है और रोज हमें कुछ ना कुछ नए कार्य करने को मिलते हैं अपने जीवन में रोज कुछ ना कुछ सीखते हैं कुछ हम करके सीखते हैं कुछ हमें लोगों से मिलता है कुछ हमें जो सिखाया जाता है, जब हम कोई भी कार्य करते हैं तो उसे करने के लिए हमें एक प्लानिंग तैयार करनी पड़ती है और तब उसके लिए हमें फैसला लेना पड़ता है कि हम इस काम को किस तरीके से करें कैसे करें तो आए दिन हम कोई ना कोई नया फैसला लेते रहते हैं हम छोटा सा कार्य करने के लिए भी कुछ ना कुछ फैसला जरूर लेते हैं कि कार्य हमें कैसे करना है करना भी है या नहीं, तो यह बात सही है बिल्कुल की जिंदगी हर कदम एक नया फैसला है हर कदम पर हम कुछ ना कुछ निर्णय जरूर लेते हैं कोई ना कोई फैसला जरूर लेते हैं जो कि हमारा भविष्य को सफल बनाने के लिए होता है धन्यवाद
- रजत चौहान
 जिला बिजनौर - उत्तर प्रदेश
जिंदगी तेरे रंग अशेष
अलग-अलग पड़ावों से निर्मित और मुख्तलिफ रंगों से सजी-धजी ये जिंदगी वाकई पर मैं हंसाती और पर मैं रुलाती है।ये हर कदम पर एक नये रुप में हमें हमारी परीक्षा लेती है। जीवन में परिस्थिति जब भी हमारे अनुकूल होती है तो हम ख़ुश रहते हैं और प्रतिकूल परिस्थितियों में कई बार हम टूट जाते हैं और एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगातें है। अपनी परिस्थितियों के लिए अक्सर दूसरे पर दोषारोपण किया करते हैं।ये सब हताशा के कारण भी हो सकता है। बड़े-बजुर्ग कहते हैं अपने जीवन में अपनी स्थिति अच्छी हो या बुरी के लिए हम खुद और हमारे द्वारा लिए गए फैसले जिम्मेदार होते हैं।अगर किसी कारण जीवन में कुछ भी अप्रिय घटित होता है तो फिर से हिम्मत हारे बिना आगे बढ़ते रहना चाहिए। अपने पुराने फैसले पर गहनता से विचार करना चाहिए और कुछ ग़लत लगे तो उसमें बदलाव लाकर दुगुने उत्साह से एक बार फिर से आगे बढ़ने की कोशिश करनी चाहिए। हार-जीत जिंदगी का हिस्सा है।इन सब से परे हमें परिस्थितिनुसार उचित फैसले लेकर जीवन-पथ पर आगे बढ़ते रहना चाहिए।
*स्वरचित मौलिक रचना*
- संगीता राय
पंचकुला - हरियाणा
जैसा कि आज हर मानव विपरीत परिस्थितियों से गुजर रहा है। कोरोनावायरस के कारण हमें हर कदम सावधानी से चलना पड़ता है अपनी व अपने परिवार की सुरक्षा के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन आसपास स्वच्छता हाथों की सफाई गर्म पेय का उपयोग वर्तमान स्थिति को देखकर करना पड़ता है। जिंदगी के सफर में हमें हर दिन नई सीख नए कदम नए कार्यों को करना पड़ता है।
- पदमा तिवारी 
दमोह -  मध्य प्रदेश
आज की चर्चा में जहांँ तक यह प्रश्न है की क्या जिंदगी हर कदम एक नया फैसला है तो इस पर मैं अपने विचार रखना चाहूंगा वास्तव में जिंदगी में हर कदम पर फैसले लेने पड़ते हैं निर्णय करना पड़ता है जिंदगी में मुश्किलें आती हैं और या मैं यह कहूं कि जिंदगी हर कदम एक नई जंग है तो अतिशयोक्ति नहीं है जीवन में हम प्रत्येक रोज नई परेशानियों से नए व्यक्तियों से नए अनुभवों से और नई नई मुश्किलों से जूझते है और उन से पार पाने के प्रयास में उनका हल ढूंढने के प्रयास में हम निर्णय लेने पड़ते हैं कि क्या किया जाए क्या नहीं किया जाए तो इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि जिंदगी हर कदम पर एक नया फैसला है जो  हमारा इंतजार कर रहा होता है और हमारी परख करने के लिए समय हर वक्त तैयार बैठा रहता है अतः प्रत्येक कार्य को करते समय बहुत सोच समझ कर ध्यान पूर्वक करना चाहिए और न केवल अपने बल्कि परिवार समाज और देश के भी हित और अहित का ध्यान रखते हुए सभी निर्णय लिए जाने चाहिए 
प्रमोद कुमार प्रेम 
नजीबाबाद - उत्तर प्रदेश
           पर्दे पर चलने वाले अभिनय की तरह जिंदगी भी एक स्टेज होती है जिसमें पल पल में स्थितियां बदलती रहती है और उन्हीं स्थितियों के अनुसार फैसला लेना होता है। रंगमंच पर तो कलाकारों को दिए हुए पात्र को अभिनीत करना होता है। उनका निजी वजूद उसमें शामिल नहीं होता। किंतु जिंदगी एक ऐसा रंगमंच है जिसके हम कलाकार होते हैं और हमें पता नहीं रहता कि अगले पल क्या होने वाला है। अतः सामने आई परिस्थिति अनुसार ही हर कदम पर सोच समझकर हमें फैसला लेना होता है।
- श्रीमती गायत्री ठाकुर "सक्षम"
 नरसिंहपुर - मध्य प्रदेश

परिवर्तन प्रकृति का नियम है. प्रकृति पल-पल अपने रूप में परिवर्तन करती रहती है. समुद्र की लहर अगले पल वैसी नहीं रहती, फूल-पत्ती में भी परिवर्तन नजर आता है. कोमल किसलय जैसा पत्ता कब हरा होकर कठोर हो जाता है और फिर सूखकर झर जाता है, पता ही नहीं लगता है. सुंदर-सुकोमल सुमन कुछ समय में झर जाता है, भले ही  उसकी सुगंध विद्यमान रहती है. परिवर्तन मौसम में होता है और मौसम के फल-फूल-सब्जियों आदि के उत्पादों में भी.
पशु-पक्षी-कीट-पतंग-मनुष्य का शरीर पल-पल परिवर्तित होता रहता है और प्राणी का स्वभाव भी. स्वभाव में यह अंतर कभी सफलता के कारण आता है तो कभी असफलता के कारण, कभी मन में क्रोध का आवेश होता है तो कभी प्रेम-प्यार का सुमधुर अहसास. इसी स्वभाव के कारण हम कभी-कभी बड़े-से-बड़ा संकट भी साहस के साथ सहजता से झेल जाते हैं, तो कभी-कभी छोटी-से-छोटी सामान्य-सी बात भी हमें दुविधा के कटघरे में खड़ा कर देती है.  
क्रोध के आवेश में किया गया फैसला कभी-कभी भयंकर परिणाम का कारण बन जाता है, इसलिए ज्ञानीजन कहते हैं, कि क्रोध के आवेश में कोई फैसला मय करो. पल भर सोचने पर भी कभी-कभी हमें अहसास होता है, कि हम बहुत गलत करने वाले थे और बड़ा संकट टल जाता है. 
प्रकृति और स्वभाव का यह परिवर्तन आह्लादकारी भी होता है. इससे हमारा जीवन वैविध्यता से तरोताजा बनाए रखता है.
- लीला तिवानी 
दिल्ली


" मेरी दृष्टि में " सृष्टि परिवर्तन पर आधारित है । बिना परिवर्तन के सृष्टि नहीं चल सकती है । यही परिर्वतन जिंदगी के हर कदम पर नये - नये फैसले लेने को मजबूर करती है । वरन् जिंदगी खत्म हो जाती है । 
                                                   - बीजेन्द्र जैमिनी
डिजिटल सम्मान

Comments

Popular posts from this blog

वृद्धाश्रमों की आवश्यकता क्यों हो रही हैं ?

लघुकथा - 2024 (लघुकथा संकलन) - सम्पादक ; बीजेन्द्र जैमिनी

इंसान अपनी परछाईं से क्यों डरता है ?