क्या जीवन में सफलता के लिए शाँर्ट कट कुछ होता है ?
जीवन में सफलता पाने के लिए कर्म करना पड़ता है बिना कर्म के सफलता कभी नहीं मिलती है । कभी - कभी किस्मत की वजन से सफलता जल्दी मिल जाती है । जिसे हम शाँर्ट कट कहें देते हैं । परन्तु अक्सर ऐसा सभी के साथ नहीं होता है । यही " आज की चर्चा " का प्रमुख विषय है । आये विचारों को भी देखते हैं : -
" मेरी दृष्टि में " शाँर्ट कट से सफलता में कभी विश्वास नहीं रखना चाहिए । ये कर्म की परिभाषा नहीं है । मेहनत और संघर्ष से कार्य करना चाहिए । सफलता देर सबेरे अवश्य मिलेगी । संघर्ष से जीवन में सफलता एक के बाद एक मिलती चली आती है ।
- बीजेन्द्र जैमिनी
मानव मात्र बाहर से सभ्य मगर भीतर से बड़ा ही असभ्य प्राणी है। विजेता बनने के लिए वह साम दाम दंड भेद की नीति के तहत शाॅर्टकट का रास्ता अपनाता है मगर सबसे बड़ा सच है कि शार्टकट राहें तात्कालिक रूप से आपको संतुष्ट करती हैं मगर आगे चल कर उनके खामियाजे भुगतने ही पड़ते हैं। परीक्षा में पास होने के लिए बच्चे कुंजी और गाईड नोट्स आदि का सहारा लेकर पास हो जाते हैं मगर उपयुक्त ज्ञान की कमी जीवन में सकारात्मक सफलता नहीं मिल पाती है। हमें प्रयासों में तेजी या कमी में भेद करना सीखना होगा। ऐसे व्यक्ति के लिए जिसकी नाक बंद हो उसके लिए कस्तूरी और गोबर में क्या फर्क हो सकता है ऐसे व्यक्ति जिनकी आँख बंद हो उनके लिए गुलाब या कनेर में क्या फर्क होता है। बस ऐसा ही प्रभाव हो सकता है एक शाॅर्टकट व्यक्तित्व या सुव्यवस्थित अस्तित्व में। हम एक सामान्य आलसी व्यक्ति को तो क्षमा कर सकते हैं लेकिन दुष्ट को नहीं। अतः एक पक्ष यह भी है कि शार्टकट अपनाने के पीछे दुष्ट पर्याय हों तो अक्षम्य हैं मगर सामान्य आलस्य हों तो दूसरों के लिए घातक ना हो तो वे किसी हद तक क्षम्य हैं : -
भटकाते हैं शाॅर्टकट हुई सफलता दूर!
तमस निगलता चाँद को भ्रम में हो गर चूर!!
- हेमलता मिश्र "मानवी "
नागपुर - महाराष्ट्र
जीवन में सफलता के लिए शॉर्टकट कुछ नहीं होता?
और होता भी है तो वह ज्यादा टिकाऊ नहीं होता क्षणिक होता है ।क्षणिक सफलता के बाद फिर से सफलता की प्रयास होती रहती है ।सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता सफलता पाने के लिए निरंतर धैर्य के साथ श्रम और अभ्यास की आवश्यकता होती है। बिना श्रम और अभ्यास का कोई भी सफलता हासिल नहीं होता जो व्यक्ति लगातार श्रम करते हुए अभ्यास करता है तो सफलता जरूर मिलती है और यह सफलता निरंतर बना ही रहता है सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता ना शॉर्टकट सफलता से कोई संतोष नहीं मिल पाता ।कुछ पल के लिए जरूर उसे संतुष्टि मिलती है लेकिन निरंतर नहीं। निरंतर सफलता के लिए श्रम और अभ्यास ही करना पड़ता है चाहे कोई भी क्षेत्र में सफलता पाना हो। अतः कहा जा सकता है कि सफलता के लिए शॉर्टकट नहीं होता।
- उर्मिला सिदार
रायगढ़ - छत्तीसगढ़
बिलकुल नहीं, सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता है। सच्ची लगन और मेहनत के साथ जो व्यक्ति सही राह पर चलता है, सफलता उसीके कदम चूमती है। कोई भी शार्टकट छलावा मात्र ही होता है। मंजिल पर शीघ्रातिशीघ्र पहुँचने की ललक मैं अक्सर लोग धोखा खाते हैं और इस शार्टकट के भूलभूलैया में फँसकर रह जाते हैं और मंजिल उनसे और भी दूर हो जाती है। इसलिए यह अत्यंत ही महत्वपूर्ण है कि हम किसी भी शार्टकट के चक्कर में ना पड़ें और निर्दिष्ट राह पर अग्रसर होते हुए ही अपना लक्ष्य हासिल करने का प्रयास करें। तभी हमारी सफलता सुनिश्चित होगी।
- रूणा रश्मि
राँची - झारखंड
कई बार शॉर्ट कट जीवन को भी शॉर्ट कर देता है| शॉर्ट कट मंजिल पर पहुंचाने की गारंटी नहीं है| शॉर्ट कट जोखिम भरा होता है| शॉर्ट कट जूआ या सट्टा होता है| बड़े बुजुर्गों ने कहा है, "जाना राह का, भले गेड़ (शॉर्ट कट कि अपेक्षा लंबा) हो|" उक्त कहावत शत प्रतिशत सत्य है| निसंदेह शॉर्ट कट जोखिम भरा होता है|
- विनोद सिल्ला
टोहाना - हरियाणा
बहुत से लोगों को अपने काम के दौरान बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है । अक्सर देखने में आता है कि लोग उन परेशानियों से बचने के लिये शार्टकट अपनाने की कोशिश करते हैं, जो उनके कैरियर के लिए काफी घातक सिद्ध होता है । जैसे यदि सीढ़ियाँ दो-दो एक साथ उछल कर चढ़ी जाये तो निश्चित रूप से गिरने की संभावना बनी रहती है ।
अगर हम वास्तव में सफलताओं के शिखर पर जाना चाहते हैं तो समस्याओं का सामना करना ही पड़ेगा । क्योंकि सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता ।
सफलता के लिए आवश्यक है-- परिश्रम और धैर्य । राजस्थानी में एक कहावत है---
" माली सींचे सौ घड़ा, रूत आयां फळ होय ।"
- बसन्ती पवांर
जोधपुर - राजस्थान
कहने को, खुश किस्मती ही एक अवसर है जो सफलता के लिए शार्ट कट का रास्ता बना सकती है, वरना सफलता के लिए कठिन श्रम तो करना ही पड़ता है। इसमें शार्ट कट और खुशकिस्मती को यूँ मान सकते हैं कि सफलता की राह में कोई बाधा नहीं आना और एक ही बार में सफल हो जाना। वरना सफलता के मार्ग में संघर्ष बहुत करना पड़ता है। बहुत मेहनत करना पड़ती है। रात-दिन एक करना होती है।पसीना बहाना पड़ता है। परेशानीयां झेलनी पड़ती हैं। एक दूसरा रास्ता भी सफलता के लिए शार्ट कट है, वह है अनुचित , असंवैधानिक , और अनैतिक । इन रास्तों से सफलता भले ही मिल जाये लेकिन बाद में इनके परिणाम कष्टकारी और दुःखदायी ही होती हैं। सुख, सुकून, मान-सम्मान को ठेस पहुंचाने वाले होते हैं। अतः उचित तो यही होगा कि अपने कार्य में निष्ठा, लगन और शुचिता रखें , निश्चित ही सफल होंगे। यह अटल है।
- नरेन्द्र श्रीवास्तव
गाडरवारा - मध्यप्रदेश
जीवन में सफलता के लिए कोई शार्टकट नहीं है करत करत अभ्यास के जडमति होत सुजान रसरी आवत जात सिल पर पडत निशान। अस्थाई सफ़लता शार्टकट से अवश्य मिल सकती है पर स्थाई सफलता के लिए बहुत अभ्यास प्रयास परिश्रम की आवश्यकता है।
शार्टकट मतलव छोटा रास्ता
वर्तमान परिवेश में डिजिटल की दुनिया में शार्टकट की गुंजाइश होने लगी है जिन कामों को इंसान करनें में सप्ताह लगाते हैं उसे इस वैज्ञानिक और डिजिटल के माध्यम से पलक झपकते होता पाया गया है लेकिन स्वभाविक तौर पर ऐसी दुनिया बनने में परिश्रम और पुरुषार्थ तो किये गये है।
सफलता का मूल दृढ़ इच्छाशक्ति धैर्य परिश्रम और कर्तव्यनिष्ठ होना है अगर इन गुणों को आप अपनाते हैं तो सफ़लता क़दम चूमती है। किस्मत वाले को कभी कभी सफलता झोली में मिल जाती है
- डाँ. कुमकुम वेदसेन
मुम्बई - महाराष्ट्र
जीवन में सफलता पाने के लिए कोई शॉर्टकट नहीं होता इसके लिए कड़ा परिश्रम और नियम संयमित जीवन उचित समय पर उचित पढ़ाई करना समय के अनुसार अनुशासन करना और अपने आपको नियम में बांध लेना। प्रकृति का यह अटल और अपरिवर्तित नियम है प्रकृति ने मनुष्य को सुरक्षा अनुसार कर्म करने के लिए छोड़ दिया है पर प्रकृति के विधान सेवा बचा नहीं है जो जैसा होता है वैसा ही काटता है शीघ्रता से कुछ विलंब अच्छा। मनुष्य की प्रवृत्ति के पुरस्कार और उसके कर्म डंडो एवं उसके प्रश्न प्रेरक भावों के अनुसार एक रहस्यमय प्रकार से प्राप्त होते हैं दंड को देवी शक्ति की कृपा निवारित किया जा सकता है यदि आप सुखी और स्वस्थ रहना चाहते हैं कर्मों के गुण दोष का निर्णय करके पृष्ठ भावना द्वारा अंत मन का अनुसरण करें और अपने भीतर से दिव्यता का अनुसरण करें यदि आप साहित्यकार है और किसी की रचना चुराकर आप कुछ दिन के लिए तो प्रसिद्धि पा लेंगे पर हमेशा आप चोरी की हुई रचना को पेज का प्रस्तुति नहीं पा सकते हैं इसी तरह शॉर्टकट हमें क्षणिक सुख देता है किंतु वह सुख अस्थिर रहता है और आत्म संतुष्टि भी नहीं होती है मन में हमेशा चोर रहता है। इसलिए हमें अपने कठिन परिश्रम से वह उच्च पद को प्राप्त करना चाहिए जो हम जीवन में करना चाहते हैं। इसीलिए कहा गया है कि काल करे सो आज आज करे सो अब। शीघ्रता में लिया गया निर्णय आवश्यक हो सकता है परिस्थिति को गंभीर से सोचने का समय ना होना शीघ्रता का अर्थ उतावलापन नहीं होना चाहिए जल्दबाजी में मनीष अपने आप को घोर कठिनाई में डाल देता है और उसके पास सोचने का समय पक्ष विपक्ष का विचार करने का भी नहीं रहता कूदने से पूर्व हमें अपने कर्म करने से पूर्व सोच लेना चाहिए कि इस कार्य को कैसे करना चाहिए अधिक उतावलापन हमें पशु की श्रेणी में ले आता है मूर्ख जन विषम परिस्थिति आने पर उतावलापन का व्यवहार करके उग्र हो जाते हैं और जटिल समस्या को खड़ी कर देते हैं और और उस समस्या को पूरे मानव जाति को भोगना पड़ता है विवेक हीन होकर हिंसा नैतिक मूल्यों की पूर्णता अपेक्षा है जिससे बाद में पछताना भी पड़ सकता है।
जहां दया तहां धर्म है,
जहां लोभ तहां पाप।
जहां क्रोध तहां काल है,
जहां क्षमा कहां आप।।
- प्रीति मिश्रा
जबलपुर - मध्य प्रदेश
क्या जीवन में सफलता के लिए शार्टकट कुछ होता है ।जी होता तो है पर कभी-कभी विरले लोगों को सफलता मिल जाती हैं ।अधिकांशतः धैर्य के साथ साथ किया गया परिश्रम वह भी कठोर सफलता दिलाता है ।जिनका गुरु जी यह कहकर पाठशाला से निकाल देते हैं कि तुझे ब्रह्मा भी नहीं पढ़ा सकते ।वह वरदराज भी कुएँ की पत्थर पर रस्सी के निशान की प्रेरणा से विद्वान बन जाता है ।कालिदास सा मूर्ख ऊटर कहने वाला सफल संस्कृत महाकवि बन जाता है ।अमर सिंह के चारों मूर्ख पुत्र जानवरों की लगातार कहानियां तीन माह क सुनकर योग्य हो जाते हैं ।वर्तमान में योग्यतम लोग भी किसी भी सफलता के लिए समयबद्ध व नियमित तैयारी को ही महत्वपूर्ण मानते हैं ।जिनको लगता है कि वह ऐसा कर सकते हैं उन्हीं गलतफहमी से बाहर निकल नये सिरे से सफलता प्राप्त होने तक अपने कर्म में लग जाना चाहिए ।
- शशांक मिश्र भारती
शाहजहांपुर - उत्तर प्रदेश
कंकर घिस घिस कर ही शंकर बनता है । सफलता पाने के लिए कितने ही पापड़ बेलना पड़ते हैं । यह बात अलग है कि किसी को सौभाग्य से जल्दी अवसर मिल जाए किंतु सैद्धांतिक ज्ञान और अनुभव या यूँ कहें कि थ्योरी और प्रैक्टिकल के अभाव में मिली सफलता की आयु बहुत कम होती है । कई बार देखने में आता है कि कुछ लोग येन केन प्रकारेण कुछ प्राप्त तो कर लेते हैं पर ज्ञान और परिश्रम के बगैर प्राप्त उपलब्धि को यथावत् नहीं रख पाते कई मौकों पर उन्हें अपमानित होना पड़ता हैं । जो तेजी से सफलता के शिखर पर चढ़ता है उससे दुगनी तेजी से वह नीचे की ओर लुढ़कता है । चूंकि सफलता का शार्ट कट नही होता है । हाथ को सिर के ऊपर से ले जाकर कान पकड़ने से जो बाधा और पीड़ा का अनुभव पहले ही मिल जाता है उसमें एक बात विशेष रहती है कि कान के ऊपरी हिस्से के साथ पूरा कान लंबे समय तक मुट्ठी में रह सकता है जबकि शार्ट कट में शीघ्रता और बेचैनी कान के निचले नरम हिस्से की पकड़ से ही संतुष्टि प्राप्त कर लेती है । कुशलता से सफलता प्राप्त होती है और इसके लिये बहुत मंजना पड़ता है । अतः सफलता का शार्ट कट नहीं होता ।
- वंदना दुबे
धार - मध्यप्रदेश
जिंदगी में हर कोई सफल होना चाहता है। पर सफलता शार्टकट से नहीं आती , परंतु हर इंसान सफल नहीं होता क्योंकि जीत हासिल करने के लिए कुछ गुण आवश्यक हैं। यदि वे गुण हम अपने जीवन में उतारें तो मनपसंद क्षेत्र में सफलता के झंडे गाड़ सकते हैं। कुछ ऐसे- सफलता हासिल करने वाला किसी भी कार्य को असंभव नहीं समझता बल्कि असंभव को संभव बनाने का प्रयास करता है।
अक्सर हम दूसरों की कामयाबी से प्रभावित होकर, ये सोचते हैं की वो कितना लकी हैं। हम ये नहीं देखते की उसकी सफलता के पीछे, कितनी संघर्ष और कितनी मेहनत छुपी हुई हैं? इसी गलती के कारण, हम वैसी सफलता प्राप्त करने का आसान और शॉर्टकट तरीका ढूंढते हैं। नतीजा ये होता हैं की हमे कुछ नहीं मिलता। जबकि, सफलता का एक ही तरीका हैं, वो है सही मेहनत, सही दिशा में। शॉर्टकट का सीधा मतलब है, कम मेहनत या बिना किसी मेहनत के फल पाने की तिकड़म। इसी का फायदा उठाकर लोग, अपना उल्लू भी सीधा करते हैं। शॉर्टकट से सफलता दिलाने के लिए, कुछ जालसाज़ एक जाल बुनते हैं, जिसमे लोग बुरी तरह फंस कर अपना सब कुछ बर्बाद कर लेते हैं। जैसे धन को कम समय में दुगुना करने की स्कीम, परीक्षा से पहले पेपर दिलाना, बिना किसी मेहनत के मोटापा कम करना या नकली मार्कशीट बनाना, सरकारी नौकरी में भर्ती, और भी बहुत कुछ। आपकी कमजोरी का फायदा हर कोई उठाना चाहता हैं, अपने आप को कमज़ोर न पड़ने दे, कभी। शॉर्टकट की राह में कभी सफलता नहीं मिलती। सफलता पाने वाला किसी काम में समस्या नहीं बल्कि समाधान ढूँढता है। सफलता पाने वालों के लिए कल कभी नहीं आता क्योंकि वे आज का काम आज ही निपटा लेते हैं। (कल पर नहीं टालते)। सफलता पाने वाले नकल नहीं करते बल्कि हर काम नए अंदाज में करते हैं।
सफलता पाने वाला गलती तो करता है। परंतु उसे स्वीकार कर तुरंत सुधारने का प्रयास करता है। सफलता हासिल करने वाला सफलता के लिए कभी शॉर्टकट नहीं अपनाता।
सफल होने वाला असफल होने पर निराश नहीं होता बल्कि असफलता के कारणों को जानकर दुगुने उत्साह से पुनः प्रयास करता है। सफलता पाने वाला आशावादी होता है। वह सोचता है कि एक-दो प्रयास में मंजिल भले न मिले पर फासले तो जरूर कम होते हैं। सफल होने वाला धैर्य से काम लेता है क्योंकि सफलता समय माँगती है। सफलता पाने वाला भाग्य की बजाय कर्म करने पर विश्वास रखता है।जीवन में अच्छी आदतों को अपनाने के साथ-साथ बुरी आदतों को छोडऩा भी बहुत जरूरी है, तभी आप अपने जीवन में सफलता पा सकते हैं। शॉर्टकट अपनाने वाले, अपने साथ अन्याय करते हैं। दरअसल वो अपनी शक्ति, आत्मविश्वास और अपने गुणों पर यकीन नहीं रखते। उन्हें लगता हैं, इसके बिना भी कामयाबी मिल सकती हैं, फिर मेहनत क्यों करें? और वो शॉर्टकट सा तरीका अपना लेते हैं। वो हर चीज़ में शॉर्टकट ढूंढते हैं, जैसे पढाई उतना ही करना, जितने सवाल परीक्षा में आने हैं।
शॉर्टकट वाले सिर्फ अपना समय बचाते हैं, उन्हें परिणाम की फ़िक्र हैं पर प्रक्रिया से दूर भागते हैं। ऐसा करके वो अपना विकास नहीं करते, बल्कि अपना विकास खत्म करते है। हर चीज़ को समझने का एक तरीका हैं, जिसे समझे बिना कोई आगे नहीं बढ़ सकता। अधुरा ज्ञान, अधुरा प्रशिक्षण, अधूरी मेहनत का फल भी अधुरा ही मिलता हैं। इस तेज़ दुनिया में तेज़ होना बहुत ज़रूरी हैं, पर शॉर्टकट उसका कोई अच्छा विकल्प नहीं है। अपने हिस्से की मेहनत किये बिना, सफलता की उम्मीद करना, दिवास्वप्न से ज्यादा नहीं है। सीखने, समझने और प्रशिक्षण की प्रक्रिया से होकर जब कोई गुज़रता हैं, तो उसका सम्पूर्ण विकास होता हैं, जो शॉर्टकट में नहीं होता। इसलिए सफलता का शॉर्टकट रास्ता नहीं, ज्ञान, मेहनत और लगन की राह चुनिए।
- अश्विनी पाण्डेय
मुम्बई - महाराष्ट्र
जीवन में सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। सफलता पाने के लिए संघर्ष, श्रम के साथ धैर्य और ईमानदारी से एक लंबी यात्रा तय करनी पड़नी है तब जाकर सफलता किसी का वरण करती है। आज हम जितने भी सफल व्यक्तियों को देख रहे हैं उसके पीछे धैर्य और ईमानदारी से किया गया परिश्रम और संघर्ष हैऐसी सफलता स्थायी होती है क्योंकि यह परिश्रम और ईमानदारी से अर्जित की हुई होती है।अधिकतर देखने में आता है अधैर्यवान व्यक्ति जल्दी से जल्दी सफलता पाने के लिए, सफलता के उद्देश्य सभी के अलग-अलग होते हैं, काम शुरू करता है पर मनचाहा न होने पर व्यग्र हो जाता है और बेईमानी का गलत मार्ग पकड़ लेता है, जिसका उसे तब तो नहीं पता चलता, पर बाद में उसका नुकसान जीवन भर भरते रहना होता है। सफलता का एक ही मूलमंत्र है... दृढ़ इच्छाशक्ति, संकल्पित लक्ष्य, उसे प्राप्त करने का पक्का संकल्प ले कर ईमानदारी से किया गया परिश्रम और संघर्ष। जो ऐसा करेगा उसकी सफलता निश्चित है। सफलता पाने का शॉर्टकट तो कोई हो ही नहीं सकता। शॉर्टकट अपना कर मिली सफलता कभी भी स्थायी सफलता का स्थान नहीं ले सकती।
- डा० भारती वर्मा बौड़ाई
देहरादून - उत्तराखंड
जीवन में सफलता तो सभी को चाहिए किंतु शॉर्टकट की सफलता लंबी नहीं होती !
एक सफल व्यक्ति मूलतः अपने कर्म को प्राधान्य देता है कर्मठ व्यक्ति अपने लक्ष्य की प्राप्ति इमानदारी मेहनत ,लगन,और आत्मविश्वास के साथ करता है वह सफलता की एक-एक सीढ़ी चढ़ता है फिर भी उसे सफलता नहीं मिलती अथवा देर से मिलती है तो वह उसका कारण ढूंढता है और गलती सुधारने की कोशिश करता है! एक ईमानदार परिश्रमी व्यक्ति सफलता के बीच आने वाली समस्या को लेकर हताश नहीं होता बल्कि वह उसका समाधान ढूंढता है किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने में कभी-कभी समय लग जाता है तो व्यक्ति को धैर्य रख उसे समय देना चाहिए ना कि अपना विवेक और आचरण क्योंकि ऐसे कठिन परिस्थितियों में ही तो व्यक्ति का व्यक्तित्व निखर सामने आता है अतः सफलता के लिए आलस त्याग अपने कर्म पर विश्वास रखते हुए परिश्रम एवं आत्मविश्वास के साथ एक-एक सीढ़ी चढ़ना चाहिए ना कि कूदकर ऊपर चढ़ने की कोशिश! परिश्रम तो हमारा गहना है और हमारा सच्चा साथी वह है, हमारा आत्मविश्वास तो धैर्य रखें सफलता तो अवश्य मिलनी ही मिलनी है !
शॉर्टकट ले सफलता की अभिलाषा वही रखते हैं जो निहायत ही आलसी होते हैं उन्हें जीवन में सब चाहिए नाम पैसा किंतु परिश्रम नहीं करना है चाहे चोरी चौपाटी से पैसे आए या अन्य गलत काम से गलत काम और शॉर्टकट से सफलता की चाह में हम कितनों के भरोसे तोड़ देते हैं व्यक्ति की बुनियाद ही झूठ,चोरी ,मक्कारी पर टिकी होती है और उसे भरोसे के टूटने की आवाज व्यक्ति को सफलता की उड़ान भरते हुए जो उसने शॉर्टकट से प्राप्त की है नहीं सुनाई देती किंतु जब वह एक ही झटके में नीचे गिरता है तब उसे उस भरोसे की गूंज अवश्य सुनाई देती है एक-एक सीढ़ी चढ़ने वाला मंजिल तक पहुंचते माना थक जाता है किंतु सफलता की ठंडी सांस लेते हुए शांति से बैठता है किंतु लिफ्ट से चढ़ने वाला व्यक्ति आराम तो पाता है पर बिना अनुभव की एक-एक सीढ़ी उतरना भी भारी पड़ता है क्योंकि उसे मेहनत की आदत नहीं है !शॉर्टकट से व्यक्ति ऊपर तो आ जाता है इसलिए उसे कैसे कैसे रस्ते से गुजरना पड़ता है इस सफलता के लिए चाहे उसे अपनी इंसानियत भी खोनी पड़े !
अंत में मैं कहूंगी ऐसी बुलंदी किस काम की जिसमें इंसान चढ़े और इंसानियत उतर जाए ! सफलता के लिए हमें अपनी मेहनत और कर्म पर भरोसा होना चाहिए ईश्वर भी हमारी मदद करता है बस स्वयं के प्रति सच्चा रहना,हमारे जीवन का कर्तव्य मान, आत्मविश्वास, धैर्य के साथ ,आलस त्याग सफलता की ओर बढ़ना चाहिए ना की शॉर्टकट में !
- चन्द्रिका व्यास
मुम्बई - महाराष्ट्र
तात्कालिक सफलता भले ही शार्टकट रास्ते से मिल जाये किन्तु सफलता को स्थायी बनाने हेतु निरन्तर संघर्ष करना पड़ता है । लगनशील , परिश्रमी व्यक्ति ही सफलता का पर्याय कहलाता है । कहा जाता है -
*अभ्यास ही सफलता का गुरु है ।*
निरन्तर अभ्यास करते रहें । जितना कर्म करेंगे समय आने पर उसका कई गुना आपको सुखद परिणाम के रूप में प्राप्त होगा । एक किसान खेत जोतता है, बीजारोपण करके उसकी देखभाल करना, खाद , कीटनाशक, पानी आदि समय- समय पर देता है । तत्पश्चात उचित समय पर उसे फसल प्राप्त होती है जो बीज का कई गुना होती है । कहने का अर्थ है कि सफलता हेतु धैर्य रखकर कार्य करते रहें तभी सुखद परिणाम आयेगा । जल्दबाजी सफलता की राह का सबसे बड़ा रोड़ा है । धैर्यपूर्वक नियमित कार्य करते रहें तब आपको सफल होने से कोई नहीं रोक पायेगा ।
- छाया सक्सेना प्रभु
जबलपुर - मध्यप्रदेश
बिना मेहनत के या पसीना बहाए किसी को भी सफलता नहीं मिलती है। सफलता उसी को मिलती है जो अपने लक्ष्य को पाने के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत करता है और कभी भी हार नहीं मानता। यह उस व्यक्ति पर निर्भर है कि वह अपने कार्य को सफल बनाने में किस हद तक अपनी शक्ति को लगा रहा है और मेहनत कर रहा है। जो लोग आसन तरीके और रास्ते को चुनते हैं या अपने लक्ष्य को प्राप्त करने केलिये शार्ट कट को चुनते हैं वह अपने सफलता के रास्ते को और भी कठिन बनाते चले जाते हैं। सफलता कोईशार्टकट नहीं बल्कि एक सीडी है जिसे एक-एक करके धीरे-धीरे ज्ञान के साथ पाया जाता है। ऐसे बहुत सारे लोग होते हैं जो गलत रास्तों का इस्तेमाल करके सफलता आपने की कोशिश करते हैं और कुछ लोग पा भी लेते हैं परन्तु ऐसी सफलता कुछ ही दिनों के लिए होता है। सफलता मेहनत से मिलती है, इसके लिए कोई शॉर्टकट नहीं होता है। शॉर्टकट के बल पर हासिल की गई सफलता कुछ समय के लिए ही टिकती है। यह सच है कि इसका रास्ता मुश्किलों भरा, लंबा और कुछ हद तक तन्हा होता है। मगर सफलता का एहसास इस रास्ते की सारी तकलीफें भुलाने के लिए काफी होता है। हालांकि अपनी मंजिल का रास्ता चुनते समय हमें यह हमेशा याद रखना चाहिए कि मंजिल तक पहुंचने के लिए हम जिस छोटे रास्ते का चुनाव कर रहे हैं, उसकी हमें क्या कीमत चुकानी पड़ सकती है। सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत करने से कभी नहीं चूकना चाहिए। मेहनत के बल पर हासिल की गई सफलता लंबे समय तक चलती है। शॉर्टकट से बचना चाहिए। शॉर्टकट हमें तुरंत मंजिल पर पहुंचा सकता है, मगर इसके एवज में हमें कहीं कोई भारी कीमत न चुकानी पड़ जाए।
आपकी मंजिल पर पहुंचने की हड़बड़ी का कोई और फायदा तो नहीं उठा रहा है। हमारे आसपास ऐसे बहुत से लोग होते हैं। इनका काम सिर्फ अपना मकसद पूरा करना होता है।
ँइस लिये शार्ट कट नहीं मेहनत से धैर्य रख कर जो सफलता हासिल होती है वह टीकाऊ होती है , और ढेर सारी ख़ुशियाँ लाती है ।
डॉ अलका पाण्डेय
मुम्बई - महाराष्ट्र
वेद वाणी में कहा गया है -"बैठने वाले काभाग्य भी बैठ जाता है और खड़े होने वाले का भाग्य भी खड़ा हो जाता है l इसी प्रकार सोने वाले का भाग्य भी सो जाता है और पुरुषार्थी का भाग्य भी गतिशील हो जाता है l चले चलो ,चले चलो l "महाकवि तुलसीदास जी ने ठीक ही कहा है -"सकल पदारथ हैं जग माही
कर्महीन नर पावत नाही "
कर्मशील मनुष्य श्रम के बल पर असंभव को भी सम्भव बना देते हैं फिर "शॉर्टकट "किस चिड़िया का नाम है ?परिश्रमशील व्यक्ति न भाग्य को कोसता है और न ही असफल होने पर निराश होता ,पुनः प्रयास कर सफलता हासिल करता है l वह पर मुखापेक्षी नहीं होता बल्कि अपनी अंतरात्मा की शक्ति और स्वावलंबन की भावना के बल पर बड़े से बड़ा काम कर डालता है l
संस्कृत में कहा है -
उद्योगिनम पुरुष सिँह मुपेति लक्ष्मी ....
सोते हुए हिरण के मुख में मृग स्वयं प्रवेश नहीं करता l एक छोटी सी चींटी श्रम का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत करती है l इसलिए हमारा कर्तव्य है कि हम आलस्य से दूर रहें ,परिश्रमी बनें ,शॉर्टकट रास्ता अपनाने पर हमारी नींव कमजोर हो जाती है ,हमारा ज्ञान अधूरा रहता है
l मैथिलीशरण गुप्त ने कहा है -पुरुष हो पुरुषार्थ करो ,सफलता वर -तुल्य वरो उठो
अपुरुषार्थ भयंकर पाप है ,न उसमें यश है न प्रताप है l
आलसी पुरुष ही शॉर्टकट रास्ता अपनाते हैं ,दिवास्वप्न देखा करते हैं l ईश्वर भी उन्हीं की सहायता करता है ,जो अपनी सहायता खुद करते हैं l गुरु नानक पसीने की कमाई को अमृत के समान तथा बिना काम की आय को जहर के समान मानते थे l परिश्रमी व्यक्ति किसी भी संकट को बहादुरी से झेलता है और उससे संघर्ष करता है l
- डाँ. छाया शर्मा
अजेमर - राजस्थान
पहले हम शार्टकट का अर्थ। हिंदी में जाने यानी
छोटा रास्ता सरलतर मार्ग या पद्धति . संक्षिप्त मार्ग या उपाय।
इसके अर्थ से ही पता लग रहा है छोटा रास्ता । कभी भी हमें इस छोटे रास्ते से सफलता नहीं पा सकते हैं ।
मेरे मतानुसारऔर महापुरुषों के अनुसार जीवन में सफलता के लिए शार्टकट नहीं होता है । गांधी जी , डॉ राजेन्द्र प्रसाद , लालबहादुर शास्त्री जी आदि महापुरुष अपनी मेहनत की ताकत से देश , विश्व की मिसाल बन हैं । बिना पैतृक विरासत से समाज के आदर्श बने । जिस भी महापुरुषों ने संसार में सफलता प्राप्त की उन्होंने बचपन से कड़ी मेहनत , परिश्रम , दृढ़ निश्चय , धैर्य , अनुशासन , आत्मविश्वास , अध्ययन , साधना , प्रयास, होंसलों के कदमों से शिखर को छुआ है ।
ऑलंपिक खेलों में खिलाड़ी अपनी साधना , मेहनत के दम से ही स्वर्ण , रजत , ब्रॉन्ज पदक जीतता है । क्या कोई शार्टकट तरीके से खेलने वाले किसी खिलाड़ी ने पदक जीता है क्या ? जवाब नहीं में आएगा । क्योंकि जीवन के क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए दिन - रात एक करके परिश्रम करना पड़ता है। तब हमें सफलता मिलती है । इनका मान - सम्मान समाज , देश विश्व भी करता है ।जार्ज बर्नाड शॉ ने 9 वर्ष में 5 उपन्यास लिखे । 60 प्रकाशकों ने अस्वीकृत कर दिए । वे इन बाधाओं से नहीं घबराए । अपनी कलम को निखार के विश्व में जानेमाने नाम से जाना जाता है । ऐसे ही हेरि पॉटर की लेखिका के साथ हुआ । उसकी इस उपन्यास की पिक्चर की सीरीज बन के विश्व प्रसिद्ध हो गयी । कामयाबी पाने के लिए शॉर्टकट का पैमाना नहीं होता है ।हर कला के हुनर के पीछे सालों की मेहनत ही रंग लाती है । मुरली वादक भीमसेन जोशी को कौन नहीं जानता है । साधना लगन , मेहनत से फर्श से अर्श को छुआ ।बेगम अख्तर की गायिकी ने देश , विश्व के दिलों में राज किया है । बचपन से ही ठुमरी , ख्याल आदि की उस्तादों से शिक्षा ले के अपने को उसने तराशना नहीं छोड़ा था । एक सफल सुप्रसिद्ध गायिका , फिल्मस्टार भी बनी । प्रतिभा सिद्ध करने के लिए मेहनत , संघर्ष करना पड़ता है । मैंने खुद के जीवन में सामाजिक , पारिवारिक संघर्षों का सामना करके मेहनत , लगन , दृढ़ निश्चय , आत्म विश्वास , आत्मबल की धार से एक सफल शिक्षिका और साहित्यकार बनी । अभी भी बच्चा बन के समाज से सीखती हूँ । सीखने की प्रक्रिया , साधना ही मुझे आगे बढ़ाती है । लक्ष्य तक पहुँचने के लिये स्वयं को तराशना जरूरी है । यह सफलता टिकाऊ रहती है । विशिष्ट व्यक्तित्व को गढ़ देती है । आशा , आनंद हमजोली बन साथ रहते हैं ।
सोने के अंडे वाली मुर्गी की कहानी याद आयी क्या ?
नहीं तो सुनो - एक मालिक को एक मुर्गी रोज सोने का एक अंडा देती थी । एक दिन मालिक को लालच आया । मालिक ने शार्टकट का उपाय सोचा । मुर्गी का पेट काट के सारे सोने के अंडे निकाल के अमीर बन जाऊँगा । मेहनत भी नहीं करनी पड़ेगी । मुर्गी मर गयी , एक भी अंडा नहीं मिला । यही हाल शार्टकट से कामयाबी पानेवाले इंसान का होता है ।
जबकि शार्टकट से मिली सफलता उसी वक्त ही साथ निभाती है । ये लोग अपने आप को धोखा देते हैं । अपनी न भी गिरे , लेकिन समाज की नजर में गिर ही जाते हैं ।
आज दूरदर्शन चैनलों पर नृत्य , गीत - संगीत के स्पर्धा हो रही हैं । जिन्होंने ने शार्टकट का रवैया अपनाया है । वे लम्बी रेस के घोड़े नहीं बन पाते हैं । वे ही सफल होते हैं जिन्होंने परिश्रम से हुनर , शिक्षा ग्रहण करके समाज के उदाहरण बनते हैं ।
साधारण परिवार में जन्मे फेसबुक के जन्मदाता मार्क जुबेर अपनी मेहनत सोच से अमीर और कामयाब इंसान बने ।
हाल ही में सोनी चैनल पर इंडियन आईडल की स्पर्धा में बूट पॉलिश करने वाले वंचित , गरीब वर्ग के सनी को सनी हिंदुस्तानी बना दिया । समाज आनंद से भर गया और उस के साथ परिवार कितना खुश , आनंदित हुआ होगा । आज वह देश - विश्व की प्रसिद्ध शख्शियत बन गयी । यह मेहनत का नतीजा है । तभी उक्ति बनी है , मेहनत का फल मीठा होता है । आज की पीढ़ी को शार्टकट को कट करना होगा । मेहनत का लम्बा रास्ता तय करके ही सफलता को हासिल करना होगा । आवेश , आक्रोश , आलस्य , निराशा को त्यागना होगा । उन्हें अपनी सोयी शक्तियों को जगा कर पहचानना होगा ।
यूँ कह सकती हूँ हर कण अपने आप में एक पहाड़ है ।एक बीज अपने आप में एक जंगल है । एक बूंद अपने आप में सागर है । हर बच्चा अपने आप में देश का भविष्य है । यह कामयाबी तभी मिलती हैं । जब हम मेहनत से उस राह पर चलते हैं । लक्ष्य कभी भी एक कदम चलने से नहीं मिलता है । हजारों कदम चलके ही पैरों पर छाले पड़ने पर , पसीने बहाने से ही मिलता है ।किसी को घर बैठे हाथ पर हाथ धरे सफलता नहीं मिली है । उद्यमी पुरुषों , नारियों को ही सफलता मिलती है । असंभव को संभव को कर देते हैं । यह परिश्रम से अपनी तकदीर गढ़ लेते हैं । लक्ष्य को शार्टकट से पाने वाले इंसान गलत रास्ते पर चलकर सफलता पा लेते हैं । शार्टकट का सिम कार्ड ज्यादा दिन नहीं चलता है ।
वे अपनी आत्मा को असन्तुष्ट करते हैं ।कार्यक्षेत्र में सही काम नहीं करने से कई बार इनको अपने पद से पदच्युत होना पड़ता है । दिशा भ्रमित होते हैं सो अलग। शार्टकट का सिम कार्ड नहीं होता है ।
- डॉ मंजु गुप्ता
मुंबई - महाराष्ट्र
नहीं। शॉट कट शब्द जीवन के लिए नहीं बना है । वह तो जीवन को रफ्तार देने के लिए बना है । कहीं पहुंचने की जल्दी है तो ......., कुछ काम नहीं हो रहा है तो ......यानी घूस। लेकिन इन शॉर्ट कट का परिणाम भी भविष्य में भ्रष्टाचार के रूप में सामने आया है। जीवन का शॉर्ट कट शुरू में प्रसन्नता देता है, लेकिन आगे के जीवन को छोटा कर देता है। उदाहरण के तौर पर छीना-झपटी करना पैसा प्राप्त करने का आसान तरीका है। लेकिन पकड़ाने पर मार के साथ जेल की हवा भी खानी पड़ती है। जीवन बरबाद हो जाता है। सफलता जो मेहनत से मिलती है , वह ठोस और लंबे समय तक आनंद देने वाली होती है। जीवन को आनंददायक बनाने के लिए अपने आप पर भरोसा करें, अपनी मेहनत पर उम्मीद लगाएं और हर काम ठोस धरातल पर करें ।
- संगीता गोविल
पटना - बिहार
" मेरी दृष्टि में " शाँर्ट कट से सफलता में कभी विश्वास नहीं रखना चाहिए । ये कर्म की परिभाषा नहीं है । मेहनत और संघर्ष से कार्य करना चाहिए । सफलता देर सबेरे अवश्य मिलेगी । संघर्ष से जीवन में सफलता एक के बाद एक मिलती चली आती है ।
- बीजेन्द्र जैमिनी
अच्छी व सार्थक चर्चा सभी को बधाई व शुभकामनाएं
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