क्या चीन की लापरवाही से कोरोना वायरस दुनियां में आया ?

चीन के वुहान शहर के वन्य जीवों के मांस बेचने वाले एक बाजार से शुरू हुए कोरोना वायरस का कहर थमता नज़र नहीं आ रहा है। आम तौर पर पशु - पक्षियों में होने वाली बिमारियों ने  मनुष्यों को अपनी चपेट में ले लिया है । एक सौ तीस देशों में कोरोना ने अपने पैर प्रसार लिये हैं । यही " आज की चर्चा " का प्रमुख विषय है। आये विचारों को भी देखते हैं : -
प्रकृति के विनाश का परिणाम है कारोना वायरस । कई विदेशी देश अपने आहार में ऐसे - ऐसे भोज्य पदार्थ सेवन करते हैं जिनकी कल्पना से घृणा का भाव उपजता है । ऐसे देशों में चीन अग्रणी है । वहाँ केवल स्वार्थपरता ही मूल मंत्र है । चमगादड़ का सूप पीना ही इस बीमारी की मुख्य वजह बन ऐसा जानकारों का कहना है । धीरे - धीरे लगभग सभी देश इसकी चपेट में आ  गए क्योंकि समय रहते लोगों ने वहाँ से आने वालों पर पाबन्दी नहीं लगायी इसलिए ।
विकसित देशों में ये संक्रमण ज्यादा फैल गया क्योंकि वहाँ भी अधिकांश लोग मांसाहारी हैं । भारतीय संस्कृति के प्रभाव से यहाँ की जड़े सात्विक आचार - व्यवहार को ज्यादा मानती हैं इसलिए यहाँ कम प्रभाव हुआ है ।
समय रहते हमें शाकाहारी भोजन व सात्विक दिनचर्या को ही अपनाना चाहिए । पश्चिमी चमक व प्रभाव से दूर रहने में ही सबकी भलाई है ।
- छाया सक्सेना प्रभु
जबलपुर - मध्यप्रदेश
करोना वायरस चीन की लापरवाही का ही नतीजा है , 
चीन में ही इसकी शुरुआत हुई  कोरोना वायरस एक नई महामारी है, जो चीन से फैली है. इसका संक्रमण तेजी से दुनियाभर के देशों में फैल रहा है. हाल के वर्षों में संक्रमण से फैलने वाली कई नई बीमारियां चीन से फैली हैं. इनमें सीवियर एक्यूट रेसपेरेट्री सिंड्रोम (सार्स) और बर्ड फ्लू जैसी बीमारियां शामिल हैं. अब कोरोना वायरस नाम की नई बीमारी ने कहर बरपा रखा है. सवाल है कि आखिर संक्रमण से फैलने वाली सारी घातक बीमारियां चीन से ही क्यों फैल रही हैं? आखिर क्या वजह है कि हर नई बीमारी का पहला वायरस चीन में मिलता है और वहां से ये पूरी दुनिया में फैल जाता है? विशेषज्ञ बताते हैं कि चीन से नई-नई बीमारियों के फैलने की एक वजह वहां का फूड मार्केट है. चीन के शहरों में फल-सब्जी से लेकर मीट के मार्केट फैले हुए हैं. खासकर चीन के मांस के मार्केट नई बीमारियों की जड़ बनते जा रहे हैं. चीन में कई तरह के जानवरों के मांस मिलते हैं. चीन के लोग सांप-छिपकली से लेकर सीफूड के नाम पर कई तरह के समुद्री जीवों का मांस खाते हैं. चीन के शहरों में मीट के मार्केट में ये सब खुलेआम मिलता है. चीन के शहरों की घनी आबादी और वहां के मीट के मार्केट की वजह से वहां से नई-नई बीमारियां पनप रही हैं.
चीन के मांस के बाजार बीमारियों की जड़
चीन के मांस के बाजार नई और संक्रामक बीमारियों की जड़ हैं. हाल के वर्षों में ऐसी कई बीमारियां सामने आई हैं, जिसके वायरस जानवरों के मांस से आदमी के शरीर में आए हैं और फिर इनका संक्रमण तेजी से फैला है. एचआईवी (एड्स), सार्स और H1N1 इनफ्लुऐंजा ऐसी ही बीमारियां हैं.
विशेषज्ञ बताते हैं कि पूरी दुनिया में मांस का कारोबार बढ़ रहा है. जंगल कम हो रहे हैं और जानवरों की फार्मिंग बढ़ रही है. इसकी वजह से जंगली जानवरों के वायरस फार्मिंग वाले जानवरों में आ जाते हैं. वहां से ये वायरस आदमी के शरीर में पहुंच जाते हैं. चीन के मीट मार्केट में कई तरह के जानवरों के मांस मिलते हैं. इसलिए वहां से नए-नए वायरस तेजी से फैल रहे हैं. संक्रामक वायरस होने की वजह से ये पूरी दुनिया में फैल जाते हैं. मसलन भारत में भी कोरानावायरस के कुछ संदिग्ध मरीज मिले हैं. ये मरीज वो छात्र हैं, जो चीन में मेडिकल की पढ़ाई करने गए थे. वहां से संक्रमण लेकर वो भारत पहुंच गए. इसी तरह से ये बाकी देशों में फैलता है. कोरोना वायरस को वुहान वायरस भी कहा जा रहा है। क्योंकि इस वायरस की शुरुआत चीन के वुहान शहर से हुई। वैज्ञानिकों के मुताबिक कोरोना वायरस कोई एक वायरस नहीं है, बल्कि ये कई वायरसों का एक समूह है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस वायरस के ज्यादातर केस अब तक बिल्ली, चमगादड़ और ऊंट जैसे जानवरों में ही देखे गए हैं। ऐसे में पूरी आशंका है कि ये वायरस जानवरों से ही इंसानों तक पहुंचा। हालांकि कुछ स्टडी में इस वायरस का सोर्स चमगादड़ और सापों को भी बताया गया है, जिस पर काफी विवाद भी है। सभी को सावधानी रखने की आवश्यकता है 
- अश्विन पाण्डेय
मुम्बई - महाराष्ट्र
आंखों में अंगारे भरो, कर में कटार धरो।
बढ़े चलो वीर तुम, करोना को मारना है।
धरती भी कहती है अंबर भी कहता है।
अब लो वायु भी लगी है पुकारने
शाकाहारी को कमजोरी बुझते हैं।
चलो अब मांस खाने का नशा उतारने।
अति सुख कर है सात्विक रहे स्वदेशी सामान खरीदें।
चीनी कम्युनिस्ट देश खबरें बाहर नहीं आने देता उसके पुरान शहर में ऐसा सुना जाता है कि वह जैविक बम बना रहा था और जिसके कारण बेखुदी बीमारी को निमंत्रण दे दिया दूसरा पक्ष है कि मांसाहारी लोग जाने क्या क्या खाते हैं सांप और चमगादड़ के मांस के कारण उसके सूप के कार्य यह बीमारी फैली और जब शुरू में बीमारी फैली जिन डॉक्टरों ने बताया उन्हें भी से मरवा दिया और पत्रकारों को मरवा दिया यह सूचना बाहर ना जा सके जब से महामारी का रूप ले लिया और यह स्थिति उसके कंट्रोल से बाहर हो गई तब पूरे विश्व में यह बीमारी गिनी चुनी जा के फैलने लगी डब्ल्यूएचओ ने उसको महामारी का रूप दे दिया। हमारी हिंदुस्तानी सभ्यता को पूरा विश्व अपनाने लगा नमस्कार करना कहीं बाहर से हाथ धोना स्वच्छता ही हमें इस बीमारी से बचा सकती है शाकाहारी रहना सर्वोत्तम है यह पूरे विश्व में जाना हमें अपनी संस्कृति गर्व है।
 - प्रीति मिश्रा
 जबलपुर - मध्य प्रदेश
हर बार की तरह चीन ने इस मामले में लापरवाही न की होती तो आज विश्व स्वास्थ्य संगठन को महामारी न घोषित करना पड़ता पीड़ितों की संख्या लाखों में न पहुंचती ।विश्व की समाजिक आर्थिक व्यवस्था न बिगड़ती ।अच्छा तो यह होता कि आरम्भ में ही चीन दुनियां को विश्वास में लेता ।बिना जांच पूरी किये चीन से बाहर न जानें देता तो आज यह समस्या सरलता से सुलझ जाती।विश्व का पूरा ध्यान अकेले चीन पर रहकर अब तक समूल समाधान की ओर बढ़ चुका होता ।पर यह लापरवाही ही है कि सारा  विश्व त्रस्त है ।दूर इटली ईरान में तेजी से मृतकों की संख्या बढ़ रही है ।वायरस ग्रसित लाखों में हैं ।
- शशांक मिश्र भारती
 शाहजहांपुर - उत्तर प्रदेश
क्या चीन की लापरवाही से करोना वायरस दुनियाँ में आया ? 
बिल्कुल करोना वायरस चीन की लापरवाही का नतीजा है ! 
जब चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस के संक्रमण की खबर आई थी तो किसी को अंदाजा नहीं था कि कुछ ही दिनों में यह 2,300 से अधिक लोगों की जान ले लेगा। अब तो चीन के साथ कई और देश इसकी चपेट में आ चुके हैं, लेकिन राहत की बात यह है कि चीन में वायरस से प्रभावित नए मामलों की संख्या में कमी दर्ज हो रही है। चीन इस वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए तत्परता से कदम उठा रहा है, लेकिन स्थिति सामान्य होने में कुछ वक्त लग सकता है, विशेषकर सबसे अधिक प्रभावित हूबेइ प्रांत में।
अधिकांश देशों ने चीन से आने वाली अपनी सीधी उड़ानें बंद कर दी
कोरोना के खतरे को देखते हुए अधिकांश देशों ने चीन से आने वाली अपनी सीधी उड़ानें बंद कर दी हैं। इसके साथ ही अपने नागरिकों को चीन का दौरा न करने की सलाह भी दी है। भारत ने भी एहतियात के तौर पर अपनी विमान सेवाएं रोक दी हैं। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सभी देशों से अपील की है कि वे चीन के साथ आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित न करें, क्योंकि इससे व्यापक आर्थिक नुकसान होने की आशंका है। कुछ विश्लेषकों का अंदाजा है कि वुहान का वायरस लैब असल में जैविक हथियार तैयार करने का अड्डा है, जहां से एकदम नई किस्म का वायरस कोरोना की शक्ल में छिटक कर बाहर आ गया और सबसे पहले चीन को ही इसने अपना निशाना बना लिया। हालांकि ज्यादा ठोस अनुमान यही है कि चमगादड़ों को संक्रमित करने वाला यह वायरस उत्परिवर्तित होकर इंसानों तक जा पहुंचा है। चूंकि मेडिकल साइंस इस वायरस से लड़ने को अभी तैयार नहीं है, इसलिए यह समस्या बड़ी हो गई है। चिकित्सा विज्ञानियों का कहना है कि एक जीव से दूसरे जीव में छलांग लगाने की प्रवृत्ति के कारण इस वायरस की चपेट में आने वाले व्यक्ति में आम जुकाम से लेकर गंभीर किस्म की श्वास संबंधी दिक्कतें पैदा हो सकती हैं।
चीन ने इसे पहले गम्भीरता से नहीं लिया जब पहली बार डा. 
चीनी डॉक्टर ली वेनलियांग की मृत्यु कोरोना वायरस के चलते हुई है. जब उन्होंने पहली बार इस बारे में सतर्कता बरतने को कहा था, तब पुलिस ने अफ़वाहबाज़ कहकर उन्हें प्रताड़ित किया था. यदि पहले ही इस बात को गम्भीरता से लिया जाता तो आज पूरा विश्व इस वायरस की चपेट में आने से बच जाता । 
- डॉ अलका पाण्डेय
मुम्बई - महाराष्ट्र
जी, यह शत प्रतिशत सही है; कि चीन की लापरवाही से ही कोरोना वायरस दुनिया भर में महामारी के प्रकोप के रूप में अवतरित हुआ है। इसके दुष्परिणामों को देखते हुए ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना को विश्वव्यापी महामारी घोषित कर दिया; क्योंकि समाचार पत्रों के आधार पर ही लगभग 121 देशों में यह अपने पैर पसार चुका है; जिसके तहत 1,22,331 केस सामने आ चुके हैं और इससे मरने वालों की संख्या 4,389 तक पहुंच चुकी है ।इसमें सबसे अधिक प्रभावित चीन, इटली और ईरान हैं ।अन्य देश और हमारा भारत भी इसकी चपेट में आने लगा है। अन्य देशों की अपेक्षा भारत का सात्विक खान -पान, जीवनशैली ऐसी है कि जिससे यहां कोरोना का असर कम होगा। वह भी यदि सब स्वच्छता एवं खानपान और अपनी इम्यूनिटी के प्रति सचेत होने लगें तो शीघ्र ही सब इसके दुष्प्रभाव से मुक्त हो जाएंगे। क्योंकि संचार माध्यम के भी हर साधन--- फोन ,टीवी, रेडियो इत्यादि के द्वारा इस वायरस के रोकथाम के लिए सावधानियों के यथासंभव प्रचार-प्रसार हो रहे हैं; जो जन जागरूकता के सशक्त माध्यम हैं। यदि चीन प्रारंभ में ही अपने यहां प्रभावित लोगों को बाहर जाने के लिए प्रतिबंध लगा देता और अन्य देशों को इस वायरस से सावधान कर देता तो चीन के अतिरिक्त अन्य देशों में इसका प्रभाव कम होता।अतः इसमें चीन की प्रत्यक्ष अकर्मण्यता ही है ।
- डॉ. रेखा सक्सेना
मुरादाबाद - उत्तर प्रदेश
शत प्रतिशत चीन की लापरवाही से कोरोना वायरस दुनिया में आया है चीन के शहर वुहान में प्रथम यह वायरस आया इस संक्रमण ने धीरे-धीरे महामारी का रूप धारण कर लिया है!
 ऐसा लगता है मानो कोरोना वायरस मानव जात को उसका स्थान बताने आया है!हमारे देश में गैर कायदे से घुसपैठ की चेष्टा करने वाले चीन में करोना वायरस ने प्रथम घुसपैठ की है ऐसा लगता है की विधि ने और कुदरत ने न्याय किया है किंतु कहते हैं ना गेहूं के साथ घुन भी पिस आता है और यह कहावत आज पूरे विश्व के लिए सच साबित हो रही है चीन के साथ सभी देश में कोरोना का कहर बरसा है यह अब साधारण वायरस नहीं है अब यह वैश्विक खतरे की घंटी है !वायरस ने महामारी का रूप धारण कर लिया है! आगे बढ़ते हुए कोरोना वायरस को रोकने का रोड मैप अभी तक किसी भी संस्था के पास नहीं है बहुत सी चिकित्सा पद्धति कोरोना वायरस के इलाज में दिशा शून्य है कोरोना वायरस के पहले 2002 -2003 में सार्स वायरस भी चीन से आया था जिससे काफी देश जकड़ में आए थे !आज कोरोना वायरस ने राक्षस का रूप ले लिया है जिसने पूरे विश्व में हाहाकार मचा रखा है आर्थिक तंत्र सभी देश का प्रभावित हुआ है स्कूल ,मॉल ,सिनेमा सभी बंद कर दिए गए हैं एयरलाइंस बस स्टैंड सभी जगह आवा-जाही लगभग कम हो गई है !सेनीटाइज़र, मास्क आदि का उपयोग कर बचाव कर रहे हैं दूसरी तरफ यदि मास्क सेनीटाइजर आदि से इनकम हो रही है लोग करोड़ों कमा रहे हैं (काला बाजारी हो रही है) वहीं गरीबों के धंधे में मार पड़ी है होटल रेस्टोरेंट्स सभी खाली हैं एक तरह से यह सही है ताकि बीमारी ज्यादा संक्रमित ना हो किंतु गरीबी का वायरस बढ़ रहा है जिसकी दवा जरूरी है ! मीडिया कोरोना वायरस का डर बढ़ा रही है जिससे यह कोरोना राक्षस बगैर बीमारी के चपेट में आने से पहले ही प्राण ले रहा है सही जानकारी दें !भोजन सात्विक लें जो निर्देशन रोग से बचने के लिए दिए जा रहे हैं उसका पालन करें ,हाथ धोए और सरदी होते ही जांच कराएं !हाथ मिलाए नमस्ते की मुद्रा से काम ले !
अंत में कहूंगी कोरोना वायरस ने विश्व को मनुष्य की क्षण भंगुरता ही नहीं अपितु विज्ञान की मर्यादा भी बताई !
- चन्द्रिका व्यास 
मुम्बई - महाराष्ट्र
 चीन की लापरवाही से कोरोना वायरस दुनिया में आया यह सही बात है ।लापरवाही से ही समस्याएं आती हैं दुनिया में कोरोना वायरस का आतंक फैला हुआ है जो यह आतंक चीन की लापरवाही के कारण हुआ है ।एक तो गलती करता है लेकिन इसका परिणाम  अन्यों को मिल रहा है। कोई भी समस्या लापरवाही से ही पैदा होती है। चीन देश में कोरोना वायरस की उत्पत्ति का क्या कारण है इसके बारे में उनको पता लगाना चाहिए। अभी चीन का दिमाग तो जो हो चुका उस से कैसे निजात पाया जाए इस पर लगा हुआ है ।इस समस्या से अन्य देश भी भयभीत और परेशान है कुछ लोगों के द्वारा ऐसा कहा जा रहा है कि चीन में मांस की  अधिक सेवन भोजन के रूप में किया जाता है। जिसके कारण कोरोना वायरस की उत्पत्ति हुई है किस कारण हुआ है यह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है लेकिन कोरोना वायरस का उत्पत्ति हुआ है और यह पूरे विश्व में कहीं कम ज्यादा के रूप में अपना वर्चस्व बनाया हुआ है एक की गलती से अनेकों को इसका प्रतिफल मिल रहा है। अतः इस तरह के नई नई संक्रमित वायरस की उत्पत्ति  पर चीन को ही नहीं संपूर्ण विश्व को ध्यान देने की आवश्यकता महसूस की जा रही है ।आज तक मनुष्य अपने भोजन को नहीं पहचान पा रहा है ।यह मनुष्य जाति की बहुत बड़ी विडंबना है। मनुष्य की पोषण वनस्पति है अर्थात बनस्पति से फल ,फूल पत्ती जड़ी बूटी आदि मनुष्य का पोषण के रूप में भोजन किया जाता है ।सुनने को मिलता है कि चीन में किसी भी जीव जंतु का मास स्वभाविक रूप से खा लिया जाता है इसी की वजह से कोरोना वायरस की उत्पत्ति हुआ है ऐसा कहा जा रहा है सच भी है हम प्रकृति को बर्बाद करेंगे तो प्रकृति भी हमें बर्बाद करने के लिए कोई ना कोई उपाय तो करेगी ही। क्योंकि प्रकृति में सभी को जीने का अधिकार है ।चाहे वह पेड़ पौधे हो ,चाहे जीव जंतु हो प्रकृति में सभी का पोषण की व्यवस्था बनी हुई है ।हम मानव जाति आज तक हमारी पोषण क्या है? नहीं पहचान पाए हैं और जीव  जंतुओं को आहार बनाकर प्रकृति को विनाश की ओर धकेल रहे हैं। इसी का प्रतिफल हमको कभी सुमानी लहर के रूप में 
कभी भूकंप ,ज्वालामुखी के रूप में ,तो कभी कोरोना वायरस के रूप में देखने को मिल रहा है। अतः कहा जा सकता है कि चीन की लापरवाही से ही कोरोना वायरस दुनिया में तबाही के लिए आया है जिसको कोरोना वायरस लग चुका है। इसका कोई उपाय नहीं है ,ऐसा कहा जा रहा है। कोरोना वायरस शरीर को ना लगे इससे बचने के उपाय बताए जा रहे हैं। इस उपाय का सभी मानव जाते हो पालन करना चाहिए। जितना जल्दी हो सके इस समस्या से मुक्ति पाने का प्रयास करना चाहिए। ऐसी लापरवाही किसी भी देश को नहीं करना चाहिए जिसका परिणाम पूरे विश्व में भयंकर महामारी के रूप में  फैले।
- उर्मिला सिदार
रायगढ़ - छत्तीसगढ़ 
हाँ जी, ! चीन की वजह से कोरोना का वायरस दुनिया में आया । सबसे पहले  चीन के वुहान शहर में कोरोना का वायरस आया । वुहान शहर क आज वीरान , खामोश हो गया है । कोरोनो के वायरस में 60 वायरस वाला जानलेवा जीव होता है ।  ये वायरस चमगादड़ के यूरिन , थूक , बीट से आते हैं । चीन में चमगादड़ का मांस खाते हैं । वहीं से  संक्रमित होने से  ये वायरस इंसान में पहुँचा ।जो एटमबम से ज्यादा हानिकारक है । पूरी दुनिया इससे डर  रही है।  चमगादड़  खुद संक्रमित नहीं होता है । दूसरों की जान खतरे में डाल देता है । इसी की1000 प्रजातियों ने कोरोनो को इंसान में भेजा है ।
 अब रिपोटों के अनुसार चीन ने इस महामारी पर क़ाबू  पाया है । क्या ही अच्छा होता चीन सरकार कोरोना के खिलाफ ठोस कदम उठाती ।  WHO ने  इसे विश्वव्यापी महामारी घोषित किया है । आज लोगों से  इसका  वायरस चीन से  यूरोप , अमेरिका , कनाडा , ईरान , अमेरिका सारी दुनिया में फैल गया है । भारत में भी 2 लोगों में इस  वायरस से मौत हो गयी है । भारत में 93 लोगों कोरोना की पुष्टि हुई है ।
भारत में 10 कोरोना से पीड़ित रोगी इलाज से ठीक हुए हैं ।
1 लाख मामले इस रोग से पीड़ित लोगों के दुनिया में आए हैं । कोरोना से कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं रहा है ।कोरोना से बीसीसीआई नेआईपीएल को 15 अप्रैल तक के लिए क्रिकेट मैच को  रद्द करना पड़ा है ।कोरोना के दहशत से  भारत और दक्षिण अफ्रीका की सीरीज रद्द हुई । भारत में 10 कोरोना से पीड़ित रोगी इलाज से ठीक हुए हैं ।कोरोना के  कहर से सब शहर की सड़कें सुनसान हो गईहैं ।fwice ने एडवाइजरी बनाई है । मायानगरी मुम्बई में सभी फ़िल्म स्टारों , में मास्क पहन लिए हैं । भारत सरकार के स्वास्थ मंत्रालय ने सावधानी बरतने को कहा । बंगला देश , म्यंमार की सीमाएँ सील की हैं । बस , ट्रेन की यात्रा कम करें ।  स्कूलों में छात्र  - छात्रों को जागरूक  करें । अभिताभ बच्चन ने भी कोरोना के खिलाफ कविता से वीडियो  से आवाज उठाई है । हाथ मिलाना अब बन्द हुआ है । भारतीय परंपरा का नमस्ते की संस्कृति सारी दुनिया मान रही है । प्रियांका , सलमान भी नमस्ते करके कोरोना के खिलाफ जागरूकता जगा रहे हैं । हमारी प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होनी चाहिए । मास्क लगाएँ । मास्क नहीं है , तो मलमल का कपड़ा मुँह पर बाँधे । हैंड सेनिटाइजर से हाथ साफ रखें । अपना परिवेश साफ - सुथरा रखना होगा । हम तभी इस छुआछूत की संक्रमित बीमारी से बच सकेंगे । भीड़वाले  सार्वजनिक स्थानों में जैसे पार्क , मॉल , पिक्चरहॉल आदि में नहीं जाए। महाराष्ट्र जिम , पिक्चरहॉल , मॉल बंद कर दिए हैं । इस महामारी से बचने के केंद्र सरकार ने सोशल मीडिया सेजो अफवाह उड़ाएगा ।उसके खिलाफ कारवाई की जाएगी । केंद्र सरकार ने  राज्य सरकार को एलान किया है ।  राज्य आपदा राहतकोष  से आवश्यकतानुसार इस धन का उपयोग पीड़ित मरीजों के लिए मदद के रूप में कर सकती हैं । केन्द्र सरकार ने कोरोना से मरनेवाले परिवार को 4 लाख रुपये राशि मिलेगी । 
 इतिहास में सबसे खरनाक  कोरोना की बीमारी दर्ज हो गयी है । यह 525 गुना तेजी से  विश्व में फैल रही है । यूरोप महामारी का केंद्र बना । अंत में हमें कोरोनो को जागरूकता से पस्त करना होगा ।
- डॉ मंजु गुप्ता 
 मुंबई - महाराष्ट्र

                " मेरी दृष्टि में " कोरोना वायरस के बचाओ का एक मात्र साधन है सुरक्षा ? सरकार काफी गम्भीर है । हर तरह से बचाओ के तरीका अपनायें जा रहें हैं । लोगों को भी सचेत रहने की आवश्यकता है ।
                                               - बीजेन्द्र जैमिनी



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