हीरा सिंह कौशल से साक्षात्कार
जन्मतिथि : 12 जून 1967
जन्मस्थान : महादेव( सुंदरनगर ) मंडी - हिमाचल प्रदेश
शिक्षा : एम ए (हिन्दी - संस्कृत)
संप्रति. संस्कृत प्रवक्ता , राजकीय आदर्श रिष्ठ माध्यमिक विधालय ,भंगरोटू ,मंडी - हिमाचल प्रदेश
लेखन विधा : कहानी, कविता , गजल , लघुकथा , हाइकु , क्षणिका आदि
साझा संकलन : -
कोरोना ( ई- काव्य संकलन ) - 2020
हिन्दी के प्रमुख लघुकथाकार ( ई- लघुकथा संकलन ) - 2021
सम्मान व पुरस्कार : -
- अंबेडकर फैलोशिप -1993
- जैमिनी अकादमी पानीपत द्वारा शताब्दी रत्न 2000 , पद्म श्री डा०लक्ष्मी नारायण दूबे स्मृति सम्मान , राम वृक्ष बेनीपुरी शताब्दी सम्मान ,राष्ट भाषा सम्मान
- अग्निशिखा मंच मुम्बई द्वारा कथा कुंभ सम्मान
- 2020 - रत्न सम्मान ( एक सौ एक साहित्यकार )
- फादर्स डे रत्न सम्मान - 2020
- कोरोना काल में अनेक संस्थाओं द्वारा अनेक काव्य सम्मान से अलंकृत
पता : गांव व डा महादेव तहसील सुंदरनगर जिला मंडी - हिमाचल प्रदेश
प्रश्न न.1 - लघुकथा में सबसे महत्वपूर्ण तत्व कौन सा है ?
उत्तर - लघुकथा में सबसे महत्वपूर्ण तत्व स्थानियता के प्रतिबिंब होना।
प्रश्न न.2 - समकालीन लघुकथा साहित्य में कोई पांच नाम बताओं ? जिनकी भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है ?
उत्तर - समकालीन लघुकथा साहित्य में बलराम अग्रवाल जी, बीजेन्द्र जैमिनी जी, गोविंद शर्मा जी, मुकेश शर्मा जी और मीरा जैन जी आजकल लघुकथा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
प्रश्न न.3 - लघुकथा की समीक्षा के कौन - कौन से मापदंड होने चाहिए ?
उत्तर - लघुकथा की समीक्षा के लिए कथा शिल्प, विषयों का चयन भाव सौंदर्य का चयन का समन्वय होना चाहिए।
प्रश्न न.4 - लघुकथा साहित्य में सोशल मीडिया के कौन - कौन से प्लेटफार्म की बहुत ही महत्वपूर्ण है ?
उत्तर - लघुकथा साहित्य में सोशल मीडिया में फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप , ब्लॉग इत्यादि महत्वपूर्ण प्लेटफार्म हैं।
प्रश्न न.5 - आज के साहित्यिक परिवेश में लघुकथा की क्या स्थिति है ?
उत्तर - आज के साहित्यिक परिवेश में लघुकथा की स्थिति बहुत ही प्रशंसनीय है तथा लघुकथा के मानकों का बखूबी अनुपालन कर रहे हैं।
प्रश्न न.6 - लघुकथा की वर्तमान स्थिति से क्या आप सतुष्ट हैं ?
उत्तर - वर्तमान में लघुकथा की स्थिति बेहतर है।
प्रश्न न.7 - आप किस प्रकार के पृष्ठभूमि से आए हैं ? बतायें किस प्रकार के मार्गदर्शक बन पाये हैं ?
उत्तर - पत्रकारिता के साथ - साथ लघुकथा भी लिखने लगे जिस कारण मेरी लघुकथाओं में उपदेशात्मक के साथ व्यंग्य भी जुड़ा रहता है जहां तक मार्गदर्शक का सवाल है समाज में फैले अंधविश्वास व कुरीतियों को दूर करने का प्रयास लघुकथा के माध्यम से किया है।
प्रश्न न.8 - आप के लेखन में , आपके परिवार की भूमिका क्या है ?
उत्तर - मेरे लेखन में परिवार का महत्वपूर्ण सहयोग रहता है। निरंतर मौका देते रहते हैं तथा हौसला अफजाई करते रहते हैं।
प्रश्न न.9 - आप की आजीविका में , आपके लेखन की क्या स्थिति है ?
उत्तर - आजीविका में लेखन की स्थिति में सरकारी क्षेत्र की पत्रिकाओं व समाचार पत्रों के द्वारा पारिश्रमिक मिलना अपने आप में खुशी दिलाता है।
प्रश्न न.10 - आपकी दृष्टि में लघुकथा का भविष्य कैसा होगा ?
उत्तर - आधुनिक समय में लघुकथा का भविष्य बहुत उज्जवल है तथा नवोदित लेखक अच्छा कार्य कर रहे हैं।
प्रश्न न.11 - लघुकथा साहित्य से आपको क्या प्राप्त हुआ है ?
उत्तर - लघुकथा साहित्य से एक नई पहचान व तथा लेखन के लिए नयी सोच विकसित हुयी। अपने लेखन क्षेत्र में सुधार मौका भी मिला।
Comments
Post a Comment