इम्युनिटी को मजबूत करने के लिए पोषक तत्त्व कौन - कौन से हैं ?

इम्यूनिटी को मजबूत करने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढती है । जो बिमारियों से लड़ने के लिए बहुत जरूरी है । आजकल कोरोना में इम्यूनिटी का बहुत महत्व है ।क्योंकि कोरोना की कोई दवाई नहीं है । सिर्फ इम्यूनिटी को बढा कर बचा जा सकता है । यहीं " आज की चर्चा " का प्रमुख विषय है । अब आये विचारों को देखते हैं : -
 इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए प्रमुख पांच पोषक तत्व माने जाते हैं । कार्बोहाइड्रेट बसा  प्रोटीन विटामिन खनिज एवं शुद्ध पानी भरपूर मात्रा में पीने से शरीर किताब संतुलन बनी रहती है जो हमारी इम्यूनिटी को बढ़ाने में मददगार होता है 5 संतुलित पोषक तत्व जो विभिन्न भोज्य पदार्थों में समाहित रहती है और मौसम के  अनुकूल इसका उपयोग  करने से  शरीर में पोषक तत्व बने रहने से किसी भी प्रकार  की विषाक्त जीवाणु  का अटैक नहीं होता है।  क्योंकि हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए हमारी खान-पान में संयम था जरूरी है जिसके अंतर्गत शुद्ध भोजन, शुद्ध जल, शुद्ध वायु एवं शुद्ध वातावरण की आवश्यकता है। वर्तमान समय में मनुष्य प्राकृतिक वातावरण को प्रदूषित कर डाला है इस प्रदूषित वातावरण को कैसे शुद्ध किया जाए इस पर विचार करने की आवश्यकता है एवं युक्त भोजन अर्थात रसायन युक्त भोजन का प्रचलन वर्तमान में चला है जिसके कारण अनेक प्रकार की बीमारियां होने लगी है ।अतः हमारे भोजन को शुद्ध बनाए रखने के लिए जैविक भोज्य पदार्थ की आवश्यकता है ।जो प्रकृति की नियम के अनुसार उगाया जाता है इसमें किसी भी प्रकार की  विषाक्त नहीं पाया जाता है अतः सरल रूप में कहें तो शुद्ध भोजन,हरी साख भाजी,  दूध  एवं दूध से बनी वस्तुएं, मौसमी फल, वर्तमान में सुनने के लिए मिल रहा है कि झरोखा भाजी में सबसे अधिक  रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की शक्ति पाई गई है जो विश्व में इसकी मांग हो रही है चरोटा भाजी छत्तीसगढ़ में भरपूर मात्रा में पाई जाती है इसके साथ-साथ  मुनगा, पोई, चेंज भाजीमे  भी रोग प्रतिरोधक क्षमता वाली तत्व पाई जाती है। अंत में यही कहते बनता है कि शुद्ध खानपान और सात्विक भोजन से ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाई जा सकती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता हमारे शरीर को निरोग और श्रम शील बनाए रखता है। अतः हर मनुष्य को  इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
 - उर्मिला सिदार 
रायगढ़ -छत्तीसगढ़
पोषक तत्व —-
        पंच तत्व रचित मानव शरीर को,सभी पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जो उसके रक्त की मात्रा बढ़ा सकें,अस्थि मज्जा मज़बूत कर सकें, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े। मन व शरीर बलिष्ठ और बुद्धिशाली बन सके।
   फल,सब्ज़ी,दूध, दही,
घी,तेल,मेवा के साथ, शुद्ध हवा-पानी भी ज़रूरी है, किन्तु सर्वाधिक महत्वपूर्ण है ,जन्म के
तत्काल बाद प्राप्त ,माँ का दूध।
    यह सब,तभी कारगर सिद्ध होगा जब इसके सेवन का तरीक़ा भी सही हो। नियमित, नियंत्रित,
एवं उचित समय पर उचित मात्रा में लिया गया कोई भी पोषक तत्व हमारे लिए हितावह होता है।
  साथ ही शुद्ध, सात्विक एवं ताज़ा भोजन ही होना चाहिए।शरीर स्वयं आवश्यकतानुसार  उन  तत्वों की माँग करता है, जिसकी आपूर्ति हमें स्वस्थ एवं सशक्त बनाती है। 
- डॉ० दुर्गा सिन्हा ‘ उदार ‘
फरीदाबाद -  हरियाणा
हमें प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए रोज़ संतुलित आहार लेना चाहिए और दालचीनी , लोग , गिलोय, तुलसी दल , पोदीना , इलाची का काढ़ा पीते रहना चाहिए और अन चीजों का सेवन करे 
विटामिन सी
आपके इम्यून सिस्टम को विटामिन सी से कई प्रकार से सहायता मिलती है। यह इंफेक्शन से लड़ने वाली इम्यून सेल्स के निर्माण में मदद करता है और उनको सही तरीके से काम करने में सहायता करता है। विटामिन सी खट्टे फलों और कुछ हेल्दी सब्ज़ियों से प्राप्त किया जा सकता है। नींबू, मौसमी, ऑरेंज, हरी-लाल शिमला मिर्च, ब्रोकोली, हरी पत्तेदार सब्ज़ियों और टमाटर विटामिन सी के अच्छे स्रोत हैं।
सूरज से प्राप्त होने वाली विटामिन डी इम्यून सिस्टम के लिए सबसे ज़रूरी तत्वों में से है। विटामिन डी की कमी के कारण मौसमी बीमारियों और वायरल इंफेक्शन्स का खतरा भी बढ़ जाता है। विटामिन डी के लिए दूध, डेयरी प्रॉडक्ट्स,  फैटी फिश और अंडे जैसी चीज़ों का सेवन करें।
इसेंशियल ओमेगा-3 फैटी एसिड्स ना केवल ब्रेन और दिल की सेहत के लिए ज़रूरी है। बल्कि, वे रोग-प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने में भी योगदान करते हैं। अखरोट, फ्लैक्सीड, चिया सीड्स के अलाव मछलियों से प्राप्त होने वाला यह पोषक तत्व आपकी आंखों को भी हेल्दी रखता है। साथ ही व्हाइट ब्लड सेल्स की कार्यक्षमता बढ़ाता है, जो हानिकारक बैक्टिया और वायरस का खात्मा करते हैं। यह शरीर में अंदरूनी सूजन भी कम करता है। जिससे, इंफेक्शन से ठीक होने में मदद होती है।
प्रोटीन
हेल्दी डायट हेल्दी इम्यून सिस्टम के लिए ज़रूरी है। प्रोटीन से भरपूर डायट खाने से आपकी  रोग-प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है। प्रोटीन से मिलने वाले अमिनो एसिड्स इम्यून सेल्स को विकसित होने में सहायता करते हैं। इसी तरह प्रोटीन एंटीबॉडीज़ बनाने में भी मदद करता है। इसी तरह प्रोटीन इंफेक्शन की वजह से होने वाले तनाव को भी कम करता है। जिससे, आपको स्वस्थ रहने में सहायता होती है।
आप ये सब चीज़ें खाने में शामिल करे अंकुरित अनाज और फल रोज़ खाना चाहिए 
- डॉ अलका पाण्डेय
 मुम्बई - महाराष्ट्र
                              
  हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति यानि "इम्युनिटी" पावर. स्वाभाविक  है,कि सृष्टि के सभी मनुष्य अपनी "इम्युनिटी" को बनाए रखना चाहते हैं. इसके लिये पोषक तत्व खानपान से ही मिलते हैं, लेकिन उत्तम रहन-सहन से भी इम्युनिटी बढ़ती है. केवल अच्छा खाते-पीते रहना ही काफी नहीं है,बल्कि शरीर को नित्यप्रति स्वच्छ और ह्रष्ट पुष्ट रखना भी अपरिहार्य  जरूरत है.योगाभ्यास,नित्यप्रति खुली जगह में  भ्रमण,व्यायाम आदि भी इसके मूलमंत्र  हैं.                                                      स्वस्थ शरीर हेतु संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन खाना बेहद जरूरी है,स्वस्थ शरीर है,तो सब कुछ है. विटामिन और प्रोटीन से युक्त हरी मौसमी सब्जियां,फल,मेवे लेने चाहियें. मसालों आदि में अदरक, लहसुन,पुदीना,जीरा,हल्दी,सोंठ,अजवाइन,करी पत्ता,काली मिर्च, लोंग तथा फलों में मौसमी,अनार,नींबू एवं अन्य चुकंदर,तुलसी,गिलोय को समुचित तरीके से लिया जाए,तो स्वास्थ्य पर अनुकूल प्रभाव होगा.                                                              हमारे जीवन में "इम्युनिटी पावर" की आज अनिवार्य भूमिका बन चुकी है.                           
  "स्वस्थ भारत" का सपना हमें  ही पूरा करना होगा.                                                           कहा भी गया है-"धन गया,तो कुछ गया,समय गया तो बहुत कुछ गया,लेकिन यदि स्वास्थ्य गया,तो सर्वस्व ही गया समझो".
     "जान है,तो जहान है" इसलिये इम्युनिटी पावर को बनाए रखिये.             
-   डा.अंजु लता सिंह
 दिल्ली
इम्युनिटी अर्थात  रोग प्रतिरोधक क्षमता या प्रतिरक्षा का अर्थ  होता  है। ये  हमारे शरीर में किसी भी प्रकार के सूक्ष्मजीवों  (रोग पैदा करने वाले- बैक्टीरिया, वायरस आदि) से शरीर को लड़ने की क्षमता देती है, यही हमारे शरीर को बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करती है ।
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में  की तरह के खाद्य पदार्थवहोते   हैं। ताजे फल  और सब्जियों  में भरपूर मात्रा में  एंटीएक्सीडेंट होते हैं और ये हमको विभिन्न   रोगों  से शरीर को बचाते हैं।  योग , कसरत  अलावा सामान्य स्वस्थ जीवनशैली प्रतिरोधक क्षमता को बढाने में सहायक  होता है ।
 हमें शरीर  में इम्यूनिटी को  बनाने के लिए फलों , सब्जी का सेवन बहुत जरूरी है। इनमें  पोषक तत्व विद्यमान रहता  है  । इम्यून सिस्टम बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ खट्टेफलों  में पाया जाता है । संतरा अथवा स्वीट लाइम में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होते हैं जो शरीर में वाइट ब्लड सेल्स  यानी स्वेत रक्तकणिकाएँUओं की मात्रा को बढ़ाते हैं। वाइट ब्लड सेल्स शरीर को संक्रमण से बचाने में सहायक होते  है। इनके अलावा, अनानास, ताजी बेरीज, किवी, टमाटर और अमरूद जैसे फल खाने से और हल्दी , अदरक , सौंठ ,  सौंफ , तुलसी , आँवला , इलायची , पपीता , अखरोट , बादाम , दालचीनी   भी लोगों का इम्यून सिस्टम अच्छा होता है। तुलसी गिलोय , दालचीनी , आँवला का काढ़ा भी हमारे शरीर में प्रतिरिधक क्षमता को बढ़ता है । 
आयुर्वेद का दशमूलारिष्ट का सेवन हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए कारगर है ।
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए हमें इनका सेवन वैद्य , डॉक्टर  के परामर्श से करना चाहिए ।
 - डॉ मंजु गुप्ता 
 मुंबई - महाराष्ट्र
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए संतुलित आहार लेना जरूरी होता है, जिससे आप दैनिक पोषक तत्वों की आवश्यकताओं को पूरा कर पाएं, इससे पोषण संबंधित कमियों से बचने में मदद मिलेगी और प्रतिरक्षा तंत्र को उत्तम बनाने में मदद मिलेगी।
 संतुलित आहार के लिए भोजन में साबुत अनाज ,छिलके वाली दालें , रंग बिरंगी सब्जियां व फल शामिल करें ।दूध व  दूध से बने पदार्थ नियमित अंतराल पर लेने चाहिए ।
 उत्तम गुणवत्ता की बसाका प्रयोग करें ,साथ में थोड़ी मात्रा में बादाम अखरोट या मूंगफली शामिल करें।
 2 से 3 लीटर पानी रोज पिएं।
 रोग प्रतिरोधक  को बेहतर करने के लिए इन 9 चीजों का विशेष प्रयोग करें जिससे काफी लाभ मिलेगा ।
दो से 3 लीटर जल, तुलसी ,योग, अंकुरित अनाज ,चोकर सहित अनाज  रसदार फल ,दूध ,हरी सब्जियां और हंसना ,,,,यह बढ़ाते हैं मुख्य रूप से रोग प्रतिरोधक क्षमता।
 हल्दी वाला दूध व लहसुन भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में काफी कारगर है। चाय में ग्रीन टी लेते हैं तो सबसे बेहतर है सादा चाय भी अगर पीते हैं तो उसमें इलायची ,काली मिर्च ,तुलसी, अदरक मिलाकर सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी बेहतर होती है ।
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आपको स्वस्थ जीवन शैली को चुनना होगा एवं सामान्य स्वास्थ्य संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करना होगा जो प्रतिरोधक क्षमता के साथ-साथ आपके शरीर के हर हिस्से को   बेहतर बनायेगा ।
इन सुझावों की मदद से बेहतर तरीके से  शरीर बेहतर  तरीके से कार्य करना शुरू कर देगा ।
 हमारे भोजन में शामिल कुछ पोषक तत्वों से इम्यूनसिस्टम को सुधारा जा सकता है ।
विटामिन ए व बिटामिन ई जो कि एक प्रकार के शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो सूजन को रोकते हैं साथ में शरीर में रोगों से लड़ने वाले कोशिकाओं को बढ़ाते हैं ।विटामिन ए के लिए गाजर, पीले लाल शिमला मिर्च ,कद्दू शकरकंद ,आम ,संतरा ,पपीता, खरबूजा ,दूध ,दही ,पनीर का सेवन करें ।विटामिन  ई की आपूर्ति बादाम ,मूंगफली, सूरजमुखी के कद्दू के बीज सोयाबीन के तेल बादाम के तेल सरसों ब्रोकली के सेवन से होगी ।विटामिन सी मे एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं जो फ्री रेडिकल्स के  कारण शरीर में होने वाली से क्षति से बचाते हैं ।यह नींबू,सन्तरा, टमाटर ,हरी मिर्च, शिमला मिर्च में पाए जाते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को काफी बढ़ा देते हैं।
 कई रिसर्च से पता चला है कि विटामिन डी वायरल संक्रमण को रोकने में लाभदायक साबित होता है ये मशरूम में  काफी मात्रा में पाया जाता है एवं सुबह की धूप में 20 मिनट बैठने से विटामिन डी प्राप्त होता है ।
आयरन की कमी से बहुत दिक्कते आ जाती है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कर देती हैं । आयरन पालक ,ब्रोकली साबुत अनाज , सेम ,मटर अंकुरित  अनाज ,खजूर तथा मांस में पाए जाते हैं ।एवं लोहे के बर्तन में खाना बनाने से भी आयरन शरीर में पहुंच जाता है। इसके अलावा ओमेगा-3, सेलेनियम ,जिंक भी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करने के लिए जरूरी है जो कि मछली के तेल ,सोयाबीन के तेल, में पाए जाते हैं ये इम्यून को मजबूत बनाते हैं ।
लेकिन इन सब आवश्यक तत्वों को संतुलित मात्रा में लेना ही सही है क्योंकि कोई भी चीज ज्यादा या कम होगी तो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बिगड़ जाएगी, संतुलन बिगड़ जाएगा, इसलिए संतुलित आहार लेना जरूरी होता है ।
- सुषमा दीक्षित शुक्ला
लखनऊ - उत्तर प्रदेश

आज की चर्चा में जहाँ तक यह प्रश्न है की इम्युनिटी को बूस्ट करने के लिए कौन-कौन से पोषक तत्व आवश्यक हैं तो इम्यूनिटी को बूस्ट करने के लिए प्रमुख रूप से विटामिन सी विटामिन डी तथा ओमेगा 3 आवश्यक है परंतु ऐसा नहीं है कि आप दो 4 या 6 दिन में किसी भी व्यक्ति की रोग प्रतिरोेधक क्षमता को बढा कर मजबूत कर सकते हैं यह एक सतत प्रक्रिया है और इसमें खानपान व्यायाम एवं उपापचय संबंधी चीजों का बहुत योगदान है कहा भी जाता है कि खाने से ज्यादा पचाना आवश्यक है आप यदि बहुत अधिक खाते हैं तो नुकसान ही करेगा यदि उसका पाचन ठीक ढंग से नहीं हो पा रहा है तो आवश्यक यह है कि हम जो भी खा रहे हैं पहली बात यही है कि शरीर में उसका पाचन ठीक ढंग से हो रहा है कि नहीं इस कार्य के लिए हम सादा एवं सुपाच्य भोजन करना चाहिए इम्यूनिटी को इंप्रूव करने के लिए मौसमी फल दूध अखरोट जैसे पदार्थों का सेवन करना चाहिए जहां तक विटामिन सी का प्रश्न है तभी खट्टे फलों में पाया जाता है प्रमुख रूप से आंवला नींबू नारंगी संतरा इत्यादि में अधिक पाया जाता है या मिलता है आँवले का सेवन कर सकते हैं किसी भी रूप में प्रयोग किया जा सकता है इसमे सर्वाधिक मात्रा होती है विटामिन सी की  आँवला आप किसी  रुप में ले सकते हैं पाउडर के रूप में अचार या मुरब्बा व कैण्डी के रूप में भी प्रयोग कर सकते हैं तुलसी का उपयोग रोग प्रतिरोधकता बढ़ाने में बहुत कारगर है जो कि हमारे घरों में ही उपलब्ध रहती है विटामिन डी के लिए हमें सुबह की धूप जरूर लेनी चाहिए और नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए दूध का सेवन  बहुत आवश्यक है ओमेगा 3 के लिए अलसी के बीज का प्रयोग कर सकते हैं अखरोट का प्रयोग कर सकते हैं खस खस के बीजों का प्रयोग कर सकते हैं परंतु अनावश्यक रूप से इस तरह की चीजों का  अत्यधिक प्रयोग हानिकारक भी हो सकता है अत: हमें अपने आहार और व्यायाम का ध्यान रखना चाहिए और सबसे अधिक ध्यान रखना चाहिए कि शरीर में जो भी कुछ हम खा रहे हैं उसका पाचन सही ढंग से भी हो रहा है या नहीं यदि इन सब चीजों का ध्यान रखें तो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता पूर्ण रूप से ठीक रहेगी और हम बीमारियों से बच सकेंगे इसके कुछ और भी चीजें हैं जैसे गिलोय सतावर जो ली जा सकती है परंतु इनका उपयोग योग्य चिकित्सक की देखरेख में किया जाना चाहिए पानी पर्याप्त मात्रा मे अवश्य पीना चाहिऐ तथा ठण्डे व बासी व अधिक तले भुने भोजन का उपयोग कदापि न करें ़़़ प्रमोद कुमार प्रेम 
नजीबाबाद - उत्तर प्रदेश
 इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता।हमारा शरीर  रोग से लड़ने में कितना सक्षम है यह हमारे इम्यूनिटी पर निर्भर करता है।
    इम्यूनिटी के मजबूत पोषक तत्व विटामिन डी और सी को खास माना गया है। संतरा, नींबू में विटामिन सी पोषक तत्व होता है जो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है इसमें भरपूर विटामिन सी पाया जाते हैं। 
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आम, अमरूद, पपीता भी फायदेमंद है। एक अमरूद में 200 ग्राम पोषक तत्व होते हैं। एक कप पपीते में 88 मिलीग्राम पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसी तरह स्ट्रॉबेरी में काफी मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। अनानास इम्युनिटी बढ़ाने के साथ हड्डी को भी मजबूत बनाता है।
     स्ट्रौंग इम्यूनिटी के लिए आवश्यक है दूध में हल्दी और जायफल मिलाकर पीना।
   सब्जियों में लाल शिमला मिर्च, ब्रोकली, हरी पत्तेदार सब्जियां और टमाटर विटामिन सी के अच्छे स्रोत हैं।
     सूर्य से प्राप्त होने वाले विटामिन डी इम्यूनिटी सिस्टम के सबसे जरूरी तत्वों में से है। इसके साथ ही विटामिन डी के लिए दूध, डेयरी प्रोडक्ट, फैटी फिश और हेल्थी डाइट, अंडे जैसे चीजों का सेवन करें। प्रोटीन से भरपूर डाइट खाने से भी आपके प्रतिरोधक क्षमता शक्ति बढ़ेगे। 
      'विटामिन डी' और 'विटामिन सी' से भरपूर अन्य सूक्ष्म पोषक तत्व युक्त सप्लीमेंट्स आपके प्रतिरक्षा प्रणाली को कोविड-19 और अन्य श्वसन संबंधी रोगों से लड़ने में मददगार साबित हो सकते हैं।
                 -  सुनीता रानी राठौर 
                   नोएडा-ग्रेटर - उत्तर प्रदेश
 इम्यूनिटी यानी हिंदी में रोग प्रतिरोधक क्षमता या प्रतिरक्षा कहा जाता है। इम्यूनिटी मजबूत के लिए  स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं ।
पोषक तत्वों को भोजन में शामिल करें ।
खाए संतुलित आहार ।
और व्यायाम,  योग  जरूर करें।
 उचित  चिकित्सालय सलाह को ध्यान में रखते हुए मजबूत कर सकते हैं। 
विटामिन सी,डी और ओमेगा-3 जैसे पोषक तत्व की आवश्यकता होती है।
विटामिन सी,डी, जिंक यह सब मछली मे  पाया जाने वाला है। ओमेगा 3 फैटी एसिड जिसे डी एच ए भी कहते हैं इम्युनिटी को मजबूत करने या प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में  अहम  भूमिका निभाता है।
यह सब पदार्थ खाने में अवश्य प्रयोग करना चाहिए:- पपीता ,लहसुन, ग्रीन टी,ब्रोकली,अदरक,हरा पत्ता,पालक, नींबू ,लाल शिमला मिर्च ,सेब ,संतरा,अनानास,और यूं कहें खट्टे प्रकार के जितने भी फल हैं उन्हे प्रयोग करना चाहिए।
 जिससे आपका इम्यूनिटी सिस्टम को बेहतर होगा। इसमें मौजूद आयरन जो है वह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने मे कारगार साबित होगा।
लेखक का विचार:- इम्यूनिटी को हिंदी में रोग प्रतिरोधक क्षमता या प्रतिरक्षा कहा जाता है ।यह किसी भी प्रकार के सूक्ष्मजीवों ( रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया वायरस आदि ) से शरीर को लड़ने की क्षमता देती है।अतः ऊपर दिए हुए सुझाव को ध्यान से अमल करने पर इम्यूनिटी मजबूत होगा।
- विजयेंद्र मोहन 
बोकारो - झारखण्ड
आज इस कोरोनावायरस में बचाव हेतु इम्यूनिटी सिस्टम का मजबूत होना बहुत जरुरी हो गया है। अब हमें इसके लिए इस पर ध्यान देना है कि हमारी इम्यूनिटी सिस्टम कैसे मजबूत हो। सबसे पहले तो व्यक्ति को एक सुचारू दिन- चर्या अपनानी चाहिए। जितने भी मौसमी साग- सब्जी ,फल होते हैं उन सब का हमें भरपूर यथासंभव सेवन करना चाहिए।सुबह की धूप हर किसी के लिए फायदेमंद है इसका भी हमें सेवन करना चाहिए। हल्दी , गुड़,मधु प्राकृतिक गुणों से युक्त भरपूर होते हैं जो हमारे इम्यूनिटी सिस्टम को बहुत बढ़ाते हैं। नींबू भी बहुत फायदेमंद होता है इसे भी हमें अवश्य रोजाना इस्तेमाल करना चाहिए।सूखे मेवे का सेवन भी काफ़ी लाभदायक होता है। तुलसी पता ,अदरक, लौंग, दालचीनी, कालीमिर्च सब कुछ डालकर काढ़ा जैसा बनाकर अभी पीना बहुत फायदेमंद माना जाता है।कहां जाता है "योग भगाए रोग" यह बात अक्षरशः सत्य है।हर व्यक्ति को अपनी सुविधानुसार प्रणायाम और योगा भी नियमित रूप से करनी चाहिए।अंत में सबसे बड़ी बात है जो भी खाए और करें खुशी से करें।अपने चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा को व्याप्त रखें, नकारात्मक सोच और व्यक्ति से दूरी बनाए रखें। ईश्वर द्वारा प्रदत्त अपने जीवन का भरपूर आनंद उठाते हुए अच्छा सोचें अच्छे कर्म करें,जिसका प्रभाव आपके हर सिस्टम पर अच्छा हीं पड़ेगा।
- डॉ पूनम देवा
पटना - बिहार
रोग प्रतिरोधक क्षमता तन और मन के स्वस्थ्य होने पर स्वतः शरीर में उत्पन्न होती है, जिनका प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर होता है वे तुरंत किसी भी फ़्लू की चपेट में 
आ जाते हैं l इम्युनिटी को मजबूत करने के लिए खट्टेफल का सेवन और विटामिन सी में प्रचुर मात्रा में बीटा केरोटीन होता है, जो इम्युनिटी बढ़ाने के अलावा त्वचा के स्वस्थ्य व कांति युक्त बनाये रखता है l अदरक एंटीवायरस तत्वों से युक्त है l 
इम्युनिटी को मजबूत करने के   लिए मेरी दृष्टि में स्वस्थ्य मानसिकता है l हम अच्छी नींद ले l जिस अच्छे कार्य में हमारा मन लगे, हमारी अभिvvरुचि का ध्यान रखें l हमारी इम्युनिटी बढ़ जाती है l यूँ तो विभिन्न मौसमी फल, तुलसी, आँवला, गिलोय, विटामिन सीदूध -दही का सेवन  आदि भी हमारी इम्युनिटी को बढ़ाते हैं, पर यह दूसरे नंबर पर आते हैं l जैसे रोगी की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए यदि उसे कितना ही घी, दूध पिलाया जाये जब तक वह प्रसन्न, मानसिक स्तर पर स्वस्थ्य नहीं होता, ये सब चीजें व्यर्थ हैं l हम इसे यूँ कह सकते हैं कि हमारी विल पॉवर मजबूत होनी चाहिए l 
योगा और व्यायाम भी हमारी इम्युनिटी को बढ़ाते हैं l
     चलते चलते ---
हमको मन की शक्ति देना, मन विजय करें l 
स्वस्थ्य मानसिकता ही रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है l 
स्वस्थ्य तन तो स्वस्थ्य मंत्र यह बीज मंत्र है l 
संगीत रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है l 
        - डॉ. छाया शर्मा   
     अजमेर - राजस्थान
इम्यूनिटी अर्थात प्रतिरोधक क्षमता के पोषक तत्व सामान्यता विटामिन कैल्शियम विटामिन डी मैग्नीशियम फास्फोरस ओमेगा इत्यादि है यह पोषक तत्व भोज्य पदार्थ में मिलते हैं भोज्य पदार्थ चाहे शाकाहारी है या मांसाहारी सभी में उपलब्ध है सामान्य भोजन रोटी दाल हरी सब्जी अंडा दूध दही का सेवन करने से यह सारे पोषक तत्व मिल जाते हैं आहार के अलावा हमारी सोच हमारी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का उत्तम अति उत्तम पोषक तत्व है सकारात्मक सोच इम्यूनिटी को बढ़ाती है
भोजन के साथ साथ विचार और सोच की शक्ति को सकारात्मक रखना है क्रोध चिंता अभय से अपने आप को दूर रखना है
- कुमकुम वेद सेन
मुम्बई - महाराष्ट्र
कोरोना से लड़ने के लिए हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता का बलवती होना अत्यन्त आवश्यक है। भारत में कोरोना से ठीक होने वाले व्यक्तियों की प्रतिशतता आशा का संचार करती है। इसकी वजह हमारी प्राकृतिक, भौगोलिक,  सामाजिक परिस्थितियों के साथ-साथ भारतीयों का विषम परिस्थितियों में दृढ़ मानसिक शक्ति के साथ लड़ने का हौसला जैसे कारक हो सकते हैं। परन्तु यह तथ्य सर्वोपरि है कि कोरोना से अपनी सुरक्षा हेतु हमें अपनी इम्युनिटी (प्रतिरोधक क्षमता) में वृद्धि करना अति आवश्यक है।
प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करने के साधनों से देश का जनमानस अब तक पूरी तरह से परिचित हो गया है। योग करना, आयुष काढ़ा पीना, उचित आहार लेना, प्रोटीन युक्त ताजे फल-सब्जियों के साथ ही विटामिन 'सी' एवं 'डी' की उपलब्धता वाले फलों और सब्जियों का सेवन करना, स्वस्थ जीवन-शैली अपनाने के साथ ही धूम्रपान-मद्यपान ना करना आदि से सभी परिचित हैं, बस अपनी जीवनशैली में इन सभी बातों को सम्मिलित करने की आवश्यकता है।
मेरे विचार से सभी आवश्यक पोषक तत्वों के साथ-साथ मनुष्य की प्रबल इच्छा शक्ति भी इम्युनिटी की मजबूती में विशेष भूमिका अदा करती है।
- सतेन्द्र शर्मा 'तरंग'
देहरादून - उत्तराखण्ड
कोरोना की महमारी ने आजकल दुनिया के हर हिस्से में अपनी पकडं मजबूत  वनाई हुई है, इस महमारी से वचने के लिए दो  ही तरीके हैं इन्जैक्सन या इम्यून सिस्टम को मजबूत करना। 
अभी तक इन्जैक्सन तो तैयार नहीं हो सका  इसलिए हमें अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत करना पडेगा ताकि हम इस महमारी का  मुकाबला कर सकें अव प्रश्न  यह उठता है कि हमें अपनी इम्युनिटी को कैसे मजबूत  रख सकते हैं   इसके लिए हमें कुछ घरेलु  नुक्से अपनाने पड़ेगे साथ में वहुत सारी बातों का ध्यान रखना पड़ेगा जो इस प्रकार से हैं। 
खादंय पदार्थ,,  खुराक में न्युटृेशन की कमी को दूर करने के लिए, ऑबले का रस शहद के साथ मिलाकर लेना चाहिए, लहसुन को भोजन का हिस्सा वनाएं, अदरक का इस्तेमाल  जरूर करे़, रात को गर्म दूध में हल्दी डाल कर रोजाना पिएं,  अदरक, तुलसी, मलठी दाल चीनी काली मिर्च सभी को मिलाकर दिन में एक वार पियें, इसके एलाव विटामिन सी युक्त फल खांए जैसे मौसमी, संतरा , निंबू खट्टे फल ज्यादा से ज्यादा खांए, एैंटीआक्सीडेंट से भरपूर खाना खांए मूली, पालक, गाजर, खीरा,  टमाटर चकुंदर का इस्तेमाल करें  इसके एलावा प्रोटीन युक्त दालों का प्रयोग करें अनार को भी अपने फल का हिस्सा वनाएं यह ए़टीआक्सीडैट और ए़टीवैक्टीरियल कमजोरी को दूर करता है। 
यही नही ८५परसैंट इम्यून सैल हमारी आंतों में पाए जाते हैं इसलिए दही और दही से वनी चीजों का इस्तेमाल करें जिससे हमारी आंतों को ताकत मिल सके। 
अब खाने के साध साथ कसरत का ध्यान भी दें    मोटापे से वचें  भोजन समय पर करें बच्चे  युवा व बूढ़े  १४,९वा ७ घंटे की नींद क्रम अनुसार जरूर ले्, पानी कम से कम पांच लीटर  दिनभर जरूर पियें  इसके  एलावा तनाव मुक्त  रहें   अथवा  विटामिन डी, सी ़और जिंक का इस्तेमाल भी जरूरी है, यह सभी पोषक तत्व हमारी इम्युनिटी को मजबूत करने में सहायक हैं।
- सुदर्शन कुमार शर्मा
जम्मू - जम्मू कश्मीर
मानव शरीर में पोषक तत्वों की कमी होगी तो इम्युनिटी कमजोर होगी। एक मानव के लिए तीन तरह के पोषक तत्व जरुरी होते है, प्रमुख,गौण और सूक्ष्म तत्व। इनमें प्रमुख तत्व है नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश।गौण तत्त्व है,कैल्शियम, मैग्नीशियम और गंधक।सूक्ष्म तत्वों में आते है लोहा,जिंक,कापर,मेगनीज,
बोरान, क्लोरीन आदि। इन तत्वों की समुचित मात्रा शरीर को मिलती रहे तो इम्युनिटी मजबूत रहेगी।
इनके अतिरिक्त,इम्युनिटी को प्रभावित करने वाले कुछ अन्य कारक हैं, स्वच्छता, नींद, व्यायाम, नशीले पदार्थों का सेवन, भीतरी अंगों में सूजन,आर बी सी और डब्ल्यू बी सी की अनुपातिक काउंटिग गड़बड़ाना आदि।
इन सबके प्रति सजग रहते हुए, संतुलित खानपान आहार विहार से इम्युनिटी को मजबूत रखा जा सकता है।
भोजन में दाल, चावल,हरी सब्जी,सलादऔर चपाती का प्रयोग, मौसमी फलों का सेवन, पर्याप्त नींद, अनुकूल व्यायाम से इम्युनिटी को सही रखा जा सकता है।
अदरक, नींबू पानी,शहद, आदि का प्रयोग भी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इस कोरोना काल में आयुष विभाग द्वारा घोषित आयुष काढ़े का सेवन भी इसमें सहायक होगा।
- डॉ.अनिल शर्मा 'अनिल'
धामपुर - उत्तर प्रदेश
सदियों से स्वास्थ्य जीवन का आधार भोजन ही है। शरीर की प्रतिरोधक क्षमता का आधार आपके खाने पीने की शैली पर निर्भर करता है।
डब्ल्यूएचओ ने भारत में प्रतिदिन खाए जाने वाले दाल चावल को सबसे ज्यादा स्वास्थ्य के लिए हितकारी बताया है। इसके बाद हमारे आयुर्वेद और रसोई घर में इस्तेमाल होने वाले बहुत से ऐसे मसाले हैं जो इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं ।
आइए हम देखते हैं कुछ आवश्यक पोषक तत्व -- दालें सभी प्रकार की राजमा काले चने चावल गेहूं जौ बाजरा मक्का ज्वार तिल मूंगफली
फल - सेब संतरा मौसंबी अनार नींबू 
सब्जी-- लौकी तरोई परवल कच्चा केला पालक चौलाई आदि 
सूखे मेवे - बादाम किशमिश मुनक्का
छुहारा खजूर अखरोट आदि
आयुर्वेदिक घरेलू --गिलोय एलोरा अमरबेल तुलसी की पत्ती अदरक
सोंठ हल्दी दालचीनी तेज पत्ता लौंग
जायफल हरी सौंफ जीरा आदि 
सदियों से भारत में दादी मां के नुस्खे के नाम से यह सब जानी जाती हैं
पुरानी अनुभवी पीढ़ी से ज्ञान नई पीढ़ी तक विस्तारित होता है ।
आज की विषम परिस्थिति में उपरोक्त वस्तुओं को इस्तेमाल कर अपनी
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकते हैं और जीवन को हम अपने सुरक्षित कर सकते हैं।
- आरती तिवारी सनत
 दिल्ली
        कोरोना काल में चर्चा के लिए आज का विषय बहुत ही महत्वपूर्ण है। आज सारा विश्व कोरोना  महामारी के संकट में फंसा है। इससे बचने के लिए कोई दवा नहीं है। दवा है तो केवल इम्यूनिटी को बढ़ाना, इम्युनिटी को मजबूत बनाना।
             इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिए सर्व प्रथम सुबह अमृतवेला यानी चार बजे बिस्तर छोड़ देना होगा। यदि संभव हो तो दो ग्लास शमशीतोष्ण जल में एक चम्मच हल्दी मिला कर पियें। यदि उसमें निम्बू का रस मिला दें तो अति उत्तम होगा।इसके बाद नित्यक्रिया से निवृत्त होकर खुली हवा में टहलने के लिए घर से बाहर निकल जाएं। करीब चालीस पैंतालीस मिनट टहलने के बाद कुछ हल्का व्यायाम करें। फिर कुछ सांस प्रस्वास के व्यायाम करें। जैसे अनुलोमविलोम , कपालभाति इत्यादि। सूर्य नमस्कार व्यायाम अवश्य करें। इससे में ताकत पैदा होती है। इसके बाद दिल खोलकर खूब जोर जोर हँसे।
           बाहर से घर लौट के आने के बाद काढ़ा का प्रयोग करें। काढ़ा कई प्रकार का है---
१. पाँच दस तुलसी पत्ता, पाँच दस नीम पत्ता, गिलोय  एक टुकड़ा ,दो तीन कालीमिर्च चारों को लेकर एक साथ   खूब उबालें। पानी आधा जल जाने पर इसे छान कर चाय की तरह घूंट-घूंट कर के पिये। व्यक्तियों के हिसाब से पत्ते औऱ पानी को घटा-बढ़ा सकते हैं।
२.मेथी,सौंफ,दालचीनी सभी एक-एक  चम्मच लें और उपरोक्त विधि से काढ़ा तैयार करें और पिये।
३.नीम, तुलसी,गिलोय,कालमेघ इन सबका पाँच से दस पत्ता लेकर उरोक्त विधि से काढ़ा तैयार करें और पियें।
४.अदरक,कालीमिर्च, तुलसी पत्ता का काढ़ा उपरोक्त विधि से बनाएं और पियें। 
५.दालचीनी, लवंग,इलायची, तेजपत्ता   और अदरक थोड़ी-थोड़ी मात्रा में लेकर उपरोक्त विधि से काढ़ा तैयार करें और पियें। छानने के बाद जो अवशेष बचे उसे सब्जी में डाल सकते हैं।
      किसी भी काढ़े में अगर कोई एक चीज उपलब्ध नहीं है तो भी चल सकता है।
           खाना जो नार्मल है उसे वैसे ही खायें। दाल और हरी सब्जियों की
मात्रा थोड़ी बढ़ा दें। फल में जिस सीजन में जो फल उपलब्ध हो खाएं। निम्बू, संतरा, अन्नानास, मौसमी अवश्य खाएं। रात में हल्दी मिला हुआ एक ग्लास दूध अवश्य लें। इसके साथ यदि एक चम्मच च्यवनप्राश लें तो अति उत्तम होगा। रात में दस बजे तक सो जाएं।
        इन सब प्रयोगों से इम्युनिटी अवश्य बढेंगी। इसमें सभी नुस्खा आजमाया हुआ है।
पहले इस्तेमाल करें फिर विश्वास करें।
स्वस्थ रहें,खुश रहें,मस्त रहें।
- दिनेश चंद्र प्रसाद "दीनेश" 
कलकत्ता - प. बंगाल
हमें स्वस्थ रहने के लिए भोजन में संतुलित आहार लेना आवश्यक है। अतः प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए हमें ऐसा भोजन करना चाहिए जिसमें भोजन के सभी पोषक तत्व मौजूद हो।
 उपचार से अच्छा है रोगों से रोकथाम।
  इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए पोषक तत्व है ।
 प्रोटीन 
कार्बोहाइड्रेट 
वसा
 आयरन 
और विटामि न
जल
खनिज लवण।
 शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए हमारी रसोई में ही खाद्य पदार्थ मौजूद हैं जिसमें ये सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं। हमें अपने भोजन में अंकुरित अनाज ,सलाद और चोकर  सहित  अनाज का सेवन करना चाहिए।
 अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए हमें  अपने शरीर को मजबूत किले के समान बना लेना चाहिए ।
 पानी ,रसदार फल और अंकुरित अनाज है।
 चोकर सहित अनाज में खनिज लवण मात्रा में पाया जाता है। इसके साथ हमें जैसे हल्दी अदरक लहसुन तुलसी आदि 
 हरी हरी सब्जी पालक आदि का सेवन करना चाहिए इसमें विटामिन ए फलों में पपीता विटामिन बी और सी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के बूस्टर हैं इनमें विटामिंस प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
- रंजना हरित 
बिजनौर - उत्तर प्रदेश
सुकून सेे बढ़ कर कोई पोषक तत्व शरीर को स्वस्थ नहीं रख सकता। क्योंकि सुकून प्राप्ति के मस्तिष्क स्वस्थ होना चाहिए। जबकि मस्तिष्क स्वस्थ होगा तो पाचन क्रिया अच्छी होगी।जब पाचनशक्ति मजबूत होगी तो खाया-पिया शरीर को लगेगा। जिससे सम्पूर्ण पोषक तत्व प्राप्त होंगे। जो शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने में सक्षम हैं। जिनमें पैरासाइट्स विषाणुओं को शरीर में घुसते ही मारने की शक्ति होती है। 
       अतः जिसके शरीर में यह शक्ति हो उसे इम्युनिटी बढ़ाने के लिए अलग से पोषक तत्व चाहिए ही नहीं।
- इन्दु भूषण बाली
जम्मू - जम्मू कश्मीर
यदि हमारे शरीर का पाचन-तंत्र ठीक काम करता है या यूं कहें कि हमारा हाज़मा ठीक है तो समझिए कि हमारी इम्यूनिटी मजबूत है।  इम्यूनिटी मजबूत होने का अर्थ है बीमारियों से सुरक्षा या बीमारियों से शरीर के लड़ने की क्षमता।  अब हम यह जानें कि हमारी इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए पोषक तत्व कौन-कौन से हैं।  हमारे शरीर में धीरे-धीरे विषैले तत्व इकट्ठे होते रहते हैं जो हमारी इम्यूनिटी पर विपरीत प्रभाव डालते हैं।  नियमित अंतरालों पर पानी की उचित मात्रा पीने से ये तत्व बाहर निकल जाते हैं और प्रतिरोधक ताकत बढ़ती है।  बहुत ठंडा या बहुत गर्म पानी नहीं पीना है।  हमारे शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए भरपूर मात्रा में खनिज लवण, विटामिन सी, विटामिन ए तथा विटामिन डी की बहुत जरूरत है।  मौसमी फलों में अक्सर ये गुण पाये जाते हैं।  खुबानी में विटामिन ए की प्रचुर मात्रा होती है।  इसमें निकलने वाला बीज रूपी बादाम भी खाया जाता है। आम का फल भी विटामिन ए का प्रचुर स्रोत है।  
इसके अलावा हमारी इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए ज़िक बहुत महत्वपूर्ण तत्व है।  जिंक सबसे अधिक मूंगफली, काजू, सूखे मेवों और पिस्ता में पाया जाता है। इसके अतिरिक्त समुद्र से मिलने वाले खाद्य पदार्थों में भी जिंक प्रचुर मात्रा में होता है। अंकुरित अनाज लेने से इम्यूनिटी बढ़ाने वाले पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है।  दही का प्रयोग भी हाजमे को दुरुस्त कर इम्यूनिटी को बढ़ाता है।  कच्चा लहसुन पानी के साथ निगलने या दही के साथ लेने से इम्यूनिटी मजबूत होती है।  इसमें एलिसन नामक तत्व होता है जो बहुत आवश्यक है।  प्रतिदिन दो लौंग लेने से इम्यूनिटी में गजब की मजबूती आती है।  अदरक को पानी में उबाल कर पानी के आधा होने पर उसमें दो लौंग मिला लें। फिर धीरे-धीरे उसे पीने के बाद लौंग को चबा लें।  जैतून के पत्तों में ओलियोरुपिन नामक तत्व होता है। इसके पत्तों का पाउडर बना कर रोज आधा चम्मच लें।  
हल्दी एक बेहतरीन एंटीबायोटिक है।  हल्दी को जब तक वसा के साथ नहीं लिया जाता जब तक वह पोषित नहीं होती।  इसीलिए हल्दी को दूध के साथ लेने का रिवाज़ है।  दालचीनी और मुलहठी रात्रि खाने के बाद लेने से इम्यूनिटी मजबूत रहती है।  पाचन ठीक रखने के लिए चोकर सहित आटे का प्रयोग करें।  भोजन में से दाहक भोजन अर्थात् इनफ्लेमेटरी भोजन हटा दें जैसे मैदा, सफेद चीनी, चावल, नूडल्स आदि।   इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए 7-8 घंटे की पूरी नींद लेना जरूरी है।  गहरी नींद में ही हमारे शरीर के तंत्र की मरम्मत होती रहती है। अंत में एक महत्वपूर्ण बात।  हम घरों में फिनायल, मच्छर मारक अगरबत्तियां, रिपेलेन्ट्स का बिल्कुल इस्तेमाल नहीं करें।  ये हमारी इम्यूनिटी को बहुत कमजोर करते हैं।  इन सभी के साथ-साथ वर्जिश और योग भी करें तथा खुलकर हंसें। ये हमारी इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं।  
- सुदर्शन खन्ना
 दिल्ली 
१) ग्रीन टी  इम्युनिटी पॉवर को बढ़ाता है।
२)काढ़ा  इम्युनिटी को मजबूत करने में मदद करता है।
३)खट्टे फल,हरी ताजी पत्तेदार सब्जियां भी इम्युनिटी को मजबूत करने में मदद करता है।
४)व्यायाम तथा योग भी इम्युनिटी पॉवर को मजबूत करने में मदद करता है।
 ५)तनाव मुक्त जीवन, भरपूर नींद इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है।
 ये कुछ तत्व है जिससे इम्युनिटी को बढ़ाया जा सकता है।
   निरोगी जीवन, निरोगी काया
  शब्द बहुत छोटे हैं लेकिन,
गंभीर अर्थ है समाया,,,,,,,,,,
     - सुधा कर्ण
      रांची - झारखंड
सतुंलित भोजन , स्वस्थ शरीर ,पोषक आहार एवं व्यवस्थित दिनचर्या ही पोषक तत्वों की प्रचुरता को पूर्ण करता है।
"जैसा खाय अन्न
  वैसा होवे मन"
इस परंपरागत धारणा की माने तो  हम भोजन करते हैं जीने के लिए
न कि जीते है भोजन करने के लिए।
आज वैश्विक महामारी कोरोना के भयावह दौर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने व विकसित करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। 
रोग से बचाव हेतु एकमात्र विकल्प जहाँ भोजन में पोषक तत्वों की अधिकता प्रमुख हो ऐसे में हमें सर्वप्रथम शुद्ध व सात्विक आहार शाकाहार अपनाने की आवश्यकता है। पोषण से भरपूर फल , हरी पत्तेदार सब्जियां , दूध-दही ,घी तथा स्वाद नहीं सेहत को ध्यान में रखते हुए बाहर की बनी खाद्य पदार्थों को निष्कासित करते हुए पोषक तत्व आहार में शामिल करना होगा।
साथ ही साथ इस संयमित जीवन शैली को दिनचर्या का अभिन्न अंग बनाने की आवश्यकता पुनः आन पड़ी है। जिससे मानव शरीर स्वस्थ, निरोग व दीर्घायु हो।
- संगीता सहाय "अनुभूति"
रांची - झारखण्ड
रोग प्रतिरोधक क्षमता या इम्युनीटी के नाम से जानी जाने वाली शरीर में एक ऐसी शक्ति होती है जो शरीर में रहकर शरीर की रोगों से रक्षा करती है और ये जितनी शक्तिशाली होती है उतना ही ठीक रहता है क्योंकि कोई भी रोग चाहे किसी भी कारण से हो वह शरीर में तभी तक रह सकता है जब तक इम्यून सिस्टम कमजोर है अगर ये कहा जाए कि इम्युनिटी शरीर के रक्षा कवच के रूप में कार्य करती है तो अतिशयोक्ति न होगी । अब प्रश्न उठता है कि हम इम्युनिटी को कैसे बढ़ाए या कैसे और कौन से तत्वों के द्वारा संरक्षित करें, तो ऐसे तत्व पाए जाते हैं हमारे आहार, विचारों और व्यवहार में हमारे जीवन में स्वाभाविक रूप से कुछ क्रिया कलाप ऐसे होते हैं जो इम्युनिटी को बढ़ावा देने में सक्षम होते हैं । इन सबके बारे चर्चा करने से ही इम्युनिटी के बारे में जानकारी हो सकती है तत्वों की, जैसे-
बात भोजन से शुरू करें क्योंकि ये मुख्य रूप से भूमिका निभाता है नाश्ते में प्रोटीन की मात्रा लें क्योंकि प्रोटीन से हमारे शरीर को L-Arginine अमीनो एसिड मिलता है, जो हमारे शरीर में हेल्पर टी-सेल्स को जनरेट करने में मदद करता है। ये टी-सेल्स हमारी इम्युनिटी बढ़ानेवाली सेल्स को एनर्जी देती हैं। आप नाश्ते में दलिया, उबली हुई दालों की हरी सलाद, दानेदार साबुत अनाज और स्प्राउट्स खा सकते हैं।L-Arginine अमीनो एसिड से बनने वाली हेल्पर टी-सेल्स ही हमारे शरीर में प्रवेश कर चुके किसी वायरस या बैक्टीरिया से सबसे पहले मिलती हैं।और ये उस वायरस को ऑब्जर्व करती हैं और उसका एक तरह का ब्लू प्रिंट तैयार करती हैं तथा इसके बाद इम्यूनिटी सेल्स को वायरस का ब्लू प्रिंट देती हैं और उन्हें टी सैल यह बताने का काम करती हैं कि शरीर की रक्षा के लिए किस तरह की ऐंटिबॉडीज बनाने की जरूरत है। इसके अलावा नियमित घर की छत या बालकनी में धूप के वक्त कुछ समय जरूर बिताएं। इस दौरान आप अपनी पंसद की किताबे पढ़ सकते हैं या चहलकदमी कर सकते हैं। धूप में वक्त बिताना इसलिए जरूरी है क्योंकि धूप हमारे शरीर में मौजूद इंफेक्शन से फाइट में मदद करने वाली टी-सेल्स को एनर्जी देने का काम करती है । रोजाना मेडिटेशन करें इससे हमारा ब्रेन शांत रहता है और हैपी हॉर्मोन्स का प्रॉडक्शन बढ़ता है। ये हॉर्मोन्स हमारे शरीर की अन्य कोशिकाओं को स्ट्रेस फ्री करने में मदद करते हैं, जिससे शरीर अंदर से मजबूत बनता है और इम्यून सेल्स को वायरस से प्रभावित बॉडी पार्ट्स को पहचानने में आसान होती है। साथ ही इम्यून सेल्स पूरी पॉवर के साथ उस वायरस पर अटैक कर पाती हैं। घर में रहे या दफ़्तर में तनाव से बचें 
स्ट्रेस फ्री रहना कई तरीकों से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। इसके लिए आप डांस, म्यूजिक, मेडिटेशन, भजन-कीर्तन और पसंदीदा किताबों की मदद ले सकते हैं। खुश रहने की अधिक से अधिक कोशिश करें। क्योंकि खुश रहने से हमारे शरीर में एंडोर्फिन का प्रॉडक्शन बढ़ता है, जो हमें रिलैक्स करता है। जब शरीर रिलैक्स होता है तो इम्यूनिटी अपने आप बढ़ जाती है।
कई स्टडीज में यह बात साबित हो चुकी है कि जो लोग सप्ताह में 5 से 6 दिन एक्सर्साइज करते हैं, उन्हें कोल्ड और सोर थ्रोट होने के चांस उन लोगों की तुलना में 50 प्रतिशत तक कम हो जाते हैं, जो लोग एक्सर्साइज नहीं करते हैं। एक्सर्साइज से हमारे शरीर का इम्यूनिटी सिस्टम बूस्ट होता है और तेजी से ब्लड सेल्स (WBC)बनाता है। ये ब्लड सेल्स शरीर में पहुंचे वायरस को मारने का काम करती हैं। भरपूर नींद लें नींद हमारे शरीर को इम्यून सेल्स के डिस्ट्रिब्यूशन में मदद करती है। यानी नींद के वक्त हमारे इम्यूनिटी सिस्टम के लिए इंफेक्शन वाली जगह खोजकर वहां इम्यून सेल्स को पहुंचाना आसान हो जाता है। फिर ये इम्यून सेल उन वायरस को खत्म करने का काम करती हैं। इस तरह से नींद शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करती है।
नींद हमारे शरीर को इंफेक्शन के हिसाब से लड़नेवाली इम्यून सेल्स के प्रोडक्शन में मदद करती है। यानी जो वायरस या बैक्टीरिया हमारे शरीर में एंट्री ले चुका है, उसे खत्म करने के लिए किस तरह की ऐंटिबॉडीज का निर्माण शरीर को करना चाहिए, यह पहचानने में नींद बहुत मदद करती है।
इस प्रकार उपरोक्त क्रियाकलापों के द्वारा शरीर की इम्युनिटी बढ़ती है ।
- डॉ भूपेन्द्र कुमार धामपुर 
बिजनौर - उत्तर प्रदेश
इम्यूनिटी  अर्थात  रोग  प्रतिरोधक  क्षमता  । वातावरण  में  मौजूद  जीवाणु  और  विषाणु  जब  हमारे  शरीर  में  प्रवेश  करते  हैं  और  हमारी  रोग  प्रतिरोधक  क्षमता  कमजोर  तब  हम  उनकी  चपेट  में  आकर  बीमार  हो  जाते  हैं  । 
       इसे  बढ़ाने  के  लिए  सर्वप्रथम  आवश्यक  है-मन  का  विटामिन  अर्थात  आत्मविश्वास  और  सकारात्मक  सोच,  इसके  साथ  प्राकृतिक  तथा  संतुलित  आहार, हरी  सब्जियां, गेहूं  का  शर्बत,  गुड़  का  पानी,  दूध, अंकुरित  अनाज,  तिल, नीम, तुलसी, आंवला, एलोवेरा, पानी, नीम  गिलोय, प्रोटीन  आदि  के  नियमित  सेवन  के  साथ-साथ  व्यायाम, आसन, प्राणायाम, ध्यान, टहलना  आदि  भी जरूरी है  । 
      स्वस्थ  मन, स्वस्थ  विचार, सकारात्मक  दृष्टिकोण  इम्यूनिटी  बढ़ाने  में  अपनी  महत्वपूर्ण  भूमिका  निभाते  हैं  ।
       अतः  प्रसन्न  रहिए, चिंता  नहीं  चिंतन  कीजिये  । 
          - बसन्ती  पंवार 
           जोधपुर  राजस्थान 
     इम्युनिटी याने रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में नियमित रुप से  जीवन शैली को पहचान बनाने में अनुकरणीय अनौखी भूमिकाएं रहती हैं, जिसके परिपेक्ष्य में परिणाम सार्थक सार्वभौमिकता रहती हैं, पांच तत्व याने पंच तत्व एक मुठी को बन्द कर जीवन को आकर्षित बना सकते हैं, जैसे-
 1- सुबह के समय जल्दी उठना गर्मी के समय प्रातः 5-6 के बीच, सर्दी में 6-7 बजे बिस्तर छोड़ देना चाहिए, रात्रि 9-10 के बीच विश्राम, ताकि पर्याप्त नींद 7-8 घंटे की हो जायें।
2- रोजाना प्रातः धूप खाएं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार साबित होती हैं, कसरत या योग करें।
3- प्रतिदिन दही या मठा अथवा दूध-पनीर जैसी चीजों को भी अवश्य सम्मिलित तथा अल्प नाश्ता जरूर करें।
4- लहसुन, अश्वगंधा, अदरक, खट्टे फल खाएं जैसे आंवला, नीबू, संतरा, मौसबी तथा 
5- ज्यादा पानी पीये (किडनी रोगी ऐसा नहीं करें) ज्यादा पानी पीने से संक्रमण निकलते हैं, जो सबसे आसान तरीका हैं। 
      प्राचीन काल में तपस्वी इन उपरोक्तांकित से ही अपनी गतिविधियों को वृहद स्तर पर केन्द्रित करते थे, किन्तु वर्तमान परिदृश्य में देखिए भाग दौड़ की जिंदगी में विभक्त हैं?
-आचार्य डाॅ.वीरेन्द्र सिंह गहरवार 'वीर' 
  बालाघाट - मध्यप्रदेश
      दूध, जायफल ,विटामिन सी युक्त पदार्थ ,जैसे -नींबू, मुसम्मी, ऑरेंज, हरी -लाल शिमला मिर्च, ब्रोकली, हरी पत्तेदार सब्जियां, टमाटर आदि  इम्यूनिटी बढ़ाने में  सहायक होते हैं ।विटामिन डी इसके लिए सबसे जरूरी होता है। यह सूर्य किरणों से सबसे अधिक प्राप्त होता है। इसके अलावा दूध डेयरी प्रोडक्ट्स,फैटी फिश और अंडों में भी प्रचुर मात्रा में विटामिन डी मिलता है। omega-3 फैटी एसिड्स
 न केवल दिमाग और दिल के लिए जरूरी है बल्कि यह रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने में भी योगदान करते हैं। अखरोट फ्लेक्स सीड्स चिया सीड्स के अलावा यह मछलियां से भी प्राप्त होते हैं। यह  तत्व आंखों को भी स्वस्थ रखता है तथा सफेद सेल्स की कार्य क्षमता भी बढ़ाता है जोकि  हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस का खात्मा करते हैं। अंदरूनी सूजन कम करते हैं जिससे इंफेक्शन से ठीक होने में मदद मिलती है इन सबके अलावा प्रोटीन भी बहुत जरूरी होता है ।स्वस्थ शरीर और स्वस्थ डाइट के लिए प्रोटीन से भरपूर पदार्थ खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है ।इससे मिलने वाला अमीनो एसिड इम्यून सेल्स को मजबूत बनाता है   इन सब का उपयोग करके हम इम्यूनिटी को मजबूत कर सकते हैं।
- श्रीमती गायत्री ठाकुर "सक्षम"
 नरसिंहपुर - मध्य प्रदेश
इम्युनिटी को मजबूत करने का अर्थ है रोगों से लड़ने के लिए प्रतिरोधक शक्ति को मजबूत करना जो कवच बनकर हमारे शरीर का बचाव करती है ।इम्युनिटी को मजबूत करने के लिए ...विटामिन  A ,C, D, E और ओमेगा है ।वैसे हमारे रसोईघर में बहुत से  ऐसी सामाग्री   हैं जो हमारी इम्युनिटी को मजबूत कर विषैले पदार्थ बाहर निकालती  है । उनमें ...अदरख ,हल्दी  ,कालीमिर्च ,दही , शहद ,  तुलसी ,लहसुन ,निबू आदि हैं । साथ में हमें सब्जियाँ अच्छी तरह पका कर खानी चाहिए   । इसके साथ अपनी दिनचर्या में टहलना तथा अच्छी नींद भी शामिल करना चाहिए । विटामिन C एक शक्तिशाली एंटीआॅक्सिडेंट है ।इन सब का प्रयोग कर हम बिमारियों से दूर रह सकते हैं ।
- कमला अग्रवाल
गाजियाबाद - उत्तर प्रदेश

" मेरी दृष्टि में " इम्युनिटी के पोषक विटामिन ए , सी , डी , ई से मिलते है । जो लहसुन , हल्दी , दही ,बादाम आदि से प्राप्त हो जाते है ।
                                                       - बीजेन्द्र जैमिनी
डिजिटल सम्मान 

Comments

  1. आदरणीय बीजेंद्र जी आपने आज बहुत ही महत्वपूर्ण सामयिक विषय को उठाया है। कोरोना संक्रमण के भय से सभी इस जानकारी को सहेज कर
    रखेंगे। धन्यवाद आपका 🙏🇮🇳🙏

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  2. इम्यूनिटी बढ़ाने के पोषक तत्व हमें विटामिन सी वाले पदार्थ वैसे नींबू संतरा मौसंबी आदि विटामिन डी सूर्य की किरणों का मिलना जरूरी है। इसके अलावा दूध फल और हल्दी तो हमारे यहां शुरू से ही प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले पदार्थ के रूप में उपयोग किया जाता है रहा है जो कि आज भी नितांत आवश्यक है। हल्का भोजन कुछ हल्की फुल्की कसरत या व्यायाम या यू और सबसे बढ़कर चलना शारीरिक क्षमता को बढ़ाने के लिए बहुत आवश्यक है। स्वच्छ हवा एवं शुद्ध पानी जोकि उबालने से प्राप्त हो जाता है वह भी जरूरी है।

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