डॉ.भूपेन्द्र कुमार से साक्षात्कार
जन्म : १८ सितंबर १९७३ , धामपुर - उत्तर प्रदेश
पिताजी : स्व० श्री सुखपाल सिंह
माता जी : श्रीमति गंगा देवी
पत्नी : श्रीमति निर्देश चौहान
पुत्री : डॉ स्वाति चौहान बी.ए.एम.एस (रूहेलखण्ड)
पुत्र : डॉ अनुज चौहान एम.बी.बी.एस
शिक्षा : एम. ए. (समाज शास्त्र, हिन्दी),
व्यवसायिक शिक्षा : एम. डी. इ.एच. आइरिडोलॉजिस्ट, डिप्लोमा मास्टर हर्बलिस्ट यू के, बी.एन.वाई.एस, सी.एक्यू
मेम्बर आफ ई.आर.डी.ओ (दिल्ली)
अभिरुचि : - औषधियों का बिज़नेस, अध्ययन, संगीत, साहित्य लेखन
साहित्यिक कृतियां - सुधियों की अनुगंध कविता संकलन , सत्यवादी हरिश्चंद्र गीतिका काव्य, अखिल जग में गीत गूंजे कविता संकलन
कलात्मक कार्य - सुन राधा सुन भजन टी सीरीज़, सारे जहां से अच्छा देशभक्ति गीत (गणपति सिने विजन),
साईं प्रकट भए भजन (श्री राम एन्टीटेनमैंट मुम्बई ), क्या पता क्या हो कल सी.डी. फ़िल्म
कार्य स्थल : १. स्वाति होम्यो स्टोर नूरपुर रोड जैतरा, धामपुर बिजनौर उ०प्र०
२. इलेक्ट्रो होम्योपैथिक (नॉन सर्जिकल हैल्थ केयर सेंटर) टीचर्स कालोनी, धामपुर, बिजनौर उ०प्र०)
विशेष उपलब्धि : - सी.एम.डी. यूथ एनर्जी हैल्थ मार्केटिंग प्रा०लि०
सम्मान: - अनेकानेक साहित्यिक, सामाजिक सम्मान
पता : २५७ शहीद शरद मार्ग, टीचर्स कालोनी, धामपुर बिजनौर - २४६७६१ उत्तर प्रदेश
प्रश्न न.1. लघुकथा में सबसे महत्वपूर्ण तत्व कौन सा है ?
उ०- एक समय में घटित घटना को कम से कम शब्दों में व्यक्त करना ।
प्रश्न न.2. समकालीन लघुकथा साहित्य में कोई पांच नाम बताओं ? जिनकी भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है ?
उ०- १- बीजेन्द्र जैमिनी
२- डॉ अनिल शर्मा अनिल
३- भारती वर्मा बोडाई
४- डॉ पूनम देवा
५- महेश राजा
प्रश्न न. 3. लघुकथा की समीक्षा के कौन - कौन से मापदंड होने चाहिए ?
उ०- एक समय में एक घटना व कम पात्रों के साथ ही शिक्षाप्रद भावों का कम शब्दों के साथ सामंजस्य,
प्रश्न न.4. लघुकथा साहित्य में सोशल मीडिया के कौन - कौन से प्लेटफार्म की बहुत ही महत्वपूर्ण है ?
उ०- लघु कथा आकार में छोटी होने के कारण सभी मीडिया प्लेटफ़ॉर्म स्थान देते हैं फिर भी प्रिंट मीडिया और चैनल के साथ ही मोबाइल पर वाट्सऐप व फ़ेसबुक जैसे सोशल नेटवर्किंग साइट्स बहुत ही महत्वपूर्ण हैं ।
प्रश्न न.5. आज के साहित्यिक परिवेश में लघुकथा की क्या स्थिति है ?
उ०- वर्तमान में कहानियों की अपेक्षा लघु कथा को पसंद किया जाता है जबकि लघु कथा के लिखने वाले साहित्यकारों की बेहद कमी है ।
प्रश्न न.6. लघुकथा की वर्तमान स्थिति से क्या आप सतुष्ट हैं ?
उ०- पूर्णतः सन्तुष्ट तो नही है पर असन्तुष्ट भी नही हैं क्योंकि कुछ पीछे देखते हैं तो वर्तमान में कभी प्रचार प्रसार बढ़ा है ।
प्रश्न न.7. आप किस प्रकार के पृष्ठभूमि से आए हैं ? बतायें किस प्रकार के मार्गदर्शक बन पाये हैं ?
उ०- ग्रामीण परिवेश पले बढ़े हैं जहां पर हर क़दम मार्गदर्शन मिलता रहा है जो पाया है उसे सहज ही दूसरों को देने में सफल रहे हैं ।
प्रश्न न.8. आप के लेखन में , आपके परिवार की भूमिका क्या है ?
उ०- परिवार की सहयोग पूर्ण भूमिका सराहनीय है
9. आप की आजीविका में , आपके लेखन की क्या स्थिति है ?
उ०- भागदौड़ और तनाव भरे माहौल में लेखन से सहजता और सरलता मिलती है जो एक उपचार से कम नही है ।
प्रश्न न.10. आपकी दृष्टि में लघुकथा का भविष्य कैसा होगा ?
उ०- लघु कथा का भविष्य उज्ज्वल है क्योंकि समयाभाव के चलते लोग पढ़ेंगे ।
प्रश्न न.11. लघुकथा साहित्य से आपको क्या प्राप्त हुआ है ?
उ०- विभिन्न साहित्यकारों को एक साथ पढ़ने का अवसर और वह भी निःशुल्क
लाभदायक पोस्ट
ReplyDeleteबहुत - बहुत धन्यवाद
Deleteसार्थक चर्चा
ReplyDeleteयह चर्चा नहीं है । यह साक्षात्कार है ।
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